Thursday, March 31, 2016

हादसे में बच गए थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस


नई दिल्ली (सं.सू.)। महान स्वाधीनता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विमान हादसे में मारे जाने की खबर एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सरकार की ओर से हाल में सार्वजनिक की गई नेताजी से संबधित गोपनीय फाइलों में एक ऐसा नोट है जिसके अनुसार 18 अगस्त 1945 में ताइपे में विमान दुर्घटना के बाद भी नेताजी ने तीन बार रेडियो पर राष्ट्र को संबोधित किया था। मंगलवार 28 मार्च को सरकार की ओर से नेताजी से संबधित गोपनीय फाइलों की जो दूसरी श्रंखला जारी की गई है उसमें एक फाइल में नेताजी के इन भाषणों का मूल पाठ मौजूद हैं।

इन फाइलों के अनुसार, नेताजी ने ताइपे विमान हादसे के बाद पहला रेडियो संबोधन 26 दिसंबर 1945 को, दूसरा एक जनवरी 1946 और तीसरा फरवरी 1946 में दिया था। माना जाता है कि रेडियो प्रसारण का मूलपाठ बंगाल के गवर्नर हाउस से उपलब्ध कराया गया था क्योंकि इन फाइलों में एक स्थान पर गवर्नर हाउस के अधिकारी पीसी कार के हवाले से लिखा गया है कि यह प्रसारण 31 मीटर बैंड से लिया गया है। अपने पहले रेडियों संदेश में नेताजी ने कहा था, मैं दुनिया की महान शक्तियों की छत्र छाया में हूं। मेरा दिल भारत के लिए रो रहा है। जब विश्व युद्ध चरम पर होगा तब मैं भारत जाऊंगा। यह मौका दस साल में या उससे पहले आ सकता है। तब मैं उन लोगों का फैसला करूंगा जो लाल किले में मेरे लोगों के खिलाफ मुकदमा चला रहे हैं।

एक जनवरी 1946 के दूसरे प्रसारण में नेताजी ने कहा था, हमे दो साल में आजादी मिल जाएगी। ब्रितानी साम्राज्यवाद टूट चुका है ओैर उसे अब भारत को आजाद करना ही पड़ेगा। भारत अहिंसा के जरिए आजाद नहीं होने वाला है। मैं फिर भी गांधीजी का सम्मान करता हूं। फरवरी 1946 में अपने तीसरे प्रसारण में नेताजी ने कहा था, मैं सुभाष चंद्र बोस बोल रहा हूं। जापान के आत्मसमर्पण के बाद मैं अपने भारतीय भाइयों और बहनों को तीसरी बार संबोधित कर रहा हूं। इंग्लैंड के प्रधानमंत्री पिथेक लारेंस समेत तीन सदस्यों को भेजने जा रहे हैं। उनका मकसद सभी तरीकों से भारत का खून चूसकर ब्रितानी साम्राज्यवाद के लिए स्थायी बंदोबस्त करने के अलावा और कुछ नहीं है।

इन फाइलों में महात्मा गांधी के सचिव रहे खुर्शीद नौरोजी का अमरीका के जाने-माने पत्रकार लुई फिशर को लिखा एक पत्र भी है जिसपर 22 जुलाई 1946 की तारीख दर्ज है। इस पत्र में नौरोजी ने लिखा है कि भारतीय सेना दिल से आजाद हिंद फौज के प्रति सहानुभूति रखती है, ऐसे में यदि बोस रूस की मदद से आए तो न गांधी जी, न ही नेहरू और न ही कांग्रेस देशवासियों को कुछ समझा पाएगी। नौरोजी ने यह भी लिखा है कि अगर रूस प्रचार के उद्देश्य से खुद को एशियाई देश घोषित कर देता है तो भारत द्वारा किसी भी यूरोपीय गठबंधन को स्वीकार करने की कोई उम्मीद नहीं होगी।

इस खत में 'नेताजी की वापसी' का जिक्र इस बात की तरफ संकेत करता है कि लेखक को नेताजी के रूस में होने के बारे में पता था और वह इस आशंका से घिरा था कि नेताजी रूस के समर्थन से स्वेदश लौट सकते हैं। ये वे सबूत हैं जो एक बार फिर इस बात को झुठलाते हैं कि नेताजी की मौत विमान हादसे में हुई थी। हालांकि 23 जनवरी को नेताजी की 119 वीं जयंती के अवसर पर उनकी जो गोपनीय फाइलें सार्वजनिक की गई थीं उनमें 21 वर्ष पुराने 1995 के एक कैबिनेट नोट का जिक्र है जिसके मुताबिक आजाद भारत की सरकार यह मान चुकी थी कि नेताजी की मौत अगस्त 1945 में ताइपे विमान हादसे में हुई थी।

इस नोट में सरकार की ओर से कहा गया है कि जिन लोगों को यह बात झूठ लगती है वे तार्किक सोच की बजाय भावानात्मक सोच के कारण ऐसी बात कहते रहे हैं। इन फाइलों से लेकिन जो नया सच निकल कर आ रहा है, वह कुछ और ही सच बयां कर रहा है।

बर्तन मांज गुजारा करनेवाले हलधर हुए देश के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित


नई दिल्ली (सं.सू.)। हाल ही में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कुछ खास हस्तियों को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित किया। इन हस्तियों के बारे में आमतौर पर लोग पहले से जानते थे। फिर भी यदि किसी के बारे में नहीं जानते थे तो टीवी, अखबार और सोशल मीडिया ने इन लोगों के बारे में बढ़-चढ़ कर बताया। देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाली इन शख्सियतों में से एक हैं- ओडिशा के हलधर नाग। इनके बारे में ना तो समाचारों में ही ज्यादा चर्चा हुई और न ही सोशल मीडिया पर कुछ आया। लेकिन इस सम्मान तक पहुंचने वाले नाग की कहानी काफी प्रेरणादायक है।

हाल ही में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कुछ खास हस्तियों को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित किया। इन हस्तियों के बारे में आमतौर पर लोग पहले से जानते थे। फिर भी यदि किसी के बारे में नहीं जानते थे तो टीवी, अखबार और सोशल मीडिया ने इन लोगों के बारे में बढ़-चढ़ कर बताया। देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाली इन शख्सियतों में से एक हैं- ओडिशा के हलधर नाग। इनके बारे में ना तो समाचारों में ही ज्यादा चर्चा हुई और न ही सोशल मीडिया पर कुछ आया। लेकिन इस सम्मान तक पहुंचने वाले नाग की कहानी काफी प्रेरणादायक है।

हलधर नाग एक गरीब परिवार से आते हैं और उन्होंने तीसरी कक्षा में ही पढ़ाई छोड़ दी थी। वह मुश्किल से स्कूल गए लेकिन आप यकीन नहीं करेंगे कि वह आज पीएचडी करने वाले छात्रों के सबजेक्ट की लिस्ट में हमेशा शामिल रहते हैं। उनके नाम पर पांच थिसिस दर्ज हैं और जल्द ही वह ओडि़शा स्थित संबलपुर यूनिवर्सिटी के सेलेबस का हिस्सा होंगे। एक नजर डालिए कौन हैं कवि हलधर है और कैसी रही है उनकी अब तक जिंदगी।

नाग का जन्म ओड़िशा बाडग़ढ़ जिले के घेंस गांव में एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था। वह तीसरी कक्षा के बाद आगे पढ़ाई नहीं कर पाए थे। जब वह 10 वर्ष के थे उनके पिता का देहांत हो गया और उन्होंने स्कूल छोड़ दिया था। हलधर नाग कहते हैं कि एक विधवा के बच्चे का जीवन बहुत ही मुश्किल भरा रहता है। हलधर के मुताबिक उन्होंने पास ही की एक मिठाई की दुकान में बर्तन मांजने का काम शुरू कर दिया ताकि वो अपने परिवार की आर्थिक तौर पर सहायता कर सकें।

दो साल बाद एक गांव के सरपंच उन्हें हाईस्कूल ले गए लेकिन यहां पर उन्होंने पढ़ाई नहीं की, बल्कि एक कुक के तौर पर काम किया। 16 साल तक वे यहां पर कुक के तौर पर रहे। धीरे-धीरे उस इलाके में कई स्कूल आने लगे। फिर हलधर नाग ने बैंक से 1,000 रुपए लोन लेकर स्कूली बच्चों के लिए स्टेशनरी और खाने-पीने के दूसरे सामानों वाली एक छोटी दुकान खोल ली।

नाग ने अपनी पहली कविता धोडो बारगाछ वर्ष 1990 में लिखी थी। इसका मतलब होता है बरगद का बूढ़ा पेड़ और इसे एक लोकल मैगजीन में जगह मिली थी। इसके बाद उन्होंने अपनी चार कविताओं को पब्लिश होने के लिए भेजा। उन्होंने गांव वालों को अपनी कविताएं सुनाना शुरू किया जिससे वह उन्हें याद रख सकें और गांववाले भी बड़े प्यार से उनकी कविताएं सुनते थे। लोगों को हलधर की कविताएं इतनी पसंद आई कि वो उन्हें लोक कवि के नाम से बुलाने लगे।

लेफ्ट वालों ने 21 साल पहले काटे थे दोनों पैर, BJP ने दिया टिकट

तिरूअनंतपुरम (सं.सू.)। साउथ में लेफ्ट-संघ वाले मारकाट मचाए रहते हैं। अभी कुछ दिन पहले संघ कार्यकर्ता को फैमिली वालों के सामने चाकुओं से घोप दिया। एक ऑटो रिक्शा वाले को भी छोटे बच्चों के सामने तलवारों से हमला कर घायल कर दिया। अब अगर कोई सोच रहा है कि ये सब अभी जल्दी शुरू हुआ है तो रुकिए। अतीत इंतजार कर रहा है।

बहुत ज्यादा समय पहले की बात नहीं है। पर फिर भी 21 साल पुरानी बात तो है ही। 1994 चल रहा था। सीपीआई(M)के कार्यकर्ताओं ने सी सदानंदन के दोनों पैर काट दिए थे। 21 साल से सदानंदन बिना पैरों के अपनी जिंदगी गुजार रहे थे। लेकिन अब जबकि विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है, तब बीजेपी ने केरल के कूठूपारंभा विधानसभा सीट से सी सदानंदन को मैदान में उतारा है। ये ऐसी सीट है, जहां संघ-लेफ्ट वालों दोनों की तरसी आंख लगी रहती है।

बताते हैं कि कूठूपारंभा विधानसभा क्षेत्र में संघ और लेफ्ट वाले लोग भिड़े रहते हैं। इन आपसी भिड़ंतों में बीते 30 सालों में अब तक करीब 300 लोगों की जान जा चुकी है। सदानंदन ने एक वीडियो में बताया,  ‘पहले मैं CPI(M) का कार्यकर्ता था, फिर मुझे RSS की आइडियोलॉजी सही लगने लगी। मैं RSS की तरफ झुक गया। ये बात CPI(M) वालों को बर्दाश्त नहीं हुई, और CPI (M) वर्कर्स ने मुझ पर हमला कर दिया।’

JDU-RJD में अनबन की अटकलें, सरकारी ऐड से तेजस्‍वी ने नीतीश को किया गायब


पटना (सं.सू.)। बिहार सरकार के एक विज्ञापन से सीएम नीतीश कुमार गायब है जबकि डिप्‍टी सीएम तेजस्‍वी यादव की तस्‍वीर छपी है। इसके बाद से जेडीयू और आरजेडी में तकरार की अफवाहों को और बल मिला है। सड़क निर्माण विभाग की ओर से जारी किया गया यह विज्ञापन बुधवार को लगभग सभी अखबारों में छपा। इसमें तेजस्‍वी की बड़ी फोटो है और पटना में जीपीएस युक्‍त एंबुलेंस के उद्घाटन की घोषणा की गई है। बता दें कि सड़क मंत्रालय तेजस्‍वी के पास ही है।

सरकार में मौजूद सूत्रों ने बताया कि ऐसा कोई कानून नहीं है जो यह कहता हो कि सीएम की तस्‍वीर लगाना अनिवार्य है। लेकिन मौखिक आदेश है कि सभी कार्यक्रमों में सीएम की फोटो लगाई जाए चाहे उसमें सीएम हो या ना हो। एक वरिष्‍ठ आईएएस अधिकारी ने बताया,’ पिछले 10 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ जब सरकारी विज्ञापन में सीएम की तस्‍वीर न गई हो।’ इस बारे में तेजस्‍वी ने कहा,’माननीय विपक्षी नेताओं को संभवतया कोर्ट के आदेशों की जानकारी नहीं हैं। इसलिए वे फिजूल की बातें कर रहे हैं। गठबंधन दलों के बीच स्‍वस्‍थ और मजबूत रिश्‍ते हैं। सीएम और डिप्‍टी सीएम शानदार काम कर रहे हैं। यह जरूरी नहीं कि वे हर कार्यक्रम में मौजूद रहें।’

इस बारे में जेडीयू प्रवक्‍ता और राज्‍य सभा सांसद केसी त्‍यागी ने बताया,’ ऐसी छोटी-छोटी बातों में ज्‍यादा ध्‍यान देने की जरूरत नहीं हैं। हमें सुशासन देने का बहुमत मिला है। आरजेडी और कांग्रेस को भाजपा के खिलाफ मत मिले हैं।’

कोलकाता में निर्माणाधीन पुल गिरा, 10 मरे, 150 के दबे होने की खबर

नई दिल्‍ली (सं.सू.)। कोलकाता में गुरुवार को गणेश टॉकीज के पास एक निर्माणाधीन पुल ध्वस्त हो गया। इस हादसे में अभी 10 लोगों के मारे जाने की खबर एएनआई के हवाले से आ रही है।

    Under-construction bridge collapses in North Kolkata near Ganesh Talkies(Girish Park),10 dead. Rescue operation on pic.twitter.com/vrTn2Lx1ug
    — ANI (@ANI_news) March 31, 2016

इसके अलावा टीवी रिपोर्ट्स के अनुसार, चश्मदीदों ने आशंका जताई है कि कम से कम 150 लोग दबे हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह पुल पिछले तीन साल से बन रहा था।

    Rescue ops underway for those stuck under the debris after under-construction bridge collapses in North Kolkata pic.twitter.com/9CD4Kmi1ZU
    — ANI (@ANI_news) March 31, 2016

पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं। राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। राहत एवं बचाव कार्य में सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है। 

पुल के आस पास के इलाके में रहने वाले लोग डरे-सहमे हुए हैं। डर के मारे महिलाएं और बच्चे रो रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि इस हादसे के लिए राज्य की ममता बनर्जी सरकार जिम्मेदार है।

Monday, March 28, 2016

बर्बाद हो रहा बिहार है,नीतीशे कुमार है

मित्रों, कभी-कभी नारों का जादू जनता के सर पर इस कदर चढ़कर बोलता है जनता भले-बुरे की पहचान करने की क्षमता भी खो देती है. जनता यह भी भूल जाती है कि जब वही व्यक्ति १० साल में बहार नहीं ला पाया तो अब ५ साल में कहाँ से ला देगा? जनता यह भी भूल जाती है कि पूरे भारत में भ्रष्टाचार और कुशासन के प्रतीक बन चुके व्यक्ति की गोद में बैठकर कोई कैसे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ सकता है और सुशासन की स्थापना कर सकता है?
मित्रों,परिणाम सामने है.बिहार में फिर से नीतीश कुमार है लेकिन बर्बाद हो रहा बिहार है.आज के बिहार में (नवादा में पांच परमेश्वरों द्वारा लगाई गयी रेप की कीमत ) महिलाओं की ईज़्ज़त की कीमत मात्र २००० रु. रह गई है,रेप के आरोपी विधायक को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती बल्कि वो खुद ही पंडित से दिन दिखाकर आत्मसमर्पण करता है. इतना ही नहीं वो जेल में भी ठाठ से रहता है,होली के दिन नवादा जेल के सभी कैदियों को अपनी तरफ से मीट का महाभोज देता है और रोजाना  लगाकर जेल मैन्युअल की ऐसी की तैसी किये रहता है. जब तक वो कृपा करके कथित समर्पण नहीं करता कोरे नारों के माध्यम से बिहार में बहार लाने का दावा करनेवाले नीतीश जी कहते हैं कि उसको बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाएगा लेकिन जब वो जेल पहुँचता है तो पूरा जेल प्रशासन उसके साथ इस तरह के व्यवहार करते हैं जैसे वो घोषित तौर पर सरकारी दामाद हो.
मित्रों,जबसे राजबल्लभ जेल में पधारे हैं पता नहीं नीतीश जी का फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट कहाँ चला गया है? डर लगता है कि कहीं नीतीश जी के सात महान जुमलों (कथित निश्चयों) की तरह यह भी एक जुमला तो नहीं? नीतीश जी ने अपने ७ जुमलों को ही सरकारी नीति बना दी है.  इसको पूरा करने के लिए १ बिहार मिशन नामक विभाग बना दिया है और इसको सारे मंत्रियों और अधिका रियों के ऊपर बिठा दिया जाता है. सवाल उठता है कि फिर भारी-भरकम मंत्रिमंडल की जरुरत ही क्या है? सवाल यह भी उठता है कि जिस बिहार की ९९.९  प्रतिशत जनता नीतीश के १० साल के शासन के बावजूद पानी के नाम पर जहर पी रही है उसको अगले ४.५ सालों में नीतीश कैसे शुद्ध पेयजल मुहैया करवा देंगे? यह १ निश्चय ही वे शर्तिया पूरा नहीं कर पाएंगे फिर बाँकी के ६ के १ प्रतिशत भी पूरा होने की बात दूर ही रही (चित्र में देखें ७ निश्चय ).
मित्रों,खैर,ये तो हुई जुमला कुमार जी के ७ महान जुमलों की बात लेकिन बिहार के लिए सबसे दुःखद पहलु यह है कि नीतीश कुमार को बिहार के समक्ष आ चुकी सबसे बड़ी समस्या दिख ही नहीं रही,उसे जुमलों में भी शामिल नहीं किया गया है. वो समस्या है जलवायु परिवर्तन के कारण बिहार का राजस्थान में बदल जाना।  बिहार में कई सालों से सूखे जैसी स्थिति है,भूगर्भीय जलस्तर ५० फ़ीट तक नीचे जा चुका है. बिहार की खेती जो बिहार की जान है बर्बादी के कगार पर है और नीतीश जी प्रधानमंत्री सिंचाई योजना से युद्धस्तर पर लाभ उठाने के बदले अभी भी चुनावी मोड में हैं और आरोप-आरोप का गन्दा खेल खेल रहे हैं. जागिए प्रभु और बिहार की खेती को बचाईये यानि बिहार को बचाईये। जबकि जमीन के अंदर पानी ही नहीं रहेगा तो हर घर को सप्लाई क्या करेंगे? मतलब नंगा नहाएगा क्या और निचोड़ेगा क्या? अगर आपको बिहार से किंचित मात्र भी प्यार है तो बिहार को  बचाईये,बिहार को बचा लीजिए। प्रधानमंत्री सिंचाई योजना में कोई कमी है तो केंद्र को बताईये,मिल-जुलकर नए बिहार का निर्माण करिए. अगर मिल-जुलकर बिहार को लूटना है तब तो कोई बात नहीं,तब तो आपके पास लालू प्रसाद एन्ड फैमिली है ही. 

Saturday, March 26, 2016

जेल में राजबल्लभ की ‘दावत’ पर अधीक्षक व जेलर सस्पेंड

बिहारशरीफ (सं.सू.)। बिहारशरीफ मंडल कारा में बंद दुष्कर्म के आरोपी विधायक राजबल्लभ की खातिरदारी करना जेल अधीक्षक, जेलर व दो वार्डेन को महंगा पड़ा। जेल आइजी आनंद किशोर ने नालंदा डीएम डा. त्यागराजन एसएम की अनुशंसा व जांच रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को जेल अधीक्षक मोती लाल, जेलर रामानंद पंडित सहित दो वार्डेन को निलंबित कर दिया। इन पर होली व होलिका दहन के दिन कैदियों के खाने में जेल मैनुअल का घोर उल्लंघन करने का आरोप लगा था। जेल में परोसे गए भोजन वहां के रजिस्टर पंजी में अंकित नहीं किए गए थे।

इस बात की शिकायत मिलने पर डीएम ने जेल आइजी के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम गठित कर जेल में पूरे मामले की जांच कराई थी।जांच के बाद जेल में परोसे गए भोजन की सामग्री का नाम रजिस्टर पंजी में अंकित नहीं था। यहीं नहीं दो दिनों से पंजी पर किसी भी सामग्री का नाम अंकित नहीं किया गया था। वहीं कैदियों ने खीर-पूड़ी के जगह मटन खाने की बात स्वीकार की थी। जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा होने पर डीएम ने जेल आइजी से जेल अधीक्षक मोती लाल, जेलर रामनंदन पंडित सहित दो वार्डेन के निलंबन के लिए अनुशंसा की थी। जेल आइजी ने बताया कि सूचना मिली थी कि होली के दिन जेल में बंद राजद विधायक राजबल्लभ यादव के पैसे से विशेष भोज का आयोजन किया गया था। जांच में भी विशेष भोज की बात सामने आई थी। इसके बात जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद शनिवार को बिहारशरीफ मंडल करा के जेल अधीक्षक व जेलर समेत चार को निलंबित कर दिया गया

NIA ने गलत रिकॉर्ड किया मेरा बयान-हेडली

मुंबई (सं.सू.)। मुंबई में 26/11 हमलों के आरोपी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पर उसके बयान के कुछ हिस्से को गलत तरीके से रिकॉर्ड करने का आरोप लगाया है। हेडली का कहना है कि जो बयान उसने एनआईए को दिए थे उसे उसको पढ़कर नहीं सुनाया गया था। साथ ही उसने यह भी कहा कि इशरत के बारे में उसने एनआईए को कोई बयान नहीं दिया।

हेडली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिरह करने का शनिवार को चौथा दिन है। डेविड हेडली ने उन आरोपों को खारिज किया है कि एनआईए ने मुझे इशरत का नाम लेने की सलाह नहीं दी थी। उन्होंने मुझसे जो सवाल किये, उसके मैंने जवाब दिए। वो भला मुझे इशरत का नाम लेने के लिए क्यों कहेंगे? मैंने तहव्वुर राणा के अमेरिका में ट्रायल के दौरान इशरत का नाम इसलिए नहीं लिया क्योंकि उन्होंने मुझसे इस बारे में सवाल नहीं किया। इससे पहले गुरुवार को जिरह के दौरान हेडली ने कहा था कि लश्कर ने शि‍वसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को मारने की कोशि‍श करने के लिए दो बार शि‍वसेना भवन की रेकी की थी। नियामत शाह के भारत में हथियार स्मगल करने के सवाल पर हेडली ने बताया कि वह पूरी बातचीत में शामिल नहीं था. साजिद मीर ने उसे नियामत से मिलवाया था और उसकी यह मंशा बताई थी. मीर ने उसे लश्कर की ओर से नियामत को 8.5 लाख रुपये देने के लिए भी कहा था।

हेडली ने शुक्रवार को खुलासा किया था कि उसके पिता की मौत के कुछ हफ्तों बाद तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी उसके घर आए थे। उसके पिता जब रिटायर हुए थे, तब वे रेडियो पाकिस्तान के महानिदेशक थे। उनका निधन 25 दिसंबर 2008 को हुआ था। हेडली ने कहा कि उसके पिता, भाई और कुछ अन्य परिजन पाकिस्तान सरकार से जुड़े हुए थे।

पाकिस्तान में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी गिरफ्तार, भारत ने कहा-सरकार से कोई संबंध

इस्लामाबाद (सं.सू.)। बलूचिस्तान में ‘विध्वंसक’ गतिविधियों में कथित संलिप्तता को लेकर पाकिस्तान में भारतीय नौसेना के एक पूर्व अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन भारत ने उससे तत्काल दूरी बनाते हुए कहा कि ‘समयपूर्व सेवानिवृत्ति’ के बाद से उसका सरकार से कोई संबंध नहीं है।

पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया है कि ‘रॉ के लिए काम करने वाले भरतीय नौसेना के कमांडर रैंक के अधिकारी कुल यादव भूषण को गुरुवार को बलूचिस्तान के चमन इलाके से गिरफ्तार किया गया। उसे पूछताछ के लिए इस्लामाबाद लाया गया है।

पाकिस्तान ने इस मामले में आपत्ति दर्ज कराने के लिए शुक्रवार को भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावाले को तलब किया। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने अपने बयान में कहा, ‘विदेश सचिव ने शुक्रवार को भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया और रॉ के एक अधिकारी द्वारा पाकिस्तान में अवैध तरीके से प्रवेश करने तथा बलूचिस्तान तथा कराची में विध्वंसक गतिविधियों में अधिकारी की संलिप्तता के मामले में डिमार्श के माध्यम से अपना विरोध और गहन चिंता व्यक्त की।’

नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश सचिव ने आज इस मामले को इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त के समक्ष उठाया।

उन्होंने कहा, ‘जिस व्यक्ति के बारे में बताया गया है उसका भारतीय नौसेना से समय पूर्व सेवानिवृत्ति लेने के बाद से सरकार के साथ कोई संबंध नहीं है। हमने उस तक राजनयिक पहुंच की मांग की है।’ स्वरूप ने कहा, ‘भारत की किसी दूसरे के आंतरिक मामलों में दखल देने में कोई दिलचस्पी नहीं है और उसका यह अटूट विश्वास है कि स्थिर एवं शांतिपूर्ण पाकिस्तान क्षेत्र में सभी के हित में है।’

मोदी ने कहा-कभी असम की चाय बेचता था, अब कर्ज चुकाने का एक मौका दें

तिनसुकिया (सं.सू.)। नरेंद्र मोदी आज से दो दिन के असम दौरे पर हैं, इस दौरान वे चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। पहली रैली को मोदी ने तुनसुकिया में संबोधित किया। मोदी ने कहा कि असम के विकास का समय आ गया है। 60 साल कांग्रेस को मौका दिया केवल पांच साल भाजपा को मौका दिजीए। वहीं भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह भी असम में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी आज माजुली, बिहपुरिया, बोकाखाट, और जोरहाट में भी चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि 4 और 11 अप्रैल को यहां के लोग कमल के निशान पर बटन दबाकर भारी मतों से हमें विजयी बनायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे सहयोगियों को भी जीताकर असम के विकास में योगदान दें। मोदी ने कहा कि यहां की सरकार दिल्ली से मिली पैसों का एक चौथाई रकम भी खर्च नहीं कर पाई। पैसे बैंकों में पड़े सड़ रहे हैं। यही हाल रहा तो असम का विकास नहीं हो सकता। सरकार से हिसाब लेने का समय आ गया है। अपने वोट से हिसाब चुकाने का समय आ गया है। मोदी ने कहा, 'हमारा तीन एजेंडा है, पहला एजेंडा है विकास, दूसरा एजेंडा है तेजी से विकास और तीसरा एजेंडा है चारो ओर विकास। उन्होंने कहा यहां गरीबों को पढ़ाई, नौजवानों को कमाई और बुजुर्गों को दवाई मुहैया कराना हमारा उद्देश्य है।

मोदी ने कहा कि सरकारी विज्ञापनों में चाय बागान में काम करने वालों की चेहरों पर मुस्कान दिखती है, लेकिन सचाई कुछ और ही है। यहां की चाय देशभर के लोगों में ऊर्जा भरती है। मैं भी कभी चाय बेचता था, इसलिए असम से मेरा विशेष नाता है। मुझे एक मौका दे कि मैं आपका कर्ज चुका सकूं। मोदी ने कहा, असम के एक हजार गांवों में बिजली पहुंचा दी गयी है, जहां एक बिजली का खंभा भी नहीं था। आपके कंधे से कंधा मिलाकर असम के भलाई के लिए कुछ करना चाहता हूं। असम का एक ही आनंद है और वह है सर्वानंद

नरेंद्र मोदी ने कहा,  गांव-गांव में बिजली पहुंचायी जायेगी। प्रदेश से गरीबी को दूर किया जायेगा। अभी तक लाखों गांव देश में ऐसे हैं जहां बिजली का खंभा भी नहीं है। मोदी ने कहा, कई सालों बाद इस राज्य को एक युवा मुख्‍यमंत्री मिलने वाला है। वह दिन दूर नहीं जब बच्चों को पढाया जायेगा ए फॉर असम। मोदी ने कहा, 'आजादी के बाद पांच सबसे अमीर राज्यों में एक राज्य था असम। वहीं आज 60 सालों बाद पांच सबसे गरीब राज्यों में असम शामिल है। कांग्रेस ने इस राज्य को ऐसा बना दिया। मुझे केवल पांच साल मौका दिजीए, 60 साल के इतिहास को बदल देंगे।

मोदी ने कहा, गोगोई साहब तो इतने बुजुर्ग हैं कि उनसे हमारी कोई लड़ाई नहीं है। हमारी लड़ाई गरीबी, बुराइयों, भ्रष्टाचार और असम की बर्बादी के खिलाफ है। किसी से व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है। असम में एक ही लहर चल रही है, वह है सर्वानंद। मोदी ने कहा, असम के विकास के लिए केंद्र अपने एक गुणी मंत्री को छोड़ने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के तिनसुकिया में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हैं। मोदी ने कहा यहां के जन जन को दुखिया से सुखिया बनाना है।

कल मोदी असम के रंगपारा और करीमगंज में चुनावी रैलियों को संबोधित कर दिल्ली के लिए वापस रवाना हो जाएंगे। असम में 2 चरणों में चुनाव के लिए 4 और 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। 19 मई को वोटों की गिनती होगी। कल अरुण जेटली ने भाजपा का विजन डॉक्यूमेंट जारी किया। जेटली ने कहा कि असम को घुसपैठ से मुक्ति दिलायेंगे। गोगोई सरकार पूरी तरह असफल सरकार रही है, इसे उखाड़ फेंकने का यही सही समय है।

जेटली ने कहा कि हमें भरोसा है कि हम ना सिर्फ चुनाव में जीत दर्ज करेंगे, बल्कि भारी जीत दर्ज करेंगे। उल्लेखनीय है कि अगर असम में भाजपा की सरकार बनती है तो यह पहला मौका होगा जब भाजपा प्रदेश में सत्ता में आयेगी।

स्टिंग में फंसे सीएम हरीश रावत, बागी बोले- की जा रही है खरीदने की कोशिश

देहरादून (सं.सू.)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ बागी विधायकों ने एक स्टिंग जारी किया है जिसमें सीएम पैसे के लेनदेन की बात करते दिख रहे हैं। कांग्रेस के बागी विधायक हरक सिंह रावत ने आरोप लगाया है कि उन्हें और उनके साथियों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

वीडियो स्टिंग का खुलासा होने के बाद बागी एमएलए हरक सिंह रावत ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के नौ बागियों और कुछ भाजपा विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। हालांकि आरोपों पर उत्तराखंड कांग्रेस और खुद मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रेस कांफ्रेंस में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि स्टिंग फर्जी है और इसकी जांच की जानी चाहिए। जांच में जो भी दोषी हो उसके ऊपर कार्रवाई की जाए।

मालूम हो कि हरीश रावत सरकार इस समय संकट में है। उनकी पार्टी के 9 विधायक भाजपा के खेमे में जा चुके हैं। राज्यपाल ने हरीश रावत सरकार से 28 मार्च को बहुमत साबित करने के लिए कहा है।

वीडियो स्टिंग में बताया जा रहा है कि हरीश रावत के सामने बैठा शख्स खरीद-फरोख्त की बात कर रहा है। सामने बैठा शख्स बोल रहा है, दो से मंत्री पद की बात हो गई है। कितना कैश... आप देख लें। जवाब में सीएम रावत कहते है, 'मैं पांच से ज्यादा नहीं दे सकता। फिर सामने बैठा शख्स कहता है, सर पांच आप दे दोगे और 10 की व्यवस्था मैं कर लूंगा।'

Friday, March 25, 2016

स्कूटी सवार को रबर बॉल लगी तो डॉक्टर को पीट-पीट कर मार डाला

नई दिल्ली (सं.सू.)। देश की राजधानी में एक डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। स्थानीय विकासपुरी में महज क्रिकेट की बॉल लगने पर बदमाशों ने हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया। बच्चे के साथ क्रिकेट खेलते समय गेंद स्कूटी सवार लड़कों को लग गई थी।

इस बात से लड़के इतने आग बबूला हुए कि उन्होंने डेंटिस्ट पंकज नारंग को पीट-पीटकर मार डाला। डॉक्टर की जान लेने वालों में 4 नाबालिग भी शामिल थे। घटना बुधवार की रात की है। भारत ने बांग्लादेश पर जीत दर्ज की थी। इसी खुशी में डॉक्टर पंकज नारंग अपने बेटे के साथ क्रिकेट खेलने लगे।

पुलिस ने इस मामले में कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला भी शामिल है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार लोगों में चार युवक शामिल हैं। इसमें एक आरोपी नासिर की मां को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने चार नाबालिगों को भी पकड़ा है।

खेल के दौरान गेंद स्कूटी सवार को जा लगी। स्कूटी सवार ने अपने साथियों के साथ डॉक्टर पंकज नारंग को इतना मारा कि उनकी जान चली गई। गेंद भी रबर की थी। गुंडों ने पहले लाठी डंडे और पत्थर से उनके घर में घुसकर हमला किया।

फिर डॉक्टर को घसीटकर बाहर पिटाई करते हुए ले गए। इस बीच उनके साले ने बचाने की कोशिश की तो उन्हें भी पीटा गया। पुलिस ने कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें 4 नाबालिग बताए जा रहे हैं।

नासिर पूरी हत्या का मास्टरमाइंड लग रहा है क्योंकि स्कूटी उसी की थी। जिन लोगों ने डॉक्टर को मिलकर मारा उसमें शामिल थी उसकी मां केसर। पुलिस ने केसर को भी गिरफ्तार किया है। हालांकि पड़ोस के लोगों का कहना है कि मारने वाले करीब 30-35 लोग थे।

Thursday, March 24, 2016

कांग्रेस ने महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को बताया 'गद्दार'


नई दिल्ली (सं.सू.)। राष्ट्रवाद पर चल रही राजनीतिक बहस के बीच कांग्रेस ने बुधवार को शहीदी दिवस के मौके पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को 'गद्दार' बताया। भाजपा ने इसकी कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह उसकी मानसिकता को दर्शाता है।

कांग्रेस ने एक ट्वीट में शहीदे आजम भगत सिंह और वीर सावरकर की तस्वीरें जारी की हैं। इसे 'शहीद बनाम गद्दार' शीर्षक दिया गया है। भगत सिंह की तस्वीर पर शहीद और सावरकर की तस्वीर पर गद्दार लिखा गया है। पार्टी ने कहा है कि भगत सिंह ने आजादी के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लड़ी जबकि सावरकर ने अंग्रेजों का गुलाम बनने के लिए उनसे दया की भीख मांगी।

दोनों तस्वीरों के नीचे जेल में दी गई याचिकाओं का उल्लेख किया गया है। पार्टी के मुताबिक लाहौर जेल में भगत सिंह ने 1931 में अंग्रेजों को लिखा था कि ब्रिटिश राष्ट्र और भारतीय राष्ट्र के बीच युद्ध की स्थिति है और हमने इस लड़ाई में हिस्सा लिया है और हम युद्धबंदी हैं।

कांग्रेस का कहना है कि सावरकर ने अंडमान की सेल्युलर जेल में याचिका देकर कहा था कि अगर सरकार दयालुता दिखाते हुए उन्हें रिहा करती है तो वे संवैधानिक प्रगति का प्रबल समर्थन करेंगे और अंग्रेजों की सरकार के प्रति वफादारी दिखाएंगे जो उसकी प्रगति के लिए सबसे अहम शर्त है।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भाजपा के सदस्यों पर तंज कसते हुए कहा था कि गांधी हमारे हैं और सावरकर आपके हैं। एक अहिंसा की बात करता है और दूसरा हिंसा की। इस पर सदन में बड़ा हंगामा हुआ था।

इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस की टिप्पणी उसकी मानसिकता को दर्शाती है। उन्होंने कहा, कांग्रेस का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कुरान को बताया सुप्रीम कोर्ट से ऊपर

नई दिल्ली (सं.सू.)। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने देश की सर्वोच्च अदालत के निर्देश को न सिर्फ मानने से इनकार कर दिया है, बल्कि उसे उसके अधि‍कार क्षेत्र से बाहर बताया है। सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए मुस्लिम पर्सनल लॉ में तीन बार तलाक कहकर रिश्ते खत्म करने की प्रथा की कानूनी वैधता जांच करने का निर्देश दिया था। जबकि एआईएमपीएलबी ने कहा है कि यह कोर्ट के क्षेत्राधि‍कार में नहीं है।

लॉ बोर्ड का कहना है कि समुदाय के पर्सनल लॉ कुरान पर आधारित हैं, ऐसे में यह सर्वोच्च अदालत के क्षेत्राधिकार में नहीं है कि वह उसकी समीक्षा करे। एआईएमपीएलबी ने कहा कि यह कोई संसद से पास किया हुआ कानून नहीं है। अंग्रेजी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की खबर के मुताबिक, बोर्ड ने एक यूनिफॉर्म सिविल कोड की उपयोगिता को भी चुनौती देते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय अखंडता और एकता की कोई गारंटी नहीं है। इनका तर्क है कि एक साझी आस्था ईसाई देशों को दो विश्व युद्धों से अलग रखने में नाकाम रही। एआईएमपीएलबी ने कहा कि इसी तरह हिन्दू कोड बिल जातीय भेदभाव को नहीं मिटा सका।

कानून और धर्म से निर्देशित मानदंडों के बीच हो स्पष्टता
ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने अपने वकील एजाज मकबूल के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में बताया है कि विधायिका द्वारा पारित कानून और धर्म से निर्देशित सामाजिक मानदंडों के बीच एक स्पष्ट लकीर होनी चाहिए। एजाज ने कहा, 'मोहम्मडन लॉ की स्थापना पवित्र कुरान और इस्लाम के पैगंबर की हदीस से की गई है और इसे संविधान के आर्टिकल 13 के मुताबिक अभिव्यक्ति के दायरे में लाकर लागू नहीं किया जा सकता। मुसलमानों के पर्सनल लॉ विधायिका द्वारा पास नहीं किए गए हैं।'

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए गए शपथपत्र में ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है, 'मुस्लिम पर्सनल लॉ एक सांस्कृतिक मामला है जिसे इस्लाम मजहब से अलग नहीं किया जा सकता। इसलिए इसे आर्टिकल 25 और 26 के तहत अंतःकरण की स्वतंत्रता के मुद्दे को संविधान के आर्टिकल 29 के साथ पढ़ा जाना चाहिए।' इस शपथपत्र में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों का भी हवाला दिया गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि पर्सनल लॉ को मौलिक अधिकारों के उल्लंघन को लेकर चुनौती नहीं दी सकती।

सुप्रीम कोर्ट ने खुद से ही मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की जांच करने का फैसला किया था। इसमें पाया गया कि मुस्लिम पुरुषों द्वारा एकतरफा तलाक दिए जाने के बाद ये महिलाएं बिल्कुल असहाय हो जाती हैं। 43 साल पुरानी इस संस्था का कहना है कि समय-समय पर समाज के एक तबके से यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर शोर मचाया जाता है। एआईएमपीएलबी ने कहा, 'यदि मुस्लिम महिलाओं के लिए सुप्रीम कोर्ट स्पेशल नियम बनाता है तो यह अपने आप में जूडिशल कानून होगा।'

एआईएमपीएलबी ने पूछा है, 'क्या यूनिफॉर्म सिविल कोड राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए जरूरी है? यदि जरूरी है तो ईसाई देशों की आर्मी के बीच दो विश्व युद्ध नहीं होने चाहिए थे।' यूनिफॉर्म सिविल कोड के विचार को काउंटर करते हुए बोर्ड ने तर्क दिया कि 1956 में हिन्दू कोड बिल लाया गया था, लेकिन इससे हिन्दुओं में विभिन्न जातियों को बीच दीवार खत्म नहीं हुई। यह विचार एक लिहाज से नाकाम हो गया। बोर्ड ने पूछा है, 'क्या हिन्दुओं में जाति खत्म हो गई? क्या यहां छुआछूत नहीं है? क्या दलितों के साथ यहां भेदभाव बंद हो गया?'

Wednesday, March 23, 2016

ईडी ने वीरभद्र की आठ करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की

नई दिल्ली (सं.सू.)। मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की संपत्ति जब्त कर ली। इसके साथ उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में भी जांच चल रही है। इनकी जांच के दौरान ईडी ने वीरभद्र की लगभग आठ करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति जब्त की है।

इसके पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई की याचिका पर सुनवाई के दौरान वीरभद्र से जवाब तलब किया था। याचिका में कहा गया था कि हिमाचल हाई कोर्ट के एक आदेश की वजह से सीबीआई वीरभद्र से पूछताछ नहीं कर पा रही है। न ही उन्हें गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल कर पा रही है। जस्टिस प्रतिभा रानी की बेंच ने अगली सुनवाई के लिए 4 अप्रैल की तारीख तय की है।

सीबीआई के वकील एडिशनल सॉलीसीटर जनरल (ASG) पीएस पटवालिया ने कोर्ट को बताया कि जांच एजेंसी हिमाचल हाईकोर्ट की ओर से 1 अक्टूबर 2015 को जारी किए गए अंतरिम आदेश से राहत चाहती है। उन्होंने कहा, 'यह एप्लिकेशन अंतरिम आदेश पर रोक लगाने के लिए है। इसके लिए एक नोटिस इश्यू किया जा सकता है।'

वीरभद्र के खिलाफ सीबीआई की ओर सितंबर में दर्ज एक आपराधिक मामले को संज्ञान में लेते हुए ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत आरोप लगाए हैं। ईडी की जांच में पता लगाया जाएगा कि वीरभद्र और उनके परिवार के सदस्यों ने 2009 और 2011 के बीच आखिर कैसे ज्ञात स्रोतों से अधिक 6.1 करोड़ रुपये कथित तौर पर जमा किए। इस अवधि के दौरान वीरभद्र केंद्रीय इस्पात मंत्री थे।

सीबीआई वीरभद्र, उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह, बीमा एजेंट आनंद चौहान और चौहान के भाई सी।एल। चौहान के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारक अधिनियम के तहत पहले ही केस दर्ज कर चुकी है। सीबीआई को शक है कि 2009-11 के दौरान वीरभद्र ने कथित तौर पर अपने और अपने परिवार के नाम जीवन बीमा पॉलिसियों में एजेंट चौहान के जरिए 6.1 करोड़ रुपये निवेश किया था। उन्होंने इस धनराशि को कृषि से आमदनी बताया था।

जांच एजेंसी का आरोप है कि वीरभद्र ने 2012 में नया आयकर रिटर्न दाखिल कर इस धनराशि को कृषि आय के रूप में वैध बनाने की कोशिश की थी। एजेंसी ने कहा, 'नए आईटीआर में उनके बताए गए कृषि आय को उचित नहीं पाया गया। तत्कालीन केंद्रीय मंत्री ने कथित रूप से आय के ज्ञात स्रोत से अधिक अन्य संपत्तियां जमा की थी।' सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद वीरभद्र और उनके परिवार से संबंधित विभिन्न परिसरों की तलाशी भी ली थी।

बिजली के बदले भारत को बैंडविड्थ देगा बांग्लादेश

नई दिल्ली (सं.सू.)। सुदूर अमेरिका के साथ भारत पड़ोसी बांग्लादेश से भी संबंधों को नया आयाम देने में सफल हो रहा है। इसका प्रमाण बुधवार को मिला जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति की योजना की शुरुआत की तो दूसरी तरफ बांग्लादेश ने भारत के पूवरेत्तर राज्यों में कनेक्टविटी बढ़ाने के लिए इंटरनेट बैंडविड्थ दिया। भारत 100 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति करेगा और बांग्लादेश 10 गीगाबाइट प्रति सेकंड की इंटरनेट बैंडविड्थ देगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए इन परियोजनाओं की शुरुआत की है। मोदी ने इस मौके को ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा कि भारत बांग्लादेश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति के पथ पर चल रहा है। आज नए अध्याय की शुरुआत हुई है। विश्व में आपसी निर्भरता के युग में दोनों देशों के संबंध मजबूत हुए हैं। मोदी ने कहा कि बांग्लादेश के रास्ते पूर्वी क्षेत्र में खासकर असम, त्रिपुरा और सिक्किम के लिए पूर्वी द्वार खुल जाएगा। अभी तक पूवरेत्तर अछूता था। उनकी एक्ट ईस्ट नीति के तहत यह समझौता अहम है। हमारी इच्छा बांग्लादेश के साथ जल्द स्पेस सेटेलाइट मिशन शुरू करने की भी है। वहीं ढाका से शेख हसीना ने कहा कि दोनों देशों के संबंध बिजली आपूर्ति और इंटरनेट बैंडविड्थ से और मजबूत हुए हैं।

त्रिपुरा से बांग्लादेश को अधिकतम 100 मेगावॉट की बिजली आपूर्ति होगी। इसके लिए पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने 400 केवी की डीसी लाइन सूर्यामणिनगर (अगरतला) से भारतीय सीमा तक शुरू की है। जबकि बांग्लादेश में समकक्षी कंपनी पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ बांग्लादेश लिमिटेड ने सीमा से कोमिला तक लाइन बिछाई है। इसी के साथ ही भारत के पूवरेत्तर राज्यों के लिए बांग्लादेश से इंटरनेट कनेक्टिविटी के रास्ते खुल गए हैं।

अमेरिका भारत को देगा नाटो सदस्य जैसा दर्जा

वाशिंगटन (सं.सू.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो साल की लाजवाब अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति का असर दिखाई देने लगा है। हमारी बढ़ती हैसियत को समझते हुए अमेरिका ने ऐतिहासिक पहल की है। अमेरिकी संसद में बुधवार को भारत को नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) सहयोगी जैसा दर्जा देने का प्रस्ताव पेश हुआ। प्रस्ताव पारित होने के बाद भारत को अत्याधुनिक अमेरिकी रक्षा उपकरणों की आपूर्ति, तकनीकी हस्तांतरण के साथ ही व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी।

सांसद जॉर्ज होल्डिंग व भारत समर्थक अन्य सांसदों ने अमेरिका-भारत रक्षा तकनीकी और सहयोग अधिनियम (एचआर 4825) में संशोधन का प्रस्ताव पेश किया है। इसमें कहा गया है कि भारत को अमेरिका के साथ रक्षा मामलों में बराबर की हैसियत दी जानी चाहिए। उसके साथ रक्षा व व्यापार के मामलों में नाटो सदस्य और अमेरिका के सबसे करीबी सहयोगियों जैसा व्यवहार होना चाहिए। होल्डिंग ने कहा कि इस प्रस्ताव के पारित होने से भारत को नाटो सहयोगी का दर्जा मिल जाएगा। उन्होंने पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान देने के हाल के ओबामा सरकार के फैसले पर कटाक्ष भी किया। नाटो की स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई थी। इसके गठन का मकसद था कि किसी सदस्य देश पर हमला होने पर संगठन के अन्य देश उसकी मदद करने को बाध्य होंगे।

अप्रैल महीने में भारत की यात्र पर आ रहे अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने इस विधेयक का स्वागत किया है। वह अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआइबीसी) की बैठक में भाग लेने भारत आ रहे हैं। उनके अनुसार यह प्रस्ताव भारत के रक्षा प्रतिष्ठान के लिए सकारात्मक संकेत है। यह दुनिया की बदली राजनीतिक स्थिति की ओर भी इशारा करता है। पिछले दस साल में रक्षा व्यापार 300 मिलियन डॉलर (दो हजार करोड़ रुपये) से बढ़कर 14 बिलियन डॉलर (93,500 करोड़ रुपये) हो गया है। पेश प्रस्ताव के पारित होने से यह सहयोग और बढ़ेगा।

Wednesday, March 16, 2016

अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद जेल अधीक्षक सस्पेंड



पटना (सं.सू.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किशनगंज के जेल अधीक्षक कृपाशंकर पांडेय को निलंबित करने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए हैं। गौरतलब है कि जेल अधीक्षक पांडेय का एक किशोरी के साथ अश्लील हरकत करते वीडियो सोशल साइट पर वायरल हो गया था।

दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि गृह विभाग के प्रधान सचिव और पुलिस महानिरीक्षक जेल को किशनगंज जेल अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने तथा उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कार्रवाई में देरी होने पर अपनी नाराजगी भी जताई।

गौरतलब है कि जेल अधीक्षक का एक नाबालिग लड़की के साथ अश्लील हरकत करते एक वीडियो मंगलवार को सोशल साइट पर वायरल हो गया था। वीडियो वायरल होने के बाद किशनगंज के पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) कामिनी बाला को जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया। सूत्रों के अनुसार, एसडीपीओ ने अपनी रिपोर्ट में जेल अधीक्षक के आचरण को घोर आपत्तिजनक माना है।

लाल कला मंच ने मनाया रंग अबीर उत्सव 2016, संजय गिरी को मूर्खाधिराज का खिताब

नई दिल्ली (सं.सू.)। लाल कला,सांस्कृतिक एवं सामाजिक चेतना मंच(रजि.) द्वारा सामाजिक भाईचारे के पावन पर्व होली के शुभ अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी एक सरस काव्य गोष्ठी एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के मिले-जुले कार्यक्रम अबीर उत्सव-2016 (काव्य गोष्ठी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम) का आयोजन मोलड़बंद,बदरपुर में वरिष्ठ लेखक एवं भारतीय रेलवे सेवा के अधिकारी श्री रामकिशोर उपाध्याय की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की शुरुआत समाजसेवी जगदीश चंद्र शर्मा गौरव बिन्दल, सोनू गुप्ता(संस्था के अध्यक्ष),राजेन्द्र अग्रवाल आदि ने दीप जलाकर किया। इसके बाद संस्था के सचिव लाल बिहारी लाल ने सरस्वती वंदना-ऐसा माँ वर दे/विद्या के संग-संग/सुख समृद्धि से सबको भर दे को प्रस्तुत कर माहौल को आध्यात्मिक कर दिया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में प्रो. हवलदार शास्त्री उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संयोजन दिल्ली रत्न श्री लाल बिहारी लाल का था तथा संचालन फरीदाबाद से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार शिव प्रभाकर ओझा ने किया। इस अवसर पर लाल कला मंच द्वारा पहली दफा इस वर्ष(2016) का मूर्खाधिराज का खिताब संजय गिरि को अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया।

इस अवसर पर कविता पाठ करते हुए पुष्प लता ने कहा कि-पान ,गुलाल अबीर ले फगुनी चली ब्यार। बैर सभी हम भूलकर आओ बांटे प्याऱ। इसे आगे बढाया महेन्द्र प्रीतम,आकाश पागल,जय प्रकाश गौतम एवं निष्पक्ष बुलंदशहरी ने। पूर्वी दिल्ली से पधारे कवि निर्देश शर्मा ने हास्य एवं व्यंग्य की सरस बरसात कर श्रोताओं से खूब वाहावही लूटी और कहा कि

हाथ बस इतना लगाये हाथ थक जाने के बाद। ये दवा खाने से पहले ये दवा खाने के बाद।

वही ओम प्रकाश शुक्ला ने कहा कि

मन अधीर विरहन भई,पिया बसे परदेश।

बिन उनके नहीं भा रहा फागुन का संदेश।।

इस कड़ी को औऱ पऱवान चढाया मंजू वशिष्ठ, अकेला इलाहाबादी तथा डा. सत्य प्रकाश पाठक ने। संस्था के सचिव लाल बिहारी लाल ने बिगड़ते पर्यावरण पर कहा कि आव आज धरा बचावल जाव ।पेड़ जगे जगे लगावल जाव।। वही मूर्खाधिराज संजय गिरि ने कहा कि चलते जो आग पर हैं ,वो डरते कभी नहीं। दुश्मन के सामने भी वो झुकते कभी नहीं।

राम किशोऱ उपाध्याय जी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि लेखक एवं कवि को सामाजिक परिवेश में ढलकर, उनके दर्द को समझ कर ही रचना करनी चाहिये तभी वो रचना कालजयी हो सकती है।।

इस अवसर पर क्षेत्र के कई गणमान्यबदरपुर रेजिडेंट वेलफेयर एसो. के अध्यक्ष के.के .सिंह,राजीव गांधी फैन्स एसो. के बदरपुर के अध्यक्ष सुभाष यादव,डा. क.के. तिवारी ,डा. आर. कान्त,पत्रकार नीरज पांडे,उर्मिला मिश्रा,जी.एस. चौहान, ओ.पी .मिश्रा, एक कदम एकता की ओर के दीपेश कुमार  आदि मौजूद थे। अंत में संस्था के अध्यक्ष सोनू गुप्ता ने सभी कवियों एवं आए हुए गणमान्यों को हार्दिक धन्यवाद दिया।

Tuesday, March 15, 2016

बिहार के 'पोर्न स्टार' जेलर ने फिर से सुशासन को किया शर्मसार


पटना (सं.सू.)। किशनगंज के जेलर का एक और MMS वायरल हुआ है। जो जेल कैम्पस के पास एक घर का है। इसमें जेलर एक लड़की के साथ छेड़खानी करते नजर आ रहे हैं। इससे पहले भी जेलर का कैदियों के साथ अननैचुरल रिलेशन का एक एमएमएस वायरल हो चुका है। फिलहाल, पुलिस ने जेलर के खिलाफ जांच शुरू दी है। जेलर ने कहा- लड़की मेरी बेटी जैसी है।


सूत्रों के अनुसार लड़की जेल में सामान सप्लाय करने वाले की बेटी है। मामला सामने आने पर मंगलवार को SDPO जांच के लिए जेल पहुंचे। उन्होंने कहा कि पहली नजर में तो मामला सही नजर आ रहा है।

उधर,किशनगंज एसपी ने कहा कि मामले की जानकारी मिलने के बाद जेलर के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल FIR दर्ज नहीं की गई है, लेकिन जेलर पुलिस की निगरानी में हैं।

इससे पहले 12 जुलाई 2015 को भी कृपाशंकर पांडेय का एक MMS वायरल हुआ था। जिसमें पांडेय कैदियों के साथ अननैचुरल रिलेशन बनाते दिखे थे। कैदियों का आरोप था कि पांडेय की बात नहीं मानने पर वे मारपीट भी किया करते थे। कैदियों ने कहा था- "आजिज आकर हम लोगों ने उनका MMS बनाया था।" पांडेय ने तब आरोप को गलत बताते हुए एमएमएस को फर्जी बताया था। उस वक्त के डीएम ने मामले की जांच के लिए एडीएम की देखरेख में तीन मेंबर्स की टीम बनाई थी लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई।

काशी के ज्योतिषाचार्यों का दावा, अप्रैल-जून में तबाही के संकेत

वाराणसी (सं.सू.)। काशी के ज्योतिषियों ने ज्योतिषीय गणना में ग्रहों के आधार पर दावा किया है कि 20 अप्रैल से 26 जून के बीच आकाश मंडल में कुछ अशुभ खगोलीय घटनाएं देखने को मिलेंगी। इस अवधि में ग्रहों की चाल भी कुछ विशेष होगी।

इस अवधि में मंगल और शनि दोनों ही ग्रह वक्री होंगे। ज्योतिषियों ने 20 अप्रैल से 26 जून के बीच भारत समेत पश्चिम के देशों में प्राकृतिक आपदा, भूकंप, महामारी, सुनामी, दैवी आपदा, विश्व युद्ध और खंड प्रलय जैसे हालात उत्पन्न होने का अंदेशा जताया है।

ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी कहते हैं, जब धनु, मीन, वृष और वृश्चिक राशि के रहते हुए मंगल और शनि वक्रीय हों तो धरती पर मनुष्य, गाय, घोड़ा, हाथी को भारी नुकसान पहुंचता है। 20 अप्रैल से 26 जून 2016 के बीच गुरु चांडाल योग बन रहा है।

यह योग बेहद अनिष्टकारी है। ऐसा योग हजारों साल बाद बन रहा है। इसका असर भारत समेत पूरी दुनिया में देखने को मिलेगा। ज्योतिषीय गणना के आधार पर उनका दावा है कि 20 अप्रैल से 26 जून के बीच ग्रहों का जो दुर्योग बन रहा है, वह बेहद अशुभ है।

इसी अवधि में ब्रह्मांड में गुरु चांडाल योग भी बना रहेगा। बताया कि जब देवगुरु बृहस्पति को राहु ग्रसित करता है, उस योग को गुरु चांडाल योग कहते हैं। 21 फरवरी से 28 जुलाई तक आकाश मंडल में गुरु चांडाल योग है।

Monday, March 14, 2016

भ्रष्टाचार के आरोपी महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम भुजबल गिरफ्तार

मुंबई (सं.सू.)। महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल को सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय ने नौ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। भुजबल पर दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन निर्माण सहित कई और घोटालों के आरोप हैं। उनके भतीजे समीर भुजबल को इसी मामले में एक फरवरी को गिरफ्तार किया जा चुका है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भुजबल को प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के लिए बुलाया था। सोमवार को दोपहर करीब 12.30 बजे कार्यकर्ताओं की भारी फौज के साथ प्रवर्तन निदेशालय पहुंचे भुजबल से करीब नौ घंटे पूछताछ चली और रात 9.30 बजे करीब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन के निर्माण घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। भुजबल को रात भर प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में ही रहना पड़ेगा। सुबह मेडिकल जांच के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।

आरोप है कि संप्रग सरकार में महाराष्ट्र के सार्वजनिक निर्माण मंत्री रहे भुजबल ने महाराष्ट्र सदन के निर्माण का ठेका रिश्तेदारों को देकर लाभ पहुंचाया। छगन भुजबल, उनके भतीजे समीर एवं बेटे पंकज पर मुंबई एवं नवी मुंबई में भवन निर्माण कंपनियां खोलकर भी धोखाधड़ी करने एवं फर्जी कंपनियां खोलकर पैसा विदेश भेजने का भी आरोप है।

मैसूर में बीजेपी कार्यकर्ता की नृशंस हत्या, शहर में सांप्रदायिक तनाव

मैसूर (सं.सू.)। कर्नाटक के मैसूर में बीजेपी कार्यकर्ता राजू की हत्या के बाद तनाव की स्थिति बन गई है। पुलिस राजू के हत्यारों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है और बीजेपी ने सोमवार को मैसूर बंद का ऐलान किया है।

राजू की हत्या मैसूर के उदयगिरी इलाके में की गई, जब वो एक चाय की दुकान के पास खड़े थे। उसी वक्त कुछ लोग एक बाइक पर वहां आए और उन पर दरांती से हमला करके फरार हो गए।

कर्नाटक के मैसूर में बीजेपी कार्यकर्ता राजू की हत्या के बाद तनाव की स्थिति बन गई है। पुलिस राजू के हत्यारों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राजू कई सामाजिक कार्यों में शामिल थे। उन्होंने अपने इलाके में गणपति मंदिर बनवाने में अहम भूमिका निभाई थी, जिससे दूसरे पंथ के कई लोग नाराज थे। शायद यही उनकी हत्या की वजह है। जोशी ने कहा कि उन्होंने लोगों से बंद के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है। बीजेपी ने पुलिस से मांग की है कि हत्यारों को जल्द-से-जल्द गिरफ्तार किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि शहर में दोबारा ऐसी वारदात न हो। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि हत्या के पीछे आईएसआईएस का हाथ है।

27% से ज्यादा मुस्लिम हैं आतंकवादी-ट्रंप

वॉशिंगटन (सं.सू.)। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार की रेस में आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप अपने बयानों को लेकर खूब विवादों में रहते हैं। अब ताजा बयान दिया है कि दुनिया भर के 25% से ज्यादा मुसलमान आतंकवादी हैं।

    Now, Donald Trump claims 27 per cent of Muslims ‘very militant’. Read full story: https://t.co/Gsm6wkYrmO
    — Deccan Chronicle (@DeccanChronicle) March 14, 2016

ट्रंप ने एक अमेरिकी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, ये मुस्लिम आतंकवादी 27% हैं और शायद 35% तक हो सकते हैं। दुनियाभर के 1.6 बिलियन मुस्लिम आबादी में से केवल 100000 ही जेहाद का समर्थन करते हैं।

उन्होंने कहा कि आज प्यू रिसर्च के ताजा आंकड़े देखिए, इसके मुताबिक करीब 27% मुस्लिम आबादी आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े हैं। ये तो सिर्फ प्रतीकात्मक नंबर है, असल में ये सिर्फ एक लाख लोग नहीं हैं बल्कि इससे कहीं ज्यादा भी हो सकते हैं।

इससे पहले भी ट्रंप कह चुके हैं कि मुस्लिम अमेरिकी लोगों से नफरत करते हैं। और ऐसे लोग जो हमसे नफरत करते हैं, उन्हें देश में आने की इजाजत नहीं देनी चाहिए। उन्होंने दिसंबर में ये भी कहा था कि अमेरिका में मुस्लिमों के आने पर तात्कालिक प्रतिबंध लगा देना चाहिए जबतक सरकार सही आंकड़े नहीं जुटा लेती। इस तरह के तमाम विवादास्पद बयान के कारण ट्रंप अक्सर मीडिया और सोशल मीडिया पर छाये रहते हैं।

‘भारत से प्यार’ वाले बयान के लिए अफरीदी को कानूनी नोटिस जारी

लाहौर (सं.सू.)। शाहिद अफरीदी को ‘देशद्रोह करने’ और पाकिस्तानियों की ‘भावानाओं को ठेस पहुंचाने’ के लिए सोमवार को अदालत में कार्रवाई का सामना करना पड़ा। अफरीदी ने कल बयान दिया था कि राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान की तुलना में ‘भारत में अधिक प्यार’ मिलता है जिसके कारण उन्हें इस कार्रवाई का सामना करना पड़ा।

एक वरिष्ठ वकील ने विश्व टी20 टूर्नामेंट से पहले भारत में शनिवार को बयान देने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान को कानूनी नोटिस भेजा है।

वकील अजहर सादिक ने कानूनी नोटिस की सामग्री पीटीआई से साझा करते हुए कहा, ‘मैंने शाहिद अफरीदी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नजम सेठी को पाकिस्तान की तुलना में भारत के लिए अधिक प्यार के लिए कानूनी नोटिस भेजा है। मैंने पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान को भी लिखा है कि वह भारत में अफरीदी के बयान की जांच कराएं।’ अजहर ने कहा, ‘अफरीदी ने पाकिस्तान से अधिक भारत के लिए प्यार दिखाकर पूरे पाकिस्तान देश को निराश किया है। उन्होंने देशद्रोह किया है। अब कौन सुनिश्चित करेगा कि पाकिस्तान टीम टी20 मैच में कोलकाता में भारत के खिलाफ जीतने के लिए खेलेगी।’

अफरीदी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, ‘मैंने भारत में खेलने का जितना लुत्फ उठाया है उतना कहीं नहीं उठाया। मैं अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर हूं और कह सकता हूं कि भारत में मुझे जितना प्यार मिला उसे हमेशा याद रखूंगा। हमें इतना प्यार पाकिस्तान में भी नहीं मिला। यहां पाकिस्तान की तरह ही क्रिकेट के दीवाने लोग हैं। कुल मिलाकर मैंने अपने क्रिकेट करियर में भारत में खेलने का काफी लुत्फ उठाया।’ अजहर ने कहा कि अफरीदी के असंवेदनशील बयान ने ना सिर्फ पाकिस्तानियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है बल्कि साथ ही उनका जीवन भी असुरक्षित हो गया है।

उन्होंने कहा, ‘अल्लाह ना करे अगर पाकिस्तान भारत के खिलाफ मैच हार गया, अफरीदी के भारत समर्थित बयानों को ध्यान में रखते हुए यहां कोई उसे कभी माफ नहीं करेगा।’ अजहर ने कहा कि अफरीदी दूत या राजनयिक नहीं है और उसे अपने गैरजरूरी बयान को वापस लेना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘पीसीबी को नजम सेठी की भूमिका की जांच करनी चाहिए क्योंकि हो सकता है कि उन्होंने भारत के पक्ष में बोलने के लिए अफरीदी को जोर दिया हो। सेठी ने हमेशा भारत का समर्थन किया है।’ ये नोटिस अफरीदी और सेठी के निवास पर भेजे गए हैं।

गर्दन पर छूरी रख दो तो भी 'भारत माता की जय' नहीं बोलूंगा-ओवैसी

मुंबई (सं.सू.)। एआईएमआईएम के नेता असादुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वह 'भारत माता की जय' नहीं बोलेंगे। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के विरोध में ओवैसी ने यह बात कही है। भागवत ने पिछले दिनों सुझाव दिया कि नई पीढ़ी को भारत माता की जय बोलना सीखाना होगा।  

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक महाराष्ट्र के लातूर जिले के उदगीर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'मैं वह जयकारा नहीं लगाता। भागवत साहब, आप क्या करने जा रहे हैं। आप यदि मेरी गर्दन पर छूरी रख दें तो भी मैं यह नारा नहीं लगाऊंगा।'

ओवैसी ने सभा में मौजूद लोगों से कहा, 'मैं भारत में रहूंगा पर भारत माता की जय नहीं बोलूंगा। क्योंकि यह हमारे संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि भारत माता की जय बोलना जरूरी है।'

    WATCH: Asaduddin Owaisi to RSS chief Mohan Bhagwat- Won't say "Bharat Mata Ki Jai" in Latur (Maharashtra) (March 13)https://t.co/nRNtaBfi6z

    — ANI (@ANI_news) March 14, 2016

मोहन भागवत ने जेएनयू और देश विरोधी नारेबाजी के मामले पर बोलते हुए पिछले दिनों कहा कि अब युवाओं को भारत माता की जय कहने के लिए भी बताना पड़ता है। उन्‍होंने कहा, 'अब ऐसा समय आ गया है जब हमें नई पीढ़ी को भारत माता की जय बोलने के लिए कहना पड़ता है। यह दुर्भाग्‍य की बात है कि हमें उन्‍हें राष्‍ट्रवाद सिखाना पड़ रहा है। जब ऐसे लोग हैं जो आप से कहते हैं कि भारत माता की जय मत कहो।'

नागपुर में आरएसएस मुख्‍यालय पर आयोजित कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि भारत समर्थन के नारे न लगाने वाले लोगों की संख्‍या ज्‍यादा है। उनका इशारा देश विरोधी नारे लगाने वाले छात्रों का समर्थन कर रहे बुद्धिजीवी वर्ग की ओर था। उनसे पहले आरएसएस महासचिव दत्‍तात्रेय होसबोले ने आरोप लगाया कि जेएनयू विवाद षड़यंत्र का नतीजा था।

Wednesday, March 9, 2016

नेताजी के पोते चंद्रकुमार बोस देंगे ममता को टक्कर


नई दिल्ली (सं.सू.)। भाजपा ने पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ सुभाष चंद्र बोस के पौत्र चंद्रकुमार बोस को अपना उम्मीदवार घोषित किया।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘ममता बनर्जी के खिलाफ चंद्रकुमार बोस भाजपा के उम्मीदवार होंगे।’ भाजपा इस बार के चुनावों में पश्चिम बंगाल में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। बोस ने कहा कि लोगों ने 2011 में जिस बदलाव के लिए तृणमूल कांग्रेस को वोट देकर सत्ता में पहुंचाया था वह नहीं आया और केवल भाजपा परिवर्तन लाने में सक्षम है।

अपनी जीत की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर बोस ने कहा कि यह उनकी बात नहीं है बल्कि पश्चिम बंगाल की जनता की बात है। पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटें हैं जहां चार अप्रैल से पांच मई तक छह चरणों में मतदान होगा।

पीएम मोदी ने मृत्यु से कांग्रेस की तुलना

नई दिल्ली (सं.सू.)। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में बुधवार को कांग्रेस पर तीखा तंज कसा। मोदी ने कहा कि मृत्यु को एक वरदान प्राप्त है। कोई मरता है, तो उसका कारण कैंसर, बुढ़ापा आदि को बताया जाता है। मृत्यु कभी बदनाम नहीं होती। इसी तरह कांग्रेस के पास भी ऐसा ही वरदान है। उसे कभी बदनामी नहीं मिलती। यदि हम शरदजी (यादव) या मायावतीजी पर हमला करते हैं, तो कहा जाता है जदयू या बसपा पर हमला बोला। लेकिन कांग्रेस की आलोचना करते हैं, तो मीडिया इसे विपक्ष पर हमला बताता है। प्रधानमंत्री ने अपने एक घंटे के भाषण में सभी विपक्षी दलों से राज्यसभा में लंबित जीएसटी समेत अन्य विधेयकों को पारित कराने की अपील भी की।

मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के कथन के माध्यम से विपक्ष से सहयोग की अपील की। उन्होंने उम्मीद जताई कि सदन में लंबित सारे बिल इस सत्र में पारित हो जाएंगे। नेहरू ने कहा था, ‘राज्यसभा विचारों का कक्ष है। लोकसभा और इसमें समन्वय की जरुरत है, क्योंकि दोनों एक ढांचे का हिस्सा हैं।’ सरकार जीएसटी समेत कई अहम बिल राज्यसभा में अटकने से परेशान है। 

इंदिरा के कथन से निशाना1मोदी ने इंदिरा गांधी के एक कथन को दोहराया कि दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं। एक जो काम करते हैं। दूसरा, जो काम का श्रेय लेते हैं। कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए काम किया होता, तो जनधन के तहत मुङो लोगों का खाता नहीं खुलवाना पड़ता। उन्होंने सवाल किया कि आखिर 30 साल बाद भी गंगा मैली क्यों है?

इस दौरान पीएम ने हाल ही में स्वर्गीय हुए महान शायर निदा फाजली की एक गजल भी सुनाई-

सफर में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो,
सभी हैं भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो।
किसी के वास्ते राहें कहां बदलती हैं,
तुम अपने आप को खुद ही बदल सको तो चलो।
यहां किसी को कोई रास्ता नहीं देता,
मुझे गिराके अगर तुम संभल सको तो चलो।
यही है जिंदगी, कुछ खाक चंद उम्मीदें,
इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो।


हालांकि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान राज्यसभा में संशोधन वापस लेने की पीएम की अपील नकारते हुए विपक्षी दलों ने बाद में अभिभाषण पर संशोधन प्रस्ताव पारित करा लिया। इससे सरकार का कोई नुकसान नहीं हुआ। संशोधन प्रस्ताव कांग्रेस की ओर से गुलाम नबी आजाद ने पेश किया। स्थानीय निकाय चुनाव में शैक्षिक योग्यता को लेकर इसे रखा गया था। नेता सदन अरुण जेटली ने इस पर संवैधानिक टकराव का सवाल उठाया। आखिर में हुए मतदान में सरकार 61 के मुकाबले 94 मतों से हार गई। गौरतलब है कि हरियाणा पंचायत चुनाव के दौरान न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता अनिवार्य किए जाने को सुप्रीम कोर्ट भी मंजूरी दे चुका है।

कन्हैया के बिगड़े बोल, 'कश्मीर में सुरक्षा के नाम पर सेना करती है रेप'

नई दिल्ली (सं.सू.)। देशद्रोह के आरोपी जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने महिला दिवस पर अपने भाषण के जरिये भारतीय सेना को निशाने पर लिया है। साथ ही उसने मोदी सरकार को भी घेरने की कोशिश की। उसने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चाहे उनकी आवाज दबाने की लाख कोशिशें हों, लेकिन वह डंके की चोट पर कहते हैं कि कश्मीर में सुरक्षा के नाम पर महिलाओं से बलात्कार होते हैं।

हालांकि कन्हैया ने ये भी कहा कि वो सुरक्षाबलों का सम्मान करता है, लेकिन जब उसने कश्मीर का जिक्र किया तो कहा कि वहां सेना बलात्कार करती है। कन्हैया ने कश्मीर में सेना को लेकर कहा कि हम सुरक्षाबलों का सम्मान करते हुए भी बोलेंगे कि कश्मीर में सेना द्वारा बलात्कार किया जाता है। हमारे आपस में मतभेद हैं, लेकिन इस देश को बचाने और इस देश के संविधान को बचाने में हमारे कोई मतभेद नहीं है। हम आजाद हिन्दुस्तान में समस्याओं से आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

कन्हैया ने खुद की तस्वीर के सोशल मीडिया में वायरल होने के मुद्दे पर कहा, 'आज आठ मार्च है। महिला दिवस है। आज उनका नाम नहीं लूंगा। आज ही के दिन हमारी फोटो को गलत तरीके से पेश किया गया है। मैं 21 साल का हूं। मेरी दोस्त मुझे बच्चा कहती है, उसे टीचर बना दिया।'

राष्ट्रवाद पर चोट करते हुए कन्हैया ने आरएसएस और भाजपा को घेरने की कोशिश की और कहा कि ये लोग 'देशद्रोह' का स्टिकर लेकर घूमते हैं और जिस पर चाहते हैं चिपका देते हैं। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि जवानों से ज्यादा बहादुर व्यापारी है। ये जो बोलते हैं उससे पलट जाते हैं। एक तरफ भारत माता की जय कहते हैं, दूसरी तरफ महिलाओं को वेश्या कहते हैं। जेएनयू देश की समस्या पर बहस करता है तो इसे खत्म करना चाहते हैं।' कन्हैया ने कहा, 'लोग मेरे कपड़ों पर सवाल उठा रहे हैं। कहते हैं कि इतना महंगा जैकेट पहना है, इनको पता नहीं ये जैकेट राजनाथ सिंह की पुलिस ने दिया है।'

सुरक्षाबलों पर रेप का आरोप लगाते हुए कन्हैया ने कहा कि कश्मीर में सुरक्षा के नाम पर महिलाओं से रेप हो रहा है। इस देश में कस्टडी में रेप होता है। मैरिटल रेप होता है। उन्होंने कहा, 'गुजरात का उदाहरण उठाकर देख लीजिए। पहले महिलाओं का बलात्कार किया फिर मारा गया।'

गौरतलब है कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी का विरोध करने के लिए जेएनयू में नौ फरवरी को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाए गए, जिसके बाद जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को 12 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल दिल्ली उच्च न्यायालय ने उसे छह महीने की अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया।

Tuesday, March 8, 2016

Fair&Lovely वाले राहुल के बयान पर जेटली का करारा जवाब

नई दिल्ली (सं.सू.)। राहुल गांधी के कालेधन का खुलासा करने की योजना के संदर्भ में ‘फेयर एंड लवली’ बयान का कड़ा प्रत्युत्तर देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कांग्रेस को वर्ष 1997 में लाई गई योजना का स्मरण दिलाया जिसके तहत कालेधन का खुलासा करने के लिए कोई जुर्माना नहीं लगाया गया था।

राहुल गांधी के कालेधन का खुलासा करने की योजना के संदर्भ में ‘फेयर एंड लवली’ बयान का कड़ा प्रत्युत्तर देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कांग्रेस को वर्ष 1997 में लाई गई योजना का स्मरण दिलाया जिसके तहत कालेधन का खुलासा करने के लिए कोई जुर्माना नहीं लगाया गया था।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हो रहे धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए उन्होंने कहा कि काला धन रखने वालों के नामों का खुलासा करने में सरकार को कोई हिचक नहीं है लेकिन ऐसा प्रक्रिया के अनुरूप किया जाएगा और इससे पहले कि उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। सरकार द्वारा आय के खुलासे की योजना का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि विगत 21 महीनों में हमने अपना इरादा दर्शाया है।

उन्होंने कहा, ‘कालाधन रखने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा और उन्हें अब लाए गए सख्त कानून के तहत दंडित करेंगे। पिछले सप्ताह कांग्रेस उपाध्यक्ष ने लोकसभा में आरोप लगाया था कि सरकार की कालेधन का खुलासा करने की योजना ‘फेयर एंड लवली’ योजना है जो कालेधन को सफेद करने की छूट देती है। उनके इस बयान पर प्रहार करते हुए जेटली ने कहा, ‘जब आप हमारे द्वारा कालेधन के खिलाफ उठाये जाने वाले कदमों के बारे में टिप्पणियां करते हैं तो कृपया ईमानदारी से अपने ‘ट्रैक रिकॉर्ड’ को देख लें।

इस पर कड़ा प्रहार करते हुए जेटली ने वर्ष 1997 में तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम द्वारा घोषित कर गई समान स्कीम का हवाला दिया। कालेधन के बारे में विपक्ष की आलोचनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा घोषित नई योजना कोई माफी योजना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अगर आपके पास कोई ऐसी आय है जिसके लिए कर देने से बचा गया है तो इसे घोषित करें, कर के साथ 50 फीसदी जुर्माने का भुगतान करें। यह कोई माफी नहीं हो सकता जिसमें 50 प्रतिशत का जुर्माना लगाया गया हो।’

सिंघम शिवदीप लांडे ने बनाया बिहार छोड़ने का मन

पटना (सं.सू.)। अपराधियों की नाक में दम करने वाले आइपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे अब बिहार छोड़ मुंबई जाना चाहते है। वह अब महाराष्ट्र में अपनी सेवा देना चाहते हैं। जानकारी के मुताबिक शिवदीप लांडे ने महाराष्ट्र में अपनी सेवा देने की इच्छा जाहिर की है। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आदेश पर उन्हें महाराष्ट्र ले जाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। गौरतलब है कि शिवदीप लांडे 2006 बैच के आइपीएस अधिकारी है। वह बिहार में ‘सिंघम’ के नाम से चर्चित है। उन्होंने पटना में अपने खास अंदाज में काम किया और अपराधियों पर नकेल कसने की कोशिश की। बिहार में अपराधियों के नाक में दम करने के बाद अब वह मुंबई की अपराध शाखा या महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) में काम करना चाहते हैं। बिहार में उन्होंने अररिया, पूर्णिया समेंत कई जिलों में अपराधियों पर कार्रवाई की है।

अब्रेन मियां गिरोह के पास से मिला AK-56 व गोलियों का जखीरा

गोपालगंज (सं.सू.)। मांझा थाने के प्रतापपुर में अपराधियों के जमा होने की सूचना पर पुलिस की विशेष टीम ने छापेमारी की। लेकिन, पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और झड़प के साथ फायरिंग करते हुए सभी फरार हो गये।

हालांकि, पुलिस ने मौके से एक एके-56, 102 कारतूस, चार लोडेड मैगजीन, 32 बोर की पिस्तौल, पांच खोखे और दो मोबाइल बरामद किये। झड़प में दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गये। अपराधियों से झड़प की सूचना पर तत्काल एसडीपीओ मनोज कुमार, नगर थाने के इंस्पेक्टर विमल कुमार सिंह, थावे थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार पुलिस टीम के साथ पहुंचे और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की गयी।  एसपी निताशा गुड़िया ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली कि मांझा थाने के भोजपुरवा के रहनेवाले कुख्यात अब्रेन मियां प्रतापपुर में दो दर्जन से अधिक अपराधियों के साथ एक बड़ी आपराधिक वारदात की तैयारी में है।

अब्रेन गैंग का नेटवर्क यूपी तक फैला हुआ है।  सीवान के कई नामी अपराधी गैंग के लिए काम कर रहे हैं। हालांकि अब्रेन मियां पहले भी  कई  बार जेल जा चुका है। अब्रेन मियां पर यूपी के कुशीनगर जिले के विशुनपुरा, कुचायकोट, मांझा, गोपालगंज थानाें में हत्या, लूट व आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं।

यह हथियार पूरी तरह से रेगुलर है। यह स्पष्ट कर रहा है कि इस गैंग का नेटवर्क काफी लंबा है। रेगुलर एके-56 का बरामद होना स्पष्ट करता है कि सेना या पुलिस से लूटा हुआ है। हालांकि पुलिस के अधिकारी इस मामले की जांच में जुटे हुए हैं कि आखिर इस गैंग के पास एके-56 कहां से आया। अब्रेन जैसे अपराधी को पुलिस अभी तक छोटा आंक रही थी।

भाषण में झूठ पकड़ने वाले जेएनयू प्रोफेसर के खिलाफ कन्‍हैया ने की नारेबाजी

नई दिल्‍ली (सं.सू.)। जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी के प्रोफेसर और कवि मकरंद परांजपे ने सोमवार को छात्र संघ अध्‍यक्ष कन्‍हैया कुमार को फटकारते हुए कहा कि क्‍या भाषण देने से पहले उन्‍होंने तथ्‍यों की जांच की। उन्‍होंने कहा, ‘कन्‍हैया ने अपने भाषण में कहा कि गोलवलकर मुसोलिनी से मिले थे। क्‍या आपने तथ्‍यों की जांच की। मुसोलिनी से मुंजे मिले थे।’ परांजपे एडमिल ब्‍लॉक में 15वें एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।

जेएनयू छात्रों को संबोधित करते हुए परांजपे ने कहा,’मैं यह नहीं कह रहा कि वे फासीवाद से प्रेरित नहीं थे। वे फासीवाद से प्रभावित थे। उन्‍हें लगता था कि अधिनायकवाद सही तरीका है। हमें इस बात पर सहमत होना होगा कि क्‍या सही है और क्‍या गलत। फासीवाद और स्‍टालिनवाद दोनों लोकतंत्र के खिलाफ है। मुझे इस बात का गर्व है कि मैं ऐसे देश से आता हूं जहां तथा‍कथित न्‍यायिक हत्‍या बड़ा मुद्दा बन जाती है।’

उन्‍होंने छात्रों से पूछा कि क्‍या वे जानते हैं 1920-1950 के बीच स्‍टालिन के सोवियत संघ में कितनी न्‍यायिक हत्‍याएं हुई। उन्‍होंने इसका जवाब देते हुए बताया, ‘77999553 लोगों की इस तरह हत्‍या हुई। वहीं 34 हजार लोगों को ही आपराधिक मामलों में सजा दी गई।’ परांजपे के भाषण के दौरान पहले तो कन्‍हैया कुमार ने नारे लगाए। बाद में कुछ छात्रों ने परांजपे की खिल्‍ली भी उड़ाई। वहीं कन्‍हैया ने भाषण के दौरान परांजपे से सवाल भी किए। कार्यक्रम के दौरान अन्‍य वक्‍ताओं ने वामपंथी विचारधारा के समर्थन में बातें कहीं।

‘अनसिविल वार्स: टैगोर, गांधी, जेएनयू एंड व्‍हाटस लेफ्ट ऑफ द नेशन’ के मुद्दे पर परांजपे ने कहा, ‘जब हम खुद को लोकतांत्रिक मानते हैं तो यह सोचने की भी जरूरत है कि क्‍या यह वाकई सच है। क्‍या यह संभव नहीं है यह वामपंथी प्रमुखता वाले लोगों की जगह बन गई। जहां यदि आप असहमत होते हैं तो आपको चुप कर दिया जाता है या आपका बहिष्‍कार कर दिया जाता है।’ परांजपे के इस बयान के दौरान जेएनयू छात्र संघ उपाध्‍यक्ष शहला राशिद को छात्रों को चुप कराने के लिए खड़ा होना पड़ा।

परांजपे ने स्‍वतंत्रता संग्राम के दौरान वामपंथी पार्टियों की बर्ताव पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी ने अंग्रेजों को लिखा कि वे प्रदर्शन नहीं करेंगे। जब आप लोग लडेंगे तो हम आपका साथ देंगे। जब हम यह कहते हैं कि हमने भारत की आजादी की लड़ाई लड़ी तो मैं सबूत देखना चाहता हूं।’

अपहरण में असफल होने के बाद युवक को चाकुओं से गोदा


हाजीपुर (सं.सू.)। लालगंज थाना क्षेत्र के नामीडीह गांव के निकट रविवार की रात फिरौती के लिए एक युवक का अपहरण कर लिया गया। जब अपहरणकर्ताओ ने मोबाइल से परिजनों से फिरौती के रकम की मांग की तब परिजनों को इस घटना की जानकारी मिली। परिजनों ने इसकी सूचना तत्काल थाना को दी। पुलिस के हरकत में आते ही अपहरणकर्ताओं को इसकी भनक लग गयी। भनक लगते ही अपहरणकर्ताओं ने अपना लोकेशन बदल लिया तथा मंसूबा कामयाब होते नहीं देख युवक को चाकू से गोद कर सदर थाना क्षेत्र के महुआ मोड़ के निकट सड़क किनारे फेंक दिया। युवक की खोज में लगी पुलिस ने उसे सड़क किनारे से बरामद कर सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया।

प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए युवक को पटना रेफर कर दिया गया। इस मामले में युवक के भाई अविनाश कुमार सिंह ने करताहां थाना में अज्ञात अपहरणकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। करताहां थाना की पुलिस ने मामले में दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है।

हिरासत में लिए गए युवकों से पुलिस गहन पूछताछ कर रही है। 1मिली जानकारी के अनुसार करताहां थाना क्षेत्र के घटारो गांव के रौदी पोखर निवासी उपेन्द्र प्रसाद सिंह का तीस वर्षीय पुत्र सुजीत कुमार सिंह का रविवार की देर शाम लालगंज थाना क्षेत्र के नामीडीह गांव के निकट से सफारी गाड़ी पर सवार अपहरणकर्ताओं ने हथियार के बल पर अपहरण कर लिया। अपहरण के बाद अपहरणकर्ताओं ने युवक के मोबाइल से ही उसके परिजनों से दस लाख रुपये के फिरौती की मांग की। घटनास्थल लालगंज थाना क्षेत्र होने के बावजूद करताहां थानाध्यक्ष राजकुमार पासवान इसकी सूचना एसपी राकेश कुमार को देकर मामले के उद्भेदन में जुट गये। एसपी ने तुरंत तेजतर्रार पुलिस अफसरों की टीम का गठन कर मोर्चे पर लगा दिया। उसके बाद परिजनों के माध्यम से अपहरणकर्ताओं से संपर्क साधा गया। संपर्क होते ही फिरौती की रकम तय करने के बाद परिजनों के साथ पुलिस भी सादी वर्दी में तय स्थान के लिए रवाना हो गयी। लेकिन पुलिस साथ होने की भनक संभवत: अपहरणकर्ताओं को लग गयी। पुलिस जब तक तय स्थल पर पहुंचती तब तक अपहरणकर्ता युवक को लेकर उक्त स्थल से फरार हो चुके थे।

   

जेल में हत्यारे शहाबुद्दीन से मिले बिहार के मंत्री अब्दुल गफूर

सीवान (सं.सू.)। बिहार के मंत्री अब्दुल गफूर ने जेल के नियमों का उल्लंघन कर बिहार के सीवान जेल में हत्या के दोषी ठहराए गए शहाबुद्दीन से मुलाकात की।

ये मुलाकात 6 मार्च को हुई। उनकी मुलाकात की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिसके बाद विवाद शुरू हो गया है। अब्दुल गफूर बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं।

इस पूरे मामले में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि मैं सर्किट हाउस गया था जो जेल के पास ही है शहाबुद्दीन पार्टी के एमपी हैं तो मैं शिष्टाचार के नाते उनसे मिलने चला गया।

इस बीच वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार सरकार पर अपराधियों के आगे नतमस्तक हो जाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि जब भाजपा सरकार में शामिल थी तब शहाबुद्दीन पर शिकंजा कसा गया था।

Monday, March 7, 2016

हर हर महादेव के नारों से गूंजा हाजीपुर

हाजीपुर (सं.सू.)। हर हर महादेव। शिवभक्तों के यह बोल सोमवार को हर मठ-मंदिर और जिले में निकली भगवान भोलेनाथ की शोभायात्रा में सुनने को मिली। हर ओर से बस एक ही आवाज आ रही थी, हर हर महादेव। नगर के पतालेश्वर नाथ मंदिर से भगवान शिव की निकली भव्य बारात को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़। शोभा यात्रा के रास्ते में लोगों की भीड़ की वजह से पैर रखने तक की जगह नहीं थी। मानों आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा हो। बारात में शामिल भूत-बैताल बने युवक आगे-आगे चल रहे थे और उसके पीछे-पीछे भगवान शिव की भव्य बारात। बारात में शामिल सैकड़ों झांकियां, बैंड-बाजे, शहनाई, आकेष्ट्रा व भांगड़ा वाले बारात की शोभा को बढ़ा रहे थे। बारात में सबसे आगे चल रहे हाथी को देखकर ऐसा लग रहा था मानों भगवान गणेश अपने पिता की बारात में स्वयं शामिल ही नहीं हो रहे वरन् बारात का नेतृ्त्व भी कर रहे हैं।

महाशिवरात्रि के दिन हाजीपुर के पतालेश्वर नाथ मंदिर से निकलने वाली भव्य बारात में पिछले दो दशक से बैलगाड़ी पर सवार भगवान शिव की गाड़ी के गाड़ीवान की भूमिका में उजियारपुर के सांसद नित्यानंद ही रहते हैं। विधायक बनने से पहले, विधायक बनने के बाद और अब सांसद बनने के बाद भी वे इस परंपरा का निर्वहन बखूबी कर रहे हैं। सोमवार को भी बैलगाड़ी पर सवार भगवान भोलेनाथ की गाड़ी को सांसद नित्यानंद राय ही खींच रहे थे। उनके साथ हाजीपुर विधायक अवधेश कुमार सिंह भी बैलगाड़ी पर सवार थे। भगवान भोलेनाथ की बैलगाड़ी के आगे भूत-बैताल बने दर्जनों युवक चल रहे थे और पीछे-पीछे सैकड़ों झांकियां, बैंड-बाजा, आकेष्ट्रा व भांगड़ा पार्टी वाले।

भगवान शिव की बारात को देखने शहर की सड़कें सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक के लिए थम सी गयी थी। नगर के पतालेश्वर नाथ से निकली भगवान शिव की बारात मस्जिद चौक होते हुए थाना चौक, गुदरी बाजार, राजेंद्र चौक, सिनेमा रोड, यादव चौक, अनवरपुर चौक, डाकबंगला रोड होते हुए अक्षयवट राय स्टेडियम में पहुंची। यहां निर्णायक मंडली ने सवरेत्तम, उत्तम, प्रथम व द्वितीय श्रेणी के लिए झांकी, बैंड-बाजा, आकेष्ट्रा, भांगड़ा पार्टी वालों का चयन किया गया। शाम के वक्त बिहार सरकार के कला संस्कृति व युवा विभाग के मंत्री शिवचंद्र राम ने बारात में सवरेत्तम, उत्तम, प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली झांकी, बैंड-बाजा, आकेष्ट्रा व भागड़ा पार्टी को पुरस्कृत किया।

जिले में अन्य शहरों से भी भगवान शिव की बारात निकलने के समाचार मिले हैं। 

रेप से बचने के लिए लड़की ने बिल्डिंग से लगाई छलांग

कोलकाता (सं.सू.)। पश्चिम बंगाल में हुगली की रहने वाली एक लड़की ने बलात्कार से बचने के लिए बिल्डिंग से छलांग लगा दी। घायल लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना सोमावर को हावड़ा जिले के लिलुआह में हुई। बताया जा रहा है लड़की को कूदते हुए स्थानीय लोगों ने देखा था और उन्होंने ही उसे अस्पताल में भर्ती कराया।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित लड़की अपने बॉयफ्रेंड से मिलने हुगली से हावड़ा आई थी। मिलने वाली जगह पर बॉयफ्रेंड के साथ उसके दो और दोस्त भी थे। तीनों ने लड़की की ड्रिंक में कुछ मिला दिया और इसके बाद रेप करने की कोशिश की। लड़की ने खुद को उनके चुंगल से आजाद किया और बिल्डिंग की दूसरी मंजिल से कूद गई।

इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी लड़की के दोस्त हैं। लड़की के तीन दोस्तों को बलात्कार करने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Sunday, March 6, 2016

जेठमलानी लड़ेंगे दुष्कर्मी विधायक राजबल्लभ का मुकदमा

बिहारशरीफ (सं.सू.)। नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में फंसे नवादा के राजद विधायक राजबल्लभ यादव के पक्ष में देश के जाने-माने वकील राम जेठमलानी बहस करेंगे। जेठमलानी पटना हाईकोर्ट में विधायक की अग्रिम जमानत याचिका की पैरवी करने आ रहे हैं। हाईकोर्ट में इसकी सुनवाई इसी हफ्ते होने की उम्मीद है। यह जानकारी राजबल्लभ यादव के मुकदमे को बिहारशरीफ कोर्ट में देख रहे वकील कमलेश कुमार ने दी। कमलेश कुमार ने ही बिहारशरीफ कोर्ट में विधायक की अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे एडीजे रश्मि शिखा की अदालत ने खारिज कर दिया। इसके बाद विधायक ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पटना हाईकोर्ट में विधायक की अर्जी पर सुनवाई बीते 2 मार्च को निर्धारित थी, लेकिन यह मामला उसी दिन कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश ने जस्टिस दिनेश प्रसाद सिंह की अदालत से जस्टिस अन्नु अग्रवाल की अदालत में स्थानांतरित कर दिया।

राजवल्लभ की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बंद रहा बिहार शरीफ

बिहारशरीफ (सं.सू.)। नाबालिग से दुष्कर्म मामले में एक माह से फरार चल रहे नवादा के आरजेडी विधायक राजबल्लभ यादव की गिरफ्तारी को लेकर रविवार को एनडीए गठबंधन ने बिहारशरीफ शहर को बंद करवाया। इसी क्रम में सुबह से लेकर तकरीबन दस बजे तक एनडीए गठबंधन के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने हास्पीटल मोड़ को जाम कर करीब एक घंटे तक वाहनों का परिचालन बाधित कर दिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पहुंचकर श्रमजीवी एक्सप्रेस को रोकने का प्रयास किया। लेकिन वहां पर पूर्व से पर्याप्त संख्या में उपस्थित पुलिस बलों ने लोगों के मनसूबे पर पानी फेर दिया। इधर रविवार होने के कारण जहां अधिकांश दुकानें बंद रहीं, वहीं आम तौर पर अधिकांश वाहनों का परिचालन स्वत: चालू रहा। सड़क पर प्रदर्शन कर रहे एनडीए गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए आरोपी विधायक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। नेताओं ने कहा कि लगभग एक माह का समय बीतने को है, लेकिन विधायक की गिरफ्तारी नहीं होना इस बात को इंगित करता है कि सरकार इस मसले पर गंभीर नहीं है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि विधायक की गिरफ्तारी शीघ्र नहीं हुई तो एनडीए गठबंधन अपनी लड़ाई जारी रखते हुए इस आंदोलन को और भी धारदार बनाएंगे। प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बिहार थाने में अपनी गिरफ्तारी दी, जिन्हें शाम में छोड़ दिया गया।

बंद को सफल बनाने में भाजपा के उपाध्यक्ष विश्वनाथ भगत, नगर विधायक डा. सुनील कुमार, पूर्व प्रत्याशी वीरेन्द्र गोप, पूर्व प्रत्यशी कौशलेन्द्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया, जिलाध्यक्ष ई. रवि शंकर प्रसाद सिंह, महामंत्री राजेश्वर प्रसाद सिंह, प्रवक्ता धीरेन्द्र रंजन, हम के जिलाध्यक्ष विश्वजीत पासवान, सतीश कुमार, नीतीश कुमार सिंह, शैलेन्द्र कुमार, रीना कुमारी, रामशरण प्रसाद, डा. अशुतोष कुमार, अविनाश मुखिया, महेन्द्र प्रासद, रमेश मालाकार, सुधीर कुमार, इश्तियाक रजा आदि सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

गब्बर ईज बैक,रिकॉर्ड छठी बार चैंपियन बना भारत

नई दिल्ली (सं.सू.)। विश्व कप से पहले टीम इंडिया ने एशिया को फतह कर लिया है। टीम इंडिया ने दिखा दिया कि कम से कम एशिया में उसके मुकाबले में फिलहाल कोई नहीं है। कल रात मीरपुर में खेले गए एशिया कप के फाइनल मुकाबले में भारत ने आठ विकेट से बांग्लादेश को रौंद कर एशिया कप अपने नाम कर लिया। टीम इंडिया ने बांग्लादेश को उसी के घर में सबक सिखा दिया है और इस जीत के हीरो बने विराट कोहली और शिखर धवन।

बांग्लादेश द्वारा दिए गए 121 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को पहला झटका  पांच के स्कोर पर रोहित शर्मा के रूप में लगा जब वो एक रन बनाकर पवैलियन लौट गए। उनके बाद शानदार फॉर्म में चल रहे विराट कोहली ने शिखर के साथ मिलकर पारी को जमाया। शिखर ने धीमी शुरूआत की पर जल्द ही फाइनल मैच में अपने रंग में लौट आए। शिखर धवन ने 43 गेंदों पर 60 रन की धमाकेदार पारी खेली। 99 के कुल योग पर आउट होने वाले धवन ने अपने टी-20 करियर की अब तक की सबसे बड़ी पारी खेलते हुए 44 गेंदों का सामना करते हुए 9 चौके और एक छक्का लगाया जबकि कोहली ने 28 गेंदों पर पांच चौके लगाए। आउट होने से पहले शिखर ने विराट के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 94 रन की शानदार साझेदारी निभाई। वहीं विराट कोहली फिर नाबाद लौटे। विराट ने महज़ 28 गेंद पर 41 रन की मैच विनिंग पारी खेली।

धवन का विकेट गिरने के बाद जब धोनी जब विकेट पर आए थे, तब भारत को 14 गेंदों पर 21 रन चाहिए थे। धोनी ने ताबड़तोड़ अंदाज में खेलते हुए इन 21 रनों में से 20 रन अपने नाम किए। अंतिम 12 गेंदों पर भारत को 19 रनों की जरूरत थी। धोनी ने बिग-हिटर की अपनी पुरानी छवि की झलक फिर से दिखाई और अल अमीन हुसैन ओवर में दो छक्कों और एक चौके की मदद से 19 रन बटोर लिए। यह धोनी का ही कमाल था कि भारत ने सात गेंदें शेष रहते मेजबान टीम के पहली बार यह खिताब जीतने के सपने को चकनाचूर कर दिया।

भारत ने धोनी की कप्तानी में 2010 के बाद दूसरी बार यह खिताब जीता है। इससे पहले भारत ने 1984, 1988, 1990 और 1995 में यह खिताब जीता था। इसके अलावा भारत 1997, 2004 और 2008 में उपविजेता रहा था। भारत ने सबसे अधिक बार यह खिताब जीता है। इस क्रम में दूसरे स्थान पर श्रीलंका है, जिसने पांच बार यह खिताब जीता है। दो बार पाकिस्तान भी चैम्पियन रहा है।

इससे पहले बारिश की वजह मैच देरी से शुरू हुआ और इसी वजह से 15-15 ओवर का फाइनल खेला गया। हर गेंदबाज को सिर्फ तीन ओवर डालने की अनुमति थी।

बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 15 ओवर 120 रन का स्कोर खड़ा किया। बांग्लादेश की टीम ने आक्रामक क्रिकेट खेला। दूसरी बार फाइनल में पहुंची बांग्लादेश टीम के लिए महमुदुल्लाह रियाज ने सबसे अधिक 33 रनों का योगदान दिया जबकि शब्बीर रहमान ने नाबाद 32 रन बनाए। इन दोनों ने 20 गेंदों पर 45 रन जोड़े। मेजबान टीम ने अंतिम पांच ओवरों में 52 रन बनाए।

मेजबान टीम की शुरुआत अच्छी रही। तमीम इकबाल (13) और सौम्य सरकार (14) ने आक्रामक अंदाज में शुरुआत की और 4 ओवरों में 27 रन जोड़े। दोनों ने आशीष नेहरा द्वारा फेंके गए पारी के चौथे ओवर में तीन चौके लगाी लेकिन अंतिम गेंद पर नेहरा ने सरकार को हार्दिक पंड्या के हाथों कैच करा दिया।

सौम्य ने 9 गेंदों पर तीन चौके लगाए। तमीम भी सौम्य के बराबर खतरनाक दिख रहे थे लेकिन जसप्रीत बुमराह ने 30 के कुल योग पर उन्हें पगबाधा आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। तमीम ने 17 गेंदों पर दो चौके लगाए।

इसके बाद शाकिब अल हसन (21) ने खुलकर हाथ दिखाए और 16 गेंदों पर तीन चौके लगाए। शाकिब और शब्बीर तीसरे विकेट के लिए 34 रन जोड़े। शाकिब का स्थान लेने आए मुशफिकुर रहीम (4) और कप्तान मशरफे मुर्तजा (0) को भारत ने अधिक देर नहीं टिकने दिया। मुशफिकुर को कोहली ने रन आउट किया जबकि मुर्तजा को रवींद्र जडेजा ने कोहली के हाथों कैच कराया।

इसके बाद बांग्लादेश के लिए कुछ अच्छा होना था और शायद इसी लिए महमुदुल्लाह विकेट पर आए। आते ही इस खिलाड़ी ने जोरदार शॉट्स लगाए। महमुदुल्लाह की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ने भारत को बैकफुट पर ला दिया।

महमुदुल्लाह की वजह से ही बांग्लादेश 100 और फिर 120 रनों का मजबूत स्कोर हासिल कर सका। एक समय उसके 100 तक भी पहुंचने के आसार नहीं दिख रहे थे। महमुदुल्लाह ने 13 गेदों पर दो चौके और दो छक्के लगाए जबकि इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए मैन ऑफ द टूर्नामेंट खिताब जीतने वाले शब्बीर ने 29 गेंदों पर दो चौके जड़े।

भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन और बुमराह ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए अपने तीन ओवर के कोटे में क्रमश: 14 और 13 रन दिए तथा एक-एक सफलता हासिल की। रवींद्र जडेजा और अशीष नेहरा को भी एक-एक विकेट मिला।

ये जीत 8 मार्च से शुरू हो रहे विश्वकप से पहले अच्छा संकेत है। अब सभी की निगाहें लगी हैं 15 मार्च पर जब विश्वकप में भारत की टीम न्यूजीलैंड से अपना पहला मुकाबला खेलेगी।

एक परीक्षार्थी के लिए तैनात किए गए 26 इनविजिलेटर, 3 मजिस्ट्रेट, SI और 8 पुलिसकर्मी


हाजीपुर (सं.सू.)। बिहार में इंटरमीडिएट परीक्षा के अंतिम दिन वैशाली जिले के एक परीक्षा केंद्र पर अजीब दृश्य देखने को मिला। हाजीपुर के गुरु वशिष्ठ विद्यालय परीक्षा केंद्र पर एक परीक्षार्थी को कदाचार करने से रोकने के लिए 26 वीक्षक (इनविजिलेटर), 3 मजिस्ट्रेट और एक सब इंस्पेक्टर के साथ आठ पुलिसकर्मी तैनात थे।

सनोज कुमार नामक परीक्षार्थी को परीक्षा दिलाने के लिए इस परीक्षा केंद्र पर इतनी जबरदस्त व्यवस्था की गई थी।

दरअसल इंटर परीक्षा के अंतिम दिन होम साइंस विषय का एग्जाम था। इस परीक्षा केंद्र पर नयागांव स्कूल का सेंटर है जहां से केवल सनोज कुमार ने ही इस विषय के लिए फॉर्म भरा था। जिसके कारण शनिवार को केवल सनोज ही इस परीक्षा केंद्र पर एग्जाम देने पहुंचा।

होम साइंस विषय ज्यादातर लड़कियां पढ़ती है। पूरे स्कूल में केवल सनोज ने होमसाइंस सब्जेक्ट को ऑप्ट किया था। यह परीक्षा केंद्र लड़कों के लिए बनाया गया था। लिहाजा सनोज को अकेले एगजाम देना पड़ा। हालांकि परीक्षा केंद्र में अकेले परीक्षा दे रहा सनोज, आसपास घूम रहे पुलिस बल और मजिस्ट्रेट से असहज भी महसूस कर रहा था।

गुरु वशिष्ठ स्कूल के केंद्राधीक्षक नवनाथ मिश्रा ने कहा कि ऐसी स्थिति इसलिए आई है क्योंकि इस सब्जेक्ट में केवल एक ही छात्र एपीयर हो रहा है और इस परीक्षा केंद्र पर पहले से जो भी अधिकारी तैनात थे वो सभी ड्यूटी पर हैं।

पीएम बोले-पुरुष कौन होते हैं महिलाओं को सशक्त करने वाले?

नई दिल्ली (सं.सू.)। देश भर की महिला जनप्रतिनिधियों के विदाई समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महिलाएं बहुमुखी प्रतिभा की धनी होती हैं और वे खुद सशक्त होती हैं। महिलाओं जनप्रतिनिधियों से अपने इलाके में अपनी पहचान बनाने की अपील करते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि पुरुष कौन होते हैं उनको सशक्त करने वाले। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में बदलाव से कुछ फर्क नहीं पड़ेगा, जब तक महिलाएं खुद को नहीं बदलेंगी।

पीएम मोदी ने कहा कि महिलाओं को प्रौद्योगिकी सम्पन्न और जनप्रतिनिधि के तौर पर और प्रभावी बनना चाहिए क्योंकि केवल व्यवस्था में बदलाव से काम नहीं चलेगा। प्रधानमंत्री हालांकि महिला आरक्षण विधेयक पर कुछ नहीं बोले, जिसकी शनिवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने पुरजोर वकालत की थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें महिला विकास से आगे बढ़कर सोचना चाहिए और महिला-नीत विकास की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, 'आपको स्वयं को प्रभावशाली बनाना होगा। आपको मुद्दों को तथ्यों और आंकड़ों के साथ पेश करना होगा। केवल व्यवस्था में बदलाव से काम नहीं चलेगा। ढांचे में कुछ बदलाव होते रहते हैं, एक नेतृत्व के तौर पर स्थापित करने के लिए आपको विषयों की जानकारी होनी चाहिए।'

उन्होंने कहा, 'जन प्रतिनिधि के तौर पर स्वतंत्र छवि बनाने का प्रयास करें। आप अपने क्षेत्र में अपनी छवि बनाएं। एक बार आपकी छवि, आपके काम करने का तरीका स्थापित होगा तो यह लम्बे समय तक बना रहेगा।'

प्रधानमंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को इस सम्मेलन के आयोजन, उनके नेतृत्व एवं विजन के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री ने महिला विधायकों से प्रौद्योगिकी के उपयोग के द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्रों से जुड़ने का आग्रह किया और इस बारे में अपने खुद के अनुभव को साझा किया।

सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रपति ने शनिवार को संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई प्रतिनिधित्व प्रदान करने वाले विधेयक को पारित कराने का आह्वान किया था। प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह विधयेक अब तक संसद में पारित नहीं हो सका है और इसे पारित कराना सभी राजनीतिक दलों का दायित्व है क्योंकि इस विषय पर उनकी प्रतिबद्धता इसे अमलीजामा पहनाकर ही पूरी की जा सकती है।

राष्ट्रपति ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दो तिहाई बहुमत से एक सदन में (लोकसभा) पारित होने के बाद भी महिलाओं को संसद और राज्य विधानसभाओं एवं परिषदों में 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाला विधेयक दूसरे सदन (राज्यसभा) में पारित नहीं हो सका है।

उन्होंने कहा, ‘इस बारे में राजनीतिक दलों का दायित्व है। उनकी प्रतिबद्धता कार्यरूप में अमल में आनी चाहिए।’ संसद एवं विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई प्रतिनिधित्व प्रदान करने वाले विधेयक को पारित कराने पर जोर देते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने राजनीतिक दलों से इस कानून के अमल में आने तक महिला उम्मीदवारों का नामांकन स्वेच्छा से बढ़ाने की वकालत की थी।

सांसद आदर्श ग्राम अकबर मलाही पंचायत का नहीं हुआ कोई विकास


भगवानपुर (सं.सू.)। सांसद आदर्श ग्राम बनने के बाद भी भगवानपुर प्रखंड की अकबर मलाही पंचायत का विकास नहीं हुआ। उक्त पंचायत को करीब डेढ़ वर्ष पूर्व हाजीपुर के सांसद सह केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया था। 29 अक्टूबर 2014 को अकबर मलाही गांव में सांसद आदर्श ग्राम योजनाओं का शिलान्यास करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री पासवान ने कहा था कि नौ महीने में इस पंचायत का कायाकल्प कर दिया जाएगा। लेकिन करीब डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी कायाकल्प तो दूर गांव की सूरत भी नहीं बदली। आज भी इस पंचायत में लोगों को सड़क, पानी, शौचालय, उच्च विद्यालय का अभाव आदि समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। पंचायत के 90 प्रतिशत लोग खेती और मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं। खेती में मुख्य रूप से धान, मक्का, गेहूं आदि की खेती होती है।

पंचायत के अकबर मलाही गांव में करीब एक सौ परिवार बढ़ई जाति के हैं जिनका मुख्य पेशा ताड़ के पेड़ की लकड़ी से छड़ी बनाना है। यहां की बनी छड़ियां आज लाखों बुजुर्गो का सहारा बनी हैं। लेकिन उन कारगरों की आर्थिक स्थिति भी दयनीय है। पूंजी के अभाव में किसी तरह अपना धंधा कठिनाईयों के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। छड़ी कारीगर सुरेन्द्र शर्मा, कपिल देव शर्मा आदि कहना है कि सांसद सह मंत्री रामविलास पासवान ने जब इस गांव को गोद लेने की घोषणा की थी तब ऐसा लगा था कि गांव के लोगों के छड़ी कारीगरों की भी किस्मत चमकेगी। लेकिन डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी गांव का विकास नही हो सका। छड़ी कारीगरों का कहना है कि उन्हें अबतक कोई सरकारी सहायता नही मिली। इधर ग्रामीण राजू दास, कुणाल कुमार गुप्ता, जयप्रकाश नकुल, आशुतोष कुमार दीपु, पैक्स अध्यक्ष मनोह साह का कहना है कि आदर्श पंचायत की घोषणा महज एक खानापूर्ति है। पंचायत का विकास सिर्फ कागज पर हुआ, धरातल पर नही।

मुखिया मुन्नी देवी कहती हैं कि सांसद आदर्श पंचायत घोषित होने के बावजूद पंचायत में कोई विकास कार्य नहीं हुआ। हाल ही में एक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं मिनी वाटर सप्लाई केन्द्र का शिलान्यास किया गया है। उसके लिए भी जमीन ग्रामीणों ने ही दी है।

15 साल की जाह्नवी ने कन्हैया कुमार को दी खुली बहस की चुनौती

लुधियाना (सं.सू.)। एक गैरसरकारी संगठन रक्षा ज्योति फाउंडेशन की सक्रिय युवा सदस्य और डीएवी स्कूल की दसवीं की छात्रा जाह्नवी बहल ने देशद्रोह मामले में जमानत पर रिहा जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को खुली बहस की चुनौती दी है।

जाह्नवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दिए गए कन्हैया के भाषणों की निंदा करते हुए कहा कि वह किसी भी समय कन्हैया कुमार से इस विषय पर बहस करने के लिए तैयार हैं। जाह्नवी ने कहा कि कन्हैया कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। यदि उनको ही अपमानित किया जाने लगा तो देश की साख पर बुरा असर पड़ेगा। कन्हैया कुमार राजनीति से प्रेरित होकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय का एक विशिष्ट स्थान है, लेकिन कुछ लोग अपनी राजनीति को चमकाने के लिए युवा वर्ग को भ्रमित कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हर व्यक्ति को भारत के संविधान द्वारा विशेष मौलिक अधिकार दिए गए हैं। वह कन्हैया कुमार से बहस करने के लिए तैयार हैं ताकि वह सीधे तौर पर कन्हैया कुमार द्वारा देश विरोधी टिप्पणियों का जवाब दे सकें।

#intolerance पर अनुपम खेर ने दी यादगार स्पीच, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

कोलकाता (सं.सू.)। आज सुबह-सुबह सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर फिल्म अभिनेता अनुपम खेर का एक समारोह में बोलते हुए वीडियो वायरल हुआ है। कोलकाता में एक अंग्रेजी समाचार पत्र द्वारा किये गये इस आयोजन में मुद्दा था टॉलरेंस इज द न्यू इनटॉलरेंस। कार्यक्रम में जस्टिस अशोक गांगुली और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, अभिनेत्री काजोल और पत्रकार बरखा दत्त के साथ सुहेल सेठ भी मौजूद थे। कार्यक्रम में जस्टिस गांगुली के अफजल की फांसी को लेकर दिये गये बयान पर अनुपम खेर ने जमकर अपनी बात रखी।

उससे पहले गांगुली ने कहा था कि फांसी देने के तरीके पर मैं पूर्व न्यायाधीश के तौर पर बोल रहा हूं। उसकी दया याचिका तीन फरवरी को खारिज कर दी गयी और फांसी नौ फरवरी को हुई। जस्टिस ने कहा यह गलत है। अफजल के पास इसे चुनौती देने का अधिकार था। जस्टिस के बाद बोलते हुए अनुमप खेर ने अपने स्पीच में कहा कि मैं आपके बयान से हैरान हूं। यह शर्मसार और दुखी करने वाला है। गांगुली साहब आप सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत ठहरा रहे हैं। यह बहुत दुख की बात है।

आपकी यह बात कलंकित करने वाली है। अनुपम खेर ने यह भी कहा कि हम एक ऐसे शख्स को हीरो बना रहे हैं जिसने 9 फरवरी की रात नारा लगाया था। भारत की बर्बादी का। वहां के नारे थे, अफजल हम शर्मिंदा हैं क्योंकि तेरे कातिल अभी जिंदा है। क्या सुप्रीम कोर्ट के जज अफजल के कातिल थे। वहां नारा लगाया गया भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह, इंशाअल्लाह। ये सब क्या था। आज लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत ठहरा रहे हैं। अफजल पर लिये गये फैसले को गलत बता रहे हैं। यह सब क्या है।

श्री खेर ने कहा कि जिस दिन राहुल गांधी मोदी के एक बटा दस भी हो जाएंगे उनका वोट उनको ही जाएगा। श्री खेर ने कहा कि नरेंद्र मोदी को जनता ने 5 साल के लिए चुना है इसलिए पहले उनको 5 साल काम तो करने दीजिए फिर उनका काम पसंद न आए तो उनको हटा दीजिए लेकिन काम तो करने दीजिए। श्री खेर ने कहा कि भाजपा को साध्वी और योगी जैसे उटपटांग बोलने वालों को डांट लगानी चाहिए,जेल में डाल देना चाहिए या पार्टी से निकाल देना चाहिए।

Saturday, March 5, 2016

ईपीएफ कर पर प्रधानमंत्री मोदी देंगे राहत

नई दिल्ली (सं.सू.)। कर्मचारी भविष्य निधि के 60 फीसदी हिस्से पर कर लगाने के बजट प्रस्ताव को सरकार वापस ले सकती है। देश भर में इस प्रस्ताव के कड़े विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से इस बारे में पुनर्विचार करने को कहा है। यह प्रस्ताव एक अप्रैल से लागू होना है।

ईपीएफ पर कर लगाने के मामले में बजट आने के बाद आधिकारिक तौर पर वित्त मंत्री जेटली, वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा और राजस्व सचिव हसमुख अधिया का बयान आया था। इन बयानों से भ्रम की स्थिति बनी। सूत्रों की मानें तो इस दौरान बजट में ईपीएफ पर कर लगाने के प्रस्ताव का पूरे देश में कड़ा विरोध हुआ जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से वित्त मंत्री जेटली को प्रस्ताव पर दोबारा विचार करने को कहा गया। हालांकि इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। पीएमओ के सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री के बीच कोई चर्चा नहीं हुई है।

सूत्रों की मानें तो हाल ही में ईपीएफ पर कर लगाने के मुद्दे पर पीएमओ में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई थी जिसमें बजट में दिए गए प्रस्ताव पर चर्चा हुई। इसके बाद प्रधानमंत्री ने वित्त मंत्री जेटली को इस पर दोबारा से विचार करने को कहा। माना जा रहा है कि संसद में बजट पर चर्चा का जवाब दिए जाने के दौरान जेटली इस प्रस्ताव को वापस लेने की घोषणा कर सकते हैं। याद रहे कि इस मसले पर पहले श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने राज्यसभा में कहा था कि सरकार सभी पक्षों से बातचीत कर रही है और इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा। सरकार पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भी इस प्रस्ताव को वापस ले सकती है। देशभर में ईपीएफ पर कर लगाने का विरोध हो रहा है, लेकिन सरकार ने अब तक इससे जुड़े प्रस्ताव को वापस लेने के स्पष्ट संकेत नहीं दिए हैं।

बजट भाषण में वित्त मंत्री जेटली ने कहा था कि 1 अप्रैल, 2016 के बाद ईपीएफ में होने वाले 40 प्रतिशत योगदान पर कर नहीं लगेगा। यानी कि 60 प्रतिशत ईपीएफ पर निकासी के दौरान टैक्स लगेगा। इसके बाद राजस्व सचिव अधिया ने कहा था कि ईपीएफ के 60 प्रतिशत योगदान के ब्याज पर ही कर लगेगा। इसका सीधा मतलब यह था कि 60 प्रतिशत मूलधन पर कोई ब्याज नहीं वसूला जाएगा और सिर्फ ब्याज पर ही कर लगेगा। वहीं वित्त राज्य मंत्री सिन्हा ने अपने बयान में कहा था कि 60 प्रतिशत ईपीएफ पर कर तभी बचाया जा सकेगा जबकि उस हिस्से का पेंशन योजना में निवेश किया जाएगा। तीनों ही बयानों ने भ्रम की स्थिति पैदा कर दी थी जिसे अब तक आधिकारिक तौर पर स्पष्ट नहीं किया गया है।

ईपीएफओ न्यासियों की इस महीने होने वाली बैठक हंगामेदार हो सकती है। बजट में ईपीएफ निकासी पर कर लगाने के प्रस्ताव के विरोध में श्रमिक संगठन इस बैठक में आवाज उठा सकते हैं। आल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के सचिव एवं ईपीएफओ के न्यासी डीएल सचदेव ने कहा, हमें 17 मार्च को केंद्रीय न्यासी बोर्ड की 212वीं बैठक के लिए नोटिस मिला है। हम वित्तमंत्री द्वारा बजट में प्रस्तावित ईपीएफ निकासी पर कर लगाने का मुद्दा निश्चित तौर पर उठाएंगे। सभी श्रम संगठन इस प्रस्ताव की आलोचना करेंगे। यह मामला एजेंडे में सूचीबद्ध नहीं है, लेकिन हम इसे बैठक में उठाएंगे।

बिहार में आंशिक शराबबंदी का निर्णय अप्रैलफूल-जीतनराम मांझी

पटना (सं.सू.)। बिहार में अगले महीने से देसी शराब को बंद करने और विदेशी शराब की बिक्री जारी रखने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का निर्णय लोगों के साथ अप्रैल फूल मजाक है। यह बात भाजपा की सहयोगी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के नेता जीतनराम मांझी ने आज कही।

जीतनराम मांझी ने संवाददाताओं से कहा, जिस दिन नीतीश कुमार ने घोषणा की कि राज्य में एक अप्रैल से देसी शराब और मसालेदार शराब पर प्रतिबंध लगेगा लेकिन विदेशी शराब की बिक्री जारी रहेगी, उसी दिन मैंने सोचा कि नीतीश कुमार लोगों से अप्रैल फूल मजाक कर रहे हैं। शराब प्रतिबंध पर महागठबंधन सरकार के निर्णय की आलोचना करते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार की दोरंगी नीति है।

कभी नीतीश कुमार के विश्वस्त रहे मांझी ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा करें चाहे वह देसी शराब हो या विदेशी ब्रांड की शराब। उन्होंने कहा, घरेलू हिंसा और बलात्कार की घटनाएं शराब के प्रभाव में ही होती हैं।

रोहित वेमुला ने याकूब मेमन के समर्थन में गोष्ठी का आयोजन किया था-विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह

वृंदावन (मथुरा) (सं.सू.)। विदेश राज्यमंत्री (जनरल) वीके सिंह ने रोहित वेमुला को अपना आदर्श बताने वाले जेएनयू के छात्र कन्हैया कुमार के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि आत्महत्या करने वाले हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र वेमुला ने भी याकूब मेनन के समर्थन में गोष्ठी का आयोजन किया था।

वीके सिंह ने यहां भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा, 'जेएनयू में पढ़ने वाले देश के एक युवा (कन्हैया) ने कहा है कि, उसके लिए अफजल गुरु नहीं, बल्कि रोहित वेमुला आदर्श है, लेकिन रोहित ने भी याकूब मेमन के लिए गोष्ठी का आयोजन किया था। क्या हम उन लोगों के साथ चलना चाहते हैं, जो देश को तोड़ना चाहते हैं और देश को गाली देना चाहते हैं।'

उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा के लोगों से कहा, 'लेकिन आप वे लोग हैं जो देश को और मां को गाली नहीं देंगे।' राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि विरोधी संघ के बारे में कुछ न कुछ बोलते रहते हैं, लेकिन उन जैसा देशप्रेम कम ही लोगों में होता है। संघ के कार्य को देखते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भी गणतंत्र दिवस परेड में उसे शामिल किया था। उन्होंने कहा कि यह बात दर्शाती है कि संघ ने देश के लिए कितना काम किया है।

मनोज कुमार को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड


नई दिल्ली (सं.सू.)। इंडियन फिल्मों में योगदान के लिए मनोज कुमार को दादा साहब फाल्के दिया जाएगा। शुक्रवार को इसका एलान किया गया। पांच जूरी मेंबर्स लता मंगेशकर, आशा भोसले, सलीम खान, नितिन मुकेश और अनूप जलोटा ने 47th दादा साहब फाल्के अवॉर्ड के लिए इस वेटरन एक्टर का नाम सुझाया है। इसके बाद अरुण जेटली ने उनसे बात की और अवॉर्ड के लिए बधाई दी।  

दादा साहब फाल्के अवॉर्ड के तहत मनोज कुमार को स्वर्ण कमल के साथ-साथ 10 लाख रुपए की राशि और शाॅल भी दिया जाएगा। मनोज कुमार को उनकी देशभक्ति फिल्मों के कारण 'भारत कुमार' के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने हरियाली और रास्ता, हिमालय की गोद में, उपकार, पूरब और पश्चिम, रोटी कपड़ा और मकान और क्रांति जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है।
- 78 साल के हो चुके मनोज कुमार ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं। 1937 को एबटाबाद में जन्मे मनोज कुमार 1960 में पहली बार फिल्म 'कांच की गुड़िया' में लीड रोल में नजर आए थे। इसी दशक में उन्होंने 'पत्थर के सनम', 'साजन', 'सावन की घटा', 'पहचान' और 'आदमी' जैसी कई फिल्में की। 1965 में जब उन्होंने 'शहीद' की, तभी से उनकी लोगों के दिलों में उनकी हीरो की इमेज बन गई। 'उपकार' के लिए मनोज कुमार को नेशनल अवॉर्ड दिया गया था। 1992 में भारत सरकार ने उन्हें देश का चौथा सबसे बड़ा सम्मान पद्मश्री दिया।

हाजीपुर के छौंकिया में 12 मार्च को होगी नरेंद्र मोदी की सभा


हाजीपुर (सं.सू.)। आगामी 12 मार्च को हाजीपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा के लिए जिला प्रशासन ने शुक्रवार को जमीन तलाश ली। डीएम रचना पाटिल की पहल पर गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के पाया नंबर एक के समीप करीब 80 एकड़ की खाली पड़ी जमीन सभास्थल के लिए निर्धारित की गई है। छौंकिया गांव के किसान प्रधानमंत्री की सभा के लिए जमीन देने को राजी हो गए हैं। मालूम हो कि औद्योगिक क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव के किसानों ने अपनी गेहूं की फसल को लेकर जमीन देने से इनकार कर दिया था। डीएम रचना पाटिल, एसपी राकेश कुमार और एसडीओ रवीन्द्र कुमार द्वारा इसको लेकर काफी प्रयास किया गया, लेकिन सुल्तानपुर के किसान नहीं माने। तीन दिनों तक किसानों व प्रशासन के अधिकारियों की बैठक में अंतत: जमीन नहीं मिली।किसानों ने जमीन नहीं देने की प्रशासन को लिखित जानकारी दी थी। उसके बाद डीएम ने उजियारपुर के सांसद नित्यानंद राय के सहयोग से नए सिरे से जमीन की तलाश शुरू की। शुक्रवार को छौंकिया के किसानों ने उन्हें उम्मीद से दोगुनी खाली पड़ी करीब 80 एकड़ जमीन दे दी। जमीन देने को लेकर डीएम ने इसके लिए छौंकिया के किसानों के प्रति आभार जताया।

इधर सभास्थल के लिए डीएम के द्वारा जमीन मिलने की सूचना मिलने के बाद पूर्व मध्य रेल के अधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। पूर्व मध्य रेल के जीएम एके मित्तल, जीएम के सेक्रेटरी अजीत कुमार झा, सीपीआरओ अरविन्द कुमार रजक सहित रेलवे के सभी वरीय पदाधिकारी गंगाब्रिज के पाया संख्या एक के समीप निर्धारित किए गए सभास्थल का मुआयना किया। अब पूर्व मध्य रेल के जीएम और वैशाली डीएम द्वारा इसकी सूचना पीएमओ को भेजने की तैयारी की जा रही है, ताकि 12 मार्च को प्रधानमंत्री की सभा हाजीपुर में कराई जा सके। पूर्व मध्य रेल के जीएम के आदेश पर प्रमुख मुख्य इंजीनियर ने सभास्थल के नक्शे भी तैयार कर लिए। शुक्रवार रेलवे की ओर से कागज पर बनाया सभास्थल का नक्शा प्रेस को भी जारी कर दिया गया। जमीन मिलने की सूचना पर उजियारपुर के भाजपा सांसद नित्यानंद राय, हाजीपुर के विधायक अवधेश सिंह, डीएम रचना पाटिल सहित प्रशासन के कई आलाधिकारी वहां पहुंचे और स्थल का मुआयना किया।

छौंकिया में प्रधानमंत्री के सभास्थल के पास तीन हेलीपैड बनाए जाएंगे। प्रधानमंत्री सभास्थल से ही रिमोट से दीघा-सोनपुर रेल सह सड़क पुल और मुंगेर रेल सह सड़क पुल को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। साथ ही वे मोकामा रेल पुल का शिलान्यास भी करेंगे। उसके बाद प्रधानमंत्री सभा को संबोधित करेंगे। पीएमओ से दिशा निर्देश मिलने के बाद रेलवे कार्य को अंतिम रूप देने में लग जाएगा।