Friday, June 17, 2016

अमेरिकी सीनेट से मिली भारत के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने को मंजूरी

वॉशिंगटन (सं.सू.)। अमेरिकी सीनेट ने खतरे का विश्लेषण, सैन्य सिद्धांत, सुरक्षा बलों की योजना, साजो-सामान संबंधी सहयोग और खुफिया सूचना संग्रह तथा विश्लेषण के मकसद से भारत के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने के एक कदम को स्वीकृति प्रदान क दी है। राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए)-2017 के तहत भारत के साथ सैन्य आदान-प्रदान को स्वीकृति देना नामक शीषर्क के संशोधन पर सीनेट में ध्वनिमत से सहमति जताई गई है। इस सप्ताह की शुरूआत में सीनेट ने एनडीएए को 13 के मुकाबले 85 मतों से पारित किया था।

सीनेटर जॉन सुलिवन ने यह संशोधन पेश किया और सीनेटर जॉप कोर्नी एवं मार्क वार्नर ने इसका सह-प्रायोजन किया। कोर्नी और वार्नर सीनेटर मार्क किर्क के साथ ‘सीनेट इंडिया कॉकस’ की सह-अध्यक्षता करते हैं। पारित सीनेट विधेयक में रक्षा मंत्री से कहा गया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि भारत-अमेरिका सहयोग इतने उचित स्तर पर हो कि विश्लेषण, सैन्य सिद्धांत, सुरक्षा बलों की योजना, साजो-सामान संबंधी सहयोग और खुफिया सूचना संग्रह तथा विश्लेषण, तरकीबों, तकनीकों एवं प्रक्रियाओं और मानवीय सहयोग एवं आपदा राहत के लिए दोनों देशों की सेना के बीच संपर्क को बढ़ाया जा सके।

अमेरिकी सीनेट ने खतरे का विश्लेषण, सैन्य सिद्धांत, सुरक्षा बलों की योजना, साजो-सामान संबंधी सहयोग और खुफिया सूचना संग्रह तथा विश्लेषण के मकसद से भारत के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने के एक कदम को स्वीकृति प्रदान की है।

दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने और साझा सैन्य अभियानों में संपर्क को प्रोत्साहित करने के लिए पारित विधेयक में कहा गया है कि रक्षा मंत्री को यह सुनिश्चित करने के लिए ‘उचित कदम’ उठाना चाहिए कि भारत और अमेरिका की सरकारों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों एवं वरिष्ठ असैन्य रक्षा अधिकारियों के बीच संपर्क सुनिश्चित हो सके।

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