मुंबई (सं.सू.)। महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने पद से
इस्तीफा दे दिया है। उन पर गलत तरीके से जमीन लेने और दाऊद इब्राहिम से
संपर्क करने का आरोप था। जानकारी के अनुसार खड़से ने सीएम देवेंद्र फड़णवीस
से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपा। खड़से फड़णवीस मंत्रीमंडल में सबसे सीनियर
मंत्री थे। वे सीएम पद के दावेदार भी थे। मोदी सरकार के सत्ता में आने
के बाद भाजपा सरकारों से ये पहला इस्तीफा है जो भ्रष्टाचार के आरोपों के
चलते दिया गया।
पार्टी का मानना है कि जमीन खरीदने के मामले में अनुचित तरीका अपनाया गया। तीन एकड़ का यह प्लॉट एमआईडीसी ने अधिग्रहित कर रखा था। खड़से पर आरोप है कि उन्होंने कौडि़यों के दाम में इसे खरीद लिया। इसे खड़से की पत्नी मंदाकिनी और दामाद गिरीश चौधरी के नाम पर 3।75 करोड़ रुपये में खरीदा गया, जबकि इस बाजार में कीमत 30 करोड़ है। खड़से का कहना था कि उन्होंने जमीन प्राइवेट पार्टी से खरीदी और बाजार दर से स्टांप ड्यूटी दी थी।
इससे पहले गुरुवार रात को सीएम फड़णवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर खड़से के मामले में जानकारी दी थी। विपक्षी पार्टियां खड़से के इस्तीफे की मांग को लेकर लगातार दबाव बनाए हुए थी। आप, कांग्रेस और एनसीपी ने इस मुद्दे पर फड़णवीस सरकार पर लगातार हमले बोले।
पार्टी का मानना है कि जमीन खरीदने के मामले में अनुचित तरीका अपनाया गया। तीन एकड़ का यह प्लॉट एमआईडीसी ने अधिग्रहित कर रखा था। खड़से पर आरोप है कि उन्होंने कौडि़यों के दाम में इसे खरीद लिया। इसे खड़से की पत्नी मंदाकिनी और दामाद गिरीश चौधरी के नाम पर 3।75 करोड़ रुपये में खरीदा गया, जबकि इस बाजार में कीमत 30 करोड़ है। खड़से का कहना था कि उन्होंने जमीन प्राइवेट पार्टी से खरीदी और बाजार दर से स्टांप ड्यूटी दी थी।
इससे पहले गुरुवार रात को सीएम फड़णवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर खड़से के मामले में जानकारी दी थी। विपक्षी पार्टियां खड़से के इस्तीफे की मांग को लेकर लगातार दबाव बनाए हुए थी। आप, कांग्रेस और एनसीपी ने इस मुद्दे पर फड़णवीस सरकार पर लगातार हमले बोले।
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