नई दिल्ली (सं.सू.)। जवाहर लाल नेहरू विवि में देशद्रोह की वारदात और उनके समर्थन में देश तोड़ने वाली शक्तियों के खड़े होने के विरोध में 'सेव द कंट्री', 'मार्च फॉर नेशन पीपुल फॉर नेशन' के तत्वावधान में विरोध रैली का आयोजन किया गया।
इस विरोध प्रदर्शन में 15 से अधिक रिटार्यड जनरल स्तर के सैन्य अधिकारी, बड़ी संख्या में राष्ट्रवादी पत्रकार, साहित्यकार व बुद्धिजीवी, आरडव्ल्यूए के पदाधिकारी और अपने देश पर मर मिटने के जज्बे से ओत-प्रोत लोग शामिल हुए।
रविवार सुबह साढ़े 10 बजे सभी राजघाट पर एकत्रित होकर यहां से मार्च पास्ट करते हुए जंतर-मंतर पहुंच रहे हैं, यहां एक सभा को संबोधित किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान कॉलोनी में कुछ लोगों ने जेएनयू नारेबाजी का गुस्सा बसों पर उतारा। कुछ बसों के शीशे भी तोड़ दिए।
कार्यक्रम के आयोजक चंद्र वाधवा और वरिष्ठ पत्रकार मार्कण्डेय पांडेय ने कहा कि ताज्जुब और घोर निराशा की बात है कि सरेआम देश के टुकड़े करने का नारा लगाने वालों के समर्थन में तथाकथित बुद्धिजीवियों का एक वर्ग खड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि यह वहीं लोग हैं जो देश में असहिष्णुता का हौव्वा खड़ा कर अपना उल्लू सीधा करने का प्रयास कर रहे थे। ऐसे लोगों के विरोध में खड़ा होकर विरोध करना समय की मांग है। उन्होंने कहा, हम भारत के देश-प्रेमी गद्दारों का जमकर प्रतिरोध करेंगे।
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