चंडीगढ़ (सं.सू.)। सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के लैंड डील मामले का खुलासा करने वाले आईएएस अशोक खेमका को हरियाणा सरकार ने प्रमोशन करके प्रधान सचिव बना दिया है। खेमका अपने तबादलों और कुछ खुलासों को लेकर चर्चा में रहे हैं। खेमका ने हरियाणा में कांग्रेस की सरकार होते हुए सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा का नाम गलत तरीके से जमीन खरीद मामले में लिया था।
वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील मामले में को हुड्डा सरकार में चार्जशीट किए गए आईएएस अशोक खेमका को राहत मिल गई है। भाजपा सरकार ने उनके खिलाफ चार्जशीट रद्द कर दी थी। खेमका पर आरोप था कि अक्टूबर 2012 में आईजी रजिस्ट्रेशन के पद पर तैनाती के समय उन्होंने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए वाड्रा-डीएलएफ डील का म्यूटेशन रद्द कर दिया था।
काफी समय से प्रमोशन टलने के चलते खेमका ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा था। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ने उनको आश्वाासन दिया था कि इनकी बातों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। इसके बाद नए वर्ष पर शुक्रवार को हरियाणा सरकार ने खेमाक सहित इन सात अफसरों को सचिव से प्रधान सचिव पर पदोन्नति दे दी। खेमका 1991 बैच के आईएएस हैं।
खेमका के साथ विनीत गर्ग, अनिल मलिक , श्रीकांत वालगद, जी अनुपमा, एके सिंह और अभिलक्ष्य लिखी का भी पदोन्नति मिली है और उन्हें भी सचिव से प्रधान सचिव बनाया गया है।
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