सीवान (सं.सू.)। एक बार फिर से आरजेडी में शहाबुद्दीन 'राज' की वापसी हो रही है। जेल में रहते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया था। पत्रकार हत्याकांड में नाम सामने आने के बाद भी आरजेडी ने शहाबुद्दीन का बचाव किया था।
अब उनकी पत्नी हिना शहाब को एमएलसी बनाने की तैयारी है। सूत्रों की माने तो लालू प्रसाद यादव ने इस नाम पर मुहर लगा दी है। सूबे कि प्रस्तावित विधान परिषद की सात सीटों पर चुनाव के पहले राजद के प्रत्याशियों के चयन को लेकर अधिकृत किये गए सुप्रीमो लालू यादव ने रामचंद्र पूर्वे और हीना शहाब को विधान परिषद् भेजने का मन बना लिया है। हीना शहाब की पैरवी नीतीश सरकार में राजद कोटे के दो मंत्री कर रहे हैं। इनमें से एक का कद पार्टी में बड़ा है।
कुछ दिन पहले सीवान जेल में जाकर आरजेडी के मंत्री अब्दुल गफ्फूर ने शहाबुद्दीन से मुलाकात भी की थी। वहीं, आरजेडी के कद्दावर नेता प्रभुनाथ सिंह भी शहाबुद्दीन के पक्ष में बताए जा रहे हैं। प्रभुनाथ भी कई बार जाकर जेल में शहाबुद्दीन से मुलाकात की है।
सूत्रों की माने तो अगर बड़ा फेरबदल नहीं हुआ तो शहाबुद्दीन की पत्नी का राजद की ओर से 24 मई को नामांकन करेंगी। वैसे विधान परिषद के लिए पहला नाम राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे का है। पूर्वे की वरीयता व पार्टी के प्रति समर्पण, विश्वसनीयता को देखते हुए माना जा रहा है कि उनके नाम पर कोई किंतु-परंतु नहीं है। विधायकों की संख्या के हिसाब से राजद के हिस्से में करीब पांच सीटें आने वाली हैं।
हिना शहाब को आरजेडी ने दो बार लोकसभा चुनाव का भी टिकट दिया है। पर उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि इस बार शहाबुद्दीन परिवार पर लालू मेहरबान दिख रहे हैं। ऐसे में तय माना जा रहा है कि 24 को हिना शहाब एमएलसी पद के लिए नामंकन करेंगी।
अब उनकी पत्नी हिना शहाब को एमएलसी बनाने की तैयारी है। सूत्रों की माने तो लालू प्रसाद यादव ने इस नाम पर मुहर लगा दी है। सूबे कि प्रस्तावित विधान परिषद की सात सीटों पर चुनाव के पहले राजद के प्रत्याशियों के चयन को लेकर अधिकृत किये गए सुप्रीमो लालू यादव ने रामचंद्र पूर्वे और हीना शहाब को विधान परिषद् भेजने का मन बना लिया है। हीना शहाब की पैरवी नीतीश सरकार में राजद कोटे के दो मंत्री कर रहे हैं। इनमें से एक का कद पार्टी में बड़ा है।
कुछ दिन पहले सीवान जेल में जाकर आरजेडी के मंत्री अब्दुल गफ्फूर ने शहाबुद्दीन से मुलाकात भी की थी। वहीं, आरजेडी के कद्दावर नेता प्रभुनाथ सिंह भी शहाबुद्दीन के पक्ष में बताए जा रहे हैं। प्रभुनाथ भी कई बार जाकर जेल में शहाबुद्दीन से मुलाकात की है।
सूत्रों की माने तो अगर बड़ा फेरबदल नहीं हुआ तो शहाबुद्दीन की पत्नी का राजद की ओर से 24 मई को नामांकन करेंगी। वैसे विधान परिषद के लिए पहला नाम राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे का है। पूर्वे की वरीयता व पार्टी के प्रति समर्पण, विश्वसनीयता को देखते हुए माना जा रहा है कि उनके नाम पर कोई किंतु-परंतु नहीं है। विधायकों की संख्या के हिसाब से राजद के हिस्से में करीब पांच सीटें आने वाली हैं।
हिना शहाब को आरजेडी ने दो बार लोकसभा चुनाव का भी टिकट दिया है। पर उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि इस बार शहाबुद्दीन परिवार पर लालू मेहरबान दिख रहे हैं। ऐसे में तय माना जा रहा है कि 24 को हिना शहाब एमएलसी पद के लिए नामंकन करेंगी।
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