Sunday, January 31, 2016

पक्का पुल बनने से बदल जाएगी राघोपुर की तस्वीर


पटना (सं.सू.)। राज्य में गंगा पर आठवें पुल के निर्माण का काम रविवार को शुरू हो गया। कच्चीदरगाह और बिदुपुर के बीच बनने वाले इस पुल के काम का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। इसके लिए राघोपुर के मोहनपुर में रविवार को होने वाले आयोजन में उप मुख्यमंत्री और पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव भी उपस्थिति थे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार के गांव स्मार्ट सिटी से भी सुंदर होंगे। गांवों में वह सारी सुविधाएं होंगी, जिनके लिए लोग शहर जाते हैं। 12वीं से आगे पढ़ाई करने वाले छात्रों को चार लाख का क्रेडिट कार्ड सरकार देगी। राजनीति विकास के लिए होनी चाहिए। राज्य में पांच साल में इतना काम होगा कि विरोधी छाती पीटते रह जाएंगे। वह राघोपुर के मोहनपुर में रविवार को गंगा पर देश के सबसे लंबे छह लेन पुल के निर्माण कार्य का शुभारंभ करने के बाद सभा में बोल रहे थे। इस मौके पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे।

विशेषज्ञों का कहना है कि योजनानुसार 4 सालों में गंगा पर बनने वाला यह नया पुल गांधी सेतु का विकल्प होगा। राज्य सरकार के पैसे से बनने वाला छह लेन का यह पुल राज्य की सबसे बड़ी एकल परियोजना है। नए पुल से राज्य के विकास के कई रास्ते खुलेंगे। उत्तर बिहार के कई शहरों की दूरी पटना से बहुत कम हो जाएगी। गंगापार हाजीपुर के समानांतर बिदुपुर तक एक नया शहर बस जाएगा। इसके अलावा पटना शहर का विकास भी पश्चिमी छोर में तेजी से होगा। कच्ची दरगाह तक का इलाका पूरी तरह कॉमर्शियल हो जाएगा। साथ ही पुराने ट्रांसपोर्ट नगर के एक विकसित रिहायसी इलाके में तब्दील होने की संभावना बढ़ जाएगी।

समस्तीपुर और बेगूसराय सहित कई जिलों के प्रमुख शहरों की दूरी सिमट जाएगी। समस्तीपुर की दूरी तो पटना से मात्र 60 किलोमीटर के आसपास हो जाएगी। अभी वहां जाने के लिए लगभग 90 किलामीटर का रास्ता तय करना पड़ता है। इसी तरह बेगूसराय, दलसिंहसराय और कई दूसरे शहरों की भी दूरी सिमट जाएगी। गांधी सेतु बनने के बाद हाजीपुर का काफी तेजी से विकास हुआ। कई बड़ी संस्थाएं हाजीपुर में खुल गईं। साथ ही हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र में भूखंडों की मांग बढ़ गई। अब नए पुल से हाजीपुर शहर का विकास बिदुपुर तक हो जाएगा। वह पटना का नया सेटेलाइट शहर बनेगा। निर्माण की गतिविधियां तेज होंगी। अभी दक्षिण बिहार के साथ झारखंड इलाके से आने वाले बड़े वहानों को गंगापार करने में बड़ी परेशानी होती है। ट्रांसपोर्ट नगर में बड़े वहनों पर आने वाली निर्माण सामग्री को छोटे-छोटे ट्रकों पर लादकर गंगा पार किया जाता है, क्योंकि गांधी सेतु और मोकामा के राजेन्द्र सेतु दोनों बड़े वाहनों के लिए बंद हैं। इससे माल ढोने में लागत बढ़ जाती है, साथ ही परेशानी भी। नए पुल से माल की कीमत तो घटेगी ही परेशानी कम होने से निर्माण का काम भी तेज होगा।

पुल निर्माण का ठेका कोरिया की कंपनी देवू और भारत की कंपनी एल एंड टी को दिया गया है। लगभग 4988 करोड़ की लागत वाले इस पुल का निर्माण राज्य पथ विकास निगम की देखरेख में हो रहा है। छह लेन वाला यह पुल निर्माण के बाद भारत का सबसे बड़ा नदी सड़क पुल होगा। इस योजना के तहत निर्माण की कुल लंबाई 22.76 किमी है, जिसमें से 9.76 किमी हिस्सा पुल का है।

बिहार में सत्तारूढ़ विधायकों की ‘बहार' में लालू ‘सुपर सीएम'-सुशील मोदी

पटना (सं.सू.)। बिहार की कानून व्यवस्था की स्थिति पर चुटकी लेते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ‘बिहार में बहार हो' के नारे के साथ सत्ता में आने वाली नीतीश कुमार नीत सरकार में राज्य के लोगों के लिए बहार तो नहीं आई, मगर लालू प्रसाद की जरूर आ गई है जो ‘सुपर सीएम' की तरह व्यवहार कर रहे हैं। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार सरकार लालू प्रसाद पर चल रहे एक-एक कर मुकदमे वापस लेती जा रही है वहीं जदयू-राजद विधायकों को कानून हाथ में लेकर मनमानी करने की खुली छूट मिल गयी है। नीतीश के अगर वश में होता तो अब तक चारा घोटाले के तमाम मुकदमों से भी लालू प्रसाद को बरी कर चुके होते।

स्मार्ट सिटी योजना की पहली सूची में बिहार का एक भी शहर के नहीं आ पाने का जिक्र करते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने ‘भाषा' से कहा कि सुशासन एवं विकास के अनन्य प्रतीक बताये गए नीतीश कुमार 10 वर्षों तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे लेकिन राज्य का एक भी शहर स्मार्ट सिटी की पात्रता परीक्षा में पास नहीं हो पाया। बिहार के नामित तीन शहरों को इस बारे में प्रस्ताव भेजना था लेकिन इनमें से एक बुनियादी ढांचे के संबंध में प्रस्ताव भेजने में विफल रहा तो नीतीश कुमार के गृह जिले का मुख्यालय प्रस्ताव ही नहीं भेज पाया। उन्होंने कहा कि अपनी नाकामियों के लिए अपने गिरेबां में झांकने की बजाए सत्तारूढ़ दल के नेता केंद्र पर राजनीतिक भेदभाव का आरोप लगाने में व्यस्त हैं। राज्य में कानून व्यवस्था एवं सही माहौल नहीं होने का आरोप लगाते हुए सुशील मोदी ने कहा कि क्या इस तरह से बिहार में बहार लायी जा रही है जहां सामान्य लोग अपने को सुरक्षित तक महसूस नहीं कर रहे हैं।

राजद अध्यक्ष के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला वापस लेने का जिक्र करते हुए भाजपा नेता ने सवाल किया कि नीतीश कुमार बताएं कि क्या आचार संहिता उल्लंघन के मुकदमे को वापस लेने के पहले उन्होंने चुनाव आयोग से अनुमति ली थी? भाजपा नेता ने इस संदर्भ में हाल ही में लालू प्रसाद सहित 263 लोगों के खिलाफ बिहार बंद के दौरान दर्ज मुकदमे को वापस लेने का भी जिक्र किया। सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं हैं लेकिन उनका आचरण सुपर सीएम की तरह है। कभी वे इंदिरा गांधी चिकित्सा विज्ञान संस्थान का औचक निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं तो कभी किसी अन्य सरकारी काम में दखल देते हैं। लेकिन नीतीश कुमार इसे अनुचित नहीं मानते और ऐसा करके उन्होंने यह जता दिया है कि वह अपनी कुर्सी बचाये रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। ' उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ज्यादा से ज्यादा प्रचार पर जोर दे रहे हैं और इस संदर्भ में उन्होंने गंगा नदी पर कच्ची दरगाह-बिदुपुर के बीच प्रस्तावित छह लेन पुल का विधान सभा चुनाव के ठीक पहले अगस्त में शिलान्यास करने के छह महीने के भीतर एक बार फिर कार्यक्रम आयोजित करने का जिक्र किया। उन्होंने व्यंग्य किया कि क्या सरकार पुल के हर एक पाये का अलग-अलग शिलान्यास करेगी? सरकार को बताना चाहिए कि क्या निर्माण लागत की राशि की व्यवस्था और जमीन का अधिग्रहण हो चुका है? सुशील कुमार मोदी ने कहा कि क्या राज्य सरकार ने कर्मचारी वर्गों के लिए चुनाव के दौरान वादा किये गये नये वेतनमान एवं भत्ते की व्यवस्था की है।

भारत में बनी मेट्रो ट्रेन पर सवारी करेगा आस्ट्रेलिया

नई दिल्ली (सं.सू.)। आस्ट्रेलिया के बनाए जा रहे मेट्रो कोचों की पहली खेप शुक्रवार को मुम्बई बंदगाह से सिडनी के लिए रवाना कर दी गई है। आधिकारिक सूचना के अनुसार, आस्ट्रेलिया के लिए तैयार किए जा रहे इन कोचों का निर्माण वडोदरा में हुआ है। 6 मेट्रो कोच की पहली खेप आस्ट्रेलिया को भेज दी गई है। आस्ट्रेलिया को भेजा गया प्रत्येक कोच 15 फीट लम्बा और 46 टन वजन का है।
गौरतलब है कि आस्ट्रेलिया के लिए 2.50 वर्षों में 450 मेट्रो कोचों को बनाकर निर्यात किया जाना है। मेट्रो कोच को लोड करने के लिए कुशलता की जरूरत है और इन सबको मुंबई पोर्ट ट्रस्ट से लोड किया जा रहा है।

फर्स्ट फ्लाइट कोचिंग संस्थान में छात्रा से छेड़खानी पर हंगामा

हाजीपुर (सं.सू.)। छात्राओं के साथ छेड़खानी के मामले को लेकर शनिवार की सुबह एक शिक्षण संस्थान के छात्राों ने जमकर हंगामा मचाया। संस्थान के उपस्कर को आग के हवाले कर दिया। घटना की सूचना पर पहुंची नगर थाना की पुलिस ने उग्र छात्रों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। घटना को अंजाम देने का आरोपी संस्थान का शिक्षक मौके का फायदा उठाकर भाग निकलने में सफल रहा। नगर थाना में संस्थान की दो छात्राओं ने शिक्षक पर छेड़खानी की घटना को अंजाम देने की शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है।

मिली जानकारी के अनुसार नगर थाना क्षेत्र के रामभद्र मोहल्ला स्थित फस्ट फ्लाइट कोचिंग सेंटर के शिक्षक बिदुपुर गांव निवासी शंभू राय के विरुद्ध कोचिंग में पढ़ने वाली दो छात्राओं ने अपने परिजनों से छेड़खानी करने की बात बतायी थी। दोनों छात्राओं के परिजन शनिवार की सुबह थाना पर अपनी बच्चियों को लेकर पहुंचे तथा घटना की जानकारी दी लेकिन पुलिस ने इसका नोटिस नहीं लिया। बच्चियों के साथ परिजन पुन: वापस घर लौट आये तथा इसकी जानकारी मुहल्ले के लोगों एवं छात्राों को दी। इसके बाद संस्थान के छात्रा तथा मुहल्ले के लोग उग्र हो गये एवं संस्थान पर पहुंचकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया। हंगामा के ही दौरान संस्थान का शिक्षक भाग निकला। शिक्षक के भाग निकलने के बाद लोग उग्र हो गये तथा संस्थान के उपस्कर को आग के हवाले कर दिया। जबकि कुछ बेंच डेस्क को लोगों ने गायब कर दिया।

घटना की सूचना पर पहुंची नगर थाना की पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर हंगामा शांत कराया। दो छात्राओं ने शिक्षक के खिलाफ नगर थाना में शिकायत दर्ज करायी है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है। संस्थान का संचालक आरोपी शिक्षक शंभू राय रंगीन मिजाजी को लेकर हमेशा से विवादों में रहा है। हर मौके पर उन्हें स्थानीय लोग समझा-बुझाकर एवं चेतावनी देकर छोड़ देते थे। शिक्षक भी दोबारा ऐसी गलती नहीं करने का वचन देकर बच निकलता था। लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था। हमेशा वह किसी न किसी विवाद में उलझा रहता था। वह वंशी राय के मकान में काफी लंबे समय से संस्थान चलाते आ रहा था।

बताया गया है कि पहली बार वह लोगों की नजरों में तब आया जब कोचिंग में ही पढ़ने वाली लड़की को लेकर भाग खड़ा हुआ तथा उससे शादी रचा ली। बाद में काफी फजीहत के बाद एवं स्थानीय लोगों की पहल पर मामला सुलझा तथा छात्रा को वापस परिजनों को सौंप दिया। उस वक्त लोगों ने उसे आइंदा ऐसी गलती नहीं करने की हिदायत देकर छोड़ दिया। लेकिन उसने फिर संस्थान में पढ़ने वाली एक लड़की से भगाकर शादी रचा ली। इस बार भी काफी हंगामा मचा लेकिन मामला पंचायत के जरिये सलट गया।

कामदुनी गैंगरेप-मर्डर केस में 3 दोषियों को मृत्युदंड, तीन अन्य को आजीवन कारावास

कोलकाता (सं.सू.)। कामदुनी गैंगरेप-मर्डर केस में स्थानीय अदालत ने तीन दोषियों को मौत की सजा सुनाई है जबकि तीन अन्य को आजीवन कारावास दिया है। अदालत ने शुक्रवार को मामले की सुनवाई करने के बाद सजा की घोषणा आज के लिए टाल दिया था। 

अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश संचिता सरकार ने लड़की से सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में छह लोगों को दोषी ठहराया था। उन्होंने कहा कि वह दलीलों को समाप्त करने के बाद शनिवार को सजा सुनाना चाहती हैं।

दोषियों सैफुल अली और अंसार अली के वकील फिरोज एदुलजी ने अदालत में कहा कि बलात्कार और हत्या के पहले भी ऐसे मामले रहे हैं जिनमें दोषियों को मृत्युदंड के अतिरिक्त अन्य सजा सुनाई गयीं। उन्होंने देश की विभिन्न अदालतों के कुछ फैसलों का उल्लेख किया।

आईपीसी की धाराओं 376 (डी) (सामूहिक दुष्कर्म), 302 (हत्या) और 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत सैफुल अली, अंसार अली और अमीनुल अली को दोषी ठहराया गया। न्यायाधीश ने अन्य तीन- इमानुल इस्लाम, अमीनुल इस्लाम और भोला नास्कर को आईपीसी की धाराओं 376 (डी) (सामूहिक दुष्कर्म), 120बी (आपराधिक षड्यंत्र) और 201 (साक्ष्यों को गायब करना) के तहत दोषी पाया।

सैफुल अली, अंसार अली और अमीनुल अली को जिन धाराओं के तहत दोषी ठहराया गया है, उनके तहत अधिकतम मृत्युदंड की सजा का प्रावधान है, वहीं न्यूनतम संभावित सजा उम्रकैद की है। न्यायाधीश ने कहा था कि अन्य तीन दोषियों को न्यूनतम 20 साल की कैद या अधिकतम उम्रकैद की सजा दी जा सकती है।

रफीकुल इस्लाम और नूर अली के खिलाफ सबूत नहीं होने की वजह से उन्हें बरी कर दिया गया। एक अन्य आरोपी गोपाल नास्कर की पिछले साल अगस्त में मुकदमा चलने के दौरान मृत्यु हो गयी।

कोलकाता से करीब 50 किलोमीटर दूर उत्तर 24-परगना जिले के कामदुनी में सात जून, 2013 को यह घटना घटी जब घर लौट रही 21 वर्षीय कॉलेज छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और उसकी नृशंस हत्या कर दी गयी। वह परीक्षा देकर लौट रही थी।

चकसिकंदर डाकघर से 60 लाख की चोरी

चकसिकंदर (सं.सू.)। बिदुपुर थाना क्षेत्र के चकसिकंदर बाजार स्थित डाकघर से चोरों ने पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए शुक्रवार की रात ताला काटकर साठ लाख रुपये के राष्ट्रीय बचत पत्र सहित रेवन्यु टिकट और नगद राशि की चोरी कर ली। चोरी की इस बड़ी घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है। चोरी की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच मामले की जांच की। चोरी की इस बड़ी घटना में अब तक कोई सुराग पुलिस के हांथ नहीं लगी है। चकसिकंदर बाजार में डाकघर संजय कुमार के तीन मंजिला मकान के ग्राउंड फ्लोर में स्थित है। जबकि ऊपर के मंजिल पर मकान मालिक का परिवार रहता है। डाकघर के मुख्य द्वार सहित अन्य कमरों के चार तालों को काटकर चोरों ने साठ लाख रुपये के राष्ट्रीय बचत पत्र की चोरी कर ली। जब शनिवार की सुबह स्थानीय लोग एवं मकान मालिक उठे तो डाकघर के मुख्य द्वार का ताला कटा देखकर हतप्रभ रह गये। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। जब तक पुलिस एवं डाक कर्मी डाकघर नहीं पहुंचे कोई अंदर जाने का साहस नहीं जुटा पाया।

चोरी की घटना के संबंध में पोस्टमास्टर श्रीराम सिंह ने बताया कि वे तीन दिनों से प्रशिक्षण में थे। उन्होंने अपना प्रभार सुरेश कुमार अग्रवाल को दिया था। डाकघर का प्रहरी भी अवकाश पर था। चोरों ने सुरक्षा प्रहरी के छुट्टी पर रहने का फायदा उठाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया। शुक्रवार को 6 लाख रुपये में से 4 लाख 70 हजार रुपये वितरण के बाद शेष बचे थे। साथ ही साथ स्टांप बिक्री के दो हजार रुपये भी बाक्स में था। हालांकि कैश चोरी की मामले की अधिकारिक पुष्टी नहीं की गयी है। चोरी की घटना की जांच करने पहुंचे अवर निरीक्षक दीपक कुमार दीप ने बताया कि प्रथम दृष्टया एजेंट पार शक की निगाह है। क्योंकि प्रत्येक सप्ताह शुक्रवार को गार्ड छुट्टी पर रहता था। इसकी जानकारी केवल डाककर्मी और एजेंट को ही है। पोस्टमास्टर श्रीराम सिंह ने कैश चोरी की घटना से इनकार किया। उन्होंने बताया कि 60 लाख रुपये के एनएससी, 576 रुपये के रेवन्यु टिकट, 116 रुपये के बीआरएस टिकट सहित नगद 600 रुपये चोरी होने की बात बतायी गयी है। प्राथमिकी दर्ज किए जाने की कार्रवाई चल रही है।

Saturday, January 30, 2016

नहीं टूटेगा हाजीपुर का वासुदेव मंदिर,निकली बीच की राह

हाजीपुर (सं.सू.)। नगर थाना क्षेत्र के बागमली स्थित वासुदेव मंदिर को तोड़ने और बचाने को लेकर बीते 26 जनवरी की रात हुए बवाल के बाद इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासनिक स्तर पर पहल शुरू की गयी। डीएम-एसपी ने बारी-बारी से दोनों पक्षों से वार्ता की। पुन: शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम-एसपी की मौजूदगी में परिवादी पक्ष और मोहल्ले के गणमान्य और बुद्धजीवियों की बैठक हुई। बैठक के दौरान दोनों पक्ष के लोगों के बीच मंदिर का जीर्णोद्धार कर रास्ता बनाने पर सहमति बनी। मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 15 सदस्यीय कमेटी भी गठित की गयी। साथ ही सदर एसडीओ व नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी ने कमेटी के सदस्यों के साथ मंदिर स्थल का निरीक्षण किया। रविवार से मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य भी शुरू हो जायेगा। परिवादी पक्ष ने मंदिर के जीर्णोद्धार पर आने वाले खर्च के वहन की जिम्मेवारी ली है। इसके बदले मंदिर की उत्तरी दीवार हटा दी जाएगी जिससे परिवादी पक्ष अपने घर आ-जा सके। इस पूरे प्रकरण में मुजफ्फरपुर जिला में पदस्थापित इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिंह ने प्रशासन व दोनों पक्षों के लोगों को एक मंच पर लाने में काफी सराहनीय भूमिका रही।

26 जनवरी की रात हुए बवाल और हाईकोर्ट द्वारा एक माह के अंदर मंदिर विवाद का हल निकालने के सख्त आदेश के बाद प्रशासनिक स्तर पर वार्ता के जरिये इसके समाधान की पहल शुरू की गयी। सबसे पहले 27 जनवरी को हाईकोर्ट में अपील दायर करने वाले कैलाश ठाकुर के साथ डीएम-एसपी ने वार्ता की। इसके बाद 28 जनवरी को पुन: डीएम-एसपी ने मोहल्ले के गणमान्य व बुद्धिजीवियों के साथ बैठक कर इस समस्या के समाधान पर चर्चा की। 1दोनों पक्षों से अलग-अलग वार्ता के बाद शनिवार को दोनों पक्षों के लोगों के साथ डीएम-एसपी ने बैठक कर समस्या का समाधान निकाला। साथ ही मंदिर के जीर्णोद्धार के 15 सदस्यीय कमेटी का गठन करते हुए अधिवक्ता शंभु गुप्ता को कंवेनर की जिम्मेवारी सौंपी गयी। मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य बबलू साव की देखरेख में होगा जबकि कैलाश ठाकुर ने मंदिर के जीर्णोद्धार का सारा खर्च वहन करने की जिम्मेवारी ली है।

पटना हाईकोर्ट ने बागमली निवासी कैलाश ठाकुर की अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए सड़क पर से अविलंब मंदिर हटाने का निर्देश दिया था। मंदिर नहीं हटाये जाने पर पटना हाईकोर्ट ने वैशाली डीएम रचना पाटिल व नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी हिमानी को जमकर फटकार लगायी थी। कोर्ट ने 20 जनवरी को आदेश का अनुपालन करते हुए उसकी रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया था कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद मंदिर को नहीं हटाया जा रहा है जिससे आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। 20 जनवरी को मंदिर तोड़ने में सफलता नहीं मिलने पर पुन: 25 जनवरी को मामले की सुनवाई करते हुए वैशाली डीएम व नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता को फटकार लगाते हुए बिहार के मुख्य सचिव, गृह सचिव एवं नगर विकास के प्रधान सचिव को कोर्ट में तलब करते हुए 27 जनवरी की तिथि निर्धारित की गयी थी। इसी आदेश के आलोक में 26 जनवरी को भारी संख्या में पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अधिकारी मंदिर तोड़ने गये थे। लेकिन लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया तथा रात्रि में पुलिस पर पथराव कर कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था। सरकार के अनुरोध पर 27 जनवरी को कोर्ट ने जिला प्रशासन को एक माह का मोहल्लत दिया था।

डीएम रचना पाटिल, एसपी राकेश कुमार की मौजूदगी में हुई बैठक में सदर एसडीओ रवींद्र कुमार, नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी के अलावे अपीलकर्ता कैलाश ठाकुर और नगर परिषद की पूर्व सभापति रमा निषाद, पूर्व उपसभापति विजय कुमार तथा अधिवक्ता शंभु गुप्ता, पातेपुर महंत विश्वमोहन दास, प्रो. ललन सिंह, प्रभु साह, बबलू साव, दीपक चौधरी आदि शामिल थे।

केंद्र ने कहा-चीन से युद्ध जैसे हालात के चलते लगाया अरुणाचल प्रदेश में राष्‍ट्रपति शासन

नई दिल्ली (सं.सू.)। अरुणाचल प्रदेश में राष्‍ट्रपति शासन लगाए जाने को लेकर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में सफाई दी है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश किए एफिडेविट में सरकार ने कहा, ‘राज्‍य में गंभीर राजनीतिक अस्थिरता’ और ‘युद्ध जैसे हालात’, जिसकी वजह से चीन की ओर से खतरा बना हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने 27 जनवरी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।

‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट में पेश किए गए एफिडेविट में गवर्नर जेपी राजखोवा की राष्ट्रपति को भेजी 6 रिपोर्ट्स का हवाला भी दिया है। इन रिपोर्ट्स में उन कारणों को बताया गया है, जिसके चलते प्रेसिडेंट रूल लगाया गया। गृह मंत्रालय की ओर से पेश एफिडेविट के मुताबिक, अरुणचल प्रदेश के बड़े हिस्‍से पर चीन अपना हक जताता आया है। इस क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए वह लंबे समय से घुसपैठ कर कोशिश करता रहा है। राज्‍य में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता बनी रहे, इसलिए राष्‍ट्रपति शासन लगाया गया है। इसके अलावा एफिडेविट में यह भी कहा गया है कि राज्‍य में कानून-व्‍यवस्‍था लगभग खत्‍म हो गई है। मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होनी है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से राष्‍ट्रपति शासन लगाए जाने के फैसले को कांग्रेस ने अदालत में चुनौती दी है। केजरीवाल, जेडीयू समेत दूसरी पार्टियों ने भी इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है।

क्‍या है पूरा मामला

अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के 42 में से 21 विधायक बागी हो गए हैं। 16-17 दिसंबर को सीएम नबाम टुकी के कुछ विधायकों ने बीजेपी के साथ नो कॉन्फिडेंस मोशन पेश किया था, जिसमें सरकार की हार हुई। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस सरकार असेंबली भंग करने के मूड में नहीं थी और जोड़-तोड़ की तमाम कोशिशें करने में लगी हुई थी। पूर्व सीएम नबाम टुकी के कहा कि अरुणाचल के लोग इस फैसले से नाराज हैं। उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट में न्‍याय मिलेगा। बीते रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुई कैबिनेट मीटिंग में इस पर चर्चा हुई थी। बाद में, राष्‍ट्रपति शासन की सिफारिश को राष्‍ट्रपति के पास भेज दिया गया था। गृह मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को राष्‍ट्रपति से मिले थे और उन्हें बताया था कि केंद्र ने अरुणाचल में क्यों राष्‍ट्रपति शासन की सिफारिश कर ही है।

अरुणाचल प्रदेश की असेंबली में कुल 60 सीटें हैं। 2014 में हुए इलेक्शन में कांग्रेस को 42 सीटें मिली थीं। बीजेपी के 11 और पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश (PPA) को पांच सीटें मिलीं। पीपीए के 5 एमएलए कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद सरकार के पास कुल 47 एमएलए हो गए। लेकिन मौजूदा हालात में सीएम टुकी के पास सिर्फ 26 विधायकों का ही समर्थन है। सरकार बचाने के लिए कांग्रेस को कम से कम 31 विधायकों का समर्थन चाहिए।

थाने में हाजिर हुए विधायक,ड्राइवर और लड़की,रहस्य गहराया

पटना/मसौढ़ी (सं.सू.)। मसौढ़ी से गुरुवार को अगवा युवती निधि शुक्रवार की शाम अपने प्रेमी के साथ एसएसपी मनु महाराज के समक्ष हाजिर हुई। सचिवालय थाने में पुलिस के समक्ष हुई गवाही में उसने स्वीकारा कि उसे बिक्रम के विधायक सिद्धार्थ ने नहीं उठाया, बल्कि वह अपनी मर्जी से  उनके ड्राइवर और प्रेमी पंकज के साथ गयी थी। युवती ने वाराणसी के राजघाट के श्री यमुनेश्वर आश्रम (ट्रस्ट) में विवाह करने की बात कही और विवाह से संबंधित दस्तावेज दिखाये।

उसने अपने आपको बालिग बताया। इसके बाद उसने अपने परिजनों पर ही प्रताड़ित करने और अधेड़ के हाथों बेचने का आरोप मढ़ दिया। लेकिन युवती को जब देर शाम मसौढ़ी थाने लाया गया, तो खुलासा हुआ कि ड्राइवर पंकज भी शादीशुदा है और दो बच्चों का बाप है। उसकी पत्नी सिंधु उसके साथ उसके घर नौबतपुर के सोहरा में ही रहती है। पंकज और सिंधु की शादी वर्ष 2009 में ही हो चुकी है और सिंधु का मायका आरा के सिमरा में है। पंकज के पिता कौशल सिंह किसान हैं।

इधर युवती निधि के पिता अभय सिंह अपने बयान पर कायम है। उन्होंने विधायक पर लगाये गये अपने आरोपों को एक बार फिर दोहराया। बताया कि मेरे सामने ही घर से बेटी को अगवा किया गया था। इसके बाद मैंने विधायक व बेटी के संबंधों से जुड़े साक्ष्य भी प्रस्तुत किये। वहीं, इस मामले में एक स्वयंसेवी संस्था ने सिविल कोर्ट में परिजन व पुलिस द्वारा प्रताड़ित किये जाने संबंधित परिवाद भी दाखिल किया है। उनका यह भी कहना है कि विधायक को बचाने के लिए शादी का नाटक रचा गया है।

मसौढ़ी के थानाध्यक्ष अरुण कुमार अकेला ने बताया कि युवती ने बालिग होने का सर्टिफिकेट पेश किया है। मैट्रिक के प्रमाणपत्र में उसकी उम्र 1.12.97 अंकित है। प्रमाणपत्र में उसका नाम सुधा दर्ज है। घर में उसे लोग निधि के नाम से बुलाते हैं। थानाध्यक्ष के मुताबिक शनिवार को धारा 164 के तहत मसौढ़ी व्यवहार न्यायालय में उसका बयान दर्ज कराया जायेगा।

उसके बाद आगे की प्रक्रिया की जायेगी। बालिग होने की स्थिति में युवती के निर्णय पर ही फैसला लिया जायेगा। हालांकि, शादीशुदा होने की स्थिति में ड्राइवर की मुसीबत बढ़ सकती है। युवती को महिला पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में रात को थाने में ही रखा गया।

Friday, January 29, 2016

एक और गैंग रेप वीडियो के वायरल होने के बाद मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक तनाव

मुजफ्फरनगर (सं.सू.)। पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में एक बार सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया है। ताजा मामला मुजफ्फरनगर की एक महिला के साथ गैंगरेप के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि गैंगरेप की घटना 2013 में हुई थी, जिसका वीडियो हाल ही में वायरल हो गया। दूसरी ओर इस मामले को लेकर क्षेत्र में तनाव बढ़ता जा रहा है। 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों से पहले महापंचायत बुलाने के आरोप में जेल जा चुके बीजेपी नेता वीरेंद्र सिंह ने धमकी दी है कि अगर पुलिस ने सख्‍त कार्रवाई नहीं की तो वह फिर महापंचायत बुलाएंगे। उन्‍होंने महिला के पिता के साथ क्षेत्र के एसएसपी से मुलाकात भी की है। दूसरी ओर एसएसपी केबी सिंह ने स्थिति को गंभीर बताते हुए आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने की बात कही है।

जानकारी के मुताबिक, महिला ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। महिला का आरोप है कि उसकी 2014 में शादी हुई थीं। कुछ लोग उसे ब्‍लैकमेल कर रहे थे और इस मामले की वजह से उसकी शादी टूट गई। पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल टेस्ट कराने के बाद मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर के खतौली पुलिस स्टेशन के अंदर आने वाले एक गांव में दो लोगों ने 32 साल की एक शादीशुदा महिला के साथ गैंगरेप किया। आरोपियों सद्दाम,शाहरूख और रिजवान ने इसका वीडियो बना लिया। वे पीड़ित महिला को ब्लैकमेल कर रहे थे। बताया जा रहा है कि रविवार को वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया गया।

पीडि़त महिला ने ‘इंडियन एक्‍सप्रेस’ से बातचीत में कहा, ‘कुछ लोग मिलकर 3 साल से मेरा शोषण कर रहे थे। इस दौरान उन्‍होंने कई बार मेरा यौनशोषण किया। वीडियो सर्कुलेट करने कर धमकी देकर लड़कों ने मुझसे 50,000 रुपए भी लिए। पिछले महीने इन्‍होंने मुझसे 1 लाख रुपए की डिमांड की थी और जब मैं पैसे नहीं दे पाई तो इन्‍होंने वीडियो वॉट्स एप्‍प पर डाल दिया।’

महिला ने 2013 में हुई गैंगरेप की उस घटना को याद करते हुए बताया, ‘मेरे कॉलेज के पास बस स्‍टॉप पर मुझे इरशाद मिला था। उसने कुछ नशीला पदार्थ देकर मुझे बेहोश कर दिया था। मैं बेहाश थी और जब होश आया तो खुद को होटल के कमरे में पाया, जहां उसने और उसके दोस्‍तों ने मेरे साथ बलात्‍कार किया। उस वक्‍त उन्‍होंने मुझे जाने दिया और अगले दिन बताया कि उन्‍होंने मेरा वीडियो बना लिया है।’

आपको बता दें कि यह मामला उस घटना के ठीक एक सप्‍ताह बाद सामने आया है, जिसमें एक 40 साल की हेल्‍थ वर्कर ने आत्‍महत्‍या कर ली थी, क्‍योंकि उसके साथ किए गए बलात्‍कार का वीडियो वॉट्स एप्‍प पर वायरल हो गया था।

दुनिया में एफडीआई घटा, भारत में 18 महीने में 39 फीसदी बढ़ा

नई दिल्ली (सं.सू.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनियाभर में जब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) घट रहा है, मगर भारत में विगत 18 महीने में 39 फीसदी से अधिक एफडीआई आया है। मोदी ने इकनॉमिक टाइम्स वैश्विक व्यापार सम्मेलन में कहा कि गत 18 महीने में देश में 39 फीसदी अधिक एफडीआई आया, जबकि वैश्विक स्तर पर एफडीआई में गिरावट दर्ज की गई है।

उन्होंने साथ ही कहा कि अभी वैश्विक अर्थव्यवस्था अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है। देश में सुधार को आम आदमी के कल्याण से जोड़े जाने को उचित ठहराते हुए उन्होंने कहा कि वास्तविक सुधार वे हैं, जिनसे आम आदमी का जीवनस्तर सुधरे। मेरा लक्ष्य सुधार से बदलाव लाना है। किसी भी सुधार का सर्वाधिक लाभ गरीबों को मिलना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनियाभर में जब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) घट रहा है, मगर भारत में विगत 18 महीने में 39 फीसदी से अधिक एफडीआई आया है। देश के विकास के लिए देश के नागरिकों के लिए नए अवसर तैयार करने की महत्ता बताते हुए उन्होंने कहा कि नए अवसर महत्वाकांक्षी नागरिकों के लिए ऑक्सीजन के समान होते हैं।

प. बंगाल में हिंदू लड़की को गैंग रेप के बाद टांग पकड़ बीच से फाड़ा


आसनसोल (जामुड़िया) (सं.सू.)। आसनसोल के जामुड़िया में माध्यमिक की एक छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या की जघन्य वारदात से लगातार दूसरे दिन जमकर बवाल हुआ। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर किया। क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गयी है। उधर, केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री और भाजपा सांसद बाबुुल सुप्रियो के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने पुलिस के साथ नोंकझोंक के बीच बुधवार को पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया।             

विदित हो कि चार नंबर वार्ड अंतर्गत ग्वाला पाड़ा निवासी सब्जी विक्रेता की 16 वर्षीय भांजी व माध्यमिक की छात्रा का शव मंगलवार को छह नंबर बाइपास के किनारे स्थित परित्यक्त खदान से बरामद किया गया। लड़की को टांग पकड़ बीचोंबीच फाड़ दिया गया था। वह सोमवार से लापता थी। आरोप है कि बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गयी। पोस्टमार्टम में भी इसकी पुष्टि हुई है। इसके बाद से ही दो समुदायों तथा पुलिस के बीच बुधवार तक लगातार संघर्ष की स्थिति बनी रही। पुलिस ने धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा रखी है। इधर, बुधवार की देर शाम सुप्रियो के नेतृत्व में भाजपा नेता पुलिस आयुक्त कार्यालय में पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) अरविंद दत्ताचौधरी से मिले। पुलिस ने नामजद युवक राजा अंसारी व युवती सवीना परवीन उर्फ शहबाज खातून  को गिरफ्तार किया है।

मृतका की बहन ने बताया कि पीड़िता जामुड़िया बालिका हिंदी विद्यालय में माध्यमिक की परीक्षार्थी थी। उसकी मां जयपुर में रहती है।  पीड़िता ननिहाल में रह कर शिक्षा ग्रहण कर रही थी।  बीते 24 जनवरी को सुबह दस बजे छह नंबर बाइपास इलाके में रहनेवाली तथा उर्दू स्कूल की छात्रा सवीना परवीन उर्फ शहबाज खातून (16) उसे घर से बुला कर ले गयी। उसके बाद से ही पीड़िता घर नहीं लौटी। काफी तलाश करने के बाद भी जब उसका कोई सुराग नहीं मिला तो शाम में परिजन जामुड़िया थाना में शिकायत करने गये। पुलिस अधिकारियों ने यह कह कर वापस कर दिया कि 24 घंटे इंतजार करें। इसके बाद शिकायत दर्ज होगी। 25 जनवरी को थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की गयी। उन्होंने सवीना तथा घर के पास गैरेज संचालक राजा अंसारी पर शक जताया था। 26 जनवरी की सुबह सूचना मिली कि छह नंबर बाइपास स्थित एक परित्यक्त खदान में लड़की का शव तैर रहा है। इसके बाद पुलिस ने शव को खदान से बाहर निकाला। परिजनों ने उसकी पहचान की। इसके बाद से ही तनाव गहराने लगा। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा नेता संतोष सिंह के नेतृत्व में निवासियों ने शव ले जाने से रोका। पुलिस अधिकारी आश्वासन देकर पहले शव को थाना परिसर में ले गये। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। 

परित्यक्त खदान से शव की बरामदगी के बाद से ही दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ता गया। आरोपी अन्य समुदाय के होने के कारण पीड़ित पक्ष को लग रहा था कि पुलिस इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं करेगी। शव को खदान से निकाल कर जब पुलिस जामुड़िया थाना ले जाने लगी तो जामुड़िया मंडल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष  संतोष सिंह के नेतृत्व में निवासियों ने शव रोक दिया।  उन्होंने कहा कि पहले हत्यारों की गिरफ्तारी हो। जामुड़िया थाना प्रभारी संजय चक्रवर्ती ने गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। शव को अंत्यपरीक्षण के लिये ले जाने के समय भी थाना में निवासियों ने गिरफ्तारी के लिए दबाव डाला। एसीपी (सेंट्रल) ज्योतिर्मय राय के आश्वासन दिये जाने पर वे शांत हुए। लेकिन कुछ समय बाद ही निवासियों ने जामुड़िया थाना मोड़ पर सड़क जाम कर दिया। रैफ की भारी उपस्थिति देख उत्तेजित निवासी वहां से हट गये तथा राजा अंसारी के गैरेज में तोड़फोड़ की।

गैरेज में तोड़फोड़ होने के बाद दोनों समुदाय के लोगों के बीच विवाद बढ़ गया। इसके बाद मारपीट शुरू हो गयी। पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया। इसके बाद आसपास के इलाकों की सारी दुकानें बंद हो गयीं।  पुलिस ने स्थिति नियंत्रण के लिए अांसू गैस के गोले छोड़े। स्थिति पूरी तरह से विस्फोटक बनी रही। इसके बाद पुलिस के आग्रह पर संतोष सिंह को एक पक्ष को समझाने के लिए भेजा गया। लेकिन उत्तेजित युवकों ने उनके ऊपर ही हमला कर घायल कर दिया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) राकेश सिंह के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस बल पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। इसके बाद पूरे इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी।

केंद्रीय राज्यमंत्री और सांसद बाबुल सुप्रियो स्थानीय नेताओं के साथ बुधवार की दोपहर जामुड़िया के लिए निकले। एडीसीपी (सेंट्रल) श्री सिंह के नेतृत्व में उन्हे चांदा मोड़ पर रोका गया। उन्हें कहा गया कि धारा 144 लागू है। उनके प्रवेश से स्थिति बिगड़ सकती है। लेकिन सुप्रियो वाहन छोड़ कर पैदल ही भाजपा जिला अध्यक्ष तापस राय के साथ जामुड़िया की ओर बढ़ने लगे। इस दौरान एडीसीपी के साथ कई बार सुप्रियो की धक्का मुक्की भी हुई। पर सुप्रियो नहीं रुके। जामुड़िया बटतल्ला के पास टीएमसी कर्मियों ने सुप्रियो को काला झंडा दिखाया और ‘गो बैक’ का नारा लगाया। यहां भी सुप्रियो के साथ टीएमसी कर्मियों के बीच धक्का मुक्की हुई। लेकिन सुप्रियो नहीं रुके। 

केंदुलिया मोड़ में अपने वाहन पर सवार होकर वे अक्खलपुर मोड़ तक पहुंचे। वहां से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रुपा गांगुली, प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा भट्टाचार्या के साथ मृतका के घर पहुंचे। रुपा गांगुली ने कहा कि इस घटना को बरदाश्त नहीं किया जायेगा। यह निंदनीय घटना है। नारी के ऊपर अत्याचार हुआ है। मंत्री सुप्रियो ने मृतका के नानी, मामा तथा बहन को दिलासा देते हुए कहा कि अपराधियों को गिरफ्तार करना होगा। वह खुद पुलिस आयुक्त से इस मुद्दे पर बात करेंगे। वहां से उनके नेतृत्व में पूरी टीम पुलिस आयुक्त कार्यालय आसनसोल पहुंची। वहां उन्होंने पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) से इस मुद्दे पर बात की। उन्होंने कहा कि वे शव का दाह संस्कार करने के बाद अगली रणनीति तय करेंगे।    

केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने दुर्गापुर में आयोजित पार्टी की आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जामुड़िया में स्कूली छात्रा के साथ बलात्कार कर नृशंसतापूर्वक हत्या कर दी गयी है। अपराधियों ने उसके शव को परित्यक्त खदान में फेंक दिया है। राज्य में महिलाओं की स्थिति की जानकारी इसी से मिलती है। पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। इस मामले में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करने के बजाय पुलिस संरक्षण दे रही है। अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी होनी चाहिए।

फेक करेंसी और अवैध हथियारों का गढ़ है मालदा जिला

मालदा (सं.सू)। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालियाचक में तीन जनवरी को हुई हिंसा ने यहां की तस्वीर बदल दी। पुलिस की मौजूदगी में थाने को ही फूंक दिया गया। सुरक्षा एजेंसियों से लेकर सरकारों तक के लिए ये बड़ी चिंता का विषय बन गया।

तहकीकात में सामने आया कि यहां के खेतों में अवैध रूप से अफीम की खेती हो रही है। वो भी एक या दो बीघों में नहीं बल्कि अस्सी हजार बीघे में की जा रही है। इससे तीन हजार करोड़ से भी ज्यादा की काली कमाई होती है।

अवैध अफीम की तहकीकात के बाद सामने आया कि यहां नकली मुद्रा और अवैध हथियारों का व्यापार भी खूब जोर-शोर से चालू है।

मालदा में जिस तरह अवैध अफीम की खेती फल-फूल रही है उसी प्रकार जाली मुद्रा का व्यापार भी यहां खूब किया जा रहा है। यहां जाली मुद्रा आसानी से उपलब्ध कराई जा रही है। नकली मुद्रा का रैकेट इतने बड़े पैमाने पर है कि इसे आप उतनी आसानी से हासिल कर सकते हैं जितना रेस्तरां में खाने का ऑर्डर देने के बाद भोजन मिलना।

मीडिया ने एक रेस्तरां में वेटर से पूछा कि क्या उसे जाली करेंसी मिल सकती है। वेटर ने हां में जवाब दिया। 15 मिनट के अंदर असलम नाम का आदमी संवाददाता के कमरे में आया। असलम ने कहा, '500 के नोट मिलना आसान होता है लेकिन वो 50 और 100 रुपए के नकली नोटों का भी इंतजाम कर सकता है।'

ना सिर्फ फेक करेंसी बल्कि अवैध हथियार भी मालदा में आसानी से उपलब्ध हैं। असलम ने इंडिया टुडे के रिपोर्टर को आश्वासन दिया कि वह 9एमएम पिस्टल से लेकर एके-47 तक दिलवा सकता है। उसने कहा कि वह यहां से गाजियाबाद तक हथियारों की डिलीवरी करता है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अनुसार भारत में 90 फीसदी फेक करेंसी बांग्लादेश से मालदा के द्वारा आ रही है। मालदा की बांग्लादेश के साथ एक लंबी और असुरक्षित सीमा है। फर्जी मुद्रा पर रोक लगाने के लिए एनआईए द्वारा तैयार किया गया नोट बताता है कि समय के साथ-साथ मालदा नकली भारतीय मुद्रा के एक प्रमुख पारगमन मार्ग के रूप में उभरा है।

14 जनवरी को क्राइम ब्रांच के साथ साझा ऑपरेशन में एनआईए ने महाराष्ट्र के बुलधाना से एक आदमी को 1 लाख 95 हजार की फेक करेंसी के साथ पकड़ा था। उसे ये राशि मालदा से कोरियर के द्वारा भेजी गई थी।

चार दिन पहले 10 जनवरी को बिहार पुलिस के साथ मिलकर एनआईए ने पश्चिमी चंपारण से 4 लाख की नकली रकम बरामद की थी। ये भी मालदा से पहुंची थी।

तेजस्वी यादव जी या तो आप अज्ञानी हैं या फिर झूठे

पटना (सं.सू.)। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का कहना है कि केंद्र सरकार ने 20 स्मार्ट शहरों में बिहार के किसी शहर को शामिल नहीं करके राज्य के साथ सौतेला व्यवहार किया है। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि केंद्र ने जिन 20 शहरों को चुना है उनमें 9 शहर बीजेपी शासित राज्यों से हैं। लेकिन क्या वाकई बिहार की उपेक्षा की गई, क्योंकि सरकार ने जिस परीक्षा को आधार बनाकर यह चुनाव किया असल में उनके आधारों पर बिहार कहीं खरा ही नहीं उतरता है।

सच तो ये है कि शहरी विकास मंत्रालय की ओर स्मार्ट शहरों के चुनाव के लिए बकायदा एक परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके लिए सबसे पहले राज्यों को अपने शहरों का नाम बताते हुए यह स्पष्ट करना था कि उन्हें क्यों चुना जाए? इसके अलावा विशेष समिति ने शहर की जनसंख्या, वहां मौजूद सुविधाओं, जीवनशैली और दूसरे कारकों के आधार पर इस सूची को तैयार किया है। लेकिन क्या बिहार सरकार राष्ट्रीय राजधानी पटना को भी जनसंख्या के लिहाज से सुविधासंपन्न बता सकती है? शायद नहीं, क्योंकि राज्य के दूसरे शहरों को छोड़ दें तो खुद पटना में स्थानीय निवासियों के लिए सरकार बिजली, पानी से लेकर शहर में जल निकासी तक की समुचित व्यवस्था नहीं कर पाई है। प्रशासनिक व्यवस्था तो दूर की बात है।

मंत्रालय का एक पैमाना कार्यान्वयन की विश्वसनीयता भी थी। इसके तहत शहर में बीते तीन साल में निर्माण योजना, मंजूरी, संपत्ति‍ कर का निर्धारण और संग्रह के साथ ही बिजली, पानी, यातायात, इंटरनेट की सुविधा जैसे आधारभूत जरूरतों का मूल्यांकन किया गया। बिहार की बात करें तो निर्माण की योजना और इस ओर मंजूरी की शुरुआती प्रक्रिया में ही यहां लेटलतीफी कोई नई बात नहीं है। इसके अलावा राज्य में अभी भी राजधानी पटना से लेकर मुजफ्फरपुर जैसे बड़े शहरों में इंटरनेट तो दूर सुगम यातायात की व्यवस्था ही चयन प्रक्रिया में नीतिगत भेद खोल देती है।

मंत्रालय की समिति ने तकरीबन 1।52 करोड़ लोगों से शहरों के चुनाव को लेकर भी उनसे राय ली। निवासियों की आकांक्षाओं के साथ ही सार्वजनिक सेवा वितरण, मुख्य आर्थिक गतिविधि और समग्रता पर प्रभाव को भी आंका गया। दो महीने पहले सत्तासीन हुए उपमुख्यमंत्री जी को समझना होगा कि अर्थव्यवस्था और इस ओर सरकारी प्रयास की सच्चाई किसी से छिपी हुई नहीं है। बीते 10 वर्षों में न तो राज्य से पलायन कम हुआ है और न ही सरकार रोजगार सृजन के साथ ही नए कारखानों और व्यापार के लिए सुगम रास्ता ही बना पाई है। अभी भी राज्य सरकार निवेशकों की ओर हाथ खोले खड़ी है, लेकिन प्रशासनिक कमी इस ओर निवेश के लिए सही परीपाटी नहीं बना पा रही है।

चयन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण आधार कम संसाधन में स्मार्ट समाधान, सार्वजनिक सेवा वितरण और निर्माण के साथ ही रखरखाव भी बड़ा मुद्दा था। सच तो यह है कि यहां भी बिहार के हिस्से बताने के लिए कुछ नहीं है। नीतीश की सरकार संसाधन की कमी का रोना पहले से रोती आ रही है तो हर छोटे-बड़े शहर से आए दिन निर्माण और रखरखाव को लेकर दबंगई से लेकर जर्जरता की खबर आती रहती है। तेजस्वी को समझना होगा कि राजनीति का मतलब क्रिया के बदले सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं है।

समझना यह भी होगा स्मार्ट शहरों की सूची में आने से लेकर खुद को निर्भर बनाना होगा। उस लायक बनना होगा कि केंद्र से मिलने वाले पैसे का समुचित लाभ उठाया जा सके। राज्य के छोटे नहीं तो कम से कम प्रमुख शहरों में आधारभूत सुविधाओं की व्यवस्था करनी होगी। अपराध और ठेकेदारी में दबंगई पर भी लगाम कसने की जरूरत है।

और अगर बात राजनीति की ही है तो संभवत: केंद्र सरकार के पास अच्छा मौ‍का था कि वह बंगाल, यूपी के शहरों को इसमें शामिल कर लेती, क्योंकि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश, बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी के वाराणसी से चुनकर आते हैं। चयन की परीक्षा पर सवाल उठाने से पहले तेजस्वी शायद यह भूल गए कि मोदी सरकार जिस शि‍वराज सिंह के शासन को मॉडल बताती है, खुद उनके राज्य के भोपाल को टॉप-20 में जगह बनने में पसीना आ गया और वह अंतिम नंबर पर रही।

तेजस्वी यादव को चाहिए कि वह राज्य में सरकार की क्रिया पर ध्यान दें न कि राजनीतिक प्रतिक्रिया में उलझकर ख्याति प्राप्त करें। एक गुजारिश है...कि कम से कम अपने राज्‍य की बेहतर पैकेजिंग और उसके शानदार प्रेजेंटेशन पर भी ध्‍यान दें, ताकि अगली लिस्‍ट में हमारा बिहार आ ही जाए।

Thursday, January 28, 2016

रूस की सऊदी अरब को धमकी-'बमबारी से पाषाण युग वाली ज़िंदगी में पहुंचा देंगे'

मॉस्को (सं.सू.)। रूस के दैनिक समाचार पत्र 'नोवाया गज़ेटा' के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति के प्रेस प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने सऊदी अरब को जमकर फटकार लगाई है। साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेसकोव ने सऊदी अरब पर आतंकवाद के बीज बोने के साथ संकटग्रस्त सीरिया में अल कायदा समर्थित गुरिल्लाओं को शह देने का आरोप लगाया है।

पेसकोव ने कहा कि सऊदी नेतृत्व सत्ता से चिपका हुआ है और उम्मीद करता है कि वो पडोसी देशों की स्थिरता और कल्याण को निशाना बनाकर अपने पुरातन, बर्बर और अमानवीय राजनीतिक तंत्र को अपरिहार्य पतन से बचा सकता है। 'प्रावदा' ने इस हफ्ते के शुरू में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेसकोव के संबोधन की जानकारी दी।

इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि उनका देश सीरिया में सऊदी अरब के ऐसे किसी भी शरारती दखल पर चुप नहीं रह सकता जो सीरिया में शांतिपूर्ण समझौते की राह में बाधा बने।

पुतिन ने कहा, "रूस सीरिया में सऊदियों को हरा देगा जो वहां सभी दुष्ट षड्यंत्रों की धुरी बने हुए हैं। सीरिया की उन सभी पार्टियों के लिए जो देश के पांच साल के गृहयुद्ध को खत्म कर शांति चाहती हैं, उन के लिए आवश्यक है कि वो वार्ता की मेज पर साथ बैठें और सऊदी अरब की विनाशकारी भूमिका की भर्त्सना करें।"

रूसी राष्ट्रपति ने ये धमकी भी दी कि अगर सऊदी अरब ने मध्य-पूर्व में आतंकवादियों को मदद देना बंद नहीं किया तो रूस बमबारी से उसे पाषाण युग वाली ऐसी ज़िंदगी में पहुंचा देगा, जहां खानाबदोश अरब तम्बुओं में रहा करते थे।

रूसी राष्ट्रपति ने सऊदी अरब किंगडम के खिलाफ सख्त कदमों को न्यायोचित ठहराया। पुतिन के मुताबिक सऊदी समर्थित आईएसआईएस के अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती बनने का ख़तरा है। रूसी राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को हानिकारक और संदिग्ध अमेरिका-सऊदी गठजोड़ को लेकर किसी भ्रम में नहीं रहना चाहिए।

दूसरे फेरे में ही महामना एक्सप्रेस की टोटियां चोरी


वाराणसी (सं.सू.)। देश की सबसे अनूठी गाड़ी महामना एक्सप्रेस पर यात्री कुछ ज्यादा ही फिदा हो गए है। यात्रा को यादगार बनाने के लिए उसके सामनों को भी निकाल ले जा रहे हैं। गुरुवार को गाड़ी दिल्ली से बनारस दूसरी बार ही आयी। पर, साफ-सफाई के लिए यार्ड पहुंची तो उसकी आधा दर्जन से अधिक टोटियां गायब मिलीं। इसके बाद पूरे ट्रेन की तलाशी हुई। जिसमें कुछ और सामान भी गायब थे।

प्रधानमंत्री ने 22 जनवरी को महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर देश की हाईटेक ट्रेन को रवाना किया। सभी ने इसकी सराहना भी की। पर, दो फेरे के बाद ही लोगों के इस खुशी पर ग्रहण लगने लगा है। ट्रेन की खूबसूरती बढ़ाने वाले सामान गायब होने लगे हैं। गुरुवार को ट्रेन बनारस पहुंची तो साफ सफाई के लिए यार्ड में भेजी गई। सफाई कर्मचारियों ने अधिकारियों को सूचना दी की स्लीपर क्लास और सेकेंड एसी से आधा दर्जन टोटियां गायब हैं। इसकी सूचना पर अधिकारियों ने पूरी टे्रन की जांच का आदेश दिया। कर्मचारियों को अन्य साज-सज्जा के सामान भी टूटे मिले।

महामना एक्सप्रेस प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं की ट्रेन है। इसके लिए बोर्ड भी लापरवाही नहीं करना चाहता है। यह ट्रेन दिल्ली से बनारस पहली बार 26 जनवरी को 25 मिनट लेट पहुंची। इसकी सूचना पर बोर्ड ने संबंधित अफसरों से जवाब-तलब कर लिया। नतीजा यह रहा कि गुरुवार को दूसरे फेरे में यह गाड़ी तय समय से 35 मिनट पहले ही पहुंच गई।

उत्तर रेलवे के चीफ एरिया मैनेजर रविप्रकाश चतुर्वेदी ने बताया कि गाड़ी में सामान गायब होने की सूचना मिली है। जांच की जा रही है। नए सामान जल्द लगा दिए जाएंगे। गाड़ी प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं में है। ऐसे में गाड़ी को सही समय पर चलाया जाएगा। इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

नौवीं कक्षा में ही सहपाठी की हत्या का आरोपी रह चुका है विधायक सिद्धार्थ

पटना (सं.सू.)। बिहार में विक्रम विधानसभा क्षेत्र के शादीशुदा और एक बच्चे के पिता कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सिंह कल सुबह मसौढ़ी थाना क्षेत्र से 18 वर्षीय निधि कुमारी को लेकर फरार हो गए। विधायक के साथ उनका सरकारी अंगरक्षक और पांच निजी सुरक्षाकर्मी भी लापता है।

पुलिस के अनुसार सुश्री निधि के पिता अभय सिंह ने मसौढ़ी थाने में कांग्रेस के विधायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी में कहा गया है कि विधायक सिद्धार्थ सिंह ने आज  सुबह उनकी बेटी का शादी की नीयत से अपहरण कर लिया है। हालांकि पुलिस इसे प्रेम-प्रसंग का मामला मान रही है।

गौरतलब है कि सिद्धार्थ सिंह पर वर्ष 1998 में 15 साल की उम्र में छात्र अभिषेक की हत्या का आरोप लगा था। तब वह नौवीं कक्षा में पढ़ता था। इस हत्या का कारण भी सिद्धार्थ और अभिषेक के बीच एक लड़की का होना बताया गया था। इस मामले में सिद्धार्थ को निचली अदालत से फांसी की सजा मिली थी जिसे उच्च न्यायालय ने उम्रकैद में बदल दिया था। बाद में सर्वोच्च न्यायालय ने सिद्धार्थ को सबूत के अभाव में बरी कर दिया। हालांकि लोगों का यह भी कहना है सिद्धार्थ रसूख और पैसे के बल पर बच निकला था।

मशहूर शिशु रोग विशेषज्ञ उत्पलकांत का बेटा है बिक्रम का विधायक सिद्धार्थ


पटना/मसौढ़ी (सं.सू.)। बिक्रम से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सिंह पर नाबालिग लड़की को लेकर फरार होने का आरोप लगा है। घटना मसौढ़ी थाना इलाके की है। इस हाईप्रोफाइल मामले के सामने आने के बाद सियासी गलियारों से लेकर पुलिस महकमे तक हड़कंप है। नाबालिग किशोरी के पिता ने बताया कि गुरुवार की सुबह विधायक उनके घर से लड़की को उठा ले गए। इस दौरान उनके साथ अन्य लोग भी मौजूद थे। लड़की के पिता ने सिद्धार्थ और उनके सहयोगी मुकेश शर्मा (भगवानगंज, गोखला गांव) पर अपहरण की एफआईआर मसौढ़ी थाने में दर्ज करवायी है। सिद्धार्थ के पिता डॉ. उत्पलकांत सूबे के नामी-गिरामी चिकित्सकों में से एक हैं।

जिस लड़की के अपहरण का आरोप विधायक सिद्धार्थ पर लगा है वह पूर्व में भी गायब हो चुकी है। उस वक्त लड़की अपने ननिहाल में थी। परिजनों ने जब उसकी खोजबीन शुरू की तो पता चला कि विधायक सिद्धार्थ ही उसे लेकर गए थे। पुलिस ने कंकड़बाग स्थित पार्वती गल्र्स हॉस्टल से किशोरी को बरामद कर उसे परिजनों के हवाले कर दिया था। दो दिन पूर्व ही परिजन उसे लेकर घर लौटे थे। मामला सलट जाने के कारण इसकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी।

मसौढ़ी के थानेदार अरुण कुमार अकेला के मुताबिक उन्होंने विधायक से मोबाइल नंबर 9570363680 पर संपर्क करने की कोशिश की। एक बार घंटी बजी लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। फिर फोन स्विच ऑफ आने लगा। अखबारों से भी उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन बात नहीं हो सकी। पटना के एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि अपहरण की धाराओं के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है। विधायक के पिता से पुलिस की बात हुई है। नाबालिग छात्र को बरामद करने की कोशिश जारी है।

गुरुवार सुबह सवा नौ बजे विधायक सिद्धार्थ सिंह का करीबी मुकेश शर्मा अगुआ बनकर घर में घुसा। उसे देखकर छात्र का भाई अपने पिता को बुलाने कमरे के भीतर गया। इस दौरान विधायक अपनी निजी स्कार्पियो गाड़ी में घर के बाहर बैठे हुए थे। भाई के कमरे के अंदर जाते ही मुकेश ने इशारे से लड़की को बाहर बुलाया और उसे गाड़ी में लेकर फरार हो गया। यह देखकर लड़की के पिता ने शोर-शराबा भी किया लेकिन तब तक विधायक की गाड़ी काफी आगे जा चुकी थी।

विधायक पर अपहरण का केस दर्ज होने के बाद कई तरह की चर्चाएं होने लगीं। कहा यह भी जा रहा है कि विधायक नाबालिग लड़की से प्रेम करते थे। इस कारण जब दोबारा लड़की अपने घर पहुंची तो सिद्धार्थ अपहरण कर उसे अपने साथ ले गए। इधर, छानबीन में जुटी पुलिस ने एक सिम बरामद किया है। यह बात भी सामने आ रही है कि छात्रा बिहटा के पंकज नाम के एक लड़के से भी बातचीत करती थी।

उधर,सिद्धार्थ के पिता डॉ. उत्पल कांत ने बताया कि सिद्धार्थ की शादी 5 साल पहले हुई थी। उसे दो साल का बेटा व तीन माह की बेटी है।

बुधवार रात 10 बजे सिद्धार्थ घर आया था। घर पर हम सब ने साथ डिनर किया। गुरुवार सुबह 8 बजे वह ऊपर के कमरे से नीचे आया व 10 बजे उसने हमारे साथ नाश्ता किया। 11 बजे मैं क्लीनिक के लिए निकला और सिद्धार्थ अपने क्षेत्र के लिए। 12 बजे मुङो फोन आया कि सिद्धार्थ पर एक लड़की को भागने की प्राथमिकी दर्ज हुई है। इसमें कहा गया है कि वह नौ बजे लड़की को लेकर भागा है। लेकिन नौ बजे तो वह मेरे साथ घर पर था। 12 बजे के बाद से मेरी सिद्धार्थ से कोई बात नहीं हुई है। मैं प्रयास कर रहा हूं लेकिन उसका फोन नहीं लग रहा है।

09:15 बजे : अपहरण का आरोप विधायक पर लगा 09:35 बजे : किशोरी के पिता पहुंचे मसौढ़ी थाने 10:30 बजे : तक दर्ज हो गई एफआईआर

इस संबंध में एडीजी मुख्यालय,सुनील कुमार ने बताया कि बिक्रम के विधायक सिद्धार्थ समेत मुकेश कुमार और दो अन्य के खिलाफ लड़की के पिता के बयान पर मसौढ़ी थाना में लड़की को भगाने का मामला दर्ज किया गया है। पटना के एसएसपी खुद केस का पर्यवेक्षण कर रहे हैं। उम्मीद है कि पुलिस लड़की को शीघ्र बरामद कर लेगी। विधि सम्मत कार्रवाई होगी।

ताजिकिस्तान का नारा, दाढ़ी मुढ़ाओ, बुर्का हटाओ आतंकवाद को दूर भगाओ

दुशाम्बे (सं.सू.)। ताजिकिस्तान में उग्रवाद से निबटने के लिये पुलिस ने क़रीब 13 हज़ार लोगों की दाढ़ियां मूंढ़ दी और करीब दो हज़ार महिलाओं को बुर्का से तौबा करने के लिये मना लिया।

ताजिकिस्तान मुस्लिम बहुल देश है जहां धर्मनिरपेक्ष सरकार है। रेडियो लिबर्टी ने तजिक न्यूज़ एजेंसी के हवाले से बताया कि सरकार ने आतंकवाद से निबटने के लिये “विदेशी प्रभाव” को कम करने के मक़सद से ये क़दम उठाया है। माना जाता है कि लगभग दो हज़ार तजिक उग्रवादी सीरिया में ISIS के लिये लड़ रहे हैं।

खातलोन पुलिस प्रमुख बहरोम शरीफ़ज़ोदा ने स्थानीय मीडिया को एक व्यक्ति की तस्वीर दिकाई जिसकी दाढ़ी काटी गई है। पुलिस उन लोगों की पकड़ धकड़ कर रही है जिनकी दाढ़ी कुछ ज़्यादा ही बढ़ी हुई है और बेतरतीब है।

पुलिस के अनुसार उन्होंने 1,700 महिलाओं को बुर्का न पहनने के लिये मना लिया है और 89 नक़ाबपोश वेश्याओं को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा नक़ाब की बिक्री पर भी रोक लगा दी है।

बच्चों का नाम मुहम्मद रखने के बढ़ते चलन को देखते हुए देश की संसद ने पिछले हफ़्ते ऐसे नाम रखने पर प्रतिबंध लगाने का फ़ैसला किया है जो अरबी या विदेशी लगते हों।

ताजिकिस्तान में पाकिस्तानी और अफ़ग़ान तालिबानियों से हमदर्दी रखने वाले सैकड़ों युवा अफ़ग़ानिस्तान-तजिकिस्तान सीमा पर ISIS में शामिल हो गये हैं और इससे ताजिकिस्तान को ख़तरा पैदा हो गया है।

सितंबर में ताजिकिस्तान में एकमात्र इस्लामिक पार्टी को राजनीतिक व्यवस्था से बेदख़ल किया गया था। देश के राष्ट्रपति इमोमली रहमान 1994 से सत्ता में हैं और उनका कार्यकाल 2020 में ख़त्म होगा।

ताजिकिस्तान ने चचेरे-ममेरे भाई-बहनों की शादी पर लगाई रोक

दुशाम्बे (सं.सू.)। चीन, अफगानिस्तान, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान के बीचों-बीच बसा ताजिकिस्तान मध्य एशिया का सबसे गरीब देश है। ऐसा दुर्लभ ही होता है कि इस देश की कोई घटना सारी दुनिया में चर्चा का विषय बन जाए। लेकिन बीती 13 जनवरी को यहां की संसद का एक फैसला अंतरराष्ट्रीय सुर्ख़ियों में शामिल हुआ। यह फैसला था देश में कॉन्सेंग्युनियस विवाह (रक्त संबंधियों से विवाह) पर प्रतिबंध लगाना। दुनिया के कई देशों, विशेषकर मुस्लिम बहुल देशों में कॉन्सेंग्युनियस विवाह बहुत ही आम प्रथा है। इसीलिए जब मुस्लिम बहुल ताजिकिस्तान ने इस प्रथा पर रोक लगाने का प्रगतिशील फैसला लिया तो इसने दुनिया भर के कई लोगों को हैरत में डाल दिया।

ताजिकिस्तान ने यह फैसला लेते हुए माना है कि कॉन्सेंग्युनियस विवाह से पैदा होने वाले बच्चों में आनुवंशिक रोग होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। यहां के स्वास्थ्य विभाग ने 25 हजार से ज्यादा विकलांग बच्चों का पंजीकरण और उनका अध्ययन करने के बाद बताया है कि इनमें से लगभग 35 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं जो कॉन्सेंग्युनियस विवाह से पैदा हुए हैं। कॉन्सेंग्युनियस विवाह से पैदा होने वाले बच्चों में आनुवंशिक रोग होने की संभावनाओं पर लंबे समय से चर्चा होती रही है। लेकिन यह चर्चा कभी भी इतने व्यापक स्तर पर नहीं हुई कि इस तरह के विवाहों पर प्रतिबंध लग सके।

ताजिकिस्तान ने यह फैसला लेते हुए माना है कि कॉन्सेंग्युनियस विवाह से पैदा होने वाले बच्चों में आनुवंशिक रोग होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं।

दुनिया के लगभग एक-चौथाई हिस्से में आज भी कॉन्सेंग्युनियस विवाह आम हैं। इनमें एशिया, उत्तरी अफ्रीका, स्विट्ज़रलैंड, मध्यपूर्व, और चीन, जापान और भारत के कई हिस्से शामिल हैं। इन सभी जगहों पर कॉन्सेंग्युनियस विवाह के अलग-अलग रूप देखने को मिलते हैं। मुख्यतः कॉन्सेंग्युनियस विवाह उसे कहा जाता है जब कोई व्यक्ति अपने चचेरे/ममेरे भाई/बहन या उससे भी निकट रक्तसंबंधी से शादी करे। दक्षिण भारत में कई जगह लड़कियों की उनके मामा से शादी होना भी कॉन्सेंग्युनियस विवाह का एक उदाहरण है।

कई देश ऐसे भी हैं जहां कॉन्सेंग्युनियस विवाह पर पूरी तरह प्रतिबंध तो नहीं है लेकिन, यह आंशिक रूप से प्रतिबंधित है। उदाहरण के लिए कई अमरीकी राज्यों में कॉन्सेंग्युनियस विवाह की अनुमति सिर्फ उन्हीं लोगों को दी जाती है जिनकी उम्र 65 वर्ष से अधिक हो या जो बच्चे पैदा करने में असमर्थ हों।

आमिर खान की सफाई-लोगों ने मेरे बयान को गलत समझा

नई दिल्ली (सं.सू.)। असहिष्‍णुता के मुद्दे पर बयान देकर विवादों से घिरे आमिर खान ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी बात को लोगों ने गलत समझ लिया। आमिर खान ने कहा, ‘मैं अपने देश से बहुत प्‍यार करता हूं और दो हफ्ते से ज्‍यादा विदेश में नहीं रह पाता। मुझे घर की याद आने लगती है।’ उन्‍होंने कहा, ‘न तो मैंने कभी यह कहा कि भारत असहिष्‍णु देश है और न ही कभी यह बात कही मैं देश छोड़ने वाला हूं।’

आमिर खान ने पिछले साल नवंबर में देशभर में चल रही असहिष्‍णुता के मुद्दे पर बहस के बीच कहा था, ‘पिछले 6-8 महीने से ‘असुरक्षा’ और डर की भावना समाज में बढ़ी है। यहां तक कि मेरा परिवार भी ऐसा ही महसूस कर रहा है। मैं और पत्‍नी किरण ने पूरी जिंदगी भारत में जी है, लेकिन पहली बार उन्‍होंने मुझसे देश छोड़ने की बात कही। यह बहुत ही खौफनाक और बड़ी बात थी, जो उन्‍होंने मुझसे कही। उन्‍हें अपने बच्‍चे के लिए डर लगता है। उन्‍हें इस बात का भी डर है कि आने वाले समय में हमारे आसपास का माहौल कैसा होगा? वह जब अखबार खोलती हैं तो उन्‍हें डर लगता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अशांति बढ़ रही है।’

आमिर ने आठवें रामनाथ गोयनका अवॉर्ड्स फंक्‍शन में न्‍यू मीडिया (इंडियन एक्‍सप्रेस) के पूर्णकालिक निदेशक और प्रमुख अनंत गोयनका के साथ बातचीत में यह बात कही। इसके बाद से ही बीजेपी नेता लगातार आमिर खान पर निशाना साध रहे हैं। बॉलीवुड एक्‍टर अनुपम खेर समेत कई लोगों ने आमिर खान के इस बयान की आलोचना की। राम माधव ने तो यहां तक कह दिया कि आमिर खान पहले अपनी पत्‍नी को भारत के गौरव के बारे में बताएं।

बख्तियारपुर में नीतीश की तरफ फेंका जूता

पटना (सं.सू.)। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सभा में एक युवक ने गुरुवार को उनकी ओर जूता उछाल दिया। जूता हालांकि मंच तक नहीं पहुंचा। पुलिस ने जूता फेंकने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस के अनुसार, मुख्यमंत्री पटना के बख्तियारपुर में स्वतंत्रता सेनानी पंडित शीलभद्र की पुण्यतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। इसी दौरान मुख्यमंत्री वहां लोगों को संबोधित कर रहे थे, तभी एक युवक ने उन पर जूता फेंक दिया।

अचानक हुई इस घटना से जहां मुख्यमंत्री भी अवाक् रह गए, वहीं उनकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी भी घबरा गए। सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जूता फेंका गया, लेकिन मुख्यमंत्री तक जूता नहीं पहुंचा। आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। युवक की पहचान समस्तीपुर के प्रवेश कुमार राय के रूप में की गई है। बताया गया है कि यह युवक शराबबंदी की घोषणा का विरोध करने आया था।

लड़की लेकर फरार हुए कांग्रेस विधायक, FIR दर्ज

पटना (सं.सू.)। बिहार में महागठबंधन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। विधायक सरफराज आलम के बाद अब बिक्रम विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुमार चर्चा में हैं। युवा कांग्रेसी विधायक पर गुरुवार को एक लड़की को लेकर फरार होने का आरोप लगा है। लड़की के परिजनों ने मसौढ़ी थाने में विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया है।

जानकारी के मुताबिक, युवती के परिजनों के बुधवार रात में ही मसौढ़ी थाने में इस संबंध में लिखित शिकायत की थी। पुलिस ने शुरुआती छानबीन के बाद गुरुवार को इस संबध में मामला दर्ज कर लिया है। परिजनों का आरोप है कि विधायक सिद्धार्थ ने उनकी बेटी को अगवा कर लिया है और फरार हो गए है, वहीं पुलिस मामले को प्रेम-प्रसंग से जुड़ा मामला मान रही है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

बता दें कि विधायक सिद्धार्थ 1998 में अभिषेक नाम के एक व्यक्ति की हत्या के मामले में सह आरोपी भी रह चुके हैं। मामले में उन्हें सजा भी हुई थी।

बिहार में अतरी से राजद विधायक के बेटे ने लाठी-डंडों से डॉक्टर को पीटा

गया (सं.सू.)। बिहार में गया जिले के अतरी विधानसभा क्षेत्र के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक कुंती देवी के पुत्र ने नीमचक बथानी के स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात चिकित्सक सत्येन्द्र कुमार सिन्हा को कल रात लाठी-डंडे से पीट-पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि बाहुबली पूर्व राजद विधायक राजेन्द्र यादव और उनकी पत्नी एवं अतरी विधानसभा क्षेत्र से निर्वतमान राजद विधायक कुंती देवी का बेटा रंजीत कुमार ने नीमचक बथानी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित डॉक्टर सत्येन्द्र कुमार सिन्हा को लाठी-डंडा से पीट-पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

सूत्रों ने बताया कि विधायक के पुत्र अपने 5-6 समर्थकों के साथ कल रात बथानी के स्वास्थ्य केन्द्र आये और चिकित्सक श्री सिन्हा पर प्राणघातक हमला कर दिया। इस घटना में चिकित्सक गंभीर रूप से घायल हो गये। घायल चिकित्सक को नीमचक बथानी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज कराया गया तथा बेहतर इलाज के लिये उन्हें जेपी अस्पताल भेज दिया गया।

सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में चिकित्सक के बयान पर राजद विधायक के हमलावर पुत्र और उसके समर्थकों पर प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गयी है। इस सिलसिले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।

Wednesday, January 27, 2016

तेजस्वी यादव का बेतुका बयान-नीतीश कुमार के जूनियर हैं नरेंद्र मोदी


पटना (सं.सू.)। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बेतुका बयान देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। बुधवार को डिप्टी सीएम ने पीएम मोदी को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जूनियर बताया है। यही नहीं, उन्होंने मोदी को संघ का मुखौटा भी करार दिया है।

तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा, 'पीएम तो संघ का मुखौटा हैं। उन्हें चुनाव के वक्त ही राम मंदिर मुद्दा याद आता है।' उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शिलापूजन और राम मंदिर के नाम पर संघ को करोड़ों का चंदा मिला था, आखिर वो पैसा कहां गया?

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे नवाब ने आगे कहा, 'भारतीय जनता पार्टी देशवासियों को गुमराह करती रही है। अयोध्या में राम मंदिर बनाने का शि‍गूफा छोड़कर लोगों का राजनीतिक और आर्थिक शोषण किया गया। सब जानते हैं कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। फिर भी इस मुद्दे को उठाना मजाक नहीं तो और क्या है?' तेजस्वी ने चुनौती देते हुए कहा कि बीजेपी यदि इस मामले में सचमुच गंभीर है तो मंदिर निर्माण तिथि की घोषणा क्यों नहीं करती।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में अपने को वे पिछड़ा, अतिपिछड़ा बताते हैं, लेकिन हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय का कथित दलित शोधार्थी छात्र जब कथित रूप से बीजेपी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से तंग आकर आत्महत्या कर लेता है, तब चुप्पी साध जाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री के मन में दलितों-पिछड़ों के लिए सचमुच प्रेम है तो अपने मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं।

भ्रष्टाचार के खात्मे के मामले में भारत ने चीन और रूस को छोड़ा पीछे

नई दिल्ली (सं.सू.)। भ्रष्टाचार के खात्मे को लेकर भारत की स्थिति पहले से बेहतर हुई है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने भ्रष्टाचार पर करप्शन परसेप्शन इंडेक्स-2015 जारी किया है। इस सूची में शामिल 168 देशों में भारत को 76वां स्थान दिया गया है। बीते साल इसी सूची में भारत 85वें पायदान पर था। सूची में डेनमार्क पहले स्थान पर बना हुआ है।

करप्शन परसेप्शन्स इंडेक्स (सीपीआई) 2015 में भारत का स्कोर पिछले साल की तरह ही 38 बना हुआ है। सीपीआई में 0 से लेकर 100 तक अंक होते हैं। जिस देश को जितने ज्यादा अंक दिए जाते हैं, उस देश में उतना कम भ्रष्टाचार होता है। इस मामले में डेनमार्क को सबसे ज्यादा अंक दिए गए हैं, वहां सबसे कम भ्रष्टाचार है। इसके बाद फिनलैंड (90 अंक) और स्वीडन (89 अंक) हैं। रिपोर्ट में इस बार 168 देशों को शामिल किया गया था, जबकि 2014 की रिपोर्ट में 174 देश सूची में शामिल किए गए थे।

दुनियाभर में विशेषज्ञों की राय के आधार पर सीपीआई में देशों के सरकारी विभागों में मौजूद भ्रष्टाचार का अनुमान लगाया जाता है। इस मामले में भूटान 27वें पायदान पर है, और उसकी रैंक 65 है। यह भारत की तुलना में काफी अच्छा है। हालांकि भारत के दूसरे पड़ोसी देशों की हालत काफी खराब है। सूची में रूस का स्थान 119,चीन का स्थान 83 और बांग्लादेश का स्थान 139 है। वहीं पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल बीते सालों की तुलना में थोड़ा सुधार देखा गया है। नॉर्थ कोरिया और सोमालिया इस सूची में सबसे निचले स्थान पर हैं, दोनों देशों के आठ अंक है।

फेसबुक प्रेमी के प्यार में पति और बच्चे की हत्या

गोरखपुर (सं.सू.)। कलयुगी पत्नी और एक मासूम बच्चे की मां ने दोनों ही रिश्तों को कलंकित कर दिया है।फेसबुक पर परवान चढ़े प्यार के फेर में उसने प्रेमी के साथ मिलकर पति और चार साल के मासूम बच्चे की हथौड़े से कूँचकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी। पुलिस ने डेढ़ दिन के भीतर ही घटना का खुलासा कर महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस लाइन सभागार में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी लव कुमार ने बताया कि आँखों के डॉक्टर ओम प्रकाश और अर्चना की वर्ष 2009 में शादी हुई थी उनका 4 साल का मासूम बच्चा शिवा भी था।पुलिस को सूचना मिली कि ओमप्रकाश और उनके मासूम बच्चे शिवा की हथौड़े से कूंच कर उनके ही कमरे में निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई है। पुलिस ने घटना की कड़ियों को जोड़ा तो इस सनसनीखेज मामले का खुलासा हो गया। ओमप्रकाश की पत्नी अर्चना का उसके पति से अक्सर विवाद होता था। 8-10 माह पहले अर्चना का फिरोजाबाद जनपद के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के स्वामी नगर निवासी अजय यादव से फेसबुक पर दोस्ती हो गई।

अजय सरकारी जूनियर हाई स्कूल में शिक्षक है। फेसबुक पर बातचीत के दौरान ही दोनों के बीच प्यार हुआ और दोनों पिछले साल मई माह में लख़नऊ में एक दूसरे से मुलाकात भी किए।इस बीच अजय अपनी प्रेमिका से मिलने दो बार गोरखपुर आया और उसके ससुराल पर ही रुक कर उसके साथ अवैध संबंध भी बनाए। पति से संबंध ठीक नहीं होने से दुखी अर्चना ने प्रेमी अजय को सारी बात बताई और दोनों ने ऐसा निर्णय लिया जिसे सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं।

दोनों ने मिलकर ओम प्रकाश और मासूम शिवा की हत्या की योजना बनाई और फैसला लिया कि हत्या करने के बाद दोनों कहीं भाग जाएंगे और पति-पत्नी के रुप में जीवन बिताएंगे।20 जनवरी को पूर्व योजना के मुताबिक अजय अवध एक्सप्रेस से गोरखपुर पहुंचा और शाम को अपनी प्रेमिका अर्चना के ससुराल आकर रुक गया। हवस की भूखी कलयुगी हत्यारिन ने पति और अपने ही मासूम बच्चे की हत्या के पहले प्रेमी के साथ शारीरिक सम्बन्ध भी बनाये। उसके बाद उसने प्रेमी को बगल के ही कमरे में चुपके से सुला दिया। रात 12:00 बजे के बाद अर्चना ने प्रेमी अजय के मोबाइल पर फोन करके पति और बच्चे के सो जाने की जानकारी दी।उसके बाद शुरू हुआ हैवानीय का नंगा नाच, दोनों हथोड़ा लेकर कमरे में गए और ओम प्रकाश यादव का सिर कुंच डाला।
डबल मर्डर खुलासा: फेसबुक प्रेमी के प्यार में पति और बच्चे की हत्या   

ओमप्रकाश की मौत हो जाने के बाद 4 वर्षीय मासूम शिवा उर्फ़ अनितेज की भी दोनों ने गला दबाकर हत्या कर दी।घटना को लूट का रूप देने के लिए दोनों ने कमरे का सामान बिखेर दिया, प्रेमी अजय ने प्रेमिका अर्चना को बगल के कमरे में प्लान के तहत भेज दिया और बाहर की कुण्डी बंद कर फरार हो गया।

जब सुबह कुछ समाचारपत्रों के माध्यम से प्रेमी अजय को पता चला कि अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है, तो ओम प्रकाश की पत्नी और अपनी प्रेमिका अर्चना को लेकर भागने की फिराक योजना बनाई, लेकिन उसके पहले ही पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया,दोनों ने ही पुलिस के सामने अपना गुनाह कुबूल कर लिया।

सूत्रों के अनुसार अर्चना उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ आईपीएस की बेटी है और काफी पढ़ी-लिखी है।

मंदिर स्थल पर नागरिकों ने सड़क जाम किया,जान बचाकर भागे डीएम,एसपी

हाजीपुर (सं.सू.)। सड़क पर स्थित मंदिर तोड़ने का विरोध कर रहे हाजीपुरवासियों का आक्रोश आज समय गुजरने के साथ ही बढ़ता जा रहा है। शहरवासियों ने एएसपी की गाड़ी जलाने के बाद एक ट्रैक्टर को भी जला डाला तथा छपरा टाऊन थाना के सब इंस्पेक्टर संजय सिंह की सर्विस रिवाल्वर भी छीन ली। लोग इस कदर नाराज थे डीएम और एसपी को भी जान बचाकर भागना पड़ा।
मंदिर को बचाने को ले स्थानीय लोगों ने सुबह से हाजीपुर-लालगंज सड़क को जाम कर रखा है। लोगों का कहना है कि वे किसी भी हाल में मंदिर को हाथ नहीं लगाने देंगे।
इस बीच तिरहुत के कमिश्नर अतुल प्रसाद,आईजी पारसनाथ और डीआईजी हाजीपुर पहुँच गए हैं और इस मुद्दे पर सर्किट हाऊस में हाई लेवल मीटिंग जारी है।
विदित हो कि पाँच दिन पहले भी काफी संख्या में पुलिस बल को भेजकर मंदिर तोड़ने की नाकाम कोशिश की गई थी। तब भी नागरिकों ने पुलिस को सिर पर पाँव रखकर वापस लौटने को मजबूर कर दिया था। जिसके बाद हाईकोर्ट ने वैशाली डीएम रचना पाटिल और नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी को जमकर फटकार लगाते हुए बिहार के मुख्य सचिव,गृह सचिव और नगर विकास के प्रधान सचिव को 27 फरवरी को कोर्ट में तलब किया है।
इस बीच पुलिस ने मंदिर तोड़ने के विरोध में आंदोलन कर रहे वार्ड पार्षद सुभाष निराला को गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल पर कई जिलों की पुलिस कैंप कर रही है।

Tuesday, January 26, 2016

हाजीपुर में हाईकोर्ट के आदेश पर मंदिर तोड़ने गई पुलिस को खदेड़ा


पटना (सं.सू.)। पटना हाईकोर्ट के आदेश पर मंदिर तोड़ने गई पुलिस से मारपीट का मामला सामने आया है। पुलिस कोर्ट के आदेश पर हाजीपुर में एक मंदिर तोड़ने गई थी। इस मंदिर का निर्माण कथित रूप से अतिक्रमण से बनाया गया है। विरोध कर रहे लोगों ने आगजनी भी की और पुलिस पर पत्थर फेंके। हिंसा के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है। घटना में कई दर्जन पुलिसकर्मियों के घायल होनेे की खबर है।

जानकारी के मुताबिक हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस जब मंदिर तोड़ने पहुंची तो हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। धीरे-धीरे यह विरोध हिंसा में तब्दील हो गया। पुलिस को रोकने के लिए लोगों ने उस पर पत्थर फेंके और एडिशनल एसपी के वाहन को आगे के हवाले कर दिया। हिंसा के बाद इलाके में तनाव बरकरार है।

एसपी ने हाजीपुर के टाउन थाना प्रभारी शंकर झा को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

गांधी मैदान में रामनाथ कोविंद ने पढ़ा राज्य सरकार द्वारा तैयार भाषण!


पटना (सं.सू.)। अभी तक तो विधानमंडल में अभिभाषण के समय ही राज्यपाल राज्य सरकार द्वारा तैयार भाषण पढ़ते रहे हैं लेकिन लगता है कि बिहार के राज्यपाल ने गणतंत्र दिवस संबोधन के लिए भी अपना भाषण राज्य सरकार से ही तैयार करवाया।

राज्यपाल रामनाथ कोविन्द ने कहा है कि बिहार के विकास के लिए विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी है। यह राज्य के 11 करोड़ जनता की मांग है। जब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल जाता, राज्य सरकार की मुहिम जारी रहेगी।

मंगलवार को 67वें गणतंत्र दिवस के मौके पर ऐतिहासिक गांधी मैदान में राज्यपाल ने राष्ट्रीय झंडा तिरंगा फहराने के बाद अपने संबोधन में बिहार में हो रहे विकासात्मक कार्यों की चर्चा की। कहा कि नीति आयोग की ओर जारी हालिया रिपोर्ट में बिहार को तेजी से विकसित करने वाला राज्य बताया गया है। न्याय के साथ विकास, समावेशी विकास की राह पर चल रहे बिहार में सरकार की कोशिश है कि सबों को बराबरी का अवसर मिले।

बिहार भी विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल हो, इसकी कोशिश हो रही है। विकसित बिहार बनाने के लिए सुशासन के कार्यक्रम 2015-2020 तय किए गए हैं। सरकार के सात निश्चयों का जिक्र करते हुए कहा कि सुशासन के कार्यक्रम में इसे भी शामिल किया गया है।

सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण दे दिया गया। बाकी छह निश्चयों में आर्थिक हल-युवाओं पर बल,  तकनीकी शिक्षा, हर घर में बिजली का मुफ्त कनेक्शन, घर-घर नल का पानी, गली-नली पक्की व हर घर में शौचालय बनाने की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी गई है। तय समय में इसे पूरा करने के लिए बिहार विकास मिशन का गठन किया गया है।

राज्यपाल ने कहा कि बिहार में कानून का राज है और रहेगा। राज्य में शांति व्यवस्था, साम्प्रदायिक सद्भाव कायम है। कानूनी प्रावधानों के अनुसार अपराध पर नियंत्रण हो रहा है। संगठित अपराध के खिलाफ कड़ाई से कानूनी प्रावधानों के तहत अमल हो रहे हैं। भ्रष्टाचार को समूल नष्ट करने के लिए जीरो टाॠलरेंस की नीति अपनाई गई है।

अवैध तरीके से कमाई संपत्ति को जब्त किया जा रहा है। लोगों की शिकायतों का तय समय में निबटारा के लिए बिहार लोक शिकायत निवारण अधिनियम लाया गया है। नियत समय में शिकायतों का निबटारा नहीं करने वाले अधिकारियों पर जुर्माना व अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।

राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार का मूल संकल्प सर्वांगीण विकास है। दस वर्षों में 4000 करोड़ से 57 हजार करोड़ का योजनाकार पहुंचा। चालू वित्तीय वर्ष में एक लाख 20 हजार करोड़ का बजट है। कर संग्रहण में तेजी आई है। इंद्रधनुषी क्रांति के लिए कृषि को प्राथमिकता में रखते हुए रोड मैप पर काम हो रहा है। कई अनाज के उत्पादन में बिहार राष्ट्रीय औसत को पार कर चुका है। शिक्षा के क्षेत्र में काम हो रहे हैं। साईिकल-पोशाक योजना का आकार बढ़ा है। हर पंचायत में हाईस्कूल खोला जा रहा है। कुलपतियों के साथ बैठक में उच्च शिक्षा में परीक्षा कैलेंडर का पालन, कंम्प्यूटर का प्रयोग, चयनित कॉलेजों को सेंटर आॠफ एक्सेलेंस बनाने का निर्णय हुआ है।

एक अप्रैल से नई उत्पाद नीति के तहत राज्य में देसी व मसालेदार शराब की बिक्री बंद हो जाएगी। गांवों में विदेशी शराब की भी बिक्री नहीं होगी और बाकी स्थानों में सीमित क्षेत्रों में सरकार की एजेंसी इसकी बिक्री करेगी। स्वास्थ्य क्षेत्र में दूसरे चरण में विशेष चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने की कोशिश हो रही है। पांच साल में एक करोड़ युवाओं को ट्रेंड आधारित विषयों में रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिए जाएंगे।

राज्य में 308 चालू व 183 औद्योगिक इकाईयों पर चल रहे काम के कारण 7873 करोड़ का निवेश हो चुका है। ग्रामीण कार्य व पथ निर्माण विभाग ने 69700 किलोमीटर सड़क बनाए और पांच घंटे में राजधानी आने के लक्ष्य को पूरा करने की कार्रवाई चल रही है। समारोह में राज्यपाल ने सशस्त्र बलों के परेड का निरीक्षण किया और 13 विभागों की झांकियों को देखा। मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राज्य के गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

सांसद का दावा, 6 प्रतिशत कमीशन के बाद ही होता है बिहार में सरकारी टेंडर


पटना (सं.सू.)। भाजपा नेता और सांसद छेदी पासवान ने नीतीश कुमार पर सीधा हमला किया है। छेदी ने कहा कि विपक्ष को पाचक खाने का सलाह देने वाले नीतीश कुमार के पेट में ही घुरची है। उन्होंने नीतीश को चोरों का सरदार बताते हुए कहा कि एमपी तथा विधायकों के कोटा में 6 प्रतिशत कमीशन लेने के बाद ही टेंडर दिया जाता है।

सासाराम के सांसद ने कहा कि प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों में जद-यू के लोगों का ही हाथ है, और वो लोग ही अपराध में शामिल हैं। उन्होनें सरफराज आलम और बीमा भारती प्रकरण का उदाहरण देते हुए कहा कि जदयू के लोग खुद अपराध करते हैं और फिर नीतीश जी उस पर कार्रवायी कर अपना चेहरा चमकाने की कोशिश करते हैं।

उन्होने कहा कि लॉ एण्ड ऑर्डर के मसले पर सरकार लगातार फेल हो रही है जो यह बताने को काफी है कि बिहार में किसका और कैसा राज है।

भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा-डोनाल्ड ट्रम्प


वाशिंगटन (सं.सू.)। अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने के शीर्ष दावेदार डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने के बाद पहली बार भारत पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और कोई इसके बारे में बात नहीं कर रहा।

ट्रम्प ने सोमवार को एक साक्षात्कार में कहा, भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने के लिए अपनी दावेदारी पेश करने के बाद ट्रम्प ने पहली बार भारत के बारे में अपनी सोच की झलक पेश की है, जबकि वह अपने भाषणों में चीन, मेक्सिको और जापान जैसे कई देशों की खुलकर आलोचना कर चुके हैं।

ट्रम्प ने कहा,  वह चीन की शुरुआत थी। वह भारत की शुरुआत थी, वैसे भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। कोई इसके बारे में बात नहीं करता। 2007 के एक साक्षात्कार का हवाला देते हुए ट्रंप ने कहा,  लेकिन वह चीन की शुरुआत थी। वह भारत की शुरुआत थी। मैंने आपसे जो कहा था, उसकी ओर नजर डालिए। मैंने आपको जो कुछ भी बताया था, सब ठीक निकला, भले ही वह इराक के बारे में कही गई बात हो, ईरान की बात हो, चीन की बात हो, भारत की बात हो या जापान की बात हो। ट्रम्प ने कहा,  इस अपने देश की ओर देखिए। हम एक ऐसी बड़ी शक्ति थे, जिसका सम्मान पूरा विश्व करता था, लेकिन अब हम कुछ हद तक हास्य का पात्र बन गए हैं।

उन्होंने कहा, लोग अचानक चीन, भारत और अन्य स्थानों के बारे में बात कर रहे हैं, फिर भले ही वह आर्थिक दृष्टिकोण की ही बात क्यों न हो। अमेरिका काफी नीचे आ गया है। संयुक्त राज्य (अमेरिका) काफी नीचे आ गया है जो बहुत, बहुत दु:ख की बात है। हमारा सम्मान नहीं किया जा रहा।

'हिन्दुस्तान' को बिहार चुनावों की सर्वोत्तम कवरेज के लिए मिला राष्ट्रीय पुरस्कार


नई दिल्ली (सं.सू.)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अग्रणी हिन्दी अखबार 'हिन्दुस्तान'को बिहार विधानसभा चुनावों में सर्वोत्तम कवरेज के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है।

सोमवार को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर यहां मानेकशा सेंटर में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति से यह पुरस्कार बिहार संस्करण के वरिष्ठ स्थानीय संपादक डा. तीर विजय सिंह ने ग्रहण किया। पुरस्कार में प्रशस्ति पत्र तथा एक स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।

अखबार को यह पुरस्कार 2015 में हुए बिहार विधानसभा के चुनावों के दौरान विशेष अभियान 'आओ राजनीति करें'चलाकर मतदाताओं को जागरूक करने तथा मतदान में उनकी जबरदस्त भागीदारी बढ़ाने के लिए दिया गया। हर वर्ष 25 जनवरी को निर्वाचन आयोग अपना स्थापना दिवस मतदाता दिवस के रूप में मनाता है।

समारोह में सर्वोत्तम चुनाव व्यवहार की श्रेणी में नवाचार के लिए पुरस्कार गया के जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार अग्रवाल को दिया गया। इन्होंने अपने अभियान के जरिये चुनाव में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई। वहीं मतदाता शिक्षा तथा भागीदारी बढ़ाने के लिए पुरस्कार पश्चिम चंपारण तथा पश्चिम सिंहभूम झारखंड के जिला निर्वाचन अधिकारी क्रमश: लोकेश कुमार सिंह और अबूबकर सिदकी को संयुक्त रूप से दिया गया। सर्वोत्तम सुरक्षा व्यवस्था देने के लिए गया के एसएसपी मनुमहाराज को भी पुरस्कृत किया गया।

पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर की जिला निर्वाचन अधिकारी अंतरा आचार्य को मतदाता सूची प्रबंधन के लिए पुरस्कृत किया गया। विशेष अवार्ड की श्रेणी का पुरस्कार पूर्णिया के जिला निर्वाचन अधिकारी बालामुरुगन को दिया गया। इसमें उन्हें प्रशस्ति पत्र तथा 40,000 रुपये दिए गए।

दिल्ली में चुनावों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चौकस करने तथा अवैध सामग्री की प्रभावी रोकथाम के लिए दिल्ली पुलिस के डीसीसी शरत कुमार सिन्हा को सम्मानित दिया गया। उन्हें प्रशस्ति पत्र तथा 40, 000 रुपये दिए गए।

इस अवसर पर मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी, चुनाव आयुक्त एके जोती, चुनाव आयुक्त ओमप्रकाश रावत तथा अयोग के निदेशक धीरेंद्र ओझा मौजूद थे। पुरस्कार समारोह के बाद आयोग ने इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट आफ डेमोक्रेसी  एंड इलेक्शन मैनेजमेंट की नई इमारत का द्वारका के सेक्टर 22 में उद्धाटन किया। इस इमारत को 120 करोउ़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इस संस्थान में अनेक एशियाई देशों के निर्वाचन अधिकारी शिक्षा प्रजातंत्र के गुर सीखते हैं।

राजपथ से एडिलेड तक जय-जय


नई दिल्ली (सं.सू.)। मंगलवार सुबह हल्की धूप और ठंडी हवाओं के बीच राजपथ पर जनसैलाब उमड़ा हुआ था। गणतंत्र दिवस समारोह देखने आए लोगों के मन में देशभक्ति का जज्बा हिलोरें ले रहा था। 10 बजने से कुछ पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सलामी मंच पर पहुंचे। उस समय तक पूरा राजपथ उत्साही देशवासियों और विदेशी मेहमानों से भर चुका था।

राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देने के बाद देश की प्रगति और सांस्कृतिक विविधता की झलक झांकियों के रूप में राजपथ पर उतरने लगी। स्वदेश में विकसित पहली वायु रक्षा प्रणाली ‘आकाश’ और सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ आधुनिक सैन्य शक्ति का अहसास करवा रहे थे, तो विभिन्न झांकियों में देश की समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन किया गया। सर्वोच्च सेनापति प्रणब मुखर्जी ने परेड की सलामी ली। इस बार फ्रांसीसी सेना को गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाली पहली विदेशी सेना होने का गौरव हासिल हुआ। सबसे आगे मार्च कर रहे फ्रांसीसी सेना के जवान और उनके बैंड विशेष आकर्षण रहे।

ओलांद सांस्कृतिक झांकियों को टकटकी लगाकर देखते रहे। कुछ मौकों पर मोदी ने झांकियों के बारे में विस्तार से बताकर उनका कौतूहल भी शांत किया। एशियाई शेरों को दिखाती गुजरात राज्य की झांकी के बारे में तो मोदी देर तक उन्हें बताते दिखे। यह पांचवां मौका है, जब कोई फ्रांसीसी शासन प्रमुख गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य अतिथि बना है। इससे पहले 1976 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जैक शिराक, 1980 में राष्ट्रपति वेलेरी जिस्काड एस्तेंग, 1998 में राष्ट्रपति जैक शिराक और 2008 में राष्ट्रपति निकोलाई सरकोजी मुख्य अतिथि बने थे।

केसरिया साफे और बादामी बंद गला सूट में पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी इस मौके पर भी जनता से सीधे जुड़ते दिखे। परेड की औपचारिकता समाप्त होते ही वह जनता की ओर बढ़ गए। सड़क की दूसरी तरफ जाकर आम लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। फिर देर तक लोगों की ओर हाथ हिलाते हुए पैदल आगे बढ़ते रहे।

इस बार सबकी निगाहें खासतौर पर सेना के रिमाउंट वेटनरी कोर के श्वान दस्ते पर थी। इसे 26 साल बाद दोबारा परेड में शामिल किया गया है। सीमा सुरक्षा बल के ऊंट सवार दस्ते ने न सिर्फ मार्च किया, बल्कि बैंड वादन कर भी लोगों को आश्चर्य से भर दिया। सेना के मोटरसाइकिल सवार जवानों ने अपने करतब दिखाकर लोगों को दांतों तले अंगुली दबा लेने के लिए मजबूर कर दिया। डीआरडीओ ने कम दूरी के वायु और समुद्री निगरानी रडार के साथ ही पनडुब्बी रोधी युद्धपोत टारपीडो के रूप में रक्षा तकनीक में भारत के बढ़ते दखल का उदाहरण पेश किया। हालांकि यह पहला मौका था जब पूर्व फौजियों के दस्ते ने मार्च नहीं किया। मगर उसकी जगह पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए किए जा रहे कामों पर आधारित एक झांकी जरूर देखने को मिली।

उधर,भारतीय क्रिकेट टीमों ने मंगलवार को एडिलेड में मेजबान ऑस्ट्रेलिया पर शानदार जीत दर्ज कर देशवासियों को गणतंत्र दिवस का तोहफा दिया। जीत के जश्न की शुरुआत एडिलेड ओवल मैदान पर सुबह भारतीय महिला टीम ने की। उन्होंने ऑलराउंड प्रदर्शन की बदौलत पहले टी-20 मैच में रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया। महिला टीम ने पहले गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 141 रन पर रोका और फिर 18.4 ओवर में पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस दौरान भारतीय महिला टीम ने सबसे बड़े लक्ष्य को भी हासिल किया। इसके बाद बारी थी पुरुष टीम की। विराट कोहली (नाबाद 90) व सुरेश रैना (41) की बेहतरीन बल्लेबाजी और गेंदबाजों के सम्मिलित प्रदर्शन की बदौलत पुरुष टीम ने पहले टी-20 मैच में ऑस्ट्रेलिया को 37 रनों से मात दे दी। भारत ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 188 रनों का दमदार स्कोर खड़ा किया और उसके बाद 189 रनों के लक्ष्य की पीछा करने उतरी आस्ट्रेलियाई टीम को 19.3 ओवरों में 151 रनों पर ढेर कर दिया। करियर की सर्वश्रेष्ठ टी-20 पारी खेलने वाले कोहली को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया।

Monday, January 25, 2016

NCERT को सीआईसी की फटकार, पूछा- किताबों में विवेकानंद, बोस पर सामग्री कम क्यों की


नई दिल्ली (सं.सू.)। एनसीईआरटी से खुलासा करने को कहा है कि क्यों स्वामी विवेकानंद पर कक्षा बारहवीं की इतिहास की किताब में सामग्री 1250 शब्द से घटाकर 37 शब्द कर दी गई और कक्षा आठवीं की किताब से इसे पूरी तरह हटा दिया गया।

सीआईसी ने सुभाष चंद्र बोस जैसे राष्ट्रीय नेताओं और क्रांतिकारियों पर अपनी पाठ्यपुस्तक से सामग्री घटाने के लिए एनसीईआरटी की खिंचाई की और ऐसे फैसले लेने के लिए स्वत: ही खुलासा करने को कहा। आदेश में आयोग ने एनसीईआरटी से खुलासा करने को कहा है कि क्यों स्वामी विवेकानंद पर कक्षा बारहवीं की इतिहास की किताब में सामग्री 1250 शब्द से घटाकर 37 शब्द कर दी गई और कक्षा आठवीं की किताब से इसे पूरी तरह हटा दिया गया।

जयपुर के सूर्यप्रताप सिंह राजावत ने सूचना आयुक्त श्रीधर आर्चायुलू के समक्ष याचिका दायर की थी। उन्होंने एनसीईआरटी किताबों में विख्यात शख्सियतों और क्रांतिकारियों के इतिहास को शामिल नहीं करने की आलोचना की है।

सिलसिलेवार आरटीआई आवेदनों और लोक शिकायत आवेदनों में राजावत ने दावा किया है कि एनसीईआरीटी की इतिहास की किताबों में 36 राष्ट्रीय नेताओं और चंद्र शेखर आजाद, अशफाकउल्ला खान, बटुकेश्वर दत्त, राम प्रसाद बिस्मिल जैसे क्रांतिकारियों पर सामग्री ही नहीं है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने आयोग का रुख किया।

बगदादी से सीधे टच में था रिजवान, फैमिली बोली- उसे गोली मार देनी चाहिए


गोरखपुर (सं.सू.)। कुशीनगर से गिरफ्तार हुए संदिग्‍ध ISIS आतंकी रिजवान के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि रिजवान आईएसआईएस सरगना अबू बकर अल-बगदादी से सीधे टच में था। वहीं, लखनऊ में अरेस्ट हुआ अलीम अहमद सरकार से मिले लैपटॉप पर टेररिस्ट वेबसाइट सर्च करता था।

एटीएस की रिजवान से पूछताछ के बाद कई खुलासे हुए हैं। ऑपरेशन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 20 साल का रिजवान जन्नत पाना चाहता था। इसके लिए वह सीरिया जाकर अमेरिकी सेना से ISIS के लिए लड़ना चाहता था। गोवा में वह 30 हजार रुपए किराए का कमरा लेकर रहता था। यहीं से आईएसआईएस का रीजनल ऑफिस चला रहा था। रिजवान फेसबुक के जरिए 8 महीने से आईएसआईएस के टच में था। एक्टिविटी देख उसे चेन्नई बुलाया गया, जहां एक लाख रुपए देकर जिम्मेदारी सौंपी गई। बाद में और रुपए देने का लालच दिया गया।

सूत्रों के मुताबिक, रिजवान जगह-जगह घूमकर स्लीपिंग मॉड्यूल भी तैयार कर रहा था। बताया जा रहा है कि इसके लिए उसे सीधे बगदादी से आदेश मिला था। यह भी लालच दिया गया था कि कामयाब हुए तो काफी फायदा होगा। जानकारी के मुताबिक रिजवान एक बड़ी साजिश को भी अंजाम देने में जुटा हुआ था। वह देश में कई स्थानों पर इंडियन मुजाहिदीन के संग मिलकर धमाके करने की तैयारी कर रहा था। वह कुशीनगर (यूपी) में भी सीरियल ब्लास्ट करने की योजना बना रहा था।

दूसरी तरफ अलीम को एनआईए और एसटीएफ की टीम ने अरेस्ट किया। हैदराबाद की क्राइम ब्रांच की टीम भी लखनऊ में मौजूद थी। वह हैदराबाद के चार संदिग्धों के साथ लगातार टच में था। अलीम के एक बैंक खाते की भी जानकारी मिली है। खाते में 1500 रुपए जमा बताए जा रहे हैं।

एजेंसियों का मानना है कि अलीम साइबर कैफे का इस्तेमाल नहीं करता था। सारा काम वह लैपटॉप के जरिए करता था। अलीम को पता चल गया था कि उसकी तलाश की जा रही है। इसलिए वह लखनऊ में बहन के यहां रह रहा था। अलीम के पेरेंट्स के मुताबिक 12th के बाद उसे सरकार ने लैपटॉप दिया था। जो कुछ समय इस्तेमाल के बाद उसने बेच दिया। हालांकि, अभी लैपटॉप बरामद नहीं हुआ है।

व्‍यापारियों पर भड़के नीतीश,कहा नाराज हैं तो चुनाव में हिसाब कर लीजिएगा

पटना (सं.सू.)। टैक्स में बढ़ोत्तरी के खिलाफ आंदोलन पर उतरे सूबे के व्यापारियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक जवाब दे दिया है। नीतीश ने साफ कर दिया कि आंदोलन से टैक्स वापस नहीं होने वाला है। सरकार को पैसे की जरूरत है और पैसा आसमान से नहीं टपकेगा बल्कि व्यापारियों के पास से ही आयेगा।

दरअसल, नीतीश पटना में फायर ब्रिगेड के कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। लेकिन, खुद के अंदर ही आग लगी थी लिहाजा व्यापारियों से लेकर सरकारी अधिकारियों की जमकर क्लास लगायी। कहावत है आये थे हरिभजन को ओटन लगे कपास। कहावत पुरानी है लेकिन सीएम नीतीश कुमार के तेवर देख इसकी याद आ गयी।

नीतीश पटना में फायर ब्रिगेड की कार्यशाला का उद्घाटन करने पहुंचे थे। कार्यशाला में व्यवसायियों को देखा तो टैक्स में इजाफे के खिलाफ उनका आंदोलन याद आ गया। मंच से साफ साफ सुना दिया टैक्स कम नहीं होगा। सरकार से अगर बहुत नाराजगी है तो चुनाव में हिसाब कर लीजियेगा।

नीतीश के मन का गुब्बार व्यापारियों पर ही नहीं बल्कि सरकारी अधिकारियों पर भी निकला। सीएम ने बार-बार दुहराया कि अधिकारियों का बड़ा तबका काम नहीं करना चाहता। उनके बार-बार कहने के बावजूद काम नहीं होता। सरकारी अधिकारी जनता की सेवा करने के बजाय नौकरी करने में लगे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस दफे सरकार बनाने के बाद परिस्थितियां नीतीश कुमार के बहुत अनुकूल नहीं दिख रही हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के सब्र का बांध भी टूटने लगा है। लिहाजा अब सरकारी और सार्वजनिक मंचों पर भी उनके मन का गुब्बार बाहर निकल कर आने लगा है।

हमें हराया तो नहीं खा पाओगे बीफ-ओवैसी


हैदराबाद (सं.सू.)। बीफ के मुद्दे पर राजनीति अभी भी थमी नहीं है। सांसद और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक सभा के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि अगर वे बीफ खाना चाहते हैं तो उनकी पार्टी को विजयी बनाए। ग्रेटर हैदराबाद निकाय चुनावों के लिए रैली के दौरान ओवैसी ने कहा, ‘यदि चुनावों में एमआईएम हार गई तो मैं आपसे कह रहा हूं अल्‍पसंख्‍यक समुदाय के लोगों को बीफ खाना छोड़ना होगा।’ उन्‍होंने महाराष्‍ट्र में बीफ बैन के लिए भाजपा शिवसेना सरकार पर हमला बोला और गरीब मुसलमानों व दलितों को निशाना बनाने का आरोप लगाया।

ओवैसी ने कहा, ‘उन्‍होंने महाराष्‍ट्र में बीफ पर बैन लगा दिया। लेकिन जब से मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तब से भारत के बीफ एक्‍सपोर्ट में बढ़ोत्‍तरी हुई है। यदि मेरे सूत्र सही हैं तो बीफ एक्‍सपोर्ट 17 प्रतिशत बढ़ा है। इस बारे में मोदी क्‍या कर रहे हैं। मुंबई में क्‍या हुआ। महाराष्‍ट्र में बीजेपी सरकार ने बैल को भी नहीं काटने का कानून ला दिया। वहां आप बैल को भी नहीं काट सकते। बीमार हो तो भी काट नहीं सकते। याद रखिए कि अख्तियार किसी और के पास गया तो बोलेंगे कि हमारी आस्‍था का मामला है। इन बातों को लेकर गरीबों को पेट पर लात मारना, जो लोग वर्षों से कारोबार कर रहे हें उनको कारोबार से महरूम करना…जैसा मुंबई में किया गया… महाराष्‍ट्र में किया गया…वैसा ही यहां किया जाएगा।’

ओवैसी बीफ बैन के मुद्दे को लगातार अपनी रैलियों में उठा रहे हैं। इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के लोगों के संबोधित करने के लहजे का भी माजक उड़ाते हैं। वे अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहते हैं, ‘मित्रों हैदराबाद में ...... सकता। हैदराबाद में बीफ काम करेगा।’

बोस ने अखबार में पढ़ी थी अपनी ही मौत की खबर-कर्नल


आजमगढ़ (सं.सू.)। नेता जी सुभाष चंद्र बोस की विमान हादसे में मौत के दावे लाख किए जाएँ लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जो इसे सिरे से खारिज करता है। यह कोई और नहीं बल्कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के वाहन चालक कर्नल निजामुद्दीन हैं। जिनका दावा है कि विमान हादसा 18 अगस्त 1945 को हुआ था, लेकिन 20 अगस्त 1947 को उनकी नेता जी से अंतिम मुलाकात वर्मा के सितांग में नदी के किनारे हुई थी। वहां से जाते समय नेताजी ने जीवन रहने पर फिर मिलने का वादा किया था, साथ ही यह भी कहा था कि सैनिको को भारत भेज देना। यहीं नहीं कर्नल की माने तो नेताजी अपनी मौत की खबर खुद अखबार में पढ़े थे और उन्हें इस बात की भनक भी लग गई थी कि कांग्रेस और अंग्रेजों के बीच उन्हें पकड़वाने का समझौता हो चुका है। यही कारण था कि नेताजी 20 अगस्त को नदी के रास्ते कहीं चले गये और फिर नहीं लौटे न ही उनसे बात हुई।
तेरह साल की उम्र में मुबारकपुर थाना क्षेत्र के ढकवां गांव से भागकर सिंगापुर गये निजामुद्दीन के बचपन का नाम शैफुद्दीन था। सिंगापुर में उनके दादा इस्लाम अली की कैंटिन थी। उसी पर वे काम करते थे कि उनके दादा ने उन्हें ब्रिटिश आर्मी में भर्ती करा दिया। अंग्रेजों का यह कहना कि फौज में इंडियन मर जाय पर खच्चर नहीं मरना चाहिए इन्हे आहत करता था। अभी उन्हें फौज में काम करते हुए कुछ महीने ही हुए थे कि आईएनए के लोग पर्चा गिराते हुए मिले और आर्मी छोड़ वे आजाद हिंद फौज में शामिल हो गए, जहां इन्हें निजामुद्दीन का नाम मिला, साथ ही फौज की लारी चलाने की जिम्मेदारी। 1943 में जाहबालू द्वीप सिंगापुर के सुल्तान ने नेताजी को 12 सिलेंडर की लिंकिंग जाफर नाम की कार भेंट की। इसके बाद नेताजी ने वह कार चलाने की जिम्मेदारी उन्हें सौंप दी।

इनकी मानें तो कार को शिप से वर्मा लाया गया था। आजाद हिंद फौज का बैंक, करेंसी रेडियो स्टेशन वर्मा में था। रंगून के रायल लीग स्ट्रीट पर सेना का हेड आफिस डा. बामू के मकान में था। लंबे समय तक ये लोग वर्मा के टाइची में सुरंग बनाकर रहे। कर्नल के मुताबिक एक बार नेताजी को बचाते हुए उन्हें तीन गोली पीठ में लगी थी, उस गोली को कैप्टन लक्ष्मी सहगल ने निकाला था। उसी समय नेताजी ने कहा था कि निजामू तूमने मुझे दूसरा जन्म दिया है और उसी दिन उन्होंने इन्हें कर्नल की उपाधि दी। नेताजी निजामुद्दीन के निशानेबाजी से भी बहुत प्रभावित रहते। कर्नल यहां तक कहते हैं कि वे चालक के साथ ही उनके सुरक्षा गार्ड भी थे, लेकिन उन्होंने कभी नेताजी को खिलखिलाकर हंसते नहीं देखा। बस हमेशा मुस्कुराते रहते थे। निजामुद्दीन बताते हैं कि 18 अगस्त 1945 को जब विमान हादसे के बाद नेता जी की मौत की खबर फैली तो सभी निराश थे, लेकिन नेताजी ने 20 अगस्त 1945 को वायरलेस पर फोन कर सितांग में एक छोटी नदी के पनघट पर बुलाया था। वहां जब नेता जी आए तो उनके साथ एक मद्रासी और कुछ जापानी लोग भी थे। उन्होंने कहा कि अब यहां रहना ठीक नहीं है। मैंने अपनी मौत की खबर अखबार में पढ़ी है और यह भी पता चला है कि कांग्रेस और अंग्रेजों में मुझे पकड़वाने के लिए समझौता हो चुका है। मैं वोट से चला जाउंगा। तुम लोग अपने सारे प्रूफ जला देना और सैनिकों को भारत भेज देना। इसके बाद नेता जी सिंताग से वोट से चले गए। वोट पर बैठने के बाद पूछने पर भी, उन्होंने नहीं बताया कि कहां जा रहे हैं। इतना जरूर कहा कि जीवन रहा तो फिर मिलेंगे। इसके बाद नेता जी का वायरलेस पर फोन आया कि वे पहुंच गए हैं। कहां नहीं बताए। इसके बाद नेताजी की कोई खबर उन्हें नहीं मिली।

पटना में इंदौर की युवती को दिन-दहाड़े गोलियों से भूना, मौके पर मौत


पटना (सं.सू.)। राजधानी पटना के मीठापुर बस स्टैंड के पास दिन-दहाड़े अपराधियों ने एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया है। अपराधियों ने एक युवती की गोली मारकर हत्या कर दी है।जानकारी के मुताबिक 23 वर्षीय सृष्टि जैन पटना से इंदौर जाने के लिये निकली थी। युवती इंदौर की रहने वाली बतायी जा रही है। सृष्टि जैन जैसे ही अपना बैग लेकर ऑटो में बैठी अपराधियों ने ताबड़तोड़ उसपर गोलियों की बौछार कर दी।

घटनास्थल पर ही युवती की मौत हो गयी। स्थानीय लोगों और पुलिस ने आनन-फानन में जैन को पास के अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की वजहों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अपराधियों के दुस्साहस से आस-पास के लोगों में खौफ बना हुआ है। ऑटो में बैठी युवती को इस तरह सरेआम गोली मारने की घटना ने पटना को दहला दिया है। चारों ओर इस हत्या के बारे में तरह-तरह की बातें की जा रही है। जानकारी यह भी है कि युवती इंदौर जाने की पूरी तैयारी कर ऑटो से ट्रेन पकड़ने जा रही थी। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

उसके पास से मिले सामान से पता चला है कि वह जक्कनपुर थाने के सामने स्थित होटल  मिनी इंटरनेशनल के कमरा नंबर 103 में 23 जनवरी को रुकी थी। 23 जनवरी को ही सृष्टि फ्लाइट से इंदौर से पटना आई थी। पुलिस ने इस होटल के सीसीटीवी को खंगाला है जिससे पता चला है कि उसकी सुबह में किसी लड़के से बहस हुई थी। पुलिस उस लड़के की तलाश में जुट गयी है। प्रथम दृष्टया मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़कर देखा  जा रहा है। हालांकि दिन-दहाड़े इस वारदात ने राजधानी की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े कर दिये हैं। चंहुओर इस बात की चर्चा चल रही है कि दिन-दहाड़े भी अपराधी खुलेआम घटना को अंजाम दे रहे हैं। पटना में गणतंत्र दिवस को लेकर हाइ अलर्ट है उसके बाद भी  इस तरह की घटना होना अपने आप में एक सवाल खड़े कर रहा है।

महात्मा गांधी की प्रतिमा पर कालिख पोती, लिखे आईएसआईएस जिंदाबाद के नारे


जयपुर (सं.सू.)। राजस्थान की राजधानी से सटे हुए इलाके में कुछ असामाजिक तत्वों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर कालिख पोतकर, आतंकवादी संगठन आईएसआईएस जिंदाबाद के नारे लिखे गए हैं। घटना जयपुर के पास दूदू के मोजमाबाद कस्बे में हुई। इसके साथ ही 26 जनवरी को बड़ी घटना को अंजाम देने की चेतावनी भी लिखी गई है। पुलिस मामले को लेकर सतर्क है, साथ ही पूरे मामले के पीछे की सच्चाई जानने में जुट गई है।

बता दें कि घटना के एक दिन बाद गणतंत्र दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। पूरे मामले को लेकर मोजमाबाद कस्बे में तनाव बना हुआ है। स्थानीय लोग भी घटना को लेकर लोग काफी गुस्से में हैं और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस से एक दिन पूर्व ही ऐसी घटिया घटना को अंजाम देना और 26 जनवरी को बड़ी घटना को अंजाम देने की चेतावनी देना राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है।

बिहार में अपराधी हुए बैखौफ, सर्राफा व्यापारी से मांगी रंगदारी

पटना (सं.सू.)। बिहार में रंगदारी मांगने का सिलसिला थम नहीं रहा है। बिहार के लखीसराय में रविशंकर वर्मा नाम के एक सर्राफा व्यवसायी से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है। सर्राफा व्यापारी को रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की भी धमकी दी गई। व्यापारी की शिकायत के बाद पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।

उधर सीतामढ़ी जिले के मनरेगा में तैनात शंभू सुमन नाम के एक जूनियर इंजीनियर से भी 10 लाख की रंगदारी मांगी गई है। जूनियर इंजीनियर से बदमाशों ने चिट्‌ठी के जरिए रंगदारी मांगी है। जूनियर इंजीनियर शंभू सुमन की शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

बता दें कि पिछले साल दिसंबर महीने में दरभंगा में रंगदारी नहीं देने पर सड़क निर्माण में लगी एक कंपनी के 2 इंजीनियरों की हत्या कर दी गई थी। बाद में राजधानी पटना में रंगदारी नहीं देने पर एक सर्राफा व्यवसायी को दिनदहाड़े मौत के घाट उतार दिया गया था।