Friday, July 15, 2016

भारत ने पाकिस्तान को दिखाया आईना तो बुलाया बंद

श्रीनगर (सं.सू.)। कश्मीर मुद्दे पर हर मोर्चे पर लगातार मुंह के खाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पागलपन की हद तक पहुंचे पाकिस्तानी कैबिनेट ने कश्मीर के कथित हालात के खिलाफ ‘काला दिवस’ मनाने का फैसला किया है। 19 जुलाई को यह दिवस पाकिस्तान की ओर से मनाया जाएगा। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही यूएन में कश्मीर मुद्दे पर दखलअंदाजी के प्रयास में भारत के जवाब से पाकिस्तान की किरकिरी हुई है।

भारत ने कश्मीर घाटी में हो रही हिंसा को पाकिस्तान से रणनीति के तहत मिल रहे समर्थन के मद्देनजर कहा है कि पाकिस्तान ऐसा देश है जो दूसरों की जमीन पर कब्जा जमाना चाहता है।

आतंकवाद को नीतिगत तौर पर इस्तेमाल करता है और संयुक्त राष्ट्र की सूची में शामिल आतंकवादियों को पनाह देता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने बुधवार को मानवाधिकार पर एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान वही देश है जो मानवाधिकार हनन के अपने लंबे रिकार्ड की वजह से मानवाधिकार परिषद की सदस्यता हासिल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन जुटाने में विफल रहा है।

उन्होंने कहा, पाकिस्तान ऐसा देश है कि जो आतंकवादियों का गुणगान करता है और संयुक्त राष्ट्र की सूची में शामिल आतंकवादियों को पनाह देता है। वह ऐसा देश है जो मानवाधिकारों और आत्म निश्चय के लिए समर्थन जुटाने के प्रयासों का ढोंग करता है। पाकिस्तान ने कश्मीर घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने का मुद्दा उठाया जिसके बाद अकबरुद्दीन की यह कड़ी टिप्पणी आयी है। पाकिस्तान की दूत मलीहा लोधी ने बुरहान को ‘कश्मीरी नेता’ और उसकी मौत को ‘गैर कानूनी’ बताया।

भारतीय दूत ने कहा कि पाकिस्तान के स्वार्थी प्रयासों को संयुक्त राष्ट्र में या किसी अन्य मंच पर कोई समर्थन नहीं मिलेगा। भारत को विविधता वाले, अनेकवादी और सहिष्णु समाज बताते हुए श्री अकबरुद्दीन ने कहा कि कानून, लोकतंत्र और मानवाधिकार के प्रति देश की प्रतिबद्धता उसके मूल सिद्धांतों में है।

उन्होंने कहा, हम बातचीत और सहयोग के जरिए सभी मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। बुरहान वानी की मौत के बाद  से ही भारत और पाकिस्तान के बीच वाकयुद्ध चल रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने वानी की मौत को मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया और सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने भी इसकी निंदा की। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान से उसके अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप न करने के लिए कहा है।


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