Friday, May 13, 2016

नाईजीरिया से वापस लौटे संतोष, मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया

नई दिल्ली (सं.सू.)। नाईजीरिया समुद्री डाकुओं के चंगुल से मुक्त हुए इंजीनियर संतोष कुमार बुधवार की शाम सकुशल अपने घर लौट आये। 45 दिनों बाद उन्हें नाइजीरियाई समुद्री डाकुओं के चंगुल से छुड़ाया गया। मुंबई विमान के जरिए वह बाबतपुर एयरपोर्ट आए। एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने उनका पूरा परिवार पहुंचा। संतोष के लौटने के बाद परिवारजन की आँखों में ख़ुशी के आंसू थे। संतोष की रिहाई के बाद उनकी पत्नी कंचन ने सुषमा स्वराज से कहा, मुझे आपके मंत्रालय पर विश्वास था। इसलिए 47 दिन अपने पति का इंतजार कर सकी, मैं जीवन भर आपकी आभारी रहूंगी।


मंडुवाडीह के राजतिलक नगर के रहने वाले संतोष भारद्वाज सिंगापुर के ट्रांस ओशन लिमिटेड में मरीन इंजीनियर हैं। संतोष कच्चे तेल से लदा जहाज लेकर नाइजीरिया से गुजर रहे थे। 26 मार्च को नाइजीरिया की राजधानी लॉगोस से 30 नॉटिककल मील की दूरी पर समुद्री डाकुओं ने संतोष समेत जहाज से पांच लोगों का अपहरण कर लिया था। डकैत संतोष को मुक्त करने के एवज में फिरौती मांग रहे थे।

इसके बाद संतोष की पत्नी ने सुषमा से मदद मांगी। संतोष की पत्नी द्वारा भोजन त्याग देने पर सुषमा ने लिखा था, "बहन आप खाना नहीं छोड़ें। मैं आपके पति को छुड़वाने में कोई कसर नहीं छोडूंगी।"  कल संतोष की रिहाई के बाद सुषमा ने अपने ट्वीट में कहा ''मुझे सूचित करते हुए अत्यंत खुशी है कि श्री संतोष भारद्वाज नाइजीरिया में समुद्री डाकुओं से छूट गए हैं।"

संतोष बताते हैं डाकू उन्हें खाने में कुत्ते का मांस दिया करते थे लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इसके बाद उन्हें खाने में केवल नुडल ही दिए जाते थे।

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