Friday, June 9, 2017

किसानों की कर्जमाफी समस्या या समाधान

मित्रों, ७० साल की उम्र में भी भारत केप्रधानमंत्री कब क्या कर जाएँ कोई नहीं जानता. कल पूरी दुनिया को हतप्रभ करते हुए पीएम अचानक लद्दाख की राजधानी लेह पहुँच गए और चीन के खिलाफ अग्रिम मोर्चों पर तैनात सैनिकों का मनोबल बढ़ानेवाला जबरदस्त भाषण दिया. प्रधानमंत्री ने चीन को स्पष्ट कर दिया कि भारत अब एक ईंच भी जमीन उसे नहीं देनेवाला भले ही उसे मानव इतिहास का भीषणतम युद्ध ही क्यों न लड़ना पड़े. प्रधानमंत्री ने चीन का नाम लिए बिना कहा कि आज का युग विस्तारवाद का युग नहीं है बल्कि विकासवाद का युग है. प्रधानमंत्री ने अपने परम ओजस्वी भाषण में कहा कि फिर भी अगर कोई देश इस सच्चाई को नहीं समझता है तो उसका विनाश निश्चित है.
मित्रों, भारत के ७० साल के जवान प्रधानमंत्री ने अपने २६ मिनट लम्बे भाषण में कहा कि भारत की शांतिपूर्ण नीति को भारत की कमजोरी नहीं समझना चाहिए क्योंकि भारत के जो श्रीकृष्ण शांतिकाल में बांसुरी की मनमोहक धुन से पूरी दुनिया को मोहित करने की क्षमता रखते हैं युद्ध काल में वही श्रीकृष्ण अपने चक्र सुदर्शन से शत्रुओं का सम्पूर्ण विनाश करना भी जानते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि कमजोर देश शांति की स्थापना नहीं कर सकते क्योंकि धरती वीरों के भोगने के लिए बनी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज जल, थल, नभ और अन्तरिक्ष में अपनी ताकत अगर बढा रहा है तो इसके पीछे लक्ष्य शांति ही है. इतिहास गवाह है कि भारत ने कभी किसी भी देश पर आक्रमण नहीं किया भले ही वो कितना छोटा देश हो. इस अवसर पर सीमा पर महिला सैनिकों की तैनाती को देखकर रोमांचित प्रधानमत्री ने कहा कि मैं अपने सामने महिला सैनिक भी देख रहा हूं। सीमा पर जंग के हालात में यह देखना प्रेरणादायक है।
मित्रों, भारत के प्रधानमंत्री ने वंदेमातरम् और भारतमाता की जय के नारों के बीच कहा कि आज जिस कठिन परिस्थिति में आप सैनिक जिस तरह देश की हिफाजत कर रहे हैं, उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता। आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा है, जहां आप तैनात हैं। उन्होंने कहा कि लेह-लद्दाख से लेकर कारगिल और सियाचिन तक, रेंजागला की बर्फीली चोटियों से लेकर गलवान घाटी के ठन्डे पानी की धारा तक, हर चोटी, हर पहाड़, हर कंकड़-पत्थर, हर जर्रा-जर्रा भारतीय सैनिकों के अद्भुत पराक्रम की गवाही दे रहे हैं. इसके बाद प्रधानमंत्री निमू गए जहाँ उन्होंने १५ जून को चीन द्वारा धोखे से किए गए हमले में घायल जवानों से मुलाकात की. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सैनिकों से कहा कि आप जो सेवा करते हैं उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता है।आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा जहां आप तैनात हैं। आपकी भुजाएं उन चट्टानों से भी मज़बूत है जो आपके इर्द-गिर्द हैं. आज आपके बीच आकर मैं इसे महसूस कर रहा हूं.
मित्रों, इस तरह भारत के यशस्वी और परम तेजस्वी प्रधानमंत्री ने आक्रान्ता चीन और शेष दुनिया को भारत की मंशा बता दी है. उन्होंने बता दिया है कि यह १९६२ के नहीं २०२० का भारत है और आज के भारत ने कुत्तों के आगे रोटी फेंकना बंद कर दिया है. अब यह फैसला चीन को करना है कि वो विकास चाहता है या अपना सम्पूर्ण विनाश. भारत के वीरों का समर्पण और अतुल्य पराक्रम वह १५ जून को देख चुका है जब भारत के निहत्थे सैनिकों ने चीन के हथियारबंद सैनिकों की धोखेबाजी का करारा जवाब देते हुए चीन के चार दर्जन से भी ज्यादा सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था. यह पूरी दुनिया प्रथम विश्वयुद्ध के समय से ही जानती है कि जमीनी लडाई में भारतीय सैनिक लाजवाब हैं. बस रणभेरी बजने की देरी है. युद्ध का बिगुल बजते ही भारत के वीर चीन में ऐसी तबाही मचाएँगे कि चीन का महाशक्ति होने का अहंकार उसी खुद की मिटटी में मिलकर चकनाचूर हो जाएगा.

Saturday, July 16, 2016

तुर्की में सेना ने की तख्तापलट की कोशिश,अबतक १९४ की मौत

अंकारा (सं.सू.)। राजधानी अंकारा और इस्तांबुल में सड़कों पर टैंक, हेलीकॉप्टर से फायरिंग भी की गई। इसमें 17 पुलिस वालों सहित २०० लोगों की मौत हो चुकी है। शुरुआत में राष्ट्रपति रिसेप तईप एर्दोगन ने दावा किया था कि सेना की कोशिश नाकाम कर दी गई है लेकिन सेना ने दूसरी ओर सत्ता पर नियंत्रण का दावा किया था।

तख्तापलट की कोशिश नाकाम करने के बाद तुर्की ने शनिवार को कार्यवाहक आर्मी चीफ नियुक्त किया। कार्यवाहक आर्मी चीफ जनरल उमित दुंदर ने पद संभालते ही घोषणा कर दी कि तुर्की में सेना के तख्तापलट की कोशिश नाकाम रही।


तुर्की की सेना ने दावा किया है कि उसने सत्ता पर नियंत्रण कर लिया है। तुर्की में फिलहाल अनिश्चय की स्थिति आ गई है। क्योंकि सेना और सरकार दोनों एक-दूसरे के दावों को गलत बता रहे हैं। जिस समय सेना ने हमले शुरू किए, उस वक्त राष्ट्रपति एर्दोगन छुट्टियां मना रहे थे। लेकिन वे तुरंत इस्तांबुल लौटे और घोषणा की कि सेना के कब्जे से जल्द ही देश को निकाल लिया जाएगा।


राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि यह तख्तापलट की कोशिश राष्ट्रद्रोह है। इसके लिए जो भी जिम्मेदार है उसे भारी कीमत चुकानी होगी। हालांकि राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि जिन सैन्य अधिकारियों ने यह किया है उनकी गिरफ्तारी जारी है। एर्दोगन ने इसे सेना की सफाई करार दिया।


बिनाली यिलदीरिम ने कहा कि ये अमेरिका के मुस्लिम मौलवी फतेउल्लाह गुलेन के अनुयायियों की तरफ से सरकार के खिलाफ बगावत करने की महज एक कोशिश थी। हालांकि गुलेन से जुड़े संगठन ने इसमें हाथ होने की बात से इनकार किया है।

तुर्की की संसद में विस्फोट की खबर है, जहां सेना ने अपने टैंक तैनात कर दिए थे। शुक्रवार को तुर्की सेना ने सभी ब्रॉडकास्टर्स को ई-मेल भेजकर पूरे देश पर कब्जे का दावा किया है।


यहां लोग राष्ट्रपति रिसेप तईप एर्दोगन और सरकार के सपोर्ट में सड़कों पर उतर आए हैं। इस्तांबुल में सेना ने भीड़ पर गोलियां बरसाईं, जिसके बाद वहां कई लोगों के घायल होने की खबर है।


तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदीरिम ने सुरक्षा बलों से कहा है कि सेना का मुकाबला करने के लिए जो संभव हो किया जाए। पूरे देश में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है और सभी एयरपोर्ट समेत उड़ानें रोक दी गई हैं।


एक एजेंसी ने दावा किया है कि तुर्की की राजधानी अंकारा में सेना के हेलिकॉप्टर से गोलीबारी की गई। इसके अलावा अंकारा में भारी विस्फोटों की आवाज सुनी गई है। यहां की एक मीडिया बिल्डिंग में विस्फोट किया गया है।


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि अंकारा में भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे भारतीय नागरिकों को स्थिति सामान्य होने तक घरों के अंदर रहने और बाहर न जाने की सलाह दी है। उन्होंने भारतीय नागरिकों के लिए अंकारा में इमरजेंसी नंबर +905303142203 जबकि इस्तांबुल में इमरजेंसी नंबर +905305671095 जारी किए हैं।


बिनाली यिलदीरिम ने एक चैनल से बात करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने गैर-कानूनी कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि 'जनता द्वारा चुनी गई सरकार ही सत्ता में रहेगी। सरकार तभी जाएगी, जब जनता चाहेगी।' पीएम ने कहा कि हमला करने वालों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी।


तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तईप एर्दोगन ने कहा कि तख्तापलट की कोशिश करने वाले कभी कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वो सरकार को सपोर्ट करने के लिए सड़कों पर उतरें, जिसके बाद हजारों की संख्या में लोगों ने सड़कों पर आकर प्रदर्शन किया और सरकार का साथ दिया। उनके अलावा तुर्की के मेयर ने भी लोगों से कहा कि वो सड़कों पर उतर जाएं।


कई टीवी चैनलों पर दिखाए जा रहे फुटेज में सेना के वाहन पुलों को ब्लाक करते और शहर के एयरपोर्ट को टैंक से घेरते नजर आए। यहां बेहद कम ऊंचाई पर सैन्य विमानों के उड़ने की आवाजें साफ सुनी जा सकती है। इसके अलावा लोगों ने गोलीबारी भी सुनी है। सेना के कब्जा करते ही अंकारा पुलिस विभाग हरकत में आया और अपने पूरे स्टाफ को तुरंत ड्यूटी पर तैनात रहने के लिए कहा।


तुर्की में सैन्य हमले के चलते फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब समेत पूरे सोशल मीडिया पर बैन लगा दिया गया है। इसके अलावा कई चैनलों को ऑफ एयर कर दिया गया और एयरपोर्ट बंद किए गए हैं हालांकि बाद में कुछ लोकल टीवी चैनलों को बहाल कर दिया गया है।

विदित हो कि तुर्की की सरकार कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस का समर्थन करती रही है।

इसी ने लगाये थे पटना में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे, पकड़ें तो ले जाएं थाने

पटना (सं.सू.)। राजधानी पटना के अशोक राजपथ पर शुक्रवार के दिन पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जाने की घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया है। इन लोगों के खिलाफ पीरबहोर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही पुलिस मुख्यालय के स्तर से जांच कमेटी गठित कर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। पुलिस ने अब तक दो लोगों को हिरासत में लिया है। जिसमें एक पटना से मोहम्मद तौफीक नाम का व्यक्ति भी है।

पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया की ओर से इस्लामिक स्कॉलर डॉ जाकिर नाईक और ओवैसी के समर्थन में कारगिल चौक पर मार्च निकाला गया था और  पाकिस्तान जिन्दा बाद के नारे भी लगाए गए थे। इस दौरान वहां बिहार पुलिस के जवान भी मौजूद  रहे लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई।

पूरे मामले को पटना पुलिस ने गंभीरता से लिया है पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय के दिशा निर्देश पर एक टीम भी गठित की गई है जिसमें एसपी, 2 डीएसपी और 3 इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है। इसके अलावा जिन थाना क्षेत्रों से जुलूस गुजरा था उस इलाके के दो थानेदारों पर शो कॉज नोटिस भी जारी किया गया है।

बताया जा रहा है कि जुलूस में शामिल होने वालों में कुछ लोग मोतिहारी और दरभंगा के थे। संभवत: नारा उन्हीं लोगों के द्वारा लगाया गया था। पुलिस टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए दरभंगा और मोतिहारी जा चुकी है।

पाकिस्तानी मॉडल कंदील बलोच की हत्या, भाई पर लगा आरोप

मुल्तान (सं.सू.)। पाकिस्तान की चर्चित मॉडल कंदील बलोच की मुल्तान में हत्या कर दी गई है। कत्ल का आरोप उनके भाई पर लगा है और इसे ऑनर किलिंग का मामला बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि वह ईद के मौके पर अपने घर गई हुई थीं। कंदील पाकिस्तान का एक चर्चित नाम थीं जो सोशल मीडिया पर अक्सर विवादों में घिरी रहती थीं। रिपोर्ट के मुताबिक उनके भाई ने उन्हें धमकी दी थी कि वह इंटरनेट पर अपनी तस्वीरें न पोस्ट करें। पिछले हफ्ते ही उनका वीडियो 'बैन' वायरल हो गया था जिसने मूलत: रूढ़िवादी देश पाकिस्तान में विवाद खड़ा कर दिया था।


यही नहीं हाल ही में कंदील ने पाकिस्तान के एक नामी मौलवी मुफ्ती अब्दुल क़वी के साथ एक सेल्फी भी खिंचवाई थी जिसके बाद सरकारी समिति से क़वी को निलंबित कर दिया गया था। यही नहीं धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने भी मौलवी और कंदील की इस तस्वीर की निंदा की थी। तीन हफ्ते पहले बलोच ने पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री और इस्लामाबाद के वरिष्ठ एसपीको ख़त लिखकर सुरक्षा मुहैया करवाने की गुज़ारिश की थी। बलोच ने कहा था कि उनकी जान खतरे में है और उन्हें फोन कॉल के ज़रिए धमकियां मिलती रहती हैं।


इसी साल टी-20 वर्ल्डकप के दौरान अपने बयानों से बलोच काफी सुर्खियों में रही थीं। खबरें यह भी थीं कि वह रियलिटी शो 'बिग बॉस' के 10वें सीजन में नजर आ सकती हैं। इसी साल 19 मार्च को खेले गए टीम इंडिया और पाकिस्तान के बीच एक मैच में विराट कोहली की शानदार बैटिंग की बदौलत टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की थी। उसके बाद ही बलोच ने विराट के लिए ट्वीट किया था 'विराट बेबी अनुष्का शर्मा ही क्यों?' फीलिंग इन लव।'

10 साल बाद इंटर स्टेट काउंसिल की बैठक, पीएम बोले- राज्य और केंद्र मिलकर चलें

नई दिल्ली (सं.सू.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 11वीं इंटर स्टेट काउंसिल मीटिंग को संबोधित किया। इस मीटिंग में सभी केंद्रीय मंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। मोदी ने कहा कि 'उन्हें खुशी है कि पिछले साल 2015-16 में राज्यों को केंद्र से जो रकम मिली है, वह साल 2014-15 की तुलना में 21 प्रतिशत ज्यादा है।'


PM ने कहा कि 2006 के बाद ये बैठक नहीं हो पाई, लेकिन मुझे खुशी है कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी ने इस प्रक्रिया को फिर से शुरू करने का प्रयास किया।

इसके बाद उन्होंने कहा कि देश में ऐसे मौके कम ही आते हैं जब देश का मुखिया और राज्यों के मुखिया साथ आकर कोई काम करें। लेकिन विकास तभी संभव है जब सभी राज्य और केंद्र सरकार मिलकर काम करें।

पीएम मोदी ने बैठक के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर कहा कि 'वाजपेयी जी कहते थे कि भारत जैसे बड़े देशों में वाद-विवाद, बहस योजनाओं को प्रभावित करती हैं।' इसके बाद पीएम ने कहा कि स्वामी विवेकानंद कहते थे कि शिक्षा का मकसद है चरित्र का निर्माण, अपनी बौद्धिक शक्ति को बढ़ाना, ताकि खुद के पैरों पर खड़ा हुआ जा सके।

    आपसी विमर्श से हम न सिर्फ केंद्र-राज्य रिश्तों को मजबूत करेंगे बल्कि देश के नागरिकों के बेहतर भविष्य को भी सुनिश्चित करेंगे: PM Modi
    — PMO India (@PMOIndia) July 16, 2016

    डॉ अम्बेडकर ने कहा था कि सामाजिक सुधार का मार्ग, स्वर्ग जाने जितना मुश्किल है। सामाजिक सुधार की राह में दोस्त कम, आलोचक ज्यादा मिलते हैं: PM
    — PMO India (@PMOIndia) July 16, 2016

    CAMPA कानून में बदलाव के जरिए बैंक में रखे हुए करीब 40 हजार करोड़ रुपए को भी राज्यों को देने का प्रयास किया जा रहा है: PM
    — PMO India (@PMOIndia) July 16, 2016

    पिछले एक साल में वे देश भर की पाँच आंचलिक परिषदों की बैठक बुला चुके हैं। इसका ही नतीजा है कि आज हम सभी यहां इकट्ठा हुए हैं: PM Modi
    — PMO India (@PMOIndia) July 16, 2016

पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियों और उनसे कैसे निपट सकते हैं, कैसे एक-दूसरे का सहयोग कर सकते हैं। इस पर आज चर्चा होनी चाहिए। मोदी बोले की आंतरिक सुरक्षा को तब तक मजबूत नहीं किया जा सकता, जब तक इंटेलिजेंस शेयरिंग पर फोकस न हो। मोदी बोले की हर समय अलर्ट और अपडेटेड रहने की जरूरत है।

Friday, July 15, 2016

भारत ने पाकिस्तान को दिखाया आईना तो बुलाया बंद

श्रीनगर (सं.सू.)। कश्मीर मुद्दे पर हर मोर्चे पर लगातार मुंह के खाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पागलपन की हद तक पहुंचे पाकिस्तानी कैबिनेट ने कश्मीर के कथित हालात के खिलाफ ‘काला दिवस’ मनाने का फैसला किया है। 19 जुलाई को यह दिवस पाकिस्तान की ओर से मनाया जाएगा। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही यूएन में कश्मीर मुद्दे पर दखलअंदाजी के प्रयास में भारत के जवाब से पाकिस्तान की किरकिरी हुई है।

भारत ने कश्मीर घाटी में हो रही हिंसा को पाकिस्तान से रणनीति के तहत मिल रहे समर्थन के मद्देनजर कहा है कि पाकिस्तान ऐसा देश है जो दूसरों की जमीन पर कब्जा जमाना चाहता है।

आतंकवाद को नीतिगत तौर पर इस्तेमाल करता है और संयुक्त राष्ट्र की सूची में शामिल आतंकवादियों को पनाह देता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने बुधवार को मानवाधिकार पर एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान वही देश है जो मानवाधिकार हनन के अपने लंबे रिकार्ड की वजह से मानवाधिकार परिषद की सदस्यता हासिल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन जुटाने में विफल रहा है।

उन्होंने कहा, पाकिस्तान ऐसा देश है कि जो आतंकवादियों का गुणगान करता है और संयुक्त राष्ट्र की सूची में शामिल आतंकवादियों को पनाह देता है। वह ऐसा देश है जो मानवाधिकारों और आत्म निश्चय के लिए समर्थन जुटाने के प्रयासों का ढोंग करता है। पाकिस्तान ने कश्मीर घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने का मुद्दा उठाया जिसके बाद अकबरुद्दीन की यह कड़ी टिप्पणी आयी है। पाकिस्तान की दूत मलीहा लोधी ने बुरहान को ‘कश्मीरी नेता’ और उसकी मौत को ‘गैर कानूनी’ बताया।

भारतीय दूत ने कहा कि पाकिस्तान के स्वार्थी प्रयासों को संयुक्त राष्ट्र में या किसी अन्य मंच पर कोई समर्थन नहीं मिलेगा। भारत को विविधता वाले, अनेकवादी और सहिष्णु समाज बताते हुए श्री अकबरुद्दीन ने कहा कि कानून, लोकतंत्र और मानवाधिकार के प्रति देश की प्रतिबद्धता उसके मूल सिद्धांतों में है।

उन्होंने कहा, हम बातचीत और सहयोग के जरिए सभी मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। बुरहान वानी की मौत के बाद  से ही भारत और पाकिस्तान के बीच वाकयुद्ध चल रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने वानी की मौत को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया और सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने भी इसकी निंदा की। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान से उसके अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप न करने के लिए कहा है।


लड़की देख चलती बाईक पर हस्तमैथुन करनेवाला गिरफ्तार

मुम्बई (सं.सू.)। मंगलवार को मुंबई में दो लड़कियों के सामने एक अजीब और बेहद घटिया हरकत हुई। मगर इस हरकत का जवाब इन लड़कियों ने ट्वीट के जरिए दिया।

सोशल मीडिया का इस्तेमाल सिर्फ लोगों से जुड़ने और पर्सनल फोटो शेयर के लिए नहीं है, इसे आप अपनी सुरक्षा और सहयोग के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं। मुंबई पुलिस ट्विटर पर काफी एक्टिव रहती है। इसके ट्विटर हैंडल से ना सिर्फ फनी तरीके से लोगों को जागरुक किया जाता है, बल्कि ट्विटर पर होने वाली कंप्लेंट और mentions पर भी ये तुरंत एक्शन लेते हैं।

मंगलवार को मुंबई में दो लड़कियों के सामने एक अजीब और बेहद घटिया हरकत हुई। मगर इस हरकत का जवाब इन लड़कियों ने ट्वीट के जरिए दिया। दरअसल एक बाइक सवार ऑटो में बैठी इन दो लड़कियों का पीछा कर रहा था। बाइक चलाते हुए यह शख्स इन दोनों लड़कियों की तरफ देख रहा था और साथ में हस्तमैथुन कर रहा था।


हालांकि इन दो बहादुर लड़कियों ने शख्स की इस बेहूदा हरकत को कैमरे में कैद कर लिया। इस तस्वीर को उन लड़कियों की एक दोस्त ने मुंबई पुलिस के ट्विटर हैंडल पर tweet कर दिया। पुलिस ने तुंरत इस पर एक्शन लिया और तीन घंटे के अंदर इस शख्स को ढूंढ निकाला। फोटो के अलावा लड़कियों ने उस शख्स की बाइक का नंबर भी नोट कर लिया था। जिसके आधार पर पुलिस ने RTO डीटेल के जरिए इस शख्स को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान बांद्रा में रहने वाले 35 साल के रियास लियाकत कुरैशी के रूप में हुई है।


पिछले साल भी ऐसी ही एक हरकत देखने को मिली थी, जब गोपाल बाल्मीकि नाम के एक व्यक्ति पर अमेरिकी महिला के सामने ऐसी हरकत करने के आरोप लगे थे। हालांकि गोपाल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। गोपाल का कहना था कि वह सिर्फ पेशाब कर रहा था, जिसे देख महिला को गलत फहमी हो गई होगी।