Friday, December 4, 2015

इ्स्लाम को शांतिप्रिय संप्रदाय मानता था कैलिफोर्निया का हमलावर फारुख


न्यूयार्क (सं.सू.)। अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित सैन बर्नाडिनो में कुछ हमलावरों ने बुधवार को एक कम्युनिटी सेंटर पर अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 लोग घायल हो गए। पुलिस ने हमलावरों के नाम सैयद रिजवान फारुख और तश्फीन मलिक (27) बताए हैं। तश्फीन फारुख के साथ रिलेशनशिप में थी। दोनों पाकिस्तानी मूल के बताए जा रहे हैं। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि हमला आतंकी कार्रवाई भी हो सकती है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।

जानकारी के मुताबिक, एफबीआई एजेंट्स ने हमले के बाद मुठभेड़ में मारे गए हमलावर कपल सैयद फारुख और तश्फीन मलिक के घर से बड़ी तादाद में हथियार बरामद किए हैं। उन्‍हें इनके घर से 12 पाइप बम और 5 हजार गोलियां मिली हैं। सिटी पुलिस चीफ जैरोड बर्गुआन ने बताया कि फायरिंग में इस्तेमाल की गईं चारों गन लीगल तरीके से खरीदी गई थीं। हमलावर सैयद के अपने सहयोगी से झगड़े की बात भी सामने आ रही है।

जांच में यह भी सामने आया है कि हमलावर का अपने एक यहूदी सहयोगी के साथ झगड़ा हुआ था। जिस व्‍यक्ति के साथ उनका झगड़ा हुआ था उसका नाम निकोलस थालासिनोस है। बताया जा रहा है कि धर्म परिवर्तन की बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। फारुख इस्लाम को शांतिप्रिय धर्म बता रहा था और कह रहा था कि अमेरिकी इस्लाम को नहीं समझते। पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि की है। उनके मुताबिक, फारुख का कम्‍युनिटी सेंटर में पार्टी के दौरान झगड़ा हुआ था और वह गुस्से में पार्टी बीच में ही छोड़कर निकल गया था।

सैयद फारुख का कोई क्राइम रिकॉर्ड नहीं मिला ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक एफबीआई शूटिंग केस की जांच टेरर अटैक के एंगल से भी कर रही है। सेंटर फॉर ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड रोबोटिक्स (CAIR) की डायरेक्टर लॉरा जे नेलसन ने एक ट्वीट में बताया कि फारुख और उसकी पार्टनर तश्फीन अपने 6 महीने के बच्चे को बुधवार सुबह मां के पास छोड़कर गए थे। दोनों ने डॉक्टर से अप्वाइंटमेंट की बात कही थी, लेकिन वहां से दोनों कम्युनिटी सेंटर पहुंचे और फायरिंग शुरू कर दी। इसी सेंटर में हुई पार्टी में फारुख का झगड़ा हुआ था।

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