Thursday, May 12, 2016

अंगुलीमाल से वाल्मीकि बनने की चाहत में भारत दर्शन पर हैं नीतीश- रामकृपाल

अंगुलीमाल से वाल्मीकि बनने की चाहत में भारत दर्शन पर हैं नीतीश- रामकृपाल
पटना (सं.सू.)। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री रामकृपाल यादव ने जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी का बिगुल फूंके जाने तथा शराबबंदी को लेकर उनके देश भ्रमण पर कटाक्ष करते हुए आज आरोप लगाया कि शराबबंदी के नाम पर अंगुलीमाल से वाल्मीकि बनने की चाहत में मुख्यमंत्री भारत दर्शन यात्रा पर हैं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का चुनावी बिगुल फूंकते हुए नीतीश कुमार द्वारा कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किए जाने पर, रामकृपाल ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सवाल किया, ‘नीतीश को काशी जाने की इतनी हड़बड़ी क्यों थी? शास्त्रों के अनुसार लोग काशी कब और क्यों जाते हैं? यह जरुर पता होगा जदयू के नेताओं को। अभी तो बिहार में पांच साल का शासन पूरा करना। अभी से राजनीतिक मोक्ष की प्राप्ति की बेचैनी कैसी?’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘नीतीश ने जीवन भर धकेलने पर चलने वाली गाड़ी पर बैठ कर राजनीतिक यात्रा की। हमेशा वैशाखी के सहारे सत्ता में बने रहे और आज भी वैसे (राजद और कांग्रेस के सहारे) ही सत्ता में बने हुए हैं और चले हैं नरेंद्र मोदी को चुनौती देने।’ पाटलीपुत्र संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद रामकृपाल ने आरोप लगाया कि शराबबंदी के नाम पर नीतीश कुमार अंगुलीमाल से वाल्मीकि बनने की चाहत में भारत दर्शन यात्रा पर हैं।

अगर शराबबंदी उनका राजनीतिक एजेंडा था और वह गांधीवादी सिद्धांत के अनुनायी थे तो 2005 में सत्ता में आते ही बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू क्यों नहीं की? उन्होंने आरोप लगाया, ‘उस समय नीतीश ने सत्ता में आते ही शराब से प्राप्त राजस्व को 300 करोड़ रूपए से बढ़ाकर 4,000 करोड़ रूपए से अधिक करने हेतु उत्पाद नीति में बदलाव किया। न्यूनतम बिक्री कोटा से अधिक बेचने पर कम एक्साइज डयूटी का प्रावधान कर शराब को गांव-गांव बिकवाया, नौजवानों की पूरी नस्ल को बर्बाद किया। बिहार में पुस्तकालय नहीं खुले पर मदिरालय जरुर खोल दिए गए। अब सत्तर चूहे खाकर बिल्ली हज को चली है।’

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