Saturday, January 16, 2016

स्टार्टअप इंडिया एक्शन प्लान में PM मोदी ने की योजनाओं की बौछार


नई दिल्ली (सं.सू.)। युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और जमीनी स्तर पर उन्हें सुविधाएं जुटाने में सहायता करने लिये केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'स्टार्ट अप इंडिया' का शनिवार को आगाज हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में योजना की विधिवत शुरुआत कर इसका एक्शन प्लान लॉन्च किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के लिये स्टार्ट अप्स के लिये कई योजनाओं की घोषणा की।

श्री मोदी ने कहा कि स्टार्ट अप योजना से संबंधित कुछ पहलुओं को हमने सामने रखा है। आगे भी हम कई नये-नये प्रावधान लाते रहेंगे। स्टार्ट अप की ओर कदम बढ़ाने वाले सभी लोगों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।

- हम देश में स्टार्ट अप फेस्टिवल की परंपरा शुरू करना चाहते हैं।

- वैश्विक स्तर पर पहचाने बनाने लायक स्टार्ट अप्स को सरकार 10 करोड़ रुपये की मदद देगी

- 'अटल इनोवेशन मिशन' की शुरुआत होगी

- महिला उद्यमियों की संख्या भी बढ़ रही है, सरकार इस पर भी योजना बनाने का प्रयास करेगी।

- तीन साल के लिये मुनाफे को इनकम टैक्स से मुक्ति दी जाएगी।

- इसी तरह वित्तीय संसाधनों की वृद्धि के लिये कैपिटल गैन टैक्स की छूट देना चाहते हैं।

- स्टार्ट अप्स के लिये अगले चार वर्षों में हर साल 500 करोड़ रुपये के साथ आपके लिये क्रेडिट गारंटी स्कीम लाएंगे।

- वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये 10 हजार करोड़ा डेडिकेटेड फंड दिया जाएगा।

- स्टार्ट अप की फीस में 80 फीसदी कम होगी। सरकारी खरीद में स्टार्ट अप को छूट मिलेगी।

- हम जीरो डिफेक्ट और जीरो इफेक्ट पर काम करेंगे

- भारत में नये को मौका ना देने की प्रथा प्रचलित है। काम शुरू करने से पहले टर्न ओवर या अनुभव के बारे में पूछा जाता है।

- 1 अप्रैल से स्टार्ट अप का फॉर्म मोबाइल एप्लीकेशन पर उपलब्ध होगा। साथ ही आईपीआर स्कीम भी लॉन्च की जाएगी

- इस क्षेत्र में काम करने वाले वकील बहुत कम हैं और जो हैं वो महंगे हैं।

- भारत के सभी प्रमुख शहरों में कॉमर्स चैंबर होना चाहिये, हम इसके लिये निशुल्क व्यवस्था हो सके।

- हमें आईपी और वायपी (यूथ प्रॉपर्टी) को मिलाना है।

- अब तीन साल तक कोई निरीक्षण नहीं होगा।

- 'मेक इन इंडिया' और 'मेक फॉ़र इंडिया' भी है

- यदि देश के लिये कुछ करने का सपना भी हम लेकर चलें तो हम बहुत कुछ कर सकते हैं।

- भारत के पास करोड़ों समस्याएं हैं, लेकिन मुझे भरोसा है कि समस्याओं से दस गुना दिमाग हमारे पास है। हर स्टार्टअप के पीछे किसी समस्या के समाधार का इरादा होना चाहिये। किसी की जिंदगी में आने वाले बदलाव से संतोष मिलता है।

- उन्होंने बताया कि साइबर सिक्योरिटी आज दुनिया की सबसे बड़ी चिंता है। क्या भारत इस क्षेत्र में काम कर सकता है।

- भारत की युवा शक्ति पर जोर देते हुए मोदी ने कहा- हम सबसे ज्यादा युवा आबादी वाले देश हैं।

- हैंडीक्राफ्ट उत्पादों के लिये भी एप्लीकेशन तैयार करना चाहिये, ताकि इससे निर्माण करने वाले से सीधे कनेक्टिविटी मिलेगी।

- स्टार्टअप की दुनिया सिर्फ तकनीकी से नहीं इसके अलावा भी बहुत कुछ किया जा सकता है।

- युवाओं को नौकरी ढूंढने की मानसिकता से बाहर निकलना होगा और नौकरी देने की मानसिकता को अपनाना होगा।

- आईटी के दायरे से बाहर निकल कर भी इनोवेशन करना होगा। भारत जैसा 'जुगाड़' दुनिया में कहीं नहीं मिलेगा। लेकिन जुगाड़ से सिर्फ अपनी समस्या का समाधान ढूंढा जाता है, सबके लिये समाधान पर काम करना होगा।

- बड़ी मात्रा में अनाज, फल-फूल, सब्जियां खराब हो जाती हैं, हमें ऐसी टेक्नोलॉजी पर ध्यान देना होगा जिससे इनका संरक्षण किया जा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो दुनियाभर में करोड़ों लोगों का पेट भर जाएगा।

- किसी के लिये जो दर्द होता है, जो हमें दुआ देने की ताकत दे या ना दे हमारे भीतर ऐसी अवस्था पैदा करती है जो करोड़ों लोगों की समस्या हल कर देता है, वही स्टार्ट अप की नींव बनता है।

- स्टार्ट अप करने वालों की सफलता जोखिम लेने की क्षमता और कुछ नया साहस दिखाने के इरादे से मिलता है।

- मोदी ने सुनाई भारत की खोज करने वाले कोलंबस का उदाहरण देते हुए कहा कि दुनिया को लगता है ये पागल है, लेकिन जो करता है वही जानता है कि क्या करना है

- विचारों के साथ जुट जाना जरूरी होता है, ऐसा करने वाले ही एक दिन कमाल करते हैं।

- आपको यह बताना है कि हमें क्या नहीं करना है। 70 साल में हमने बहुत कुछ किया है और हम कहां पहुंचे। इस बार न करने का निर्णय करें तो ये लोग 10 साल में देश को कहां पहुंचाएंगे।

- चाय बेचने वाला मोदी कुछ कर पाए या ना कर पाए, लेकिन देश के करोडो़ं नौजवान कुछ करे यह मेरी उम्मीद हैः पीएम

- कार्यक्रम में आए युवा उद्यमियों ने अपने विचार रखते हुए कहा कि इस देश की समस्याओं का समाधान वैश्विक या विदेशी कंपनियों की बजाय हम खुद ही करेंगे, क्योंकि हमें यहां कि समस्याओं के बारे में ज्यादा अच्छे से पता है। हमें 'डिजाइन इन इंडिया, मेड फॉर वर्ल्ड' के सिद्धांत पर चलना होगा।

- 'स्टार्ट अप इंडिया अभियान' से बदलेगा भारत, यह नये विचारों की शुरुआत हैः अरुण जेटली

- अमेरिका के सिलिकॉन वेली स्थित स्टार्ट अप कंपनियों का 48 सदस्यीय प्रतिनिधमंडल भी रहे मौजूद

इससे पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी स्टार्ट अप अभियान का स्वागत करते हुए कहा कि यह बहुत पहले ही होना चाहिए था। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि इस देरी के लिए मैं भी जिम्मेदार हूं क्योंकि मैं भी काफी समय तक प्रशासन में रहा हूं।  भारत को अगले 10-15 वर्षों तक 10 फीसदी की दर से विकास करने की जरूरत है ताकि देश को गरीबी रेखा से ऊपर लाया जा सके और शिक्षा, स्वास्थ्य, ढांचागत सुविधा और नौकरियों जैसी न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।

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