Friday, December 11, 2015

आतंकी हेडली का खुलासा, लश्कर की फिदायीन हमलावर थी इशरतजहां

मुंबई (सं.सू.)। लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने अहमदाबाद में पुलिस मुठभेड़ में मारी गई इशरतजहां के बारे में बड़ा खुलासा किया है। कोलमैन हेडली ने एनआईए टीम को बताया कि इशरत जहां लश्कर-ए-तैयबा की आत्मघाती हमलावर थी। आतंकी डेविड कोलमैन हेडली ने यह खुसाला एनआईए टीम की शिकागो दौरे के समय किया।

2004 में इशरतजहां के मुठभेड़ पर गुजरात के तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह और गुजरात पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे थे। हेडली के इस खुलासे के बाद इस मुद्दे पर चल रही राजनीति पर विराम लग सकता है। इशरत जहां के साथ मुठभेड़ में दो और आतंकी मारे गए थे जो पाकिस्तानी मूल के थे।

लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने अहमदाबाद में पुलिस मुठभेड़ में मारी गई इशरतजहां के बारे में बड़ा खुलासा किया है।

वहीं मुंबई की एक अदालत ने लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली को माफी दे दी और उसे 26-11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में सरकारी गवाह बनाया। यह घटनाक्रम पाकिस्तान में हमलों के लिए रची गई साजिश की सचाई सामने लाने में मददगार हो सकता है।

न्यायाधीश जी ए सनप ने कहा कि आरोपी डेविड हेडली ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 307 के तहत माफी की मांग की थी..हेडली इस मामले में अभियोजन पक्ष का गवाह होगा। हेडली आठ फरवरी, 2016 को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर गवाही देगा। अदालत ने यह भी कहा कि माफी इस शर्त पर दी जा रही है कि वह ‘हर तथ्य’ का खुलासा करेगा।

फिलहाल मुंबई आतंकी हमलों में अपनी भूमिका को लेकर अमेरिका में 35 साल कैद की सजा काट रहे हेडली ने एक अदालत में एक अज्ञात स्थान से वीडियो लिंक के माध्यम से कहा कि वह माफी दिए जाने पर गवाही देने को तैयार है। विशेष सरकारी अभियोजक उज्ज्वल निकम ने अदालत को बताया कि अभियोजन पक्ष हेडली की पेशकश से सहमत है, जिसके बाद न्यायाधीश जी ए सनप ने हेडली को कुछ शर्तों के साथ सरकारी गवाह बना दिया और उसे माफी दे दी।

हेडली ने इससे पहले आज शाम अदालत में कहा था कि मुझे अदालत में मेरे खिलाफ दाखिल आरोपपत्र मिला है। इसमें मुझ पर वही आरोप लगाये गये हैं जिसके लिए अमेरिका में मुझ पर आरोप लगाये गये हैं। मैंने अमेरिका में अपना गुनाह कबूल किया था और मैंने स्वीकार किया था कि मैं इन आरोपों में सहभागी था।

हेडली ने कहा कि मैंने अमेरिका में माफी के लिए सरकारी गवाह बनने की अपनी याचिका में उन अपराधों में अपनी भूमिका कबूल की थी। मैंने इस अदालत में गवाह के तौर पर खुद को उपलब्ध कराने पर भी सहमति जताई थी। अगर मुझे इस अदालत से माफी मिल जाती है तो मैं इन घटनाक्रम से जुड़े सवालों का जवाब देने के लिए यहां उपलब्ध हूं। अदालत ने 18 नवंबर को कहा था कि हेडली को 10 दिसंबर को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जरूर पेश किया जाना चाहिए। अदालत ने उसे आरोपी बनाने की मुंबई पुलिस की याचिका को मंजूर कर लिया था।

पुलिस ने कहा था कि उस पर हमलों के प्रमुख साजिशकर्ता सैयद जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबू जंदल के साथ मुंबई की अदालत द्वारा मुकदमा चलाया जाना चाहिए। पुलिस की अर्जी में यह भी संज्ञान लिया गया कि हेडली ने 2010 में अमेरिकी अधिकारियों के साथ माफी देने के लिए सरकारी गवाह बनने का समझौता किया था और स्वेच्छा से इस बात को उसने कबूल किया कि वह मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हुए हमलों की साजिश में शामिल था जिनमें 166 लोग मारे गए थे।

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