ईटानगर (सं.सू.)। सरकार के चीन से लगती सीमा पर अतिक्रमण में कमी के दावों
के बीच चीनी सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश में एक बार फिर घुसपैठ की है।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, चीन के करीब 250 जवानों ने चार दिन पहले अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग जिले में प्रवेश किया।
खबरों के मुताबिक 9 जून को कामेंग जिले के यांगत्से में घुसपैठ की गई। चीनी सैनिक चार दलों में बंटे थे और ये लगभग तीन घंटे तक भारतीय सीमा में रहे। हालांकि भारतीय सैनिकों के विरोध के बाद चीन के जवान वापस अपनी सीमा में चले गए।
चीन अरुणाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्से पर अपना दावा करता रहा है। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चीन से लगती सीमा का निर्धारण नहीं होने के कारण कई बार चीन के सैनिक भारतीय क्षेत्र में चले आते हैं लेकिन भारतीय सैनिकों के विरोध के बाद वे वापस चले जाते हैं। पूर्वोत्तर क्षेत्र में चीनी सेना के भारतीय सीमा के अतिक्रमण की इस वर्ष यह पहली घटना है। यह अतिक्रमण राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हाल की चीन यात्रा के पन्द्रह दिन के अंदर हुआ है।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, चीन के करीब 250 जवानों ने चार दिन पहले अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग जिले में प्रवेश किया।
खबरों के मुताबिक 9 जून को कामेंग जिले के यांगत्से में घुसपैठ की गई। चीनी सैनिक चार दलों में बंटे थे और ये लगभग तीन घंटे तक भारतीय सीमा में रहे। हालांकि भारतीय सैनिकों के विरोध के बाद चीन के जवान वापस अपनी सीमा में चले गए।
चीन अरुणाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्से पर अपना दावा करता रहा है। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चीन से लगती सीमा का निर्धारण नहीं होने के कारण कई बार चीन के सैनिक भारतीय क्षेत्र में चले आते हैं लेकिन भारतीय सैनिकों के विरोध के बाद वे वापस चले जाते हैं। पूर्वोत्तर क्षेत्र में चीनी सेना के भारतीय सीमा के अतिक्रमण की इस वर्ष यह पहली घटना है। यह अतिक्रमण राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हाल की चीन यात्रा के पन्द्रह दिन के अंदर हुआ है।
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