Monday, January 11, 2016

रक्षा मंत्री पर्रिकर बोले- 'बदले' की जगह, वक्त हम तय करेंगे


नई दिल्ली (सं.सू.)। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को कहा कि जो भी व्यक्ति या संगठन भारत को दर्द देगा, उसे उसी तरह का दर्द देना चाहिए। लेकिन यह कैसे, कब और कहां होगा, यह हम तय करेंगे। रक्षा मंत्री के इस सख्त बयान को पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के संदर्भ में माना जा रहा है।

रक्षा मंत्री सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग समेत सेना के शीर्ष अधिकारियों और अन्य लोगों को संबोधित कर रहे थे। पर्रिकर ने कहा कि इतिहास हमें यह बताता है कि जो लोग नुकसान पहुंचाते हैं, जब तक उन्हें उस दर्द का अहसास नहीं होता, वे बदलते नहीं हैं। यह मेरी राय है, इसे सरकार की सोच के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से मानते रहे हैं कि अगर कोई आपको नुकसान पहुंचाता है तो वह वही भाषा समझता है। पर्रिकर ने अपने बयान को स्पष्ट करते हुए कहा कि बुनियादी सिद्धांत यह है कि जब तक आप दूसरों को दर्द नहीं देंगे, चाहे वह कोई भी क्यों न हो, तब तक ऐसी घटनाएं कम नहीं होंगी।

पठानकोट हमले का जिक्र किए बिना रक्षा मंत्री ने कहा कि जिन सात जवानों ने बलिदान दिया, उन पर देश को गर्व है लेकिन इस नुकसान से उन्हें दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि जब हम अपने जवानों को बताएं कि ऐसा हो सकता है कि हमें कुछ सैनिकों का नुकसान हो। इस घटना में सीधे मुकाबले में हमें एक जवान को खोना पड़ा।

पर्रिकर ने कहा कि हमें अपने सैनिकों इस अवधारणा के बारे में सोचने के लिए कहना चाहिए कि आप अपने शत्रु, अपने देश के शत्रुओं की जान लें, बजाए इसके कि अपनी जान दें। उन्होंने कहा कि बलिदान का सम्मान किया जाना चाहिए, देश को जरूरत इस बात की है कि शत्रुओं को खत्म किया जाए। क्या इसका अर्थ पूर्ववर्ती यूपीए सरकार की नीति में बदलाव से है, के जवाब में रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर कोई आता है और हथौड़ा मारता है तो क्या आप चुप रहेंगे, यह कैसी नीति है।

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