नई दिल्ली (सं.सू.)। पीएम मोदी की टीम में मंगलवार को 19 चेहरों को शामिल किया गया, जिसमें यूपी से 3, राजस्थान से 3, गुजरात से 3, एमपी से 3, महाराष्ट्र से 2, उत्तराखंड से 1, पश्चिम बंगाल से 1, दिल्ली से 1, असम से 1 और कर्नाटक से 1 सांसद को मंत्री बनाया गया। केंद्र में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार प्रकाश जावडेकर को प्रमोट करके कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। मंगलवार को शपथ लेने के बाद इन मंत्रियों ने पीएम मोदी से मुलाकात की। बैठक में पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जश्न मनाने के बजाय संसद सत्र के लिए तैयार रहें।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में इन नए चेहरों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली समेत कई वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहे।
मोदी टीम में नए चेहरे
1- फगन सिंह कुलस्ते- राज्य मंत्री के तौर पर शपथ, एमपी के मंडला से सांसद हैं। वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे हैं। नोट के बदले वोट कांड में जेल जा चुके हैं।
2- एस एस अहलूवालिया- राज्य मंत्री के तौर पर शपथ, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से भाजपा सांसद हैं। पहली बार लोकसभा सदस्य हैं, 1995 में मंत्री रह चुके हैं। अहलूवालिया पी वी नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुके हैं और इन्हें शब्दों को तौलकर बोलने के लिए पहचाना जाता है।
3- रमेश चंदप्पा- राज्य मंत्री के तौर पर शपथ, कर्नाटक के बीजापुर से भाजपा सांसद हैं। कनार्टक में भाजपा का दलित चेहरा माने जाते हैं। 5 बार से लोकसभा सांसद हैं।
4- विजय गोयल- राज्य मंत्री के तौर पर शपथ, दिल्ली भाजपा का जाना माना चेहरा हैं और राजस्थान से राज्य सभा सांसद हैं। वाजपेयी सरकार में भी मंत्री रहे हैं।
5- रामदास आठवाले- महाराष्ट्र से रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राज्य सभा सांसद हैं। राजग के सहयोगी हैं। यह दलित चेहरा हैं। पहली बार केंद्र में राज्य मंत्री बने हैं। वह राजग के सहयोगी दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवाले) के अध्यक्ष हैं।
वह राकांपा-कांग्रेस गठबंधन से हटने के बाद से 2011 से ही राजग का हिस्सा हैं। वह फिलहाल राज्यसभा में
6- राजेन गोहने- असम के नगांव से भाजपा सांसद हैं। वहां पर भाजपा को स्थापित करने का श्रेय इनको है। चार बार से सांसद हैं और पहली बार केंद्र में राज्य मंत्री बने हैं।
7- अनिल माधव दवे- एमपी से राज्य सभा सांसद हैं, राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक रहे दवे आठ साल की उम्र में संघ के स्वयंसेवक बने। एक बेहतरीन चुनाव प्रबंधन रणनीतिकार के तौर पर पहचाने जाने वाले दवे 2009 से राज्यसभा सांसद हैं।
8- पुरूषोत्तम भाई रूपाला- गुजरात से राज्य सभा सांसद हैं। मोदी के करीबी माने जाते हैं और वहां के बड़े नेता हैं। राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली।
9- एम जे अकबर- एमपी से राज्यसभा सांसद हैं और जाने माने पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है। साल 1989 से 1991 में बिहार के किशनगंज से कांग्रेस लोकसभा सांसद रहे अकबर ने 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले ही भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामा था।
10- अर्जुनराम मेघवाल- राजस्थान के बीकानेर से भाजपा सांसद हैं, राज्य में दलित चेहरा हैं। राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है। मेघवाल की पहचान सादगी एवं पर्यावरण प्रेमी के रूप में रही है। वह राजस्थान के बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से लगातार दो बार सांसद चुने गए हैं तथा इससे पूर्व वे भारतीय प्रसाशनिक सेवा के अधिकारी रहे थे।
11- जसवंत सिंह भाभोर- गुजरात के दाहोद के सांसद हैं, आदिवासी समुदाय के नेता हैं। राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है।
12- महेंद्र नाथ पांडे- यूपी के चंदौली से सांसद हैं और वह राजनाथ सिंह के गृह जिले से आते हैं। पहली बार केंद्र में राज्य मंत्री बने हैं। पांडे राज्य के पूर्वी हिस्सों में कद्दावर ब्राह्मण नेता के रुप में जाने जाते हैं। वह पहली बार सांसद बने।
13- अजय टम्टा- उत्तराखंड के उल्मोड़ा से सांसद हैं, भाजपा का दलित चेहरा माने जाते हैं। मोदी सरकार में पहली बार उत्तराखंड से किसी को मंत्री पद मिला है। वह राज्य मंत्री बनाए गए हैं। वह 12वीं पास हैं।
14- कृष्णा राज- यूपी के शाहजहांपुर से भाजपा सांसद हैं। वह यूपी में भाजपा की दलित नेता हैं। राज्य मंत्री बनाया गया है। पढ़ाई के समय से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की समर्थक रहीं हैं। 2014 में शाहजहांपुर (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र से उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता मिथिलेश कुमार को हराया था।
15- मनसुख मंडाविया- गुजरात से राज्यसभा के सांसद हैं। राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है।
16- अनुप्रिया सिंह पटेल- यूपी के मिर्जापुर से अपना दल की सांसद हैं और राजग की सहयोगी हैं। कुर्मी नेता सोनेलाल पटेल की बेटी हैं। राज्य मंत्री बनाई गई हैं। पिता की मृत्यु के बाद अक्टूबर 2009 में उन्हें अपना दल का महासचिव बनाया गया। उनकी मां कृष्णा पटेल दल की अध्यक्ष बनीं।
17- सी आर चौधरी- राजस्थान के नागौर से पहली बार सांसद बने हैं। उनको राज्य मंत्री बनाया गया है। नागौर के सांसद सी आर चौधरी मोदी चौधरी काफी समय तक अजमेर में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट तथा अन्य कई पदों पर रहे एवं अपनी व्यवहार कुशलता के कारण काफी लोकप्रिय रहे।
19- डॉ सुभाष रामराव भामरे- महाराष्ट्र के धुले से पहली बार सांसद बने हैं। कैंसर रोग विशेषज्ञ हैं। राज्य मंत्री बनाए गए हैं।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में इन नए चेहरों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली समेत कई वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहे।
मोदी टीम में नए चेहरे
1- फगन सिंह कुलस्ते- राज्य मंत्री के तौर पर शपथ, एमपी के मंडला से सांसद हैं। वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे हैं। नोट के बदले वोट कांड में जेल जा चुके हैं।
2- एस एस अहलूवालिया- राज्य मंत्री के तौर पर शपथ, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से भाजपा सांसद हैं। पहली बार लोकसभा सदस्य हैं, 1995 में मंत्री रह चुके हैं। अहलूवालिया पी वी नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुके हैं और इन्हें शब्दों को तौलकर बोलने के लिए पहचाना जाता है।
3- रमेश चंदप्पा- राज्य मंत्री के तौर पर शपथ, कर्नाटक के बीजापुर से भाजपा सांसद हैं। कनार्टक में भाजपा का दलित चेहरा माने जाते हैं। 5 बार से लोकसभा सांसद हैं।
4- विजय गोयल- राज्य मंत्री के तौर पर शपथ, दिल्ली भाजपा का जाना माना चेहरा हैं और राजस्थान से राज्य सभा सांसद हैं। वाजपेयी सरकार में भी मंत्री रहे हैं।
5- रामदास आठवाले- महाराष्ट्र से रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राज्य सभा सांसद हैं। राजग के सहयोगी हैं। यह दलित चेहरा हैं। पहली बार केंद्र में राज्य मंत्री बने हैं। वह राजग के सहयोगी दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवाले) के अध्यक्ष हैं।
वह राकांपा-कांग्रेस गठबंधन से हटने के बाद से 2011 से ही राजग का हिस्सा हैं। वह फिलहाल राज्यसभा में
6- राजेन गोहने- असम के नगांव से भाजपा सांसद हैं। वहां पर भाजपा को स्थापित करने का श्रेय इनको है। चार बार से सांसद हैं और पहली बार केंद्र में राज्य मंत्री बने हैं।
7- अनिल माधव दवे- एमपी से राज्य सभा सांसद हैं, राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक रहे दवे आठ साल की उम्र में संघ के स्वयंसेवक बने। एक बेहतरीन चुनाव प्रबंधन रणनीतिकार के तौर पर पहचाने जाने वाले दवे 2009 से राज्यसभा सांसद हैं।
8- पुरूषोत्तम भाई रूपाला- गुजरात से राज्य सभा सांसद हैं। मोदी के करीबी माने जाते हैं और वहां के बड़े नेता हैं। राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली।
9- एम जे अकबर- एमपी से राज्यसभा सांसद हैं और जाने माने पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है। साल 1989 से 1991 में बिहार के किशनगंज से कांग्रेस लोकसभा सांसद रहे अकबर ने 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले ही भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामा था।
10- अर्जुनराम मेघवाल- राजस्थान के बीकानेर से भाजपा सांसद हैं, राज्य में दलित चेहरा हैं। राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है। मेघवाल की पहचान सादगी एवं पर्यावरण प्रेमी के रूप में रही है। वह राजस्थान के बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से लगातार दो बार सांसद चुने गए हैं तथा इससे पूर्व वे भारतीय प्रसाशनिक सेवा के अधिकारी रहे थे।
11- जसवंत सिंह भाभोर- गुजरात के दाहोद के सांसद हैं, आदिवासी समुदाय के नेता हैं। राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है।
12- महेंद्र नाथ पांडे- यूपी के चंदौली से सांसद हैं और वह राजनाथ सिंह के गृह जिले से आते हैं। पहली बार केंद्र में राज्य मंत्री बने हैं। पांडे राज्य के पूर्वी हिस्सों में कद्दावर ब्राह्मण नेता के रुप में जाने जाते हैं। वह पहली बार सांसद बने।
13- अजय टम्टा- उत्तराखंड के उल्मोड़ा से सांसद हैं, भाजपा का दलित चेहरा माने जाते हैं। मोदी सरकार में पहली बार उत्तराखंड से किसी को मंत्री पद मिला है। वह राज्य मंत्री बनाए गए हैं। वह 12वीं पास हैं।
14- कृष्णा राज- यूपी के शाहजहांपुर से भाजपा सांसद हैं। वह यूपी में भाजपा की दलित नेता हैं। राज्य मंत्री बनाया गया है। पढ़ाई के समय से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की समर्थक रहीं हैं। 2014 में शाहजहांपुर (सुरक्षित) संसदीय क्षेत्र से उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता मिथिलेश कुमार को हराया था।
15- मनसुख मंडाविया- गुजरात से राज्यसभा के सांसद हैं। राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली है।
16- अनुप्रिया सिंह पटेल- यूपी के मिर्जापुर से अपना दल की सांसद हैं और राजग की सहयोगी हैं। कुर्मी नेता सोनेलाल पटेल की बेटी हैं। राज्य मंत्री बनाई गई हैं। पिता की मृत्यु के बाद अक्टूबर 2009 में उन्हें अपना दल का महासचिव बनाया गया। उनकी मां कृष्णा पटेल दल की अध्यक्ष बनीं।
17- सी आर चौधरी- राजस्थान के नागौर से पहली बार सांसद बने हैं। उनको राज्य मंत्री बनाया गया है। नागौर के सांसद सी आर चौधरी मोदी चौधरी काफी समय तक अजमेर में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट तथा अन्य कई पदों पर रहे एवं अपनी व्यवहार कुशलता के कारण काफी लोकप्रिय रहे।
19- डॉ सुभाष रामराव भामरे- महाराष्ट्र के धुले से पहली बार सांसद बने हैं। कैंसर रोग विशेषज्ञ हैं। राज्य मंत्री बनाए गए हैं।
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