तिरुअनंतपुरम (सं.सू.)। 19 मई को पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने के बाद केरल में राजनीतिक घटनाक्रम के तहत सीपीआईएम ने दिग्गज नेता वीएस अच्युतानंद को साइड लाइन कर पी विजयन को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया है। वहीं मतता बनर्जी के पश्चिमी बंगाल में विधायक दल का नेता चुन लिया गया है।
आज सुबह से ही यह तय माना जा रहा था कि केरल में पार्टी को 100 से जयादा सीटें अच्युतानंद की बदोलत ही मिली हैं लिहाजा उनकी सीएम पद पर ताजपेशी तय मानी जा रही थी। लेकिन पार्टी ने अच्युतानंद की जगह विजयन को सीएम बनाने का फेसला लिया है और इस संबध में अच्युतानंद को जानकारी भी दे दी गई है।
केरल के सीएम की कुर्सी तक पहुंचने वाले पी विजयन का विवादों से भी लंबा नाता रहा है। 1998 में राज्य के ऊर्जा मंत्री रहते हुए उन पर एसएनसी लवलीन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा था। कनाडा की फ र्म से जनरेटरों की खरीद फरोख्त में 375 करोड़ के घोटाले के आरोप उन पर भी लगे जिसमें सीबीआई ने नौंवे आरोपी के तौर पर उनका नाम शामिल किया। हालांकि विजयन ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया था।
वर्ष 2009 में जब चेन्नई एयरपोर्ट पर तलाशी के दौरान उनके बैग से पिस्टल की पांच गोलियां मिली थीं। तब फिर विवादों में फंसे। पिछली एलडीएफ सरकार में भी मुख्यमंत्री के पद के लिए उनमें और अच्युतानंद में लंबा विवाद चला था। इसी बीच एक दौर ऐसा भी आया जब सीपीआई ने विजयन और पूर्व मुख्यमंत्री अच्युतानंद को पोलित ब्यूरो से बाहर कर दियाए लेकिन जल्द ही उनकी वापसी हो गई।
उधर कोलकाता में टीएमसी की बैठक खत्म हो गई है और ममता ने बैठक के बाद गर्वनर से मुलाकात की जिससे वे सरकार बनाने का दावा पेश कर सके।
आज सुबह से ही यह तय माना जा रहा था कि केरल में पार्टी को 100 से जयादा सीटें अच्युतानंद की बदोलत ही मिली हैं लिहाजा उनकी सीएम पद पर ताजपेशी तय मानी जा रही थी। लेकिन पार्टी ने अच्युतानंद की जगह विजयन को सीएम बनाने का फेसला लिया है और इस संबध में अच्युतानंद को जानकारी भी दे दी गई है।
केरल के सीएम की कुर्सी तक पहुंचने वाले पी विजयन का विवादों से भी लंबा नाता रहा है। 1998 में राज्य के ऊर्जा मंत्री रहते हुए उन पर एसएनसी लवलीन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा था। कनाडा की फ र्म से जनरेटरों की खरीद फरोख्त में 375 करोड़ के घोटाले के आरोप उन पर भी लगे जिसमें सीबीआई ने नौंवे आरोपी के तौर पर उनका नाम शामिल किया। हालांकि विजयन ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया था।
वर्ष 2009 में जब चेन्नई एयरपोर्ट पर तलाशी के दौरान उनके बैग से पिस्टल की पांच गोलियां मिली थीं। तब फिर विवादों में फंसे। पिछली एलडीएफ सरकार में भी मुख्यमंत्री के पद के लिए उनमें और अच्युतानंद में लंबा विवाद चला था। इसी बीच एक दौर ऐसा भी आया जब सीपीआई ने विजयन और पूर्व मुख्यमंत्री अच्युतानंद को पोलित ब्यूरो से बाहर कर दियाए लेकिन जल्द ही उनकी वापसी हो गई।
उधर कोलकाता में टीएमसी की बैठक खत्म हो गई है और ममता ने बैठक के बाद गर्वनर से मुलाकात की जिससे वे सरकार बनाने का दावा पेश कर सके।
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