Wednesday, June 15, 2016

50 साल से कचरे में दबा था प्राचीन कुंड, मिला नया जीवन

मथुरा (सं.सू.)। उज्ज्वल ब्रज के भागीरथ प्रयास से राधाकुंड क्षेत्र में विगत 50 साल से कचरे के ढेर में दबे शिवोखर कुंड से साफ पानी की जलधारा फूट पड़ी है। सिर्फ साफ पानी की जलधारा ही नहीं, इसमें निकली मिट्टी भी यमुना सेंड के बराबर की गुणवत्ता वाली है। अब इस मिट्टी को भी गोवर्धन परिक्रमा में उन स्थानों पर बिखेरा जाएगा, जहां कंकड़-पत्थर ज्यादा हैं।
गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में विगत लंबे समय से साफ-सफाई और अन्य जनसुविधाओं के क्षेत्र में अनवरत कार्य कर रही उज्ज्वल ब्रज संस्था ने एक लुप्तप्राय: कुंड को पुनर्जीवन दिया है। राधाकुंड क्षेत्र में शिवोखर कुंड के नाम से तीन एकड़ में एक प्राचीन कुंड था, जो कालांतर में कचरा डाले जाने के कारण गंदगी के ढेर में दब गया था।
उज्ज्वल ब्रज ने इस कुंड की 29 मई से खुदाई प्रारंभ कराई। उज्जवल ब्रज के सचिव अनंत शर्मा ने बताया कि इस कुंड से निकली मिट्टी को गोवर्धन परिक्रमा में बिछाया जा रहा है, ताकि परिक्रमार्थियों को चलने में परेशानी न हो। पूंछरी से जतीपुरा आदि हिस्सों में जहां कंकड़-पत्थर ज्यादा हैं, वहां इस मिट्टी को पहुंचाया जा रहा है।

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