Tuesday, May 31, 2016

बिहार में नकल पर सख्ती से आधे से ज़्यादा परीक्षार्थी फ़ेल

पटना (सं.सू.)। बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में शामिल आधे से ज्यादा परीक्षार्थी असफल रहे हैं।

बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने रविवार को बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) की ओर से आयोजित मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी किया।

साल 2016 की परीक्षा में शामिल करीब साढ़े पंद्रह लाख परीक्षार्थियों में से केवल 46.66 फीसदी को ही सफल घोषित किया गया है।

2015 के मुकाबले इस बार सफलता का प्रतिशत करीब 28 फीसद कम रहा है।

शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, ‘‘पिछले साल के मुकाबले पास होने वाले छात्रों की संख्या घटी है क्योंकि इस बार हम लोगों ने परीक्षा में काफी कड़ाई बरती थी।’’

2015 की मैट्रिक परीक्षा के दौरान बड़े पैमाने पर कदाचार के मामले सामने आए थे। साथ ही इससे जुड़ी हुई कुछ तस्वीरें भी आई थीं जिन पर दुनिया भर में खूब चर्चा हुई थी।

कुछ तस्वीरों में तो लोग बहुमंजिला इमारतों की खिड़कियों पर झूलते हुए और परीक्षार्थियों को ‘मदद’ पहुंचाते हुए दिखे थे।

ऐसे में रिजल्ट जारी करते हुए शिक्षा मंत्री ने ज़ोर देकर कहा, ‘‘बिहार के बारे में एक धारणा बन गई थी, कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित करके हम उस धारणा को तोड़ने में सफल हो पाए हैं।"

बताया जा रहा है कि इस बार तीन विषयों में फेल परीक्षार्थी भी पूरक परीक्षा दे पाएंगे। बड़ी संख्या में छात्रों के असफल होने के बाद शिक्षा मंत्री ने यह घोषणा की।

मैट्रिक के रिजल्ट की तरह ही शनिवार को जारी किए गए इंटर कला परीक्षा के रिजल्ट में भी करीब 43 फीसद परीक्षार्थी फ़ेल रहे थे।

राज्य में वर्ष 2016 में परीक्षा में कदाचार पर लगाम लगी, तो इंटर साइंस का रिजल्ट 22.06% कम हो गया। साथ ही प्रथम श्रेणी में पास करनेवालों की संख्या भी 27.30% कम हो गयी।

मंगलवार को जारी रिजल्ट में 67.06% परीक्षार्थी ही सफल हो पाये है़ं। सबसे अधिक औसत अंक गणित में आये हैं। हालांकि, इसी विषय में सबसे अधिक 2845 परीक्षार्थियों को जीरो मिला है। सबसे कम औसत अंक हिंदी में आये हैं। वैसे फिजिक्स में सबसे अधिक परीक्षार्थी फेल हुए हैं, जबकि  केमेस्ट्री दूसरे स्थान पर है।

Monday, May 30, 2016

बिहार की शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल, टॉपर को याद नहीं विषय


हाजीपुर (सं.सू.)। हाजीपुर की रहने वाली लड़की रूबी राय जिसने १२वीं की आर्ट्स स्ट्रीम में टॉप किया है उसे अपने सब्जेक्ट के नाम ठीक से याद नहीं हैं और न ही उसे विषय से संबंधित कोई जानकारी है। बिहार की घटना पहली नहीं है। देश भर में ऐसे कई मामले गाहे-बगाहे सामने आते रहते हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक आर्ट्स स्ट्रीम की टॉपर रूबी राय को 500 नंबर की परीक्षा में 444 अंक मिले। इस टॉपर से जब इंडिया न्यूज़ संवाददाता ने बात की तो उसे अपने सब्जेक्ट तक के नाम ठीक से याद नहीं थे।

हैरान करने वाली बात यह है कि पॉलिटिकल साइंस में 100 में 91 नंबर लाने वाली रूबी से जब पॉलिटिकल साइंस क्या है, ये पूछा गया तो उसका जवाब सुनकर आप माथा पकड़ लेंगे। रूबी ने पॉलिटिकल साइंस को लेकर कहा कि इस सब्जेक्ट में खाना बनाने से संबंधित पढ़ाई होती है। उसे ये भी नहीं पता था कि परीक्षा कितने नंबर की थी।

साइंस के टॉपर सौरभ कुमार को भी साइंस के मामूली सवाल पता ही नहीं थे। ऐसे में ये सवाल उठने लगा है कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था कैसी है जहां राज्य के टॉपर को उस स्ट्रीम के विषय का भी पता नहीं है। कैसे हो रही है बिहार में परीक्षा और कैसे दिए जा रहे हैं नंबर कि विषय से अनजान विद्यार्थी भी टॉपर बन जा रहे हैं।

अमेरिकी उद्योगपति ने कहा-मोदी की तरह योजना तैयार करें अगले राष्ट्रपति

न्‍यूयॉर्क (सं.सू.)। विनिर्माण और रोजगार बढ़ाने के लिए मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया का हवाला देते हुए सिस्को के अध्यक्ष जॉन चेंबर्स ने कहा कि अगले अमेरिकी राष्ट्रपति को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह अमेरिकी अर्थव्यवस्था की वृद्धि के लिए योजना तैयार करनी चाहिए। अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए चेंबर्स ने कहा कि फिलहाल मौजूदा रुझानों से लगता है कि राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अगले अमेरिकी राष्ट्रपति हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि पार्टी चाहे कोई भी हो, अगले अमेरिकी राष्ट्रपति को अमेरिकी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने, प्रौद्योगिकी का फायदा उठाने और रोजगार सृजन की योजना का खाका प्रस्तुत करना चाहिए जैसा कि भारत में मोदी कर रहे हैं।

चेंबर्स ने 25 मई को यहां हुए ब्लूमबर्ग ब्रेकअवे सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी यहां सात-आठ जून को अपनी यात्रा के दौरान अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करेंगे जिसमें वह यहां डिजिटल इंडिया, अर्थव्यवस्था इत्यादि के बारे में बात करेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी यहां अपनी सरकार की भारत के हर नागरिक को सस्ती और तेज ब्राडबैंड सेवा प्रदान करने और देश में स्वास्थ्य एवं शिक्षा में बदलाव की योजना की बात करेंगे। चेंबर्स ने कहा, 'राष्ट्रीय बहस यही होनी चाहिए। अमेरिका में दोनों पार्टियों में से जो भी जीते उसे इस आधार पर जीतना चाहिए कि आप किस तरह अपने देश में बदलाव लाएंगे।'

ईरान ने कहा- 'हमारे लोग हज पर नहीं जा सकेंगे, सऊदी अरब अल्लाह के पास जाने से रोक रहा'

तेहरान (सं.सू.)। ईरान ने कहा कि इसके नागरिक इस साल हज यात्रा पर जाने से वंचित रह जाएंगे, क्योंकि सऊदी अरब बाधा पैदा कर रहा। उसने सउदी अरब पर अल्लाह तक जाने की राह 'बाधित' करने का आरोप लगाया। सऊदी अरब इस्लाम धर्म के सबसे पवित्र स्थल का संरक्षक है। सउदी अरब ने कहा है कि ईरान की हज मांगें 'अस्वीकार्य' हैं।

ईरानी हज संगठन ने कहा, 'सऊदी अरब हज जाने के ईरानियों के पूर्ण अधिकार का विरोध कर रहा है और अल्लाह के पास जाने का रास्ता बाधित कर रहा है।' संगठन ने कहा कि सऊदी अरब मक्का में ईरानी श्रद्धालुओं की 'सुरक्षा और सम्मान' की उसकी मांगों का जवाब देने में नाकाम रहा है, जिनमें से 60,000 लोग पिछले साल हज पर गए थे। ईरान के संस्कृति मंत्री अली जन्नती ने बताया कि क्षेत्रीय प्रतिद्वंदियों तेहरान और रियाद के बीच ताजा विवाद के बाद ईरानी श्रद्धालु दुर्भाग्य से सितंबर में हज यात्रा पर जाने में सक्षम नहीं होंगे। सऊदी के अड़चन डाले जाने के चलते दो श्रृंखलाओं की वार्ता बेनतीजा रही।

वहीं, रियाद के हज मंत्रालय ने बताया कि इसने दो दिनों की वार्ता में ईरानियों द्वारा की गई कई मांगों को पूरा करने के लिए इसने कई समाधान की पेशकश की थी। इलेक्‍ट्रॉनिक वीजा का इस्तेमाल करने सहित कुछ चीजों पर सहमति बन गई थी। जेद्दा में ब्रिटेन के आगंतुक विदेश मंत्री फिलिप हामांडे के साथ सऊदी विदेश मंत्री अब्देल अल जुबेर ने एक संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग में ईरान की मांगों की निंदा की। जुबेर ने कहा कि ईरान ने प्रदर्शन करने की मांग की है। इससे हज के दौरान अव्यवस्था होगी। यह अस्वीकार्य है।

पिछले करीब तीन दशक में यह पहला मौका होगा, जब ईरान के लोग हज पर नहीं जा सकेंगे। गौरतलब है कि सऊदी अरब में एक प्रमुख शिया धर्मगुरू को मौत की सजा दिए जाने के बाद तेहरान में सऊदी के दूतावास एवं वाणिज्यदूतावास पर हमले हुए थे। इसको लेकर दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध जनवरी महीने से खत्म है।

पत्रकार को धमकानेवाले जदयू एमएलसी ने महिला के साथ की छेड़खानी और मारपीट

पटना (सं.सू.)। जदयू के एमएलसी हीरा​ बिंद पर एक मुखिया प्रत्याशी के साथ मारपीट, लूटपाट व छेड़खानी का आरोप लगा है। आपको बता दें कि हीरा बिंद पर कुछ दिनों पहले भी बिहारशरीफ के एक पत्रकार को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा था। तब पुलिस ने कुछ ही घंटों में उन्हें क्लीन चिट दे दिया था।

एक बार फिर उन पर मारपीट और छेड़खानी का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक एमएलसी महिला मुखिया प्रत्याशी इन्दु देवी को पंचायत चुनाव के मैदान के हटने के लिए दबाव डाल रहे थे। जब इन्दु देवी ने चुनावी मैदान नही छोड़ा तो एमएलसी के सर्मथकों ने इन्दु देवी और उनके बेटे रणविजय कुमार को इतना पीटा कि वह अधमरे हो गए। घायल मुखिया प्रत्याशी ने हीरा बिंद समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस जांच कर रही है।

इन्दु देवी ने कहा कि वह पंचायत चुनाव में मुखिया प्रत्याशी है। इसी को लेकर एमएलसी हीरा बिंद उन पर दबाव डाल रहे थे कि वह चुनावी मैदान छोड़ दे। मगर वह मैदान से नही हटी। उन्होंने कहा कि इसी के प्रतिशोध में जदयू के एमएलसी हीरा बिंद, इंदल बिंद और विसू बिंद हथियारों के साथ उनके घर में घुंस गए और उनके व उनके पुत्र को पीटा। मुखिया प्रत्याशी ने बताया कि जदयू एमएलसी उनके घर का सामना भी लेकर चलते बने। जख्मी रणविजय का इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है। वहीं इस मामले पर सफाई देते हुए एमएलसी हीरा बिंद ने कहा कि उनपर गलत आरोप लगाया जा रहा है। ​हिलसा थानाध्यक्ष के इशारे पर गलत मुकदमा दर्ज कर उन्हें और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है।

Saturday, May 28, 2016

कोहली और वार्नर के बीच होगा आईपीएल 2016 का फाइनल


बेंगलुरु (सं.सू.)। प्रेरणादायी कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर कल यहां कप्तान डेविड वॉर्नर की सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ होने वाले फाइनल मुकाबले में आईपीएल में तीसरी बार मिले इस मौके से चूकना नहीं चाहेगी, वहीं दोनों टीमों की निगाहें अपने पहले टी20 खिताब लगी होंगी।

हालांकि बैंगलोर का सनराइजर्स पर पलड़ा थोड़ा भारी है क्योंकि उनके पास दो बार आईपीएल फाइनल - 2009 और 2011 - में खेलने का अनुभव है, लेकिन दोनों ही मौकों पर टीम उप विजेता रही थी। सनराइजर्स हैदराबाद का इससे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन प्ले ऑफ स्थान रहा जो उसने 2013 में अपने डेब्यू सीजन में हासिल किया था।

बैंगलोर का अभियान शुरुआत में थोड़ा उतार चढ़ाव भरा रहा जिससे उन्हें प्ले ऑफ में जगह बनाने के लिये अंतिम चार मैच जीतने की दरकार थी और उन्होंने सिर्फ इतना ही हासिल नहीं किया बल्कि क्वॉलीफायर में अपनी जीत से तीसरी बार सीधे फाइनल में जगह सुनिश्चित की।

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम अब जिस लय में, उससे वह इस मौके का फायदा उठाकर इस प्रतिष्ठित टी20 टूर्नामेंट को जीतने के लिये प्रतिबद्ध होगी क्योंकि दो बार वह इस मौके से चूक चुकी है।

बैंगलोर ने फॉर्म बिलकुल सही समय पर हासिल की और पांच शानदार प्रदर्शन कर गुजरात लायंस को (144 रन), कोलकाता नाइटराइडर्स को (नौ विकेट), किंग्स इलेवन पंजाब को (डकवर्थ लुईस पद्धति से 82 रन से), दिल्ली डेयरडेविल्स को (छह विकेट) और फिर पहले क्वॉलीफायर में गुजरात को (चार विकेट) से शिकस्त देकर फाइनल में स्थान सुनिश्चित किया।

इस मैच में सभी की निगाहें बैंगलोर के कोहली और एबी डिविलियर्स पर लगी होंगी जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी को आकर्षित किया है। कोहली कप्तानी में भी प्रभावशाली रहे हैं, निराशाजनक शुरुआत के बाद उन्होंने अपनी टीम में आत्मविश्वास भर दिया। जब टीम के लिये क्वालीफाई करना मुश्किल दिख रहा था, कप्तान ने अपनी बल्लेबाजी और बेहतरीन नेतृत्व क्षमता से इसे संभव कर दिखाया।

इसमें कोई शक नहीं कि कोहली अभी तक अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म का लुत्फ उठा रहे हैं और टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी हैं, उन्होंने 15 मैचों में 919 रन जोड़े हैं जिसमें छह अर्धशतक और चार शतक शामिल हैं और उनका सर्वोच्च स्कोर 113 रन का रहा।

वहीं डिविलियर्स लीग में 682 रन बनाकर तीसरे सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी हैं, इसमें उन्होंने एक सैकड़ा और छह अर्धशतक बनाए हैं।

बल्कि यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम में पहले क्वॉलीफायर में जीत के लिये 159 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बैंगलोर की टीम एक समय पांच विकेट पर 29 रन बनाकर जूझ रही थी लेकिन डिविलियर्स ने नाबाद 79 रन की बेहतरीन पारी खेली और सातवें विकेट के लिये इकबाल अब्दुल्ला (33) के साथ मैच विजयी 91 रन की साझेदारी कर टीम को फाइनल में पहुंचा दिया।

कोहली और डिविलियर्स के अलावा बिग हिटर क्रिस गेल भी कल बड़ी पारी खेलने पर निगाह लगाये होंगे, उन्होंने पिछले कुछ मैचों में फॉर्म में वापसी के संकेत दिये हैं।

बैंगलोर की वापसी का श्रेय टीम के कम अनुभवी गेंदबाजी आक्रमण को भी दिया जाना चाहिए जिसने अंत में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन टूर्नामेंट के शुरू में इसकी काफी आलोचना की जा रही थी।

गेंदबाजी में वापसी लेग स्पिनर युजवेंद्र चाहल की बदौलत ही संभव हो सकी, जो 12 मैचों में 20 विकेट चटकाकर टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने में दूसरे नंबर पर हैं। क्रिस जॉर्डन ने जब से टीम में प्रवेश किया तब से बैंगलोर को अंतिम ओवर में अपने प्रतिद्वंद्वियों को रोकने में मदद मिली। वहीं ऑस्ट्रेलियाई शेन वॉटसन ने भी गेंद से टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है, उन्होंने भी इस सत्र में अभी तक 15 मैचों में 20 विकेट हासिल कर लिये हैं।

रविवार का मैच बैंगलोर के लिये सनराइजर्स से पिछली भिड़ंत में मिली 15 रन की हार का बदला चुकता करने का मौका भी होगा। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरह सनराइजर्स हैदराबाद की टीम भी अपने कप्तान वॉर्नर पर निर्भर होगी जिन्होंने शानदार अगुवाई करते हुए टीम को पहली बार आईपीएल फाइनल में पहुंचाया।

सनराइजर्स की टीम दो बड़ी जीत के बाद फाइनल में पहुंची हैं, उसने पहले दो बार की चैम्पियन कोलकाता नाइटराइडर्स को एलिमिनेटर में 22 रन से पराजित किया और फिर दूसरे क्वालीफायर में गुजरात लायंस को चार विकेट से शिकस्त दी।

वॉर्नर ने अभी तक 16 मैचों में आठ अर्धशतकों की मदद से 779 रन जुटाये हैं, वह आईपीएल 9 में सर्वाधिक रन जुटाने वाले बल्लेबाजों में कोहली के बाद दूसरे नंबर पर हैं। दूसरे क्वॉलीफायर में लायंस के खिलाफ नाबाद 93 रन की मैच विजेता पारी वॉर्नर का सर्वोच्च स्कोर है।

वॉर्नर के अलावा सनराइजर्स में शिखर धवन (473 रन), अनुभवी युवराज सिंह, मोइजेस हेनरिक्स, दीपक हुड्डा, नमन ओझा ओर बिग हिटर ऑल राउंडर बेन कटिंग बल्लेबाजी विभाग में मौजूद हैं।

लेकिन सनराइजर्स के लिये उनकी गेंदबाजी इस सत्र में अभूतपूर्व रही है। बल्कि यह कहना गलत नहीं होगा कि कल का मैच बैंगलोर की बल्लेबाजी और सनराइजर्स की गेंदबाजी इकाई के बीच होगा।

टीमें इस प्रकार हैं- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर- विराट कोहली (कप्तान), क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स, शेन वॉटसन, केएल राहुल, सचिन बेबी, वरुण आरोन, अबु नेचिम, श्रीनाथ अरविंद, स्टुअर्ट बिन्नी, युजवेंद्र चाहल, ट्रेविस हेड, इकबाल अब्दुल्ला, केदार जाधव, क्रिस जॉर्डन, डेविड विसे, अक्षय कर्णेवार, सरफराज खान, विक्रमजीत मलिक, मंदीप सिंह, परवेज रसूल, हर्षल पटेल, केन रिचर्डसन, तबरेज शम्सी, विकास टोकस, प्रवीण दुबे।

सनराइजर्स हैदराबाद- डेविड वॉर्नर (कप्तान), शिखर धवन, युवराज सिंह, मोइजेस हेनरिक्स, इयोन मोर्गन, दीपक हुड्डा, नमन ओझा, कर्ण शर्मा, मुस्तफिजुर रहमान, भुवनेश्वर कुमार, बरिंदर सरन, ट्रेंट बोल्ट, बेन कटिंग, केन विलियम्सन, आशीष रेड्डी, रिकी भुई, बिपुल शर्मा, सिद्धार्थ कौल, अभिमन्यु मिथुन, विजय शंकर, टी सुमन, आदित्य तारे।

मैच भारतीय समयानुसार रात आठ बजे शुरू होगा।

16 साल की लड़की से 33 लोगों ने 36 घंटे तक किया रेप

 
रियो डी जेनेरियो (सं.सू.)। ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में पिछले शुक्रवार (20 मई) को 16 साल की लड़की से 33 लोगों ने 36 घंटे तक रेप किया और फिर उसके फोटोज और वीडियो ट्विटर पर डाल दिए। इस मामले के सामने आने के बाद ब्राजील के लोगों का गुस्सा भड़क गया है। घटना के बाद ब्राजील में विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है। ह्यूमन राइट्स कमीशन ने भी इस पर सख्त रुख दिखाया है। 800 लोगों ने एडमिनिस्ट्रेशन से इस मामले की शिकायत की, तब जाकर ट्वीट हटाए जा सके।

लड़की फावेला नाम के एरिया में अपने ब्वॉयफ्रेंड से मिलने के लिए गई थी। वहीं पर लड़की के ब्वॉयफ्रेंड ने उसे नशीले चीज दे दी। इसके बाद उसे रविवार सुबह होश आया। उसने देखा की तीस से ज्यादा लोग उसे घेरे हुए हैं। इनमें से कुछ के पास पिस्टल और राइफल भी थीं।

लड़की किसी तरह मंगलवार को अपने घर पहुंची। उसकी हालत देखकर परिवार वाले सब समझ गए थे पर उन्होंने बिना कुछ बोले उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया। फिलहाल, लड़की का ट्रीटमेंट जारी है। लड़की के परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। उसकी दादी ने कहा- वह बुरी तरह टूट चुकी है और सिर्फ रोती रहती है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने लड़की के ब्वॉयफ्रेंड समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है।

दो महीने बाद ब्राजील के रियो में ओलंपिक होने हैं। ऐसे में इस घटना ने वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 2012 में निर्भया केस के दौरान ब्राजील की मीडिया ने मामले को तूल देते हुए जबरदस्त तरीके से कवर किया था और भारत को महिलाओं के लिए खतरनाक जगह बताया था। पर वही ब्राजील की मीडिया अब इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है।

न्यूक्लियर ग्रुप में भारत की एंट्री का विरोध करने पर पाक को अमेरिका की फटकार

वॉशिंगटन (सं.सू.)। अमेरिका ने पाकिस्तान से दो टूक कह दिया है कि न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (एनएसजी) में भारत की एंट्री का हथियारों की दौड़ से कोई लेना-देना नहीं है। अमेरिका के मुताबिक, इसकी मेंबरशिप के लिए भारत का नाम इसलिए प्रपोज किया गया है, क्योंकि भारत ने सिविलियन सेक्टर में न्यूक्लियर एनर्जी का बेहतर इस्तेमाल किया है। बता दें कि पाकिस्तान एनएसजी में भारत को मेंबरशिप दिए जाने का विरोध कर रहा है। इसी पर अमेरिका ने उसे फटकार लगाई है।

दरअसल, अमेरिका ने 48 देशों के न्यूक्लियर्स सप्लायर ग्रुप में भारत को मेंबरशिप दिए जाने की सिफारिश की है। वहीं, पाकिस्तान इसका विरोध कर रहा है। पाकिस्तान के भारत विरोध से अमेरिका नाराज हो गया है। शुक्रवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिका की पाकिस्तान से नाराजगी खुलकर सामने आ गई। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान, अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के स्पोक्सपर्सन मार्क टोनर ने कहा- "ये हथियारों की दौड़ या न्यूक्लियर आर्म्स से जुड़ा मामला नहीं है। ये तो न्यूक्लियर एनर्जी का शांतिपूर्ण तरीके से जनता के लिए इस्तेमाल का मुद्दा है। पाकिस्तान को इसे समझ लेना चाहिए।"

पाकिस्तान ने भारत को एनएसजी मेंबरशिप दिए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि इससे साउथ एशिया में न्यूक्लियर हथियारों की एक रेस शुरू हो जाएगी। एनएसजी के 48 देशों की एक अहम मीटिंग जल्द ही होने वाली है। इसके पहले अमेरिका की पाकिस्तान को फटकार भी अलग मायने रखती है। टोनर ने कहा- "मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि पिछले साल जब प्रेसिडेंट ओबामा भारत गए थे, तब उन्होंने भारत के मिसाइल कंट्रोल प्रोग्राम पर चर्चा की थी। इसके बाद ही उन्होंने भारत को एनएसजी मेंबरशिप देने की बात कही थी। लेकिन इस बारे में ग्रुप के मेंबर वोटिंग के जरिए आखिरी फैसला लेंगे।" टोनर ने कहा- "अगर पाकिस्तान भी एनएसजी में आने के बारे में सोच रहा है, तो उसे एप्लिकेशन के जरिए दावा करना चाहिए। इस बारे में दूसरे देश वोटिंग के जरिए फैसला करेंगे।"

अमेरिका ने भारत की एनएसजी में एंट्री रोकने को चीन का गेम भी करार दिया है। अमेरिका का कहना है कि एटमी हथियारों पर रोक लगाने के भारत के दावे की पाकिस्तान के साथ तुलना नहीं की जा सकती।  क्योंकि पाकिस्तान न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी को लीबिया जैसे देशों को बेचता रहा है। पाक में न्यूक्लियर एनर्जी शुरू करने वाले डॉ. ए.क्यू. खान भी ऐसा करते रहे हैं।

पटना में पत्रकार के अपहरण की कोशिश, सोती रही पुलिस

पटना (सं.सू.)। बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति दिनों दिन बिगड़ती ही जा रही है। राजधानी पटना में अंग्रेजी अखबार के एक पत्रकार का अपराधियों ने अपहरण करने की कोशिश की। जब इसमें नाकाम हुआ तो पत्रकार की पिटाई कर सड़क पर जख्मी हालत में फेंक दिया।

घटना रात ढाई बजे की है जब अंग्रेजी अखबार टेलीग्राफ के प्रोडक्शन मैनेजर राकेश कुमार सिंह ऑफिस से अपने घर लौट रहे थे। तभी पहले से घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गाड़ी से खींच लिया। दो घंटे बाद उन्हें बीच सड़क पर अपराधियों ने फेंक दिया। वहीं, पुलिस को सूचना देने के बाद भी घंटों तक नहीं पहुंची। मामला शास्त्रीनगर से जुड़ा हुआ।

दो घंटे तक लोग खुद ही उस गाड़ी का पीछा करते रहे। गाड़ी को लोगों ने जब डाक बंगला चौराहे पर देख तो वहां लोगों की अपहरणकर्ताओं के साथ हाथापाई हो गई। उसके बाद बदमाश राकेश को सड़क पर फेंक फरार हो गए। साथ ही थोड़ी दूर जाकर गाड़ी को भी छोड़ दिया। लोगों ने गाड़ी को पुलिस के हवाले कर दिया है। सभी अपराधी एसयूवी पर सवार थे। गाड़ी पर कोई नंबर प्लेट नहीं था।

इंडिया गेट पर आज मोदी सरकार के 2 साल पूरा करने पर मेगा शो


नई दिल्ली (सं.सू.)। राजग सरकार के दो साल पूरे होने पर अपनी उपलब्धियों को गिनाने के लिए मोदी सरकार आज 28 मई को इंडिया गेट पर समारोह का आयोजन करेगी। मोदी सरकार ‘जरा मुस्कुरा दो’ नामक शो में विभिन्न कार्यक्रमों और प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी दो साल की ‘उपलब्धियों’ की झलक दिखाएगी। समझा जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के ज्यादातर सहयोगी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस समारोह के एक हिस्से की मेजबानी महानायक अमिताभ बच्चन करेंगे।

इस कार्यक्रम का पूरे देश में दूरदर्शन द्वारा प्रसारण किया जायेगा। शो के दौरान विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों खासतौर पर स्वच्छ भारत अभियान, डिजिटल इंडिया और ग्रामीण विद्युतीकरण को उजागर किया जाएगा।

सरकार ने शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू की अध्यक्षता में शो की तैयारियों की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया था। नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और राज्यवर्धन सिंह राठौर इस समिति के सदस्य हैं।

समिति ने सरकार की योजनाओं के संबंध में विस्तार से चर्चा की है, जिसपर जोर दिए जाने की आवश्यकता है। पिछले साल मोदी सरकार ने अपने एक साल पूरे होने पर ‘साल एक, शुरुआत अनेक’ नाम से जश्न मनाया था।

भाजपा की पूरे देश में 26 मई से 10 जून के बीच सरकार की सफलताओं को उजागर करने के लिए 200 से अधिक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है। मोदी के विभिन्न स्थानों पर इन रैलियों को संबोधित करने की संभावना है।

गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 26 मई को अपने कार्यकाल के दो साल पूरे कर लिए।

गौरतलब है कि अमिताभ की 'मेजबानी' को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अमिताभ के कार्यक्रम की ‘मेजबानी’ करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि जांच कर रही एजेंसियों को यह क्या संदेश देगा। इसके बाद अमिताभ के हवाले से कहा गया कि वह नहीं बल्कि अभिनेता आर माधवन कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे और वह बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर एक हिस्से में ही एंकर की भूमिका में होंगे।

बेटे ने बिगाड़ा मोबाइल तो पिता ने जमीन पर पटकर ली जान

औरंगाबाद (सं.सू.)। बिहार के औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक व्यक्ति ने मोबाइल फोन बिगड़ जाने के कारण अपने डेढ़ वर्षीय पुत्र को जमीन पर पटक दिया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। मृत बच्चे की मां की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार, गोलगरिबा गांव निवासी अनिल पासवान का मोबाइल फोन खराब हो गया था। घर लौट कर उसने परिजनों से फोन के बारे में पूछताछ की, तो घरवालों ने बताया कि उनका छोटा बेटा अनुज कुमार मोबाइल से खेल रहा था।

इस बात पर अपना आपा खोते हुए अनिल ने पत्नी देवंती देवी की गोद में खेल रहे बेटे को उठाकर सीधा जमीन पर पटक दिया, जिसके कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

कुटुंबा के थाना प्रभारी सुभाष राय ने बताया कि मृतक की पत्नी के बयान के आधार पर हत्या की एक प्राथमिकी कुटुंबा थाने में दर्ज कर ली गई है तथा आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।

फारूक अब्दुल्ला ने किया राष्ट्रगान का अपमान


कोलकाता (सं.सू.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शपथ ग्रहण समारोह में जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम ने राष्ट्रगान का अपमान किया है।

समारोह में लालू और फारूक जैसी कई हस्तियां मौजूद थी। जब राष्ट्रगान बजा तो सब खड़े हो गए लेकिन तभी फारूक अब्दुल्ला को एक फोन आया और वो राष्ट्रगान का सम्मान भूलकर फोन पर बतियाना शुरू हो गए। सोशल मीडिया पर फारूक की खूब आलोचना हो रही है।

हालांकि अपने पिता के बचाव में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि जब कश्मीर में मुठभेड़ चल रही हो तब उनके पिता की चिंता और व्यग्रता स्वाभाविक मानी जानी चाहिए।

नीतीश के कार्यक्रम में काला झंडा, 'अपराध मुक्त करो' के दिखे पोस्टर

मुजफ्फरपुर (सं.सू.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को मुजफ्फर पुर में थे। इस दौरान उन्हें विभिन्न संगठनों के द्वारा विरोध का सामना करना पड़ा। ताड़ी पर प्रतिबंध को लेकर पासी समाज के लोगों ने नीतीश कुमार को काला झंडा दिखाकर विरोध किया।

वहीं, बढ़ते अपराध को लेकर मुजफ्फरपुर नागरिक मोर्चा के सदस्यों ने भी बढ़ते अपराध को लेकर सीएम नीतीश कुमार का विरोध किया है। साथ ही इस संगठन के लोग नीतीश के कार्यक्रम में मुजफ्फरपुर को अपराध मुक्त करो के पोस्टर भी लेकर पहुंचे थे।

हाल के दिनों में मुजफ्फरपुर में अपराधियों ने तीन बड़ी बैंक लूट को अंजाम दिया है। विरोध कर रहे पासी समाज के लोगों ने कहा कि बिहार पुलिस जबरन पासी समाज के लोगों पर झूठा आरोप लगा उन्हें जेल भेज रही है। वहीं, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के कर्मचारियों ने भी नीतीश कुमार का विरोध किया।

नीतीश कुमार जीविका के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुजफ्फरपुर आए थे।

केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल जल्द-शाह


नई दिल्ली (सं.सू.)। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल के संकेत दिए हैं। केंद्र सरकार के दो साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए उन्होंने कहा कि सर्बानंद सोनोवाल के इस्तीफे से रिक्त हुई जगह भरी जाएगी, लेकिन तारीख तय नहीं है। उसी समय नए चेहरे शामिल किए जाएंगे और आशानुरूप प्रदर्शन नहीं करने वाले मंत्रियों की छुट्टी की जाएगी।

सोनोवाल केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देकर असम के मुख्यमंत्री बने हैं। भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी को एक 'निर्णायक' सरकार देने का श्रेय देते हुए कहा कि पिछले दो साल में मजबूत बुनियाद रखी गई है और अगले तीन साल में विकास की बुलंद इमारत ख़डी की जाएगी।

उन्होंने कहा- 'मैं आश्वस्त हूं कि 2019 (लोकसभा चुनाव) में जब हम फिर से लोगों के पास जाएंगे, हम अपने वादे पूरे कर चुके होंगे।'

राज्य विधानसभाओं के चुनाव में पार्टी के 'अच्छे' प्रदर्शन को उन्होंने हाल के रोहित वेमुला आत्महत्या प्रकरण तथा जेएनयू विवाद पर जनादेश करार देते हुए कांग्रेस को निशाने पर लिया। कहा कि जिन्होंने ये मुद्दे उठाए अब कहीं नहीं हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी ने इन विवादों को विराम देने का फैसला किया है, शाह ने कहा- 'लोगों ने ही ऐसा कर दिया है।' भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं उन्होंने कहा- 'हमने देश को एक निर्णायक सरकार दी है। यह एक ऐसी सरकार है, जो फैसले लेती है।

लंबे अरसे के बाद मोदी जी के नेतृत्व में ऐसी कोई निर्णायक सरकार गठित हुई है।' उन्होंने कहा कि मोदी सरकार संप्रग के 10 साल के शासन के बाद सत्ता में आई है, जिस दौरान घोटालों और स्कैंडलों का राज रहा था। सरकार में दो साल रहने के बाद हमारे विरोधी भी हम पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सके। शाह ने संप्रग सरकार पर आरोप लगाया कि उसने 'खाली खजाना और पॉलिसी पैरालिसिस' छोड़ा था। नौकरशाही 'खिन्न' थी और लोगों में मायूसी छाई थी। भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि सत्ता में आने के दो साल के अंदर मोदी सरकार ने इन सभी क्षेत्रों में आशा का संचार किया है।

शाह ने कहा कि संप्रग-1 और संप्रग-2 ने हालात ऐसे बना दिए कि ऐसा प्रतीत हुआ कि देश के विकास का सफर थम गया है। उन्होंने लोगों की समस्याओं के तेज निवारण पर मोदी सरकार के ध्यान की एक मिसाल के तौर पर कहा कि सरकार नीट अध्यादेश लाई, जिसमें राज्यों को अपनी मेडिकल प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करने का मौका मिला। उन्होंने यह भी दावा किया कि महंगाई 'बहुत हद तक' काबू में है, जबकि विदेशी मुद्रा भंडार ब़़ढ रहा है। उन्होंने कहा कि कई साल से लंबित ओआरओपी का मुद्दा उनकी सरकार के दौरान हल किया गया।

हरियाणा के डीजीपी के बेतुके बोल- आम आदमी को भी है अपराधी को जान से मारने का अधिकार


जींद (सं.सू.)। हरियाणा के डीजीपी केपी सिंह के एक विवादित बयान के बाद विवाद बढ़ गया है। डीजीपी केपी सिंह ने जींद में एक सेमीनार को संबोधित करते हुए अजीबोगरीब बात कह दी। उन्होंने कहा कि अगर कोई किसी का घर, मकान और दुकान जलाता है, यदि कोई किसी को जान से मारने की कोशिश करता है तो कानून एक आम आदमी को भी यह अधिकार देता है कि वह उसकी जान ले ले और इस बात का नागरिकों को पता नहीं है। जनता को अपराधी की जान लेने का अधिकार है। अगर अपराधी रेप जैसी वारदात को अंजाम देता है या फिर किसी संपत्ति को जलाता है तो आम आदमी को भी ऐसे अपराधी को जान से मारने का अधिकार है। डीजीपी जींद में पंचायती राज और पुलिस के कार्यक्रम में बोल रहे थे।

डीजीपी ने यह भी कहा कि यह केवल पुलिस का ही अधिकार नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि अगर कोई आपके सामने किसी मां-बहन की बेइज्जती करता है तो कानून आपको यह अधिकार देता है कि आप उसकी जान ले लें। इसलिए आप नागरिक के रूप में अपनी भूमिका को समझिए। पुलिस का तो यह काम है, पुलिस ने तो वर्दी पहनी है, पुलिस को तो तनख्वाह मिलती है लेकिन आप भी अपनी भूमिका को समझिए। अगर आप इस भूमिका को निभाने में सक्षम नहीं है तो आप कायरता की परिभाषा में आते हैं।

साथ ही उन्होंने कहा कि अगर आगे से कोई ऐसा आंदोलन प्रदेश में होता है तो, उपद्रवियों को कड़ा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने तो वर्दी पहनी है, उसकी ड्यूटी बनती है लेकिन आम आदमी भी इस प्रकार के मामलों में अपराधी की हत्या कर सकता है। बता दें कि हरियाणा में पिछले कुछ समय के अपराध की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है और इस पर पुलिस और प्रशासन की ओर से उठाए गए कदम फिलहाल नाकाफी साबित हो रहे हैं। जाट आरक्षण के दौरान हुई हिंसा और आजगनी के बाद पुलिस-प्रशासन की जमकर किरकिरी हुई थी व पुलिस पर लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप लगे थे।

गौर हो कि डीजीपी केपी सिंह 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और उन्हें जाट आंदोलन के बाद हरियाणा का डीजीपी नियुक्त किया गया है।

यूपी में 50 वर्षीय दलित महिला की रेप के बाद हत्या

बुलंदशहर (सं.सू.)। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक पचास वर्षीय दलित महिला की सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद दलित समुदाय में रोष व्याप्त है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।

बलात्कार और हत्या की यह खौफनाक वारदात बुलंदशहर के अलोदा जागीर गांव की है। शुक्रवार की सुबह गांव में रहने वाली पचास वर्षीय एक दलित महिला अचानक अपने घर से लापता हो गई। परिवार वालों ने महिला को कई जगह तलाशा लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा।

शुक्रवार की देर शाम गांव के बच्चे जब खेतों में खेलने के लिए पहुंचे तो देखा कि वहां नग्न अवस्था में महिला की लाश पड़ी है। लाश देखकर बच्चों ने शोर मचा दिया और इस बात की सूचना गांववालों को दी। महिला की लाश मिलने से पूरे गांव में कोहराम मच गया। गांव वाले दहशत में आ गए।

गांव के लोगों ने फौरन घटना की खबर पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस गांव में पहुंच गई। पंचनामे की कार्रवाई के बाद महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। प्राथमिक जांच पड़ताल के बाद दो अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज कर लिया।

बुलंदशहर के एसएसपी वैभवकृष्ण ने बताया कि इस संबंध में आईपीसी की संबद्ध धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी किए जा रहे हैं। इस घटना के बाद क्षेत्र के दलित समुदाय में काफी रोष देखा जा रहा है।

दिल्ली पुलिस ने 6 किलोमीटर पीछा कर छुड़ाई लड़की, टला 'निर्भया कांड'

नई दिल्ली (सं.सू.)। दिल्ली पुलिस की बहादुरी ने देश की राजधानी में निर्भया जैसा दूसरा कांड नहीं होने दिया। पुलिस जवानों ने एक कार का पीछा कर बदमाशों के चंगुल से लड़की को सही सलामत छुड़ा लिया। आरोपियों ने बुरी नीयत से लड़की और उसके दोस्त को लिफ्ट देने के बहाने गाड़ी में बिठाया था।

छुड़ाई गई लड़की के दोस्त की मानें तो दिल्ली में एक बार फिर निर्भया कांड जैसी वारदात हो जाने की पूरी आशंका थी। जानकारी के मुताबिक बाहरी दिल्ली के बुराड़ी में शुक्रवार देर शाम एक लड़का और लड़की बस का इंतजार कर रहे थे। उसी दौरान एक सैंट्रो कार में सवार तीन बदमाश आए और दोनों को लिफ्ट देकर अपनी कार में बिठा लिया।

थोड़ी देर जाने के बाद लड़के और लड़की को शक हुआ। विरोध करने पर आरोपियों ने लड़के का मोबाइल फोन छीनकर उसे कार से बाहर धक्का दे दिया। किसी तरह खुद को संभालने के बाद लड़के ने पुलिस पीसीआर वैन को यह सूचना दी। इसके बाद 6 किलोमीटर तक लगातार पीछा करने के बाद कार को पकड़ लिया गया। पुलिस ने कार सवार तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर गाड़ी जब्त कर ली है।

जदयू विधायक के आवास से गाड़ी चोरी

पटना (सं.सू.)। प्रदेश में अपराधियों के हौंसले इस कदर बुलंद हैं कि वे विधायकों को भी नहीं बख्श रहे हैं। चोरों ने राजधानी की पुलिस प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए जदयू विधायक कविता सिंह के घर से गाड़ी चुरा ले गये।

पटना के हड़ताली मोड़ स्थित ऑफिसर्स फ्लैट से सीवान के दरौंधा से जदयू विधायक कविता सिंह के अधिकारिक आवास से शुक्रवार सुबह चोरों ने गाड़ी चोरी कर ली। गाड़ी, विधायक के भाई राजेश सिंह की बतायी जा रही है। उन्होंने बताया कि सुबह चार बजे तक गाड़ी घर में ही देखी गई थी, लेकिन एक घंटे बाद जब देखा गया तो गाड़ी वहां नहीं थी। गाड़ी का नंबर BR-01PE-9046 है।

विधायक कविता सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जब एक जनप्रतिनिधि को ही चोरों व अपराधियों से वे सुरक्षित रखने में असफल है, तो आम जनता तो निश्चित तौर पर ही अपने आप को असुरक्षित महसूस करेगी।

उनके भाई ओमप्रकाश सिंह और राकेश सिंह गुरुवार को उनसे मिलने आये थे और उन्हें शुक्रवार को वापस जाना था। इस मामले में कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। सीसीटीवी की मदद से चोरों की तलाश की जा रही है।

इशरत जहां मामले में गृह मंत्रालय ने दिया था लश्कर का साथ-रिजीजू


नई दिल्ली (सं.सू.)। केन्द्रीय मंत्री किरण रिजीजू ने इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में नया बयान दिया है। उन्होंने पी. चिदंबरम के नेतृत्व वाले तत्कालीन गृह मंत्रालय पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का साथ देने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने इस आरोप का पुरजोर विरोध करते हुए मंत्री को हटाए जाने की मांग की है।

एक इंटरव्यू में गृह राज्य मंत्री रिजीजू ने इशरत जहां मामले से जुड़ी कई घटनाओं का जिक्र किया और कहा कि शुरुआत में लश्कर-ए-तैयबा ने दावा किया था कि वह शहीद है लेकिन सीबीआई के एक खास अधिकारी को जांच का प्रभारी बनाए जाने के दिन संगठन ने अपना बयान बदल दिया।

लड्डन मियां को है फर्जी एनकाउंटर का डर


पटना (सं.सू.)। हिन्दुस्तान के सिवान ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन हत्याकांड में पुलिस की दबिश बढ़ने के बाद कुख्यात लड्डन मियां ने हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिट दायर की है। हाईकोर्ट ने इस मामले में उसे राहत देने से इनकार कर दिया। उधर, सीवान में कोर्ट ने शूटर रोहित समेत पांचों अपराधियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। हाईकोर्ट ने लड्डन की पत्नी रेहाना बेग को कस्टडी में लिए जाने को लेकर डीजीपी व सीवान एसपी से सूचना लेकर कोर्ट को सूचित करने आदेश दिया है। इस मामले की सुनवाई 2 जून को होगी।

कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश इकबाल अंसारी व न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह की खंडपीठ ने गुरुवार को इस मामले पर सुनवाई की। लड्डन के वकील ने कहा कि रेहाना बेग को कस्टडी में लेकर पुलिस लड्डन पर सरेंडर का दबाव बना रही है। इस बात का डर है कि सरेंडर की स्थिति में कहीं पुलिस लड्डन का एनकाउंटर न कर दे। सरकारी वकील का कहना था कि इस हत्याकांड में लड्डन की संलिप्तता की बात सामने आने पर उस पर एफआईआर दर्ज की गई है।

इंटर आर्ट्स का रिजल्ट घोषित, वैशाली की रूबी बनी टॉपर

पटना (सं.सू.)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को इंटर आर्ट्स और वोकेशनल स्ट्रीम का रिजल्ट घोषित कर दिया। इंटर आर्ट्स में जहां 56.73 फीसदी परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए। वहीं वोकेशनल कोर्स में 62.02 फीसदी परीक्षार्थी को सफलता मिली है। इंटर आर्ट्स के रिजल्ट में पूरी तरह लड़कियों का दबदबा रहा। इस बार 17 परीक्षार्थी को टॉप टेन में शामिल किया गया। 17 परीक्षार्थी में 16 लड़कियों ने टॉप टेन में जगह बनायी है। जबकि सिर्फ एक छात्र राजू कुमार ही प्रदेश भर में टॉप टेन में आ सके।

सबसे बड़ी बात है कि 2015 की तरह इस बार भी टॉप फाइव में छात्राएं ही शामिल है। आर्ट्स में वीआर कॉलेज किरतपुर, राजाराम भगवानपुर, वैशाली की छात्रा रूबी राय को स्टेट टॉपर रही है। रूबी राय को 444 अंक प्राप्त हुए है। वहीं दूसरे स्थान पर शारदा जीके कॉलेज, महेशखुट खगड़िया की छात्रा कृति भारती रही। कृति भारती को 408 अंक प्राप्त हुए है। 201 अंक प्राप्त कर एसयूके प्लस टू स्कूल प्रतापगंज, सुपौल की छात्रा खुशबू कुमारी तीसरे स्थान पर रही है।

रिजल्ट घोषित करते हुए बोर्ड के अध्यक्ष प्रो। लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि इस बार आर्ट्स पिछले साल की अपेक्ष्क्षा कम रहा है। रिजल्ट में लड़कियां अधिक सफल हुई है। जहां लड़कों का पास प्रतिशत 56.56 फीसदी रहा वहीं लड़कियां इस बार 56.85 प्रतिशत पास हुई हैं।

इंटर आर्ट्स का रिजल्ट 2015 की तुलना में इस बार 29.74 फीसदी कम हुआ है। 2015 में इंटर आर्ट्स में 86.47 फीसदी परीक्षार्थी को सफलता मिली थी वहीं 2016 में मात्र 56.73 फीसदी परीक्षार्थी को ही सफलता मिल पायी है। इंटर आर्ट्स में कुल 510903 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इंटर आर्ट्स रिजल्ट में प्रथम श्रेणी में इस बार मात्र 11.81 फीसदी विद्यार्थी ही पास कर पायें। जो पिछले साल की तुलना में 19.25 फीसदी रिजल्ट कम हुआ है।

जानकारी के मुताबिक पास होने वाले छात्रों में अररिया जिला टॉप पर रहा। अररिया से 80.06 फीसदी विद्यार्थी सफल हुए हैं। वहीं राज्य भर में दूसरे स्थान पर कटिहार जिला रहा, जहां से 77.95 फीसदी विद्यार्थी सफल रहे। जबकि तीसरे स्थान पर रहे भागलपुर से 71.80 फीसदी विद्यार्थी सफल हुए। इसी तरह पश्चिमी चंपारण से 71.62%, मुजफ्फरपुर से 70.98%, नालंदा 59.50%, पटना 57.44%, रोहतास 27.66%, गया 32.63%, सहरसा 37.77%, औरंगाबाद 41.68% और भोजपुर का पास का प्रतिशत 42.68% रहा हैं।

PM मोदी से मिलना चाहते हैं, तो 5 मिनट में दीजिए 20 सवालों के जवाब

नई दिल्ली (सं.सू.)। यदि आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशंसक हैं और उनसे मिलने की इच्छा रखते हैं तो यह इच्छा आपकी पूरी हो सकती है। इसके लिए आपको पांच मिनट में 20 सवालों के जवाब देने होंगे। आप पांच मिनट में 20 सवालों के जवाब दे देते हैं तो आपको एक प्रमाणपत्र मिलेगा जिस पर पीएम मोदी के हस्ताक्षर होंगे और उनके मुलाकात का मौका भी आपके पास होगा।

गौरतलब है कि मोदी सरकार के दो साल पूरा होने के मौके पर एक ऑनलाइन क्विज शुरू किया गया है। इस क्विज के जरिए यह जानने की कोशिश की जा रही है कि लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में कितनी जानकारी है।

यह क्विज https://quiz.mygov.in/ पर अपलोड किया जा चुका है।

इसके अलावा सरकार ने अपने कामकाज के संदर्भ में 'रेट माय गवर्नमेंट' सर्वेक्षण भी शुरू किया। इसमें सरकार ने 30 बिंदुओं को नागरिकों के सामने रखा है, और केंद्र सरकार की योजनाओं को 1 से 5 अंक देने को कहा है। साथ ही यह भी जानना चाहा है कि वे जन धन योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना और स्वच्छ भारत जैसी योजनाओं की मुख्य बातों को जानते हैं या नहीं, इसे हां या नहीं में जवाब दें।

PAK की इस्लामिक काउंसिल की सिफारिश- पत्नी की पिटाई कर सकते हैं पति

इस्लामाबाद (ं.सू.)। पाकिस्तान में धार्मिक संस्थाएं नहीं चाहतीं कि महिलाओं की स्थिति में सुधार हो या उन्हें अपनी आवाज उठाने का हक मिले। एक इस्लामी संस्था ने नवाज शरीफ सरकार से नए वुमन सिक्युरिटी बिल में बड़े बदलाव करने की सिफारिश की है। इसमें कहा गया है कि अगर महिला पति की बात न माने, फिजिकल होने से मना करे तो पति को उसे पीटने का हक होगा।

सिफारिश करने वाली संस्था काउंसिल ऑफ इस्लामिक आइडियोलॉजी (CII) को पाकिस्तान में कानूनी दर्जा हासिल है। CII संसद को इस्लाम के मुताबिक कानून बनाने की सलाह देता है। हालांकि, इसकी सिफारिशें मानने को संसद बाध्य नहीं है। संस्था ने कहा है- अगर औरत पति का कहना न माने, उसके मुताबिक कपड़े न पहने, फिजिकल होने से मना करे तो पति उसे हल्के से पीट सकता है। साथ ही गर्भधारण (कंसीव) के 120 दिन बाद अबॉर्शन करवाने को हत्या करना माना जाए। CII के बिल के मुताबिक, महिलाएं हिजाब न पहने, अजनबियों से बात करें, ज्यादा ऊंची आवाज में बोलें और शौहर की इजाजत के बिना किसी को पैसे दें तो शौहर पिटाई कर सकता है।

यह भी कहा गया है कि महिला नर्सें पुरुष मरीजों का ध्यान नहीं रख सकतीं।  प्राइमरी एजुकेशन के बाद लड़कियां को-एड स्कूलों में नहीं पढ़ सकतीं। महिलाएं किसी फौजी लड़ाई में हिस्सा नहीं ले सकतीं। साथ ही वे एडवरटाइज में काम नहीं कर सकतीं। महिलाएं फॉरेन डेलिगेशन का वेलकम नहीं कर सकतीं। वे पुरुषों से घुलमिल नहीं सकतीं, अजनबियों संग घूमने-फिरने नहीं जा सकतीं।

सीआईआई का यह नया बिल 163 पेज का है। इससे पहले सीआईआई ने जो बिल बनाया था उसे पंजाब असेंबली ने गैर इस्लामी करार देकर ठुकरा दिया था। उसके बाद सीआईआई ने यह नया विवादास्पद ऑप्शनल बिल बनाया है।

बिल में महिलाओं को कुछ छूट भी दी गईं हैं। महिलाएं राजनीति में आ सकेंगी। माता-पिता की इजाजत के बिना निकाह कर सकेंगी।  गैर-मुस्लिम महिला का जबरन धर्म बदलवाने वाले को तीन साल की जेल हो सकती है। अपने पुराने धर्म में लौटने वाली महिला को मौत की सजा दी जाएगी।

सीआईआई का दावा है कि उनके प्रपोजल कुरान और शरिया के मुताबिक हैं। उनका ये भी कहना है कि इसके जरिए डोमेस्टिक वॉयलेंस को कानूनी रूप दिया जा सकेगा। इस्लामाबाद की ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट फरजाना बारी के मुताबिक, 'काउंसिल का इस तरह से कहना महिलाओं को लेकर उनकी घटिया सोच को ही बताता है।' बारी कहती हैं, 'प्रपोज्ड बिल में कुछ भी इस्लाम के मुताबिक नहीं है। इससे देश की इमेज खराब होगी।'

Friday, May 27, 2016

'खौफ' में डॉक्टर, नीतीश 'राज' में अब तक 17 पर हमला, दर्जनों से रंगदारी की मांग

पटना (सं.सू.)। बिहार में एक बार फिर से जंगल राज की वापसी हो रही है। नीतीश सरकार में भी बिहार के डॉक्टर खौफजदा हैं। एक सप्ताह के भीतर कई डॉक्टरों से रंगदारी की मांग की गई है। साथ ही कईयों पर हमला भी हुआ है।

पिछले तीन दशक में बिहार से 39 डाक्टरों का अपहरण हुआ है। एक दशक में दस चिकित्सकों की हत्या हो चुकी है। आईएमए के बिहार ब्रांच के अनुसार स्टेट में 1991 से 2015 तक 39 डाक्टरों का अपहरण हुआ है। 2001 से लेकर 2002 तक सबसे अधिक 16 डाक्टरों का अपहरण किया गया था। इस साल अब तक सत्रह चिकित्सकों पर हमला हो चुका है। आतंकित चिकित्सक राज्य से पलायन के मूड में हैं ၊

बिहार में एक बार फिर नब्बे के दशक का माहौल बनता दिख रहा है। महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से अपराधिक घटनाओं में इजाफा हुआ है। हाल के दिनों में सिलसिलेवार तरीके से बिहार में चिकित्सकों को निशाना बनाया गया है।

साल 2016 की प्रमुख घाटनायें

19 जनवरी, 2016
पटना के डॉक्टर दंपति से मांगी गई 5 लाख रुपये की रंगदारी। आलमगंज थाना क्षेत्र के भद्रघाट निवासी डॉ. राजकिशोर प्रसाद और उनकी पत्नी डॉ. हेमरानी देवनाथ से फोन पर और पत्र भेजकर पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। डॉक्टर दंपति का गायघाट में अपना क्लीनिक है। आलमगंज थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी।

8 फ़रवरी, 2016
सहरसा स्थित कोसी क्षेत्र के प्रसिद्ध ह्रदय रोग चिकित्सक डॉ इंद्रदेव सिंह से अपराधियों ने एक करोड़ रूपये रंगदारी मांगी।

8 मार्च 2016
सहरसा के एक और डॉक्टर से मोबाइल पर मैसेज कर भेज 20 लाख दिये खाते में जमा करने पर धमकी भरा फरमान मिला। शहर के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. विशाल गौरव के कंपाउंडर दिनेश कुमार देव के उस मोबाइल पर मैसेज आया जो मोबाइल नं० भूषण गुप्ता हॉस्पीटल एण्ड रिसर्च सेंटर के बोर्ड पर लिखा है। मैसेज में 20 लाख दिये खाते में जमा करने को कहा गया नहीं तो अंजाम के लिए तैयार रहने को, एसएमएस में यह भी उल्लेख था कि उक्त खाता मेरे पिता का है। इसी में राशि जमा करनी है।

05 अप्रैल, 2016
गया में रंगदारों ने एक डॉक्टर से दस लाख रुपए रंगदारी की मांग की गयी। शहर के प्रख्यात नेत्र विशेषज्ञ डॉ अभय सिम्बा से बदमाशों ने 10 लाख की रंगदारी मोबाइल पर फोन करके मांगी। इस दौरान बदमाशों ने पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस धमकी के बाद डॉक्टर अभय का पूरा परिवार दहशत में है।

22 मई 2016
डॉक्टर को पत्र के साथ कारतूस भेजकर 50 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गयी। पटना शहर के एसपी वर्मा रोड स्थित एक निजी अस्पताल के मालिक और चिकित्सक अजीत कुमार सिंह को एक लिफाफे में एक पत्र और एक कारतूस भेजकर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांग की गई है।

26 मई, 2016
पटना में डॉक्टर से मांगी एक करोड़ रुपये की रंगदारी। बिहार की राजधानी पटना के एक प्रतिष्ठित बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमंत कुमार वर्मा को फोन कर अज्ञात अपराधी ने एक करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की। हालांकि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

24 मई 2016
डॉक्टर की कार पर गोलीबारी की गयी और अपहरण की कोशिश की गयी। पटना जिला के दुल्हिन बाजार थाना क्षेत्र में रात 9 बजे अज्ञात अपराधियों ने चिकित्सक डॉ. प्रवीण कुमार झा की कार पर गोलाबारी की, जिसमें उनके कार चालक मिथिलेश कुमार और कंपाउंडर राजीव रंजन शर्मा जख्मी हो गए थे। अपराधकर्मी छह की संख्या में थे  और तीन मोटरसाइकिल पर सवार थे।

चिकित्सकों पर लगातार हो रहे हमले से बिहार का चिकित्सा जगत स्तब्ध है। भाषा के महासचिव डॉ. रंजीत कुमार ने बताया कि राज्य में चिकित्सक बेहद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और लगातार हो रहे हमले ने हमें झकझोर कर रख दिया है, सरकार चिकित्सकों को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हुई है स्थिति ऐसी ही बनी रही तो चिकित्सक पलायन को मजबूर हो जाएंगे।

उद्योगपति सुरेश केडिया का अपहरण, ड्राइवर को मारी गोली


रक्सौल (सं.सू.)। नेपाल के नामी-गिरामी औद्योगिक घराने केडिया ग्रुप से संबंध रखने वाले उद्योगपति सुरेश केडिया को अज्ञात सशस्त्र अपराधियों ने अगवा कर लिया है। वे नेपाल के बारा जिला के बरियारपुर से गुरूवार की रात्रि लौट रहे थे तभी अचानक अपराधियों ने हमला बोल घटना को अंजाम दिया।

इस घटना में उनके ड्राइवर ने साहस का परिचय देते हुए उन्हें बचाने का भरपूर प्रयास किया। खींचा-तानी में उसने अपहर्ताओं के छक्के छुड़ा दिए, लेकिन बन्दूक की जोर ने उसे विवश कर दिया और अपराधी अपना मकसद पूरा कर भागने में सफल हो गए।

पहले अपहरणकर्ताओं ने कोशिश को नाकाम होता देख फायर झोंक दिया, जिसमे गोली ड्राईवर के कनपटी पर लगी है। अपराधियों के फायरिंग में केडिया बाल-बाल तो बच गये, लेकिन उनका अपहरण हो गया। मिली जानकारी के अनुसार अपराधी उन्हें सीमावर्ती क्षेत्र में लेकर गए हैं।

घटना में गम्भीर रूप से घायल चालक श्याम साह को बीरगंज के नारायणी उप क्षेत्रीय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है। चालक की स्थिति नाजुक बनी हुई है, उसे पटना या काठमांडू रेफर करने की चर्चा चल रही है।

इधर बारा,पर्सा और रक्सौल पुलिस घटना की सूचना के बाद अलर्ट हो गई है। जगह-जगह छापामारी जारी है। केडिया का परवानीपुर में खाधान्न आधारित फैक्ट्री संचालित है।

मोदी फेसबुक पर दुनिया के दूसरे सबसे लोकप्रिय नेता

नई दिल्ली (सं.सू.)। फेसबुक ने प्रशंसकों की संख्या के लिहाज से सोशल सोशल नेटवर्किंग साइट पर सबसे लोकप्रिय वैश्विक नेताओं की एक सूची जारी की है जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पहले, मोदी दूसरे और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यिप एरदोगन तीसरे स्थान पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक ने केंद्र सरकार के फेसबुक सक्रियता का लेखाजोखा जारी किया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शीर्ष पर है और उनके बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह का नंबर है।

मोदी ने 15 मई को दिल्ली के रेसकोर्स रोड स्थित अपने सरकारी घर पर अपनी मां के दौरे को लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था जिसे 16 लाख लोगों ने लाइक किया, 1.2 लाख लोगों ने शेयर किया और उसपर 34,000 कमेंट्स आए। मोदी ने पोस्ट के साथ तीन तस्वीरें लगाई थीं।

मोदी ने गत 15 मई को दिल्ली के रेसकोर्स रोड स्थित अपने सरकारी घर पर अपनी मां के दौरे को लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था जिसे 16 लाख लोगों ने लाइक किया, 1.2 लाख लोगों ने शेयर किया और उसपर 34,000 कमेंट्स आए।

प्रधानमंत्री के सहयोगी भी सोशल मीडिया जगत में मौजूदगी दर्ज कराने में पीछे नहीं हैं। स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों सहित 50 कैबिनेट मंत्रियों में से 47 का सत्यापित फेसबुक खाता है। पिछले एक साल में फेसबुक पर सबसे अच्छी मौजूदगी दर्ज कराने वाले मंत्रियों में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल शामिल हैं। फेसबुक ने बताया कि मोदी हर दिन औसतन 2.8 पोस्ट डालते हैं।

मोदी के एक दूसरे पोस्ट जिसमें वे फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जकरबर्ग के साथ है और 'डिजिटल इंडिया' अभियान में मदद के लिए वे फेसबुक के संस्थापक का शुक्रिया अदा कर रहे हैं, को 34,047,070लाइक्स मिले। इनके अलावा महिला व बाल विकास मंत्री मेनका गांधी, गोयल और सूचना व प्रसारण राज्यमंत्री राज्यबर्धन राठौर ने आम जनता से जु़ड़ने के लिए फेसबुक के प्रश्नोत्तर फीचर का इस्तेमाल किया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अनुराग ठाकुर, राठौर और मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोगों तक पहुंचने के लिए 'फेसबुक लाइव' फीचर का इस्तेमाल किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी वेबसाइट नरेंद्रमोदीडॉटकॉम अब फेसबुक के इंस्टैंट लेख पर सीधे उपलब्ध है। इस पर दुनिया भर के प्रमुख प्रकाशक अपने हिसाब से अपनी सामग्रियों का प्रदर्शन करते हैं। इस वेबसाइट पर नियमित रूप से मोदी के कार्यक्रमों, भाषणों और विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी दी जाती है। सबसे ज्यादा लाइक्स हासिल करने वाले पोस्टों में उर्वरक मंत्री अनंत कुमार की 'डिजिटल इंडिया' अभियान को मदद करने की अपील वाले पोस्ट को 5,81,727 लाइक्स मिले, जबकि बादल के पोस्ट जो कि मानसा की अतिरिक्त उप समाहर्ता ईशा कालिया की पहल 'उड़ान-अपने सपनों को एक दिन के लिए जी लें' के समर्थन में थी, को कुल 4,93,932 लाइक्स मिले।

प्रधानमंत्री के दूसरे शीर्ष पोस्ट में डिजिटल इंडिया को लेकर प्रयासों के समर्थन में उनका अपना प्रोफाइल पिक्चर बदलने का पोस्ट शामिल है। फेसबुक पर मोदी के पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देने से संबंधित पोस्ट उनका तीसरा सबसे लोकप्रिय पोस्ट है।सोशल मीडिया साइट पर सबसे लोकप्रिय सरकारी योजनाओं में ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘स्किल इंडिया’ शामिल हैं।

पीएम मोदी बोले- देश बदल रहा है लेकिन कुछ लोगों का दिमाग नहीं


सहारनपुर (सं.सू.)। केंद्र में एनडीए सरकार ने गुरुवार (26 मई) को अपने दो साल पूरे कर लिए। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में रैली को संबोधित किया।

बता दें कि इसके बाद वे ओडिशा के बालासोर, एक राजस्थान, एक कर्नाटक और एक मेघालय में भी रैली को संबोधित करेंगे।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का भाग्य बदलेगा व सूबे से सबसे ज्यादा सांसद भी है इसलिए यूपी उनके लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है। भाजपा यूपी के किसान गरीब व मजलूमों के साथ अन्याय नही होने देंगी। उन्होंने भरोसा दिलायाकि आने वाले दिनों में सभी की तकदीर बदलने का काम किया जायेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यहां दिल्ली रोड स्थित गांव छिदवना में भाजपा सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर विकास पर्व के उपलक्ष में आयोजित महारैली को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकारें आती जाती रहती हैं, चुनाव होतें है, लेकिन सरकार जनसामान्य के सपनों को पूरा करने के लिए बनाई जाती है जो भाजपा सरकार बाखूबी कर रही है। भाजपा के दो साल के शासनकाल में उन समेत उनके मंत्री मण्डी में शामिल किसी भी मंत्री पर भ्रष्टाचार में संलिप्त होने के न तो कोई आरोप लगे और न ही प्रिंट व एलैक्ट्रोनिक मीडिया पर ऐसी किसी खबर का प्रचार हुआ है। दो साल पूरे होने पर वह जनता के बीच में है और जनता जो सवाल उनसे पूछना चाहे पूछ सकती है, वह किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

उन्होने कहा कि वह पूर्व में मुख्यमंत्री भी रहे है इसलिए उस नजरिये से भी आमजन की तमाम तकलीफों को जानते है। भाजपा द्वारा प्रत्येक राज्य को विकास की पटरी पर ला खड़ा करने के लिये 65 प्रतिशत धन देने का काम किया गया। जबकि कांग्रेस ने लम्बे समय तक शासन करने के बाद भी जनता को कुछ नही दिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार सिर्फ घोषणा नही करती बल्कि योजनाओं को पारदर्शिता के साथ लागू करती है। भारत माता की जय के साथ अपना भाषण शुरू करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपनी हार को पचा नही पा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वंशवादी पार्टी है जबकि भारतीय जनता पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर आधारित पार्टी है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास पर्व रैली के माध्यम से गन्ना किसानों पर भी जमकर डोरे डाले। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों पर जो बीतती है उसको रोकने के लिए केन्द्र की भाजपा सरकार ने जो कठोर फैसलें किये हैं उससे चीनी मील मालिकों को तकलीफ हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 6 हजार करोड़ का पैकेज केन्द्र सरकार ने इस शर्त पर देने का फैसला किया कि यह पैसा मिल मालिको के बजाय सीधे किसानों के खाते में पहुंचे। उन्होंने कहा कि चीनी एक्सपोर्ट के क्षेत्र में भी ठोस निर्णय लिया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गन्ना किसानों को अधिक से अधिक फायदा हो इसके लिए सरकार ने अब पैट्रोल के अन्दर 10 प्रतिशत एथीनोल मिलाने का भी निर्णय लिया है, इससे गन्ना किसानों को बेहद फायदा होगा। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण को लेकर भी केन्द्र सरकार ने किसान हितकारी फैसले लिये है।

मोदी ने स्पीच शुरू करते ही कहा- मैं उत्तर प्रदेश वाला हूं। यहीं से सांसद हूं। देश बदल रहा है लेकिन कुछ लोगों का दिमाग नहीं बदल रहा।'' मोदी ने कहा, "दो साल में आपने भलीभांति हमारे काम को देखा है। हमारे काम को परखा है।" "जब संसद में एनडीए के सभी सांसदों ने मुझे नेता के रूप में चुना था। मैंने पहला भाषण दिया था। उसी वक्त कहा था कि मेरी सरकार इस देश के गरीबों को समर्पित है।" "एक के बाद एक हमने उन कामों को हाथ में लिया है जो गरीबों को गरीबी के खिलाफ लड़ाई लड़ने की ताकत दे।"

पीएम ने कहा "आजादी के सत्तर साल होने के आए और गांव में बिजली का खंभा न हो। यह कितने शर्म की बात है।" "18000 गांवों में बिजली नहीं थी।" "मैंने समय पक्का कर के दिया है। एक हजार दिन का टारगेट दिया है।" "300 दिन में सात हजार गांवों में बिजली चालू हो गई है।" "सबसे ज्यादा गांव यूपी में अंधेरे में थे। बहुत जल्द हर गाँव,हर घर में बिजली पहुंचाने का काम पूरा करके रहूंगा।"

पीएम बोले "एक फैशन हो गया है कि हर योजना एक जाति, वोट बैंक, सम्प्रदाय से जोड़ दी जाए।"
- "मेरे लिए सवा सौ करोड़ देशवासी यही मेरा परिवार है।" "न जाति है न पात है, न पंथ है न सम्प्रदाय है। हमने सभी देशवासियों की भलाई पर बल दिया है।"

पीएम मोदी में कहा "दो साल पहले अखबार के पन्नों को याद कर लीजिए।" "आज सरकार में बैठकर देखता हूं तो चौंक जाता हूं। कितना पैसा लूट लिया गया।" "मैंने ये लूट बंद कराने का बीड़ा उठाया।" "दो साल हो गए। क्या यूपी का सांसद सिर झुका कर अपना हिसाब देते समय क्या कभी भी आपने कोई खबर ऐसी सुनी है जिसमें मोदी सरकार ने एक रुपया खाया हो?" "हमारे विरोधियों ने भी कोई आरोप लगाया? किसी अखबार में छपा? किसी टीवी ने दिखाया?" "दो साल पहले किसी की हिम्मत नहीं थी कि लाखों के बीच खड़ा होकर अपने हिसाब दे सके और जनता से पूछ सके।

पीएम ने कहा "कुछ दिन पहले मैंने जहां सूखा है वहां के सीएम से मुलाकात की।" "एक-एक जिले में किसान तक पानी कैसे पहुंचे उसके बारे में बात की।" "बारिश में जितना पानी बचा सकते हैं, बचाएं।" "खेत का पानी खेत में रहे। गांव का पानी गांव में रहे।" "पानी रहेगा तो आपदा से लड़ने की ताकत मिलेगी।"

महारैली को सम्बोधित करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा जनता के जवाबदेही को भलीभांति जानती है। जनता से नजरें चुराकर राजनीति नही की जा सकती। भाजपा ने भारत के मस्तक को विश्व पटल पर ऊंचा करने का काम किया है, जो जनता के सामने है।

Thursday, May 26, 2016

डुमरिया में जीतन राम मांझी के काफिले पर हमला, गाड़ी फूंकी

पटना (सं.सू)। पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पर गुरुवार की सुबह गया जिले के डुमरिया में आक्रोशित लोगों ने हमला कर दिया। लोगों ने उनकी एस्कॉर्ट गाड़ी और पुलिस की दो बाइक फूंक डाली। मांझी ने किसी तरह वहां से निकलकर अपनी जान बचायी। जीतन राम मांझी, लोजपा नेता सुदेश पासवान और उसके चचेरे भाई सुनील पासवान की हत्या के बाद परिजनों से मिलने पहुंचे थे। इन दोनों की हत्या बुधवार को चुनाव प्रचार के दौरान नक्सलियों ने कर दी थी। सूत्रों के मुताबिक आक्रोशित लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की।

दो लोगों की हत्या और गुरुवार को पूर्व सीएम पर हमले से पूरे इलाके में तनाव है। पूरा गांव पुलिस कैंप में तब्दील हो गया है। डीएम कुमार रवि और एसएसपी गरिमा मलिक घटनास्थल पहुंच मामले को शांत कराने में लगे हैं। सुदेश पासवान और सुनील पासवान का शव अपने कब्जे में लेकर पुलिस डुमरिया थाना पहुंची है। शवों के साथ आक्रोशित लोग बुधवार रात से लगातार प्रदर्शन कर रहे थे।

भारत सबका भला चाहता है लेकिन आतंकवाद से कोई समझौता नहीं

नई दिल्ली (सं.सू.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार के दो साल पूरा करने पर दिए इंटरव्यू में कहा है कि भारत सबका भला चाहता है लेकिन आतंकवाद से कोई समझौता नहीं कर सकता। पड़ोसी देशों से संबंध को लेकर सवाल पूछे जाने पर पीएम मोदी ने कहा कि वे चाहते हैं कि पड़ोसियों से उनके संबंध अच्छे रहे और इसके लिए उन्होंने कदम भी उठाए।

अंग्रेजी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि भारत हमेशा से ही दक्षिण एशिया में बेहतर माहौल का पक्षधर रहा है। साथ ही पाकिस्तान से हमेशा बेहतर रिश्तों का पक्षधर रहा है। पड़ोसी देश के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए ही मैं लाहौर गया। दिए गए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा कि भारत आतंकवाद के मुद्दे पर किसी तरह का समझौता नहीं कर सकता और हमें करना भी नहीं चाहिए।

मोदी ने कहा कि संबंध अच्छे रखने के लिए मैंने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के सभी राष्ट्राध्यक्षों को बुलाया था। उन्होंने कहा कि जो भला मैं भारत का चाहता हूं वही भला मैं पड़ोसी देशों का भी चाहता हूं। पीएम ने कहा कि दुनिया में जहां जहां आतंकवाद है वहां उसके खिलाफ भारत खड़ा है।

पीएम मोदी ने कहा कि मुझे आर्थिक समस्याएं विरासत में मिली थी। मैंने उसे सुलझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि हम पड़ोसियों के साथ बेहतर रिश्ते चाहते हैं। हमारी विदेश नीति को नयी दिशा मिली है। आज भारत विश्वमंच में कोने में खड़ा नहीं है, बल्कि मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘जब मैं सरकार में आया, तो मैं विशेषज्ञों के साथ बैठा और उनसे बडे सुधार यानी बिग बैंग को परिभाषित करने को कहा, लेकिन कोई मुझे इसके बारे में नहीं बता पाया।' लेकिन इसके साथ ही मोदी ने जोडा अभी काफी कुछ करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने हिंदी में कहा, ‘‘मेरे सामने अभी काफी बडा काम पड़ा है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने और अर्थव्यवस्था को विदेशी निवेश के लिए खोला, भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए बदलाव किए, ग्रामीण बुनियादी ढांचे में कमी को पाटा और कारोबार करने की स्थिति को सुगम किया। मोदी ने देश में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के महत्व को भी रेखांकित किया। मोदी ने कहा, ‘‘किसी भी विकासशील देश में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आप अचानक से सरकारी क्षेत्र को समाप्त नहीं कर सकते, न ही आपको ऐसा करना चाहिए।'

प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि रक्षा विनिर्माण क्षेत्र को न केवल आयात को कम करना चाहिए बल्कि रोजगार का भी सृजन करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक रक्षा क्षेत्र का सवाल है, निश्चित रूप से भारत रक्षा विनिर्माण में आगे बढना चाहता है, क्योंकि इस मामले में आयात पर हमारी निर्भरता अधिक है।' मोदी ने कहा, ‘‘यदि हम आर्थिक दृष्टि से सोचें, अपने देश की युवा आबादी को रोजगार उपलब्ध कराने के बारे में सोचें, तो रक्षा विनिर्माण क्षेत्र मेरे देश के युवाओं को अधिकतम नौकरियां उपलब्ध करा सकता है। इसके लिए मैं काफी दिनों से कडी मेहनत कर रहा हूं। मैं अन्य देशों से भी बातचीत करुंगा।

अपनी अमेरिका की अगले महीने की यात्रा तथा राष्ट्रपति बराक ओबामा से संबंधों पर मोदी ने कहा, ‘‘हमारे बीच ऐसी दोस्ती हो गई है जिससे हम एक-दूसरे से खुलकर बात कर सकते हैं।'

उन्होंने कहा कि दो साल में सरकार ने अर्थव्यस्था को इतनी रफ्तार दी है कि यह दुनिया की सबसे तेज उभरने वाली अर्थव्यवस्था बन गई है। उन्होंने दो साल में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने, भ्रष्टाचार को रोकने और ग्रामीण इनफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने की दिशा में जरूरी कदम उठाए हैं। इससे देश में बिजनेस करना आसान हुआ है। उन्होंने कहा, 'वास्तव में मैंने ज्यादा से ज्यादा बदलाव किए हैं। मेरे पास खुद के लिए और भी कई जरूरी काम हैं।'

अगले महीने वाशिंगटन के दौरे पर जाने वाले पीएम मोदी वहां इस बात का संदेश देंगे कि दुनिया की सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर नए चैलेंज के साथ आगे बढ़ने को तैयार है। इस दौरे पर वह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से भी मुलाकात करेंगे और अमेरिकी कांग्रेस के एक साझा सत्र को भी संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'भारत ने विकास किया है। अब वह पहले की तरह एक कोने में खड़ा रहने वाला देश नहीं है।'

भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन की केंद्र सरकार की कोशिशें पूरी हो चुकी हैं। राज्य सरकारें चाहें तो अपने-अपने हिसाब से इसमें बदलाव कर सकती हैं। बता दें कि मोदी सरकार ने संसद में बिल पास कराने की पूरी कोशिश की लेकिन राज्यसभा में विरोध के चलते बिल अटक गया।

यूं हुई केकेआर पर हैदराबाद की जीत, वार्नर ने किया खुलासा

नई दिल्ली (सं.सू)। फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में बुधवार रात को खेले गए आईपीएल-9 के एलिमिनेटर मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने दो बार की चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स को 22 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही हैदराबाद दूसरे क्वालिफायर मुकाबले में पहुंच गया जहां उसका सामना गुजरात लायंस से होगा। जीतने वाली टीम 29 मई को बेंगलूरु में आरसीबी के साथ फाइनल मैच खेलेगी।

सनराइजर्स के कप्तान डेविड वार्नर ने इस शानदार जीत का श्रेय टीम की शानदार फील्डिंग को दिया है। वार्नर ने कहा बल्लेबाजी में युवराज सिंह की 44 रनों की उपयोगी पारी की बदौलत हम 162 रन को चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में कामयाब रहे। केकेआर के बैटिंग के दौरान हमारे खिलाडिय़ों कई मौकों पर शानदार फील्डिंग की और कई शानदार कैच पकड़े। भुवनेश्वर कुमार ने तीन विकेट लेकर टीम की जीत में अहम योगदान दिया।

वार्नर ने कहा, हमने मैच दर मैच फील्डिंग के क्षेत्र में सुधार किया है। हमने अच्छा बैंचमार्क स्थापित किया है और अब इसे आगे और सुधारना होगा। आगे हमारा लक्ष्य दूसरे क्वालीफायर में लायंस को हराकर फाइनल में जगह सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा, पारी के अंतिम पलों में बिपुल ने जो रन बनाए वह काफी उपयोगी साबित हुए। हमने बल्लेबाजी से कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया इसलिए हमारे रन थोड़े कम बने। लेकिन ऐसी पिचों पर 160 के आस पास का स्कोर लडऩे लायक स्कोर है और हमारे गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करके इस स्कोर का बचाव कर दिया। दबाव की स्थिति में गेंदबाजों और फिल्डरों ने शानदार प्रदर्शन किया।

वहीं शानदार 31 रन बनाने के बाद 17 रन पर दो विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच बने हैदराबाद के हरफनमौला खिलाड़ी मोएसिस हैनरिक्स ने कहा, इस पिच पर और अच्छी बल्लेबाजी की जा सकती थी। सभी गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और उनकी टीम की फील्डिंग शानदार रही। गेंद नीची रह रही थी, इसलिए मोर्ने मॉर्केल और जेसन होल्डर का सामना करना आसान रहा।

Wednesday, May 25, 2016

किसानों को इफको की सौगात, DAP और NPK के दामों में कटौती

नई दिल्ली (सं.सू.)। इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) ने देश के किसानों को बड़ी सौगात दी है।  कंपनी ने डीएपी और एनपीके उर्वरक की कीमतों में 1,000 रुपये प्रति टन की कटौती कर दी है, जिससे डीएपी और एनपीके दोनों के दाम 50 रुपये प्रति बोरी कम हो जाएंगे।  ये कटौती तुरंत प्रभाव से भी लागू कर दिया गया है।

इफको कंपनी की ओर से अपनी 50वीं वर्षगांठ पर किसानों को यह ऑफर दिया गया है।  इफको हर साल करीब 53 लाख टन डीएपी और एनपीके की बिक्री करता है।  इन उर्वरकों के दाम घटाने से इफको पर 530 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा।  इफको दुनिया का सबसे बड़ा फर्टिलाइजर कोआपरेटिव है।  देश में कुल फर्टिलाइजर का सालाना प्रोडक्‍शन करीब 324 लाख टन है।

इस कटौती के बारे में कंपनी के एमडी और सीईओ यू एस अवस्थी ने मीडिया को जानकारी दी।  उन्होंने कहा कि कंपनी के 50 साल पूरे होने पर किसानों को तोहफे में ये कटौती की राहत देने की कोशिश की गई है।  डाईअमोनियम फॉस्‍फेट (डीएपी) एक कॉम्‍प्‍लेक्‍स फर्टिलाइजर है।  देश में इस्‍तेमाल होने वाले कुल कॉम्‍प्‍लेक्‍स फर्टिलाइजर में 47 फीसदी का प्रोडक्‍शन भारत में होता है बाकी इम्‍पोर्ट किया जाता है। 

शहाबुद्दीन के करीबी लड्डन ने दी थी राजदेव की हत्या की सुपारी

पटना (सं.सू.)। पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के तार पूर्व सांसद शहाबुद्दीन से जुड़ते नजर आ रहे हैं। बिहार पुलिस और एटीएस की संयुक्त टीम ने राजदेव रंजन की हत्या के मामले में शूटर रोहित कुमार को गिरफ्तार किया है। उसने ही राजदेव रंजन को गोली मारी थी। एडीजी सुनील कुमार ने बताया कि रोहित ने राजदेव को गोली मारने की बात स्वीकार कर ली है।

रोहित ने बताया कि उसने लड्डन मियां के कहने पर राजदेव को गोली मारी थी। लड्डन मियां को शहाबुद्दीन का करीबी बताया जा रहा है। लड्डन की तलाश की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी। रोहित पर पहले से कई केस दर्ज हैं। उसके पिता भी हत्या और अपहरण के मामले चल रहे हैं। 13 मई को राजदेव रंजन की हत्या कर दी गई थी। सीवान के एसपी की अगुआई में की गई छापेमारी के दौरान रोहित के अलावा चार अन्य शूटरों को भी गिरफ्तार किया गया। एडीजी सुनील कुमार ने बताया कि शूटर रोहित,विजय,राजेश,रिषू और सोनू कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी सीवान जिले के रहने वाले हैं। सभी को सीवान से गिरफ्तार किया गया है।

हत्या के बाद सभी शूटर उत्तर प्रदेश भाग गए थे। सीवान के कुख्यात आपराधी लड्डन मियां ने राजदेव रंजन की हत्या की सुपारी दी थी। शूटरों के पास से हथियार और हत्याकांड में प्रयुक्त बाइक बरामद की गई है। रोहित के पास से दो देसी पिस्टल और तीन बाइक जब्त की गई है। जब्त की गई एक बाइक पर खून के छींटे भी मिले हैं,जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। सीबीआई ने मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि सभी शूटर्स शहाबुद्दीन के लिए काम करते है। लड्ड मियां पर हत्या,अपहरण समेत एक दर्जन केस चल रहे हैं।

2014 में श्रीकांत भारती की हत्या के मामले में भी लड्डन मियां का नाम आया था। 24 अप्रेल को ही लड्डन जेल से बाहर आया था। 13 मई की रात जब राजदेव की हत्या हुई उस वक्त लड्डन आसपास ही मौजूद था। पुलिस ने उसे पकडऩे के लिए छापा मारा लेकिन वह परिवार सहित फरार हो गया। 13 मई को सीवान के रेलवे स्टेशन के बाहर राजदेव रंजन को गोली मारी गई थी। राजदेव के सिर और गर्दन में तीन गोली मारी गई थी। राजदेव कार्यालय से अपने घर जा रहे थे। इस साल अप्रेल में लालू यादव ने शहाबुद्दीन को आरडजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति का सदस्य बनाया था।

Tuesday, May 24, 2016

सुशासन में लगी ईज्जत की बोली 50 हजार रुपए

शेखपुरा (सं.सू.)। बरबीघा इलाके में रेप मामले में अब नया मोड़ आ गया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपी द्वारा लगातार धमकी दी जा रही है और 50 हजार रुपये लेकर केस रफा-दफा करने का दबाव बनाया जा रहा है।

मंगलवार को पीड़िता अपने पूरे परिवार के साथ एसपी के समक्ष पहुंचकर आरोपी की गिरफ्तारी के साथ-साथ सुरक्षा की गुहार लगाई। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि 13 मई की शाम को जब बालिका शौच के लिए जा रही थी तो घात लगाये गांव के ही गौतम कुमार ने रेप की घटना को अंजाम दिया था। पहले इस मामले को गांव में ही पंचायत लगाकर इस मामले को 50 हजार रुपये में रफा-दफा करने का प्रयास किया गया।

पंचायत में मामला नहीं सुलझने के बाद इस मामले को महिला थाना में लाया गया तब जाकर केस दर्ज हुआ। परिजनों ने बताया कि केस दर्ज होने के बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। आरोपी खुलेआम गांव में घुम रहा है। परिजनों ने बताया कि अब केस उठाने के लिए आरोपी और उसके परिजन लगातार धमकी दे रहे हैं।

वही, एसपी राजेंद्र कुमार भील ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। स्थानीय थाना को आरोपी की गिरफ्तारी का भी निर्देश दिया गया है।

पटना में बदमाशों ने की डॉक्टर पर फायरिंग, कार छीनी

पटना (सं.सू.)। प्रदेश में अपराधियों के हौसले दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है। ताजा मामला बीती रात की है, जहां राजधानी पटना के दुल्हिन बाजार थाने के पास दो बाइक सवार 6 बदमाशों ने एक डॉक्टर की कार पर फायरिंग कर उन्हें अपहरण करने का प्रयास किया। इसमें विफल होने पर बदमाश उनकी कार लेकर फरार हो गए।

बदमाशों द्वारा किए गए गोलीबारी में डॉक्टर के ड्राइवर और कम्पाउंडर को गोली लगी है। दोनों घायलों को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

जानकारी के अनुसार, डॉ. पीके झा मंगलवार को पालीगंज से ऑल्टो कार से अपने घर लौट रहे थे। उसी दौरान बाइक सवार 6 बदमाश उनके पीछे लग गए। इसी बीच बदमाशों ने उन्हे रास्ते में रोकने का प्रयास किया, लेकिन वो नहीं रूके। जिसके बाद बदमाशों ने दुल्हिन बाजार थाने के पास उनकी कार पर फायरिंग करनी शुरू कर दी।

इस घटना में एक गोली कार चला रहे ड्राइवर को लगी और दूसरी गोली उनके कम्पाउंडर को लग गयी। जिससे वो दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। इसी बीच मौका देखकर डॉक्टर वहां से भागने में कामयाब रहे। इसके बाद बदमाशों ने डॉक्टर की कार लेकर फरार हो गए। डॉ. पीके झा थाने में सकुशल हैं। बताया जा रहा है कि डॉ. पीके झा पालीगंज में एक निजी क्लिनिक में पिछले 10 सालों से प्रैक्टिस कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल ने कहा-सही था बटला एनकाउंटर, मोदी सरकार की की प्रशंसा

नई दिल्ली (सं.सू.)। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने पार्टी लाइन से हटकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बटला हाउस एनकाउंटर फर्जी नहीं था। इसके साथ कांग्रेस नेता मोदी सरकार की भी तारीफ की है।

पंजाब के पूर्व गवर्नर शिवराज पाटिल ने कहा कि बटला हाउस एनकाउंटर को लेकर उन्हें कभी कोई शक नहीं था क्योंकि ये एक सही एनकाउंटर था। इस एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाना बिल्कुल गलत है। जबकि दिग्विजय सिंह समेत कई नेता इस एनकाउंटर को फर्जी बता चुके हैं और जांच की मांग की थी।

कांग्रेस नेता मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि इस सरकार ने कई बड़े कदम उठाए हैं जो अच्छे हैं, उन्होंने मोदी सरकार को और वक्त देने की वकालत की। इसके साथ ही पाटिल ने कांग्रेस में बड़े बदलाव की बात कही है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि कांग्रेस अपने अंदर बड़े स्तर पर बदलाव करे।

शिवराज पाटिल की मानें तो आतंक का मजहब नहीं होता है और इसे किसी मजहब के चश्मे से देखना भी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि गलत विचारधार हमेशा समाज के लिए खतरनाक है। इसलिए समाज को एक बनाए रखने की कोशिश होनी चाहिए।

1 टन प्याज बेचने पर किसान को मिला 1 रुपया!

पुणे (सं.सू.)। प्याज की गिरती कीमतों से परेशान एक किसान ने यहां अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा है कि जिला कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) में लगभग एक टन प्याज बेचकर वह केवल एक रुपया ही कमा सका है। देवीदास परभाने (48) नाम के इस किसान का कहना है कि प्याज की कीमतों में गिरावट का असर उस जैसे कई किसानों पर पहले ही दिख रहा है। अन्य किसानों ने भी इस साल बंपर फसल के बावजूद ‘औने-पौने दाम’ वाले सौदे किए हैं। 

परभाने ने कहा, ''हर दिन हम सूखा प्रभावित इलाकों में किसानों द्वारा आत्महत्या के समाचार सुन रहे हैं। हालांकि, प्याज की कीमतों के इस निचले स्तर तक आने के बाद  मेरे जैसे किसानों का भी यही हश्र हो सकता है।" परभाने पूरा गणित समझाते हुए कहते हैं कि उसने 2 एकड़ जमीन में 80,000 रुपए खर्च करके प्याज उगाया। उन्होंने कहा, ''10 मई को मैंने 952 किलो प्याज एक ट्रक में लादकर पुणे स्थित एपीएमसी पहुंचाया। प्रति 10 किलो प्याज के लिए मुझे 16 रुपए मिले। यानी एक रुपया 60 पैसे प्रति किलो का भाव मिला।"

उन्होंने कहा, ''प्याज की कुल कीमत 1523.2 रुपए मिली, इसमें से बिचौलिए ने 91.35 रुपए कमीशन लिया, श्रमिक शुल्क 59 रुपए रहा। इसके अलावा 18.55 रुपए व 33.30 रुपए विशिष्ट शुल्क के रूप में दिए गए। इसके अलावा 1320 रुपए ट्रक ड्राइवर ने लिए जो प्याज लेकर एपीएमसी गया था। इस प्रकार कुल मिलाकर 1522.20 रुपए खर्च हो गए।'' किसान ने कहा कि सभी कटौतियों के बाद उसके पास केवल एक रुपया ही बचा। उसने कहा, ''मैं कम से कम 3 रुपए प्रति किलो की उम्मीद कर रहा था लेकिन इस तरह के सौदे से वह निराश है।'' एपीएमसी से इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं मिल सकी। 

स्थानीय मीडिया ने इस सौदे में प्याज खरीदने वाले व्यापारी के हवाले से कहा है कि प्याज छोटे आकार का था और गुणवत्ता भी अच्छी नहीं थी। इस बीच प्याज व्यापारियों व एपीएमसी लासलगांव के सदस्यों का एक प्रतिनिधि मंडल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिला तथा प्याज की गिरती कीमतों के मुद्दे में हस्तक्षेप का आग्रह किया। प्रतिनिधिमंडल ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वह अधिक प्याज के निर्यात की अनुमति दे। प्याज उत्पादकों को मुआवजा दिया जाये और किसानों को होने वाले भारी नुक्सान से बचाने के लिए सरकार अतिरिक्त प्याज की खरीदारी करे।  

लासलगांव की कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) के चेयरमैन जायदाता ने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल 13.88 लाख टन प्याज का अतिरिक्त उत्पादन हुआ है। महाराष्ट्र में 203.15 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ जिसमें से 42.80 लाख टन प्याज एपीएमसी को बिक्री के लिए भेजा गया। पिछले साल केवल 35 लाख टन ही भेजा गया था। इससे पता चलता है कि इस साल प्याज का उत्पादन अधिक हुआ है।

PAK को US ने दिया झटका, 2030 करोड़ की सैन्य मदद पर सीनेट पैनल ने लगाई रोक

वॉशिंगटन (सं.सू.)। पाकिस्तान को अमेरिका की ओर से जोरदार झटका लगा है। यूएस सीनेट के पैनल ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 30 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता राशि पर रोक लगा दी है।

तीस करोड़ डॉलर यानी लगभग 2031 करोड़ रुपये की इस सहायता राशि पर रोक लगाने के लिए पैनल ने एक बिल पास किया है। पैनल ने कहा है कि यह रोक तब तक जारी रहेगी जब तक रक्षा मंत्री कांग्रेस के सामने यह प्रमाणित न कर दें कि इस्लामाबाद ने हक्कानी नेटवर्क के खात्मे के लिए कठोर कदम उठाए हैं।

सीनेट पैनल ने बीते हफ्ते ही 'नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट (एनडीएए)-2017' पास किया था। इसमें पाकिस्तान को दी जा रही सैन्य सहायता जारी करने की बात कही गई थी।

NDAA-2017 अब सीनेट के सामने वोटिंग के लिए पेश किया जाएगा। हालांकि उम्मीद की जा रही है कि कई सीनेटर्स इस बिल में संशोधन की मांग कर सकते हैं।

इस समिति का मानना है कि दक्षिण एशिया क्षेत्र में तब तक स्थिरता नहीं लाई जा सकती, जब तक पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम न उठाए जाएं।

बिहार की राजनीति में शहाबुद्दीन 'रिटर्न्स', पत्नी बनेंगी एमएलसी!

सीवान (सं.सू.)। एक बार फिर से आरजेडी में शहाबुद्दीन 'राज' की वापसी हो रही है। जेल में रहते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया था। पत्रकार हत्याकांड में नाम सामने आने के बाद भी आरजेडी ने शहाबुद्दीन का बचाव किया था।

अब उनकी पत्नी हिना शहाब को एमएलसी बनाने की तैयारी है। सूत्रों की माने तो लालू प्रसाद यादव ने इस नाम पर मुहर लगा दी है। सूबे कि प्रस्तावित विधान परिषद की सात सीटों पर चुनाव के पहले राजद के प्रत्याशियों के चयन को लेकर अधिकृत किये गए सुप्रीमो लालू यादव ने रामचंद्र पूर्वे और हीना शहाब को विधान परिषद् भेजने का मन बना लिया है। हीना शहाब की पैरवी नीतीश सरकार में राजद कोटे के दो मंत्री कर रहे हैं। इनमें से एक का कद पार्टी में बड़ा है।

कुछ दिन पहले सीवान जेल में जाकर आरजेडी के मंत्री अब्दुल गफ्फूर ने शहाबुद्दीन से मुलाकात भी की थी। वहीं, आरजेडी के कद्दावर नेता प्रभुनाथ सिंह भी शहाबुद्दीन के पक्ष में बताए जा रहे हैं। प्रभुनाथ भी कई बार जाकर जेल में शहाबुद्दीन से मुलाकात की है।

सूत्रों की माने तो अगर बड़ा फेरबदल नहीं हुआ तो शहाबुद्दीन की पत्नी का राजद की ओर से 24 मई को नामांकन करेंगी। वैसे विधान परिषद के लिए पहला नाम राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे का है। पूर्वे की वरीयता व पार्टी के प्रति समर्पण, विश्वसनीयता को देखते हुए माना जा रहा है कि उनके नाम पर कोई किंतु-परंतु नहीं है। विधायकों की संख्या के हिसाब से राजद के हिस्से में करीब पांच सीटें आने वाली हैं।

हिना शहाब को आरजेडी ने दो बार लोकसभा चुनाव का भी टिकट दिया है। पर उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि इस बार शहाबुद्दीन परिवार पर लालू मेहरबान दिख रहे हैं। ऐसे में तय माना जा रहा है कि 24 को हिना शहाब एमएलसी पद के लिए नामंकन करेंगी।

मुजफ्फरपुर में कैश वैन से 14.8 लाख रुपये लूटे

मुजफ्फरपुर (सं.सू.)। बाइक सवार अपराधियों ने सोमवार २३ मई की दोपहर कैश कलेक्शन एजेंसी एसआइपीएल के कैश वैन से करीब 14.80  लाख रुपये लूट लिये। इसका विरोध करने पर अपराधियों ने एसआइपीएल के कस्टोडियन (कैशमैन) शिवेंद्र सिंह और गनमैन मिथिलेश शाही को गोली मार दी। गोली मिथिलेश के दाहिने हाथ में, तो शिवेंद्र सिंह के पेट में लगी है। यह  घटना नॉर्थ बिहार हीरो एग्रो एजेंसी परिसर में हुई।

लूटपाट के बाद बाइक  सवार चार अपराधी फरार हो गये। हालांकि, एक बाइक से भाग रहे अपराधियों को  बाइक एजेंसी के कर्मचारियों ने पकड़ने का प्रयास किया, तो वे बाइक छोड़ कर  हवाई फायरिंग करते हुए भाग गये।  हालांकि, भागने के क्रम में एक अपराधी की तसवीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी। वारदात के बाद शहर को सील करके तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। कैशमैन व गार्ड का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है, जहां कैशमैन की हालत नाजुक बतायी जा रही है।

दोपहर करीब तीन बजे एसआइपीएल का कैश वैन अखाड़ाघाट स्थित हीरो बाइक की एजेंसी नाॅर्थ बिहार हीरो एग्रो एजेंसी परिसर पहुंचा। इस वैन में चालक अफसर अब्बास, गनमैन मिथिलेश कुमार शाही, कैशमैन शिवेंद्र सिंह व अभिषेक  कुमार थे। कैशमैन शिवेंद्र सिंह और गनमैन मिथिलेश बाइक एजेंसी के अंदर  रुपये का कलेक्शन करने गये। वहां कैशियर दिनेश कुमार तिवारी से 11 लाख 64  हजार 350 रुपये लेकर करीब 3:10 बजे वापस आये।

शिवेंद्र सिंह कैश वैन का गेट  खोल जैसे ही कैश से भरे बैंग को उसमें रखना चाहा कि दो अपराधी तेजी से  आये और गनमैन मिथिलेश के दाहिने हाथ में व शिवेंद्र के पेट में  गोली मार कर बैग छीन लिया। अपराधियों ने कैश वैन में रखे एक अन्य बैग को  भी निकाल लिया। उक्त बैग में उग्राया फूड एंड फीड प्राइवेट लिमिटेड के तीन  लाख 15 हजार 103 रुपये थे। अपराधियों ने कुल 14 लाख 79 हजार 453 रुपये लूट लिये।

रुपये से भरे बैंगों को तीनों बाइकों पर सवार छह अपराधी लेकर भागने  लगे। लेकिन, गोलीबारी की आवाज सुन बाइक एजेंसी के कर्मचारी चंदन व अन्य ने  पिछले बाइक पर भाग रहे दो अपराधियों में से एक को पकड़ लिया। दोनों के बीच  मारपीट शुरू हो गयी। इसी बीच सड़क पर अपराधी की होडा शाइन बाइक गिर  गयी। अंत में अपने घिरते देख अपराधियों ने कमर से पिस्तौल निकाल कर  ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इससे घबरा कर बाइक एजेंसी के कर्मचारियों ने  अपराधी को छोड़ दिया। इसके बाद बाइक छोड़ अपराधी प्रभात जर्दा फैक्टरी  वाली गली में पैदल ही भाग गये। हालांकि, गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में  एक अपराधी की तसवीर कैद हो गयी है। घटना के 15 मिनट बाद ही एसएसपी विवेक  कुमार, सिटी एसपी आनंद कुमार, नगर डीएसपी आशीष आनंद, नगर थाने के प्रभारी  अध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह सहित कई थानों की पुलिस वहां पहुंची और छानबीन  शुरू कर दी। एसएसपी विवेक कुमार ने बाइक पर सवार होकर प्रभात जर्दा फैक्टरी  सहित अखाड़ाघाट के आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी की।

उधर सीवान के महावीरी पथ में बाइक सवार बदमाशों ने सोमवार को मछली व्यवसायी प्रदीप कुमार को गोली मार कर आठ लाख रुपये लूट लिये। घायल व्यवसायी को सदर अस्पताल में इलाज के बाद पीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बतायी जाती है। यह वारदात व्यवसायी के घर के पास हुई।

प्राप्त समाचारों के अनुसार जहानाबाद शहर में पुलिस लाइन के पास सोमवार को करीब 11:30 बजे बाइक सवार अपराधियों ने सिपाही छोटका हेंब्रम से एक लाख 60 हजार रुपये लूट लिये। छोटका हेंब्रम मखदुमपुर थाने में मुंशी हैं, जो सुपौल जिले के कर्णपुर गांव के रहनेवाले हैं। इस घटना के संबंध में नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। बताया गया है कि साक्षर सिपाही (मुंशी) जहानाबाद स्थित एसबीआइ की मुख्य शाखा से 1।60 लाख रुपये निकाल कर टेंपो पर सवार हुए।

जब टेंपो कारगिल चौक के पास पहुंचा, तो उन्होंने  पुलिस लाइन में जाने के लिए टेंपो को रुकवाया। वाहन में बैठे हुए वे टेंपो ड्राइवर को किराया दे रहे थे़   इसी दौरान समाहरणालय के गेट के पास पहले से घात लगाये बाइक पर सवार दो अपराधी तेजी से आये और टेंपो में बैठे हालत में एक प्लास्टिक के थैले में रखे रुपये छीन लिये और शहर की ओर भाग निकले। उधर, सिपाही ने हल्ला मचाया। लेकिन, तब तक अपराधी फरार हो गये।  पुलिस मामले का तहकीकात कर रही है।

मुजफ्फरपुर में 26 दिनाें में तीसरी लूट

27 अप्रैल : शहर के माड़ीपुर स्थित एक्सिस बैंक से 47 लाख की लूट। बाद में पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया और 10।50 लाख रुपये बरामद किये।

18 मई : गोबरसही स्थित स्टेट बैंक की शाखा से 22 लाख की लूट। इसमें अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।

२३ मई:मुजफ्फरपुर के अखाड़ाघाट स्थित देना बैंक के सामने सिक्‍यूरिटीज एजेंसी के कस्‍टोडियन और गार्ड को दिनदहाडे गोलीमार 14.79 लाख रुपये लूट

बिहार में 'गुंडा राज', BCCL के पूर्व अधिकारी को मारी गोली

पटना (सं.सू.)। बिहार में बेलगाम अपराधियों के सामने पुलिस की तैयारी पस्त नजर आ रही है। हर दिन सरकार व बिहार पुलिस की तरफ से दावा किया जा रहा है कि कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होगी। पिछले दिन दिनों के अंदर पटना में तीन रंगदारी के मामले सामने आए हैं।

धनरुआ थाना क्षेत्र के नदवां गांव में BCCL के रिटायर्ड पूर्व मैनेजर श्याम सुंदर शर्मा से अपराधियों ने एक लाख रंगदारी की मांग की थी। नहीं देने पर पहले पिटाई की और फिर गोली मार दी। जिसमें शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उन्हें इलाज के लिए पटना के पीएमसीएच में भर्ती करवाया गया है। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

शनिवार को अपराधियों ने पटना के एक हॉस्पिटल मालिक से पचास लाख रंगदारी की मांग की थी। साथ ही पत्र के साथ जिंदा कारतूस भेज मारने की धमकी दी थी। वहीं, सोमवार को एक शिक्षण संस्थान के मालिक से भी एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी।

मोदी की रैली के लिए मुस्लिम किसान ने दी जमीन

सहारनपुर (सं.सू.)। भारतीय जनता पार्टी के केंद्र में दो साल पूरे होने के मौके पर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी एक बड़ी जनसभा को सम्बोधित करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री की रैली के लिए सहारनपुर के दिल्ली रोड  पर मोदी की रैली के लिए 265 बीघा जमीन में मंच और पंडाल बनाने की तैयार जोरों पर है।

खास बात ये है कि मोदी की रैली के लिए  रहीस अहमद ने अपनी आठ बीघा  जमीन दी है0 जिसमें उसने गन्ना लगाया हुआ है। मोदी के सहारनपुर आने पर रहीस अहमद ने अपनी खड़ी फसल कटवाकर मोदी की रैली  जमीन देने का फ़ैसला किया है। हालांकि बीजेपी नेता उसे अपनी फसल की एवज में मुआवजे की पेशकश करते रहे लेकिन उसने मुआवजा लेने से इंकार कर दिया।

भारतीय जनता पार्टी के केंद्र में दो साल पूरे होने के मौके पर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बड़ी जनसभा को सम्बोधित करने जा रहे हैं।

मुस्लिम किसान रहीस अहमद ने बताया कि ये जमीन में ठेके पर बो रहा हूं। आठ बीघा जमीन पर मैंने गन्ना बोया है। मुझे मुआवजा नहीं चाहिए क्योंकि ये हमारा गांव है और इस रैली में सभी का सहयोग है। हमारे प्रधानमंत्री जी आ रहे हैं। गन्ने की कटाई कर रहा हूं जिससे कुछ तो बचत हो जाएगी। इस रैली में हमारा पूरा सहयोग रहेगा।

बिहार से मांझी व सुशील शामिल होंगे मोदी कैबिनेट में!

पटना (सं.सू.)। केंद्र सरकार के दो साल पूरे होने के बाद यह कयास लगाया जा रहा है कि मोदी कैबिनेट में फेर बदल होगी। कुछ मंत्रियों की छुट्टी भी होगी। इस रेस में बिहार के दो नेता शामिल हैं। जिनके नाम पर चर्चा जोरों से हैं।

उसमें बिहार बीजेपी के कद्दावर नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का नाम सबसे उपर है। इस बात के संकेत बीजेपी नेताओं ने राज्यसभा के लिए उनके नाम पर मुहर लगाकर दे भी दी है।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री व हम के संयोजक जीतनराम मांझी का नाम भी सुर्खियों में है। उन्हें भी मोदी अपनी कैबिनेट में जगह दे सकते हैं। चर्चा है कि मांझी को झारखंड से राज्यसभा भेजा जाएगा। उसके बाद उन्हें कैबिनेट में शामिल किया जाएगा।

एनडीए मिशन 2019 के लिए तैयारियों में अभी से लग गई है। गठबंधन को मजबूत करने के लिए नरेंद्र मोदी की टीम केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल करने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि बिहार से दो नए चेहरे को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।

सूत्र बताते हैं कि इस महीने के अंत तक कैबिनेट का विस्तार होना है और कैबिनेट में कुछ नए चेहरे को शामिल किया जा सकता है और कुछ पुराने चेहरे को पार्टी या संगठन की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

फास्ट ट्रैक स्मार्ट सिटी कंपटीशन में लखनऊ फर्स्ट, भागलपुर व रांची भी शामिल

नई दिल्ली (सं.सू.)। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने फास्ट ट्रैक स्मार्ट सिटी के विजेता शहरों की घोषणा कर दी है। मंगलवार को जारी इस लिस्ट में लखनऊ पहले स्थान पर है। इसके अलावा वारंगल, धर्मशाला, चंडीगढ़ समेत 13 शहरों का चयन किया गया।

बता दें कि पहले टॉप 100 लिस्ट में लखनऊ अपना जगह बनाने में असफल रहा था। इसके बाद फास्ट ट्रैक स्मार्ट सिटी प्रतियोगिता के तहत 13 शहरों का चयन किया गया है। अबकी लिस्ट में लखनऊ को पहला स्थान प्राप्त हुआ है।

विजेता शहरों के क्रमवार नाम-
1. लखनऊ, 2. वारंगल, 3. धर्मशाला, 4. चंडीगढ़, 5. रायपुर, 6. कोलकाता, 7. भागलपुर, 8. पणजी, 9. पोर्ट ब्लेयर, 10. इम्फाल, 11. रांची, 12. अगरतला और फरीदाबाद का चयन हुआ है। इन शहरों का विकास स्मार्ट सिटी के तौर पर किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि पीएम नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित करने की योजना बनायी है। इन सभी शहरों में आधुनिक सुख-सुविधाओं से लैस करने के अलावा विश्वस्तरीय व्यवस्था होगा।

Monday, May 23, 2016

बेटा करता है छेड़खानी, जदयू नेता ने कहा- जो मर्जी वही करेंगे

बेगूसराय (सं.सू.)। जनता ने राज्य में जिनके हाथ सुशासन की डोर सौंपी, अगर वही इसकी धज्जियां उड़ाने में लग जाएं तो भला किससे उम्मीद होगी। बेगूसराय के छौड़ाही ओपी क्षेत्र में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जदयू नेता रामबदन यादव के बेटों पर मारपीट और छेड़छाड़ का आरोप लगा है।

जानकारी के अनुसार, क्षेत्र के सहुरी पंचायत अंतर्गत महात्मा गांधी एजुकेशन सेंटर हैं, जहां छात्र-छात्राएं कोचिंग क्लास करने आते हैं। छात्राओं के अनुसार उन्हें दो महीने से जदयू नेता रामबदन यादव के पुत्र छेड़ रहे थे। वे कोचिंग आने-जाने के दौरान अश्लील हरकत करते थे। छात्राओं की शिकायत पर कोचिंग संचालक नेता रामबदन यादव के घर गए।

कोचिंग संचालक दुर्गा प्रसाद साहू ने बताया कि उन्होंने रामबदन राय को उनके बेटों की करतूत की सूचना दी तो वे गुस्से से आग बबूला हो गए। कथित तौर पर अपने बेटों को समझाने के बदले वो कोचिंग संचालक को ही धौंस देने लगे। आरोप यह भी है कि नेता महोदय ने कहा कि उनके पुत्रों की जो मर्जी होगी, वही करेंगे।

छात्राओं ने बताया कि वे रविवार को कोचिंग से घर लौटने के क्रम में कीचड़ भरी सड़क के बगल से होकर गुजर रही थीं। इतने में वहां जदयू नेता के बेटे आकर छेड़खानी करने लगे। इसका विरोध करने पर उन्होंने कीचड़ में धकेल दिया।

जब उन्हें समझाने कोचिंग संचालक पहुंचे, तो जदयू नेता ने अपने परिजनों के साथ मिलकर शिक्षक व छात्र-छात्राओं को पकड़कर पीटा तथा फरसा, ईंट-पत्थर व अन्य धारदार हथियारों से जख्मी कर दिया।

घटना में शिक्षक दुर्गा प्रसाद साह सहित कई छात्र-छात्राओं को गंभीर चोट आई है। छात्रों एवं शिक्षकों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों ने घटना की सूचना छौड़ाही थाना पुलिस को दी। पुलिस ने घायलों को छौड़ाही पीएचसी में भर्ती कराया है।

कोचिंग संचालक ने प्राथमिकी में जदयू नेता रामबदन यादव, पत्नी फुदो देवी, पुत्र रंजन यादव, कुंदन यादव, शंकर उर्फ बौना यादव, पांडव यादव, सचिन यादव समेत 10 लोगों को आरोपी बनाया है। घटना के बाद जदयू नेता फरार बताए जा रहे हैं।

सिर्फ तस्लीमुद्दीन को ही नोटिस क्यों?

पटना (सं.सू.)। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यू ने पार्टी के अररिया के सांसद तस्लीमुद्दीन को कारण बताए नोटिस जारी किया है। नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार दिए गए उनके बयानों को लेकर पार्टी की ओर से जारी इस नोटिस में उनसे सात दिन में जवाब मांगा गया है। लेकिन जदयू के कुछ नेता यह सवाल उठा रहे हैं कि सिर्फ तसलीमुद्दीन के खिलाफ नोटिस क्यों जारी किया गया है? जब रघुवंश प्रसाद सिंह और प्रभुनाथ सिंह ने भी बयान दिए तो उन्हें क्यों नहीं नोटिस जारी किया गया है? रघुवंश प्रसाद और प्रभुनाथ सिंह ने तो लालू प्रसाद के पटना के सरकारी आवास के बाहर खड़े होकर बयान दिया था।

असल में राजद और जदयू के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। दोनों पार्टियों के बीच कई मसलों पर तनातनी है। कहा जा रहा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान को लालू प्रसाद का समर्थन है। जदयू के नेता दबी जुबान में यह भी कह रहे हैं की तसलीमुद्दीन को नीतीश विरोधी बयान के लिए नोटिस नहीं दिया गया है, बल्कि भाजपा और नरेंद्र मोदी की तारीफ करने के लिए नोटिस दिया गया है।

तसलीमुद्दीन को जारी किए गए नोटिस में इस बात का जिक्र किया गया है कि वे भाजपा और संघ की जुबान बोल रहे हैं। उनसे नरेंद्र मोदी की तारीफ करने के बारे में भी सफाई मांगी गई है। कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद अलग कई कारणों से उनसे नाराज हैं, इसलिए उनको नोटिस जारी किया गया है।

राजद नेता अनौपचारिक बातचीत में इस बात पर हामी भर रहे हैं कि तसलीमुद्दीन को नोटिस जारी करने का कारण अलग है। अगर गठबंधन का ख्याल होता तो रघुवंश प्रसाद सिंह और प्रभुनाथ सिंह को भी नोटिस जारी किया जाता। गौरतलब है कि रघुवंश प्रसाद सिंह चुनाव से पहले भी गठबंधन को लेकर बयान देते रहे थे और लालू प्रसाद ने उनसे कोई पूछताछ नहीं की थी। लोकसभा चुनाव से पहले भी रामविलास पासवान से गठबंधन तोड़ने में उनके बयानों की अहम भूमिका रही थी।



विदित हो कि राजद सांसद तस्लीमुद्दीन ने नीतीश कुमार के प्रति अत्यंत आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए बिहार में कानून-व्यवस्था नाम की चीज नहीं होने का आरोप लगाया था। उन्होंने नीतीश को पापी और महाघोटालेबाज बताते हुए कहा था कि उनको राज्य का सी.एम. होने की जगह जेल में होना चाहिए। वे इतने पर ही नहीं रुके थे और कहा था कि शराबबंदी को लेकर नीतीश नाटक कर रहे हैं क्योंकि घर-२ में शराब की दुकानें उन्होंने ही खुलवाई थी। उनका तो यहाँ तक मानना था कि नीतीश पी.एम. तो क्या किसी पंचायत के मुखिया बनने के लायक भी नहीं हैं।


वहीं कल वैशाली जिले के सहान गाँव में लूटपाट के दौरान कुछ दिन पहले मारे गए गैस एजेंसी कर्मी के घर से रघुवंश प्रसाद सिंह ने तस्लीमुद्दीन के खिलाफ नोटिस जारी होने की आलोचना करते हुए कहा कि सतयुग में भी राजा हरिश्चंद्र को सच बोलने के लिए दण्डित किया गया था।

यूपी बीजेपी के नेताओं के लिए 'आराम हुआ हराम'

नई दिल्‍ली (सं.सू.)। पूरे उत्तर प्रदेश में बीजेपी के विभिन्न दफ्तरों में काफी गहमागहमी है और इसका पूरा श्रेय पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को जाता है। देश के सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य में लंबे समय से सत्ता से दूर रही बीजेपी के पार्टी दफ्तरों में अब एक नई कार्य संस्कृति देखी जा रही है। फरवरी में अमित शाह ने राज्य में पार्टी के नए मुख्यालय की आधारशिला रखी थी। शाह उस वक्त पान की पीक से रंगी दीवारों और हो-हल्ले वाले माहौल को देखकर काफी खफा हुए थे।

लेकिन यह अब बीते दिनों की बात हो गई। बीजेपी अब लखनऊ में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को रेडियो फ्रि‍क्वेंसी वाले अटेंडेंस कार्ड देने की योजना बना रही है, जिसे उपस्थिति दर्ज कराने के लिए स्वाइप करना होगा। इसके जरिये पार्टी के वरिष्ठ नेता यह जान सकेंगे कि कोई नेता दफ्तर में कितनी जल्दी आता है और कितना समय व्यतीत करता है। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजों को 2019 के आम चुनावों के पूर्व संकेत के रूप में निश्चित रूप से देखा जाएगा।

बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता जो कल्याण सिंह के मुख्यमंत्री बनने के दौरान पार्टी के उत्थान और साल 2001 में राजनाथ सिंह के शासनकाल के दौरान पार्टी के पतन के गवाह रहे हैं, उन्होंने एनडीटीवी से कहा, हम करीब 15 साल से सत्ता से दूर हैं। लगभग सभी नेता पार्टी दफ्तर तभी आते हैं, जब इसके लिए उन पर दबाव डाला जाता है। उनके लिए लंच के लिए वापस घर जाना और दोपहर में आराम करना भी जरूरी होता है। अब हमें बदलाव करने के लिए कहा जा रहा है।

नए इलेक्ट्रॉनिक कार्ड में यूनिक नंबर हैं, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं को विभिन्न दस्तावेजों, पार्टी की नीतियों, केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारियों और ऑनलाइन लाइब्रेरी के इस्तेमाल में काफी सहूलियत मिलेगी।

वरिष्ठ नेताओं को विभिन्न बैठकों और चर्चाओं के बारे में ऑनलाइन रिपोर्ट भी जमा करनी होगी। इन रिपोर्टों की केंद्रीय नेताओं और जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं द्वारा समीक्षा की जाएगी। यह ऑनलाइन सुविधा जुलाई से चालू हो जाएगी और पहले फेज में मंडल स्तर के 1800 पदधारी इससे जुड़ेंगे। बाद में करीब 1.5 लाख कार्यकर्ताओं को राज्य मुख्यालय से ऑनलाइन जोड़ा जाएगा, जो मतदान के दौरान बूथ लेवल पर काम करेंगे।

बीजेपी अध्यक्ष की नई योजनाएं उनके खुद के शुरुआती और कड़वे अनुभवों के आधार पर तैयार किए गए हैं। 2013 में अमित शाह उस वक्त पीएम पद के घोषित उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के लिए यूपी में चुनावी आधार तैयार करने के वास्ते गए थे। बीजेपी के एक नेता ने एनडीटीवी को बताया, 'उन्होंने (अमित शाह ने) पाया कि स्थानीय नेता तभी दफ्तर में झांकते थे, जब किसी केंद्रीय नेता का दौरा होता था। उन्हें नेताओं के पैर छूने की आदत भी नागवार गुजरी, जिनका यूपी के वोटरों से वास्तव में कोई संपर्क नहीं था। अब जो नई पहल की जा रही है, उससे लगता है कि उन्हें यहां के शुरुआती दिन याद हैं।'

2014 के आम चुनावों में बीजेपी ने यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 70 पर कब्जा जमाया था और पार्टी की इस शानदार कामयाबी से सिद्ध हुआ कि अमित शाह ने यहां वोटरों के नब्ज पकड़ने में कोई चूक नहीं की थी। जब उन्हें यूपी का जिम्मा सौंपा गया था, तब ऐसी स्थिति थी जैसे बूथ स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं को घुन लगा हो। इनमें अधिकतर वैसे कार्यकर्ता थे, जो नेताओं के सगे-संबंधी थे और जिन्होंने कभी भी जमीनी स्तर पर काम नहीं किया था। यही नहीं कार्यकर्ताओं की सूची में कुछ ऐसे भी नाम थे, जो मर चुके थे। ऐसी स्थिति में आनन-फानन में कार्यकर्ताओं की पूरी फौज खड़ी की गई। अब एक लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं को जोड़ा गया है और उनके रिकॉर्ड, प्रमाण पत्र तथा उनकी क्षमताओं का विश्लेषण कर यह जानने की कोशिश की जा रही है कि वोटरों से उनके कितने मजबूत संबंध हैं।

भारत-ईरान-अफगान में ऐतिहासिक कॉरिडोर समझौता, पीएम ने कहा- हम इतिहास बनते देख रहे हैं

तेहरान (सं.सू.)। भारत और ईरान के बीच सोमवार को कई महत्वपूर्ण समझौतों पर दस्तखत हुए, जिसमें रणनीतिक तौर पर अहम चाबहार पोर्ट को लेकर हुआ समझौता भी शामिल है। दक्षिणी ईरान के चाबहार बंदरगाह से पाकिस्तान से गुजरे बगैर भारत अफगानिस्तान और यूरोप तक संपर्क कायम कर सकेगा। इस दौरान दोनों देश कट्टरपंथ और आतंकवाद से लड़ने में सहयोग पर भी सहमत हुए।

चाबहार बंदरगाह के विकास से जुड़े द्विपक्षीय समझौते के अलावा भारत, अफगानिस्तान और ईरान ने परिवहन और ट्रांजिट कॉरिडोर पर एक त्रिपक्षीय समझौते पर दस्तखत किए। परिवहन और ट्रांजिट कॉरिडोर समझौते के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे 'क्षेत्र के इतिहास की धारा बदल सकती है।' भारत चाबहार बंदरगाह के लिए 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगा।

पीएम मोदी और मेजबान देश के राष्ट्रपति हसन रूहानी के बीच हुई विस्तृत चर्चा के बाद भारत और ईरान ने द्विपक्षीय समझौतों पर दस्तखत किए। एक एल्युमिनियम संयंत्र की स्थापना और अफगानिस्तान एवं मध्य एशिया तक भारत को पहुंच कायम करने देने के लिए एक रेल लाइन बिछाने को लेकर भी द्विपक्षीय समझौते हुए। इन समझौतों का मकसद अलग-अलग क्षेत्रों, जिसमें अर्थव्यवस्था, व्यापार, परिवहन, बंदरगाह विकास, संस्कृति, विज्ञान एवं शैक्षणिक सहयोग शामिल हैं, में भारत-ईरान के रिश्तों को गहरा बनाना है।

पीएम मोदी की यह यात्रा पिछले 15 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय ईरान यात्रा है। ईरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर पश्चिमी देशों के साथ तेहरान के ऐतिहासिक परमाणु करार के बाद ईरान पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध हटाए जाने के बाद मोदी की यह यात्रा हो रही है। इससे पहले, अप्रैल 2001 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ईरान की यात्रा की थी। एक भारतीय संयुक्त उपक्रम द्वारा ईरान के दक्षिणी तट पर चाबहार पोर्ट के पहले चरण के विकास के अनुबंध के तौर पर प्रमुख समझौते पर दस्तखत किए गए। ऊर्जा संपन्न ईरान के दक्षिणी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित चाबहार पोर्ट फारस की खाड़ी के बाहर है और बगैर पाकिस्तान से गुजरे हुए भारत के पश्चिमी तट से इस तक पहुंच कायम की जा सकती है।

रूहानी के साथ संयुक्त तौर पर मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'चाबहार पोर्ट और इससे जुड़ी आधारभूत संरचना विकसित करने और इस उद्देश्य के लिए भारत की तरफ से 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर उपलब्ध कराने से संबंधित द्विपक्षीय समझौता एक मील का पत्थर है।' पीएम मोदी ने कहा, 'इस बड़े प्रयास से क्षेत्र में आर्थिक संवृद्धि में तेजी आएगी। हम उन समझौतों को जल्द लागू करने के कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिन पर आज दस्तखत किए गए।'

चाबहार पोर्ट के विकास से जुड़े परिवहन एवं ट्रांजिट कॉरिडोर संबंधी त्रिपक्षीय समझौते पर बाद में भारत, ईरान और अफगानिस्तान ने दस्तखत किए। मोदी, रूहानी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की मौजूदगी में इस समझौते पर दस्तखत हुए। पीएम मोदी ने इस समझौते को 'एक नए अध्याय' की शुरुआत करार देते हुए कहा कि 'आज हम इतिहास बनते देख रहे हैं, न सिर्फ हम तीन देशों के लोगों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए। यह संपर्कों का बंधन तैयार करेगा।'

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समझौता क्षेत्र में 'शांति एवं समृद्धि के नए रास्ते निकालने' के तहत किया गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस कॉरिडोर से निर्बाध आर्थिक संवृद्धि को गति मिलेगी और युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कर उन्हें कट्टरपंथ की तरफ कदम बढ़ाने से रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा, 'आर्थिक लाभ का दायरा तीन देशों से कहीं ज्यादा होगा... इसकी पहुंच मध्य एशियाई देशों तक हो सकती है। यह एक तरफ दक्षिण एशिया को और दूसरी तरफ यूरोप को जोड़ सकता है।'

पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि इस समझौते से उनके खिलाफ आपसी समर्थन से खड़े होने की हमारी क्षमता मजबूत होगी, जिनका एकमात्र मकसद निर्दोषों को मारना है। इसकी सफलता क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के लिए सकारात्मक बात होगी।' चाबहार समझौते को तीनों देशों के बीच के रिश्तों में 'बसंत' करार देते हुए रूहानी ने संभवत: पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह 'किसी देश के खिलाफ नहीं' है।

फारसी शायर हाफिज की एक रचना का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, 'रोज़े-हिज्रो-शबे-फ़ुक़रुते-यार आख़र शुद... ज़दम इन फ़ालो-गुज़श्त अख़्तरो कार आखर शुद्' यानी जुदाई के दिन खत्म हो गए, इंतजार की रात खत्म हो रही है, हमारी दोस्ती हमेशा बरकरार रहेगी। इससे पहले, मोदी और रूहानी ने द्विपक्षीय वार्ता के दौरान आपसी हित से जुड़े कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की। मोदी और रूहानी ने शिष्टमंडल स्तर की वार्ता के दौरान क्षेत्र में बढ़ती अस्थिरता, कट्टरपंथ और आतंकवाद के विषय पर चर्चा की।

उपराष्ट्रपति की पत्नी सलमा बोलीं- ऊँ के उच्चारण से मिलता है ऑक्सीजन

नई दिल्ली (सं.सू.)। ऊँ के उच्चारण को लेकर चल रहे विवाद के बीच उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी ने इसके विरोध को गलत बताया है। सलमा अंसारी ने कहा कि ऊँ के उच्चारण से ऑक्सीजन मिलता है इसलिए इसका विरोध किया जाना गलत है।

यूपी के अलगीढ़ में एक कार्यक्रम में शिरकत करने के दौरान सलमा अंसारी ने कहा, 'मैं भी योग करती हूं। योग से फिटनेस मिलती है। योग से मुझे बीमारी से उबरने में मदद मिली।' उन्होंने कहा कि अगर मैंने योग नहीं किया होता तो मेरी हड्डी टूट गई होती। सलमा अंसारी ने कहा कि अगर आप पढ़े-लिखे हैं तो आपको हर वो काम करना चाहिए, जिससे आपको फायदा मिलता हो।

अलीगढ़ के अलनूर चैरिटेबल सोसायटी द्वारा संचालित मदरसा अलनूर के बच्चों के सम्मान कार्यक्रम में हिस्सा लेने आई सलमा अंसारी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पहले कहां इतनी हाय तौबा मचती थी। उन्होने कहा कि सूर्य नमस्कार एक योग क्रिया है और इसे धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए।

इसरो ने लॉन्च किया पहला 'मेड इन इंडिया' स्पेस शटल

श्रीहरिकोटा (सं.सू.)। भारतीय अंतरिक्ष शोध संस्थान (ISRO) सोमवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से पूरी तरह से भारत में बने स्पेस शटल RLV-TD को लॉन्च किया। इसे भारत का अपना खुद का स्पेस शटल बताया जा रहा है। अमेरिकी स्पेस शटल जैसा दिखने वाला ये शटल फिलहाल प्रयोग की स्थिति में है और अपने असली साइज से 6 गुना छोटा है।

विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) के डायरेक्टर के सिवन ने बताया, ‘RLV-TD का मुख्य लक्ष्य पृथ्वी की कक्षा में उपग्रह पहुंचाना और फिर वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करना है। शटल को एक ठोस रॉकेट मोटर से ले जाया जाएगा। नौ मीटर लंबे रॉकेट का वजन 11 टन है।'

इसरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘RLV-TD के लॉन्चिंग सुबह करीब 6:30 बजे हुई। अमेरिकी स्पेस शटल की तरह दिखने वाले डबल डेल्टा पंखों वाले यान को एक स्केल मॉडल के रूप में प्रयोग के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर वैज्ञानिकों को इसके लिए बधाई दी। पीएम ने कहा भारत के पहले स्वदेशी अंतरिक्ष शटल RLV-टीडी की लॉन्चिंग हमारे वैज्ञानिकों के मेहनती प्रयासों का परिणाम है। गतिशीलता और समर्पण के साथ जो हमारे वैज्ञानिकों और इसरो ने पिछले कुछ सालों में काम किया है, वह असाधारण और बहुत ही प्रेरणादायक है।

ये एक रियूजेबल लॉन्च व्हीकल है। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब इसरो एक स्पेस क्राफ्ट लॉन्च कर  रहा है, जिसमें डेल्टा विंग्स होंगे। लॉन्च के बाद ये स्पेस क्राफ्ट बंगाल की खाड़ी में वापस उतर आएगा। इस स्पेस क्राफ्ट के बनने में 5 साल का समय लगा और 95 करोड़ रुपये का खर्च आया है। ये फ्लाइट इस स्पेस क्राफ्ट की हायपर सोनिक एक्सपेरिमेंट स्पीड पर री-एंट्री को झेल पाने की क्षमता का आकलन करेगी।

इस स्पेस क्राफ्ट को बनाने में 600 वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने दिन-रात की मेहनत की है। इस एक्सपेरिमेंट के बाद इस स्केल मॉडल को बंगाल की खाड़ी से रिकवर नहीं किया जा सकेगा, क्योंकि इसे पानी में तैरने लायक नहीं बनाया गया है। हालांकि, इस एक्सपेरिमेंट के दौरान इस बात की पड़ताल की जाएगी कि ये स्पेस क्राफ्ट ध्वनि की गति से 5 गुना तेज गति पर ग्लाइड और नेविगेट करने में सक्षम है या नहीं।

इसरो के साइंटिस्टों का मानना है कि वे इस स्पेस क्राफ्ट के लॉन्च और सफल होने के बाद सैटेलाइट्स आदि को स्पेस में लॉन्च करने में होने वाले खर्च को 10 गुना कम कर लिया जाएगा। इसके बाद प्रति किलोग्राम भार पर 2000 अमेरिकी डॉलर का खर्च होगा।

भारत और ईरान के बीच चाबहार सहित १२ समझौते पर हुए हस्ताक्षर

तेहरान (सं.सू.)। भारत और ईरान ने आतंकवाद, चरमंथ और साइबर अपराध से मिलकर निपटने का निर्णय किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तेहरान यात्रा के दूसरे दिन दोनों रणनीतिक भागीदार देशों ने 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिसमें भारत द्वारा चाबहार बंदरगाह के विकास का महत्वपूर्ण समझौता भी शामिल है। व्यापारिक और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए भारत 50 करोड़ डॉलर मुहैया कराएगा।

पीएम मोदी ने भारत-ईरान की 'दोस्ती' को ऐतिहासिक जितनी ही पुरानी बताते हुए कहा, 'सदियों से हम कला एवं स्थापत्य, विचार एवं परंपराओं और वाणिज्य एवं संस्कृति के जरिये जुड़े रहे हैं।' उन्होंने कहा कि 2001 में जब गुजरात में भूकंप आया था तो ईरान उन पहले देशों में शामिल था, जो मदद के लिए आगे आया। नरेंद्र मोदी उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

चाबहार बंदरगाह ईरान के दक्षिणी तट पर सिस्तान-बलुचिस्तान प्रांत में पड़ता है। यह रणनीतिक दृष्टि से भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत के पश्चिमी तट से फारस की खाड़ी के मुहाने पर स्थित इस बंदरगाह तक आसानी से पहुंचा जा सकता है और इसके लिए पाकिस्तान से रास्ता मांगने की जरूरत नहीं होगी।

भारत-ईरान 2003 में ही इसके लिए सहमत हो गए थे, लेकिन ईरान के खिलाफ पश्चिमी देशों की पाबंदियों के चलते इस पार बात आगे नहीं बढ़ सकी थी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ईरान के बीच क्षेत्रीय एवं सामुद्रिक सुरक्षा के संबंध में दोनों देशों के रक्षा और सुरक्षा मामलों से जुड़े संस्थानों के बीच संपर्क बढ़ाने पर भी सहमति हुई है।

पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ अकेले में वार्ता करने के बाद उनके साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'हम आतंकवाद, चरमपंथ, नशीली दवाओं के व्यापार और साइबर अपराध के खतरों से निपटने के लिए एक-दूसरे के साथ घनिष्ठता के साथ और नियमित रूप से परामर्श करने पर सहमत हुए हैं।'

चाबहार बंदरगाह के विकास के अलावा दोनों पक्षों ने व्यापार, ऋण, संस्कृति, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, और रेलमार्ग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के कई और समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए। मोदी ने चाबहार बंदरगाह और उससे संबंधित बुनियादी ढांचों के विकास तथा इसके लिए भारत की ओर से करीब 50 करोड़ डॉलर उपलब्ध कराने के समझौते को 'एक महत्वपूर्ण घटना बताया।' उन्होंने कहा, 'इस बड़ी पहल से इस क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा। हम आज हुए समझौतों के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध हैं।'

भागीदारी के एजेंडे और दायरे को वास्तविक करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ' जिन समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं,उनसे हमारी रणनीतिक भागीदारी में एक नया अध्याय जुड़ा है। विस्तृत व्यापारिक संबंध, रेलवे समेत संपर्क सुविधाओं के क्षेत्र में गहरे संबंध तथा तेल एवं गैस, उर्वरक, शिक्षा और सांस्कृतिक क्षेत्र में भागीदरी से कुल मिलाकर हमारे आर्थिक संबंधों को बल मिला है।'

ईरान और अफगानिस्तान की भागीदारी के साथ त्रिपक्षीय परिवहन एवं पारगमन समझौते के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'इससे भारत, ईरान और अफगानिस्तान के लिए नया मार्ग खुलेगा। भारत और ईरान की इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और संपन्नता में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है।'

Saturday, May 21, 2016

मनमोहन सिंह निकले विजय माल्या के लोन गारंटर

पीलभीत (सं.सू.)। किंगफिशर एयरलाइन्स के मालिक विजय माल्या के लोन की गारंटी लेने पर यूपी के एक किसान के दो बैंक अकाउंट सीज कर दिए गए हैं। हैरानी की बात ये है कि मनमोहन सिंह नाम के इस गरीब किसान को ये भी नहीं पता कि विजय माल्या कौन हैं और किंगफिशर क्या है? दूसरी ओर, बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर का कहना है कि उनके पास मुंबई के रीजनल ऑफिस से अकाउंट सीज करने के ऑर्डर आए थे।

सरदार मनमोहन सिंह नाम का यह किसान पीलीभीत के बिलसंडा का रहने वाला है। उसके पास आठ एकड़ जमीन और दो बैंक अकाउंट हैं। बैंक उसे जिस विजय माल्या का गारंटर बता रहा है, जबकि उसका नाम तक मनमोहन सिंह ने नहीं सुना। उसका कहना है कि वह कभी मुंबई भी नहीं गया। अकाउंट सीज होने से उसे गवर्नमेंट स्कीम का फायदा नहीं मिल पाया। फसल भी एक व्यापारी को बहुत सस्ते दामों पर बेचनी पड़ी। इसकी वजह यह है कि इन स्कीमों का पैसा बैंक अकाउंट में ही जमा होता है और मनमोहन के अकाउंट सीज किए जा चुके हैं। दो दिन पहले बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर और स्टाफ किसान के घर आए। उन्‍होंने मनमोहन से कहा कि विजय माल्या की किंगफिशर कंपनी के लिए करोड़ों रुपए का जो लोन लिया गया था, उसकी गारंटी आपने दी थी। इतना सुनते ही किसान के पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि विजय माल्या का उससे दूर-दूर तक कोई रिश्‍ता नहीं है। बैंक मैनेजर ने मनमोहन के दो अकाउंट सीज कर दिए। किसान की मानें तो उसने 2 साल पहले 4 लाख का लोन लिया था और बैंक में अपने कागजात जमा किए थे।

जैसे ही किसान के कथित माल्या कनेक्शन की खबर मीडिया में आई, बैंक एक्टिव हो गया। शुक्रवार रात नरीमन प्वाइंट से बैंक मैनेजर को एक मेल आया। इसमें कहा गया कि किसान का गलत अकाउंट सीज कर दिया गया है। उसके सेविंग अकाउंट को सीज करने का ऑर्डर था, लेकिन केकेसी (किसान क्रेडिट कार्ड) और सेविंग, दोनों अकाउंट सीज क्यों कर दिए गए ? मेल में ये भी कहा गया कि इन दोनों ही अकाउंट्स को फौरन रिलीज करें। हालांकि, शुक्रवार की जगह शनिवार सुबह ये दोनों अकाउंट रिलीज और एक्टिव हो पाए। बैंक ऑफ बड़ौदा के लोकल ब्रांच मैनेजर मांगेराम के मुताबिक, "6 महीने पहले मेल आया था। लेकिन डर की वजह से हमने किसान के दोनों अकाउंट सीज कर दिए थे। इन्हें शनिवार को फिर से एक्टिव कर दिया गया है। किसान क्रेडिट कार्ड का अकाउंट नं. 01/388 था। इसकी लिमिट 4 लाख रुपए थी।"