जयपुर (सं.सू.)। जयपुर से गिरफ्तार किए गए ISIS एजेंट सिराजुद्दीन के बारे में कई नए खुलासे हुए हैं। राजस्थान एटीएस के मुताबिक, वह दो महीने बाद ट्रेनिंग लेने के लिए सीरिया जाने वाला था। इसके लिए वह हैदराबाद और महाराष्ट्र से दो-दो लड़के-लड़कियों को तैयार कर रहा था। हैदराबाद से 20 साल की एक लड़की उसके साथ जाने को राजी भी हो चुकी थी। एटीएस ने सिराजुद्दीन से शुक्रवार को लगातार 10 घंटे तक पूछताछ की, जिसमें उसने कई राज खोले हैं।
खबर है कि गिरफ्तारी के बाद जब 30 साल के सिराजुद्दीन को कोर्ट में पेश किया गया तो वह रो पड़ा। उसने जज से कहा, ‘मुझसे गलती हो गई है। मैं हाल ही में पिता बना हूं। मेरे साथ नरमी बरतें।’
एटीएस के मुताबिक, उसने बताया कि ISIS ने उसे पांच महीने पहले अर्जेंटीना बुलाया था, जहां से उसे सीरिया भेजा जाना था, लेकिन उसने यह कहते हुए कुछ वक्त मांगा था कि वह हैदराबाद और महाराष्ट्र के दो-दो लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग के लिए तैयार कर रहा है। उसने कहा था कि जयपुर में रहकर वह और लोगों को संगठन के लिए तैयार करेगा और सभी को साथ लेकर अगले साल फरवरी या मार्च तक ट्रेनिंग लेने के लिए सीरिया जाएगा। सिराजुद्दीन के साथ जाने वाले लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग के लिए सीरिया के अलावा अर्जेंटीना, अमेरिका, फिलीपींस और इराक भी भेजा जाना था। उसने अपनी प्रेग्नेंट बीवी यास्मीन और बेटे उबर को चार महीने पहले ही कर्नाटक में अपने घर भेज दिया था। उसकी बीवी ने एक महीने पहले ही बच्चे को जन्म दिया। यास्मीन जब तक सिराजुद्दीन के साथ रही, उसने भी पड़ोसियों से कभी कोई बात नहीं की।
सिराजुद्दीन ने इंजीनियरिंग की मास्टर डिग्री कोयंबटूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (CIT) से ली है। उसके बैचमेट्स बताते हैं कि वह तमिल नहीं बोल पाता था और हमारे साथ हिंदी व अंग्रेजी में ही बात करता था। एक बार उसने हिंदू धर्म और इस्लाम की तुलना भी की थी। इसके अलावा इस्लामिक धर्मगुरु डॉक्टर जाकिर नाइक के कुछ लिंक भी शेयर किए थे। सिराजुद्दीन के एक बैचमेट ने बताया कि 2009 में उसने एक फोटो शेयर की थी, जो कि एक फलस्तीनी महिला की थी। तस्वीर में वह महिला अपने बेटे की बाहों में मर रही थी। वो बहुत ही दर्दनाक तस्वीर थी। उस ISIS को कोई नहीं जानता था। कॉलेज में वह ज्यादातर अकेला ही रहता था।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मार्केटिंग मैनेजर मोहम्मद सिराजुद्दीन को ISIS का एजेंट होने के आरोप में गुरुवार देर रात जयपुर से गिरफ्तार किया गया था। वह जवाहर नगर के फ्लैट बी-605 में रहता था। इस एजेंट के बारे में राजस्थान एटीएस को नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) ने सूचना दी थी। एनआईए को जानकारी मिली थी कि यह शख्स सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर ISIS का प्रचार कर रहा था। उसके रूम से आईएसआईएस की ऑनलाइन मैगजीन ‘दाबिक’ की कॉपियां भी बरामद हुई हैं।
खबर है कि गिरफ्तारी के बाद जब 30 साल के सिराजुद्दीन को कोर्ट में पेश किया गया तो वह रो पड़ा। उसने जज से कहा, ‘मुझसे गलती हो गई है। मैं हाल ही में पिता बना हूं। मेरे साथ नरमी बरतें।’
एटीएस के मुताबिक, उसने बताया कि ISIS ने उसे पांच महीने पहले अर्जेंटीना बुलाया था, जहां से उसे सीरिया भेजा जाना था, लेकिन उसने यह कहते हुए कुछ वक्त मांगा था कि वह हैदराबाद और महाराष्ट्र के दो-दो लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग के लिए तैयार कर रहा है। उसने कहा था कि जयपुर में रहकर वह और लोगों को संगठन के लिए तैयार करेगा और सभी को साथ लेकर अगले साल फरवरी या मार्च तक ट्रेनिंग लेने के लिए सीरिया जाएगा। सिराजुद्दीन के साथ जाने वाले लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग के लिए सीरिया के अलावा अर्जेंटीना, अमेरिका, फिलीपींस और इराक भी भेजा जाना था। उसने अपनी प्रेग्नेंट बीवी यास्मीन और बेटे उबर को चार महीने पहले ही कर्नाटक में अपने घर भेज दिया था। उसकी बीवी ने एक महीने पहले ही बच्चे को जन्म दिया। यास्मीन जब तक सिराजुद्दीन के साथ रही, उसने भी पड़ोसियों से कभी कोई बात नहीं की।
सिराजुद्दीन ने इंजीनियरिंग की मास्टर डिग्री कोयंबटूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (CIT) से ली है। उसके बैचमेट्स बताते हैं कि वह तमिल नहीं बोल पाता था और हमारे साथ हिंदी व अंग्रेजी में ही बात करता था। एक बार उसने हिंदू धर्म और इस्लाम की तुलना भी की थी। इसके अलावा इस्लामिक धर्मगुरु डॉक्टर जाकिर नाइक के कुछ लिंक भी शेयर किए थे। सिराजुद्दीन के एक बैचमेट ने बताया कि 2009 में उसने एक फोटो शेयर की थी, जो कि एक फलस्तीनी महिला की थी। तस्वीर में वह महिला अपने बेटे की बाहों में मर रही थी। वो बहुत ही दर्दनाक तस्वीर थी। उस ISIS को कोई नहीं जानता था। कॉलेज में वह ज्यादातर अकेला ही रहता था।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मार्केटिंग मैनेजर मोहम्मद सिराजुद्दीन को ISIS का एजेंट होने के आरोप में गुरुवार देर रात जयपुर से गिरफ्तार किया गया था। वह जवाहर नगर के फ्लैट बी-605 में रहता था। इस एजेंट के बारे में राजस्थान एटीएस को नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) ने सूचना दी थी। एनआईए को जानकारी मिली थी कि यह शख्स सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर ISIS का प्रचार कर रहा था। उसके रूम से आईएसआईएस की ऑनलाइन मैगजीन ‘दाबिक’ की कॉपियां भी बरामद हुई हैं।
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