Sunday, November 1, 2015

विमान गिराने का आईएस का दावा ग़लत-मिस्र

काहिरा (सं.सू.)। रूस और मिस्र के अधिकारियों ने इस्लामिक स्टेट के इस दावे का खंडन किया है कि सिनाई प्रायद्वीप में गिरे रूसी विमान के उसके लड़ाकों ने गिराया था।

शनिवार को हुई इस विमान दुर्घटना में सभी 224 यात्री मारे गए थे। इस बीच रूस के जांचकर्ता मिस्र में विमान के गिरने के कारणों का पता लगाने के लिए पहुँच गए हैं।

लेकिन एमिरेट्स, एयर फ्रांस और लुफ़्तहांसा एयरलाइंस ने दुर्घटना का कारण स्पष्ट होने तक सिनाई प्रायद्वीप के ऊपर से उड़ान नहीं भरने का फ़ैसला किया है।

मिस्र के प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुत संभव है कि यह हादसा तकनीकी कारणों से हुआ है। रूस के परिवहन मंत्री ने भी आईएस के दावे का खंडन किया है।

इस बीच विमान के सह पायलट सर्गेई त्रुकाचेव की पत्नी नताल्या त्रुकाचेवा ने कहा है कि उनके पति ने विमान की तकनीकी हालत पर चिंता जताई थी। नताल्या ने रूस के सरकारी चैनल एनटीवी से कहा कि विमान के शर्म अल शेख से उड़ान भरने से पहले उनकी बेटी ने अपने पिता से फ़ोन पर बात की थी जिसमें सर्गेई ने कहा था कि विमान की तकनीकी हालत ठीक नहीं है।

एयरबस ए-321 विमान शर्म अल शेख से रूस के सेंट पीटर्सबर्ग के लिए उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद गिर गया था। दुर्घटनाग्रस्त विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स मिल गए हैं जिससे हादसे के कारण का सही पता लगने की उम्मीद बढ़ गई है।

मिस्र के परिवहन मंत्री होसाम कमाल का कहना है कि विमान के गिरने से पहले एसओएस कॉल नहीं की गई थी। उड़ान के दौरान आपात स्थिति में विमान का पायलट ये कॉल करता है।

शुरुआती ख़बरों में कहा जा रहा था कि विमान के पायलट ने आपात स्थिति में विमान उतारने की अनुमति मांगी थी।

No comments:

Post a Comment