Saturday, July 2, 2016

हैदराबाद से गिरफ्तार संदिग्ध IS आतंकियों को कानूनी मदद देंगे असदुद्दीन ओवैसी

हैदराबाद (सं.सू.)। मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन यानी एमएआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि उनकी पार्टी चार दिन पहले हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए पांच संदिग्ध आतंकियों को कानूनी मदद देगी। ओवैसी ने ये भी कहा है कि वो इस मामले में एक सीनियर वकील से मशविरा कर रहे हैं।
यहां की मक्का मस्जिद में ओवैसी ने शुक्रवार को कहा- "जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनके फैमिली मेंबर्स मेरे पास आए थे। मैंने उनसे वादा किया है कि मेरी पार्टी उन लोगों को कानूनी तौर पर मदद जरूर करेगी।"  हैदराबाद के इस सांसद के मुताबिक, "उन्होंने इस बारे में नामपल्ली के सीनियर क्रिमिनल लॉयर अब्दुल अजीम से सलाह ली है।"
स्पीच के दौरान ओवैसी ने साफ किया कि वो आतंकवाद का समर्थन नहीं करते, लेकिन केंद्र इस मामले में दोहरा रवैया अपनाता है। उन्होंने कहा कि मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस और अजमेर ब्लास्ट केस को लेकर केंद्र सरकार का स्टैंड सॉफ्ट है। उन्होंने कहा कि आईएस कातिलों और रेपिस्टों का संगठन है और उसका इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है। ओवैसी ने कहा- "मैं अल्लाह से दुआ मांगता हूं कि ये आतंकी संगठन खत्म हो जाए। उन्होंने ये भी कहा कि मुस्लिम हमेशा से इस देश के लिए वफादार रहे हैं।" ओवैसी ने नरेंद्र मोदी को चैलेंज किया कि वो हरियाणा के उन मुस्लिमों के बारे में भी बोलें, जिन्हें गाय चोरी के आरोप में गोबर खिलाया गया। उन्होंने ऐसा करने वालों को कायर और जोकर करार दिया। सांसद ने कहा कि वहां तो बीजेपी की सरकार है, क्या मोदी इसकी निंदा नहीं करेंगे। आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा?
विदित हो कि खुफिया इनपुट के बाद नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने पिछले बुधवार को हैदराबाद के अगल-अलग इलाकों से आईएस के 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद 6 लोगों को छोड़ दिया गया, लेकिन दो कम्प्यूटर इंजीनियर भाइयों समेत 5 को अरेस्ट कर लिया गया। एनआईए की जांच में ये सामने आया कि सस्पेक्ट्स ने घर के किचन और बेसमेंट में एक्सप्लोसिव छिपाया था। ये सभी सीरिया में बैठे आईएस के एक हैंडलर के टच में थे। भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए संदिग्धों को 15 से 20 लाख रुपए और लैपटॉप दिए गए थे। मोहम्मद इब्राहिम याजदानी हैदराबाद में आईएस मॉड्यूल का खास चेहरा है। वह बीटेक कर चुका है और इंजीनियर है। अपने भाई इलियास और रिजवान के साथ वह कई संदिग्धों से एक मस्जिद में मुलाकात करता था। ये लोग रमजान के दौरान मंदिर में गोमांस फेंककर दंगा कराना चाहते थे।
आईएसआईएस के 5 सस्पेक्ट पेरिस-ब्रसेल्स हमले जैसे धमाके भारत में करना चाहते थे। छापे के दौरान उनके पास ट्राइएसिटोन ट्राइपरऑक्साइड (TATP) मिला। भारत में इस खतरनाक एक्सप्लोसिव के मिलने का ये पहला मामला है। इन सस्पेक्ट्स के निशाने पर पुलिस स्टेशन, मंदिर, पब्लिक प्लेसेस और वीवीआईपी थे। पिछले साल पेरिस और इस साल ब्रसेल्स एयरपोर्ट पर हमले के दौरान इसी केमिकल का यूज हुआ था।

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