Monday, February 29, 2016

डेढ़ करोड़ गरीब परिवारों को मिलेंगे एलपीजी कनेक्शन,गरीबों के स्वास्थ्य की भी चिंता

नई दिल्ली (सं.सू.)। केंद्र सरकार ने गरीब परिवारों की महिला सदस्य के नाम से एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए एक मिशन आरंभ करने का निर्णय लिया है। इस एलपीजी कनेक्शन को उपलब्ध कराने की आरंभिक लागत पूरी करने के लिए इस वर्ष के बजट में 2000 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इससे वर्ष 2016-17 के दौरान गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लगभग 1।5 करोड़ परिवारों को लाभ होगा। यह योजना कम से कम दो वर्ष तक जारी रहेगी, ताकि इसके तहत पांच करोड़ बीपीएल परिवारों को शामिल किया जा सके। इस योजना से पूरे देश में रसोई गैस की सर्वसुलभ कवरेज सुनिश्चित होगी।

केंद्र सरकार ने गरीब परिवारों की महिला सदस्य के नाम से एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए एक मिशन आरंभ करने का निर्णय लिया है।

वित्त मंत्री ने कहा कि इस कदम से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा और उनके स्वास्थ्य की भी रक्षा होगी। इससे खाना बनाने की आपूर्ति श्रृंखला में ग्रामीण लोगों को रोजगार भी उपलब्‍ध होंगे। वित्त मंत्री ने 75 लाख मध्यीवर्गीय और निम्नल मध्यहवर्गीय परिवारों की सराहना की और उनके प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने माननीय प्रधानमंत्री के आह्वान पर स्वैच्छिक रूप से रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ दी है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज आम बजट पेश करते हुए स्वास्थ्‍य के क्षेत्र में भी गरीबों के लिए विशेष प्रावधानों की घोषणा की। उन्‍होंने कहा कि सरकार सभी वर्ग के लोगों को स्वास्थ्‍य सेवा मुहैया कराने के लिए कृतसंकल्पित है। देश में गुर्दे की बीमारियों के शिकार लोगों की बढती संख्या को देखते हुए सरकार ने ‘राष्ट्रीय डायलिसिस सेवा कार्यक्रम' की शुरुआत करने का प्रस्ताव रखा है जिसके तहत सभी जिला अस्पतालों में डायसिलिस सेवाएं मुहैया काराई जायेंगी। वर्ष 2016-17 का बजट प्रस्ताव पेश करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, ‘भारत में प्रति वर्ष गुर्दे की बीमारी के अंतिम चरण में पहुंच चुके 2।2 लाख नये रोगियों की बढोत्तरी हो रही है। इसके परिणाम स्वरुप 3।4 करोड डायलिसिस सत्रों की अतिरिक्त मांग बढ गयी है।'

उन्होंने कहा, ‘भारत में लगभग 4950 डायलिसिस केंद्र हैं जो मुख्यत: निजी क्षेत्र और प्रमुख नगरों में हैं। इस वजह से केवल आधी मांग की ही पूर्ति हो पाती है। इसके अलावा प्रत्येक डायलिसिस सत्र के लिए लगभग 2000 रुपये का खर्च आता है जो प्रति वर्ष 3 लाख रुपये से अधिक बैठता है।' जेटली ने कहा कि इसके अलावा अधिकतर परिवारों को डायलिसिस सेवाओं के लिए अक्सर लम्बी दूरी तय करके कई चक्कर लगाने पडते हैं जिनसे यात्राओं पर भारी खर्च होता है।

उन्होंने कहा कि इस स्थिति का समाधान करने के लिए ‘मैं राष्ट्रीय डायलिसिस सेवा कार्यक्रम' की शुरुआत करने का प्रस्ताव करता हूं। सभी जिला अस्पतालों में डायलिसिस सेवा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सरकारी निजी भागीदारी मोड के जरिये निधियां उपलब्ध करायी जायेंगी। इसकी लागत कम करने के लिए मैं डायलिसिस उपकरणों के कुछ हिस्से पुर्जो पर बुनियादी सीमा शुल्क, उत्पाद-सीवीडी और एसएडी की छूट देने का प्रस्ताव करता हूं।'

इसके साथ ही जेटली ने कहा कि प्रति परिवार एक लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करने के लिए एक नयी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना शुरू की जा रही है। 60 साल से उपर के लोगों को इस योजना में 30,000 रुपये का अतिरिक्त लाभ दिया जायेगा। उच्चस्तरीय दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत 3,500 मेडिकर स्टोर खोले जाएंगे।

गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों के इलाज के लिए सरकार एक नयी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना शुरू करेगी जिसमें प्रति परिवार एक लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर प्रदान किया जायेगा। इस प्रस्तावित योजना के तहत ऐसे परिवार के 60 साल से अधिक आयु वाले बीमार लोगों को 30 हजार रुपये का अतिरिक्त टॉप अप पैकेज दिया जायेगा।

वित्त वर्ष 2016-17 का बजट प्रस्ताव पेश करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, ‘गंभीर बीमारियां अप्रत्याशित और बडे खर्च का अकेला सबसे महत्वपूर्ण कारण है जो प्रतिवर्ष लाखों परिवारों को गरीबी रेखा से नीचे ले जाता है। परिवार के सदस्यों की गंभीर बीमारी गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की आर्थिक स्थिति पर भी भारी असर डालती है और उनकी आर्थिक सुरक्षा की बुनियाद हिला देती है।' उन्होंने कहा, ‘ऐसे परिवारों की मदद करने के लिए सरकार एक नयी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना शुरू करेगी जिसमें प्रति परिवार एक लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर प्रदान किया जायेगा। इस श्रेणी के 60 वर्ष और इससे अधिक आयु वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए 30 हजार रुपये का एक अतिरिक्त टॉप अप पैकेज प्रदान किया जायेगा।'

वित्त मंत्री ने साथ ही कहा कि किफायती कीमतों पर स्तरीय औषधियां बनाना एक मुख्य चुनौती रही है और सरकार जेनेरिक औषधियों की आपूर्ति बढायेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए ‘प्रधानमंत्री की जन औषधि योजना के तहत 2016-17 के दौरान तीन हजार स्टोर खोले जायेंगे।

आम बजट 2016-जानें, क्या हुआ सस्ता, क्या हुआ महंगा

नई दिल्‍ली (सं.सू.)। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज (सोमवार) वित्त वर्ष 2016-17 का आम बजट पेश किया। वित्‍त मंत्री ने कई महत्‍वपूर्ण घोषणाएं की हैं। इस बजट में आम लोगों से जुड़ी कौन सी चीजें महंगी और कौन सी चीजें सस्ती हुई हैं नीचे दी गई हैं।

सस्ता: पहली बार मकान खरीदने वालों को ब्याज में 50000 रुपए की छूट, मकान की कीमत 50 लाख रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। 5 लाख तक की आय पर 3000 रुपये की छूट। हाउस रेंट पर टैक्स में छूट, 5 लाख की आय पर एचआरए में छूट 24,000 से बढ़ाकर 60,000 रुपये की गई। 35 लाख के होन लोन पर टैक्स में 50 हजार की छूट। विकलांगों के सहायक उपकरण सस्ते होंगे।

महंगा: 10 लाख से ज्यादा की कार महंगी होगी, पेट्रोल-सीएनजी पर उपकर बढ़ा। अमीरों पर सरचार्ज 12 से बढ़कर 15 फीसदी किया गया, एक करोड़ से ज्यादा आय वालों पर सरचार्ज बढ़ा। एसयूवी कारों पर 4 फीसदी टैक्स बढ़ा, डीजल गाड़ियों पर 2.5 फीसदी टैक्स बढ़ा, हर तरह की गाड़ियां महंगी हुईं, बैटरी कारों को छोड़कर सभी कारें महंगी हुईं। बड़ी छोड़कर सभी तंबाकू उत्पाद महंगे हुए। सिगरेट मंहगी, सिगार महंगा। सोने के गहने और ब्रांडेड कपड़े महंगे हुए। सर्विस टैक्स 14.5% से बढ़कर 15% हुआ। रेस्टोरेंट में खाना महंगा, सिनेमा और केबल महंगा, हवाई और रेल टिकट महंगा, ब्यूटी पार्लर जाना महंगा, बीमा पॉलिसी महंगी। जिम जाना महंगा, रेल टिकट खरीदना महंगा, एटीएम से पैसे निकालना महंगा। रेडिमेड कपड़े महंगे हुए। मोबाइल फोन बिल महंगा।

खुलेंगे 1500 स्किल डेवलपमेंट संस्थान, 3 साल में 1 करोड़ युवाओं को लाभ

नई दिल्ली (सं.सू.)। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को लोकसभा में आम बजट 2016-17 पेश करते हुए युवाओं में कौशल विकास और शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

उन्होंने बताया कि स्किल डेवलपमेंट स्कीम के तहत अगले तीन साल में एक करोड़ युवाओं को कुशल बनाया जाएगा। कौशल विकास कार्यक्रम के तहत युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए 1,500 बहु कौशल प्रशिक्षण संस्थान खोले जाएंगे।

वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ाने पर जोर दे रही है। छह करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण परिवारों के लिए डिजिटल साक्षरता योजना शुरू की जाएगी।

उन्होंने बताया कि स्कूली प्रमाणपत्रों को सुरक्षित रखने के लिए डिजिटल डिपाजिटरी खोली जाएगी। वहीं, सर्वशिक्षा अभियान के तहत 62 नए नवोदय विद्यालय खोले जाएंगे।

उन्होंने बताया कि संगठित क्षेत्र में कंपनियों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

प्रमुख घोषणाओं पर एक नजर-

शिक्षा

क) जिन जिलों में अभी तक नवोदय विद्यालय नहीं है, वहां पर 62 नए नवोदय विद्यालय खोले जाएंगे।

ख) विश्‍व स्‍तरीय शिक्षण एवं अनुसंधान संस्‍थानों के रूप में उभरने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के 10-10 संस्‍थानों को एक सक्षमकारी नियामकीय ढांचा मुहैया कराया जाएगा।

ग) एक हजार करोड़ रुपए के प्रारंभिक पूंजी आधार के साथ उच्‍चतर शिक्षा वित्‍त पोषण एजेंसी की स्‍थापना की जाएगी।

घ) शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों, मार्क्‍स-शीट, पुरस्‍कारों इत्‍यादि के लिए डिजिटल डिपोजिटरी की स्‍थापना की जायेगी।

कौशल विकास

क) प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत 1500 बहु कौशल प्रशिक्षण संस्‍थान स्‍थापित किये जायेंगे।

ख) उद्योग जगत एवं शिक्षाविदों के साथ भागीदारी कर राष्‍ट्रीय कौशल विकास प्रमाणन बोर्ड स्‍थापित किया जायेगा।

ग) ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के जरिये 2200 कॉलेजों, 300 स्‍कूलों, 500 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्‍थानों तथा 50 व्‍यावसायिक प्रशिक्षण केन्‍द्रों में उद्यमिता शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।

रोजगार सृजन

क) भारत सरकार ईपीएफओ में नामांकन कराने वाले सभी नये कर्मचारियों के लिए रोजगार के प्रथम तीन वर्षों के दौरान 8.33 प्रतिशत का ईपीएस अंशदान अदा करेगी। यह उन सभी कर्मचारियों पर लागू होगा जिनका मासिक वेतन 15000 रुपये है।

ख) आयकर अधिनियम की धारा 80 जेजेएए को संशोधित किया जा रहा है, ताकि रोजगार सृजन से जुड़े प्रोत्‍साहनों का दायरा बढ़ सके।

ग) राष्‍ट्रीय कैरियर सेवा प्‍लेटफॉर्म के साथ राज्‍य रोजगार कार्यालयों को जोड़ा जायेगा।

घ) छोटी एवं मझोली दुकानों को स्‍वैच्छिक आधार पर सप्‍ताह में सातों दिन खुले रखने की इज़ाजत दी जायेगी। रिटेल क्षेत्र में नये रोजगार।

जेटली ने बजट में घोषित किए बदलाव के 9 क्रांतिकारी कदम

नई दिल्ली (सं.सू.)। वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा आज लोकसभा में पेश आम बजट में देश की मौजूदा स्थिति में बदलाव लाने के लिए नौ क्रांतिकारी कदम उठाने की घोषणा की है। जेटली ने निम्न कदमों को अपने इस बजट के नौ प्रमुख स्तंभ बताया है:-

1) किसानों की आय अगले पांच साल में दोगुना करने का लक्ष्य।

2) ग्रामीण रोजगार और आधारभूत ढांचे के विकास पर जोर।

3) स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की घोषणा।

4) भारत को ज्ञान आधारित समाज बनाने के लिए शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार सृजन।

5) कार्यकुशलता और जीवन गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आधारभूत ढांचा और निवेश बढ़ाने पर जोर।

6) पारदर्शिता और स्थिरता लाने के लिए वित्तीय क्षेत्र में सुधार।

7) लोगों की क्षमता का भरपूर इस्तेमाल करने के लिए प्रशासन और कारोबार को सुगम बनाने पर जोर।

8) राजकोषीय अनुपालन- जरूरतमंदों के लाभ पहुंचाने के लिए सरकारी वित्त सेवाओं को मजबूत करना।

9) कर सुधारों पर जोर।

आयकर स्‍लैब में कोई बदलाव नहीं, अमीरों पर सरचार्ज बढ़ा; छोटे करदाताओं को राहत

नई दिल्ली (सं.सू.)। मोदी सरकार ने छोटे करदाताओं को 2016-17 के आम बजट में बड़ी राहत दी है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को लोकसभा में आम बजट 2016-17 पेश करते हुए छोटे करदाताओं को राहत देते हुए 5 लाख से कम की आय वालों को तीन हजार का फायदा दिया है। यानी अब इस स्लैब में तीन हजार रूपए की बचत होगी। जेटली की इस घोषणा से 2 करोड़ लोगों को फायदा होगा। अभी तक 5 लाख से कम आय वालों पर पांच हजार तक का टैक्स लगता था। जेटली ने मकान किराए में टैक्स छूट की सीमा 24 हजार से 60 हजार रुपए कर दी है। जिसमें अभी 24 हजार मिलती छूट मिलती थी। इसके साथ ही 35 लाख रुपए के होम लोन पर 50000 रु की अतिरिक्त छूट देने का ऐलान भी वित्त मंत्री ने किया है।

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में बजट 2016 पेश करते हुए कहा है कि ऐसे वक्त में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था गंभीर अवस्था से गुजर रही है, भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति स्थिर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि विरासत में हमें खराब अर्थव्यवस्था मिली थी लेकिन अब हालात बेहतर हैं। वित्‍त मंत्री ने कहा कि अगले पांच साल में किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे पर ज़्यादा खर्च होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता कमजोर वर्गों पर है।

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2016-17 के आम बजट में कर सुधार, कारोबार सुगमता और राजकोषीय अनुशासन समेत ‘नौ स्तंभों’ पर कार्य करने की आज घोषणा की ताकि भारतीय अर्थव्यवस्था का कायाकल्प किया जा सके। वित्त वर्ष 2016-17 का आम बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि इन स्तंभों में प्रशासन में सुधार पर जोर भी शामिल है।

इन नौ स्तंभों में कृषि और ग्रामीण अवसंरचना, शिक्षा एवं कौशल विकास भी शामिल हैं। इसके तहत 2022 तक कृषि आय दोगुनी करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि सरकार सामाजिक क्षेत्रों, शिक्षा तथा कौशल विकास और रोजगार सृजन पर जोर देगी ताकि ज्ञान आधारित और उत्पादक अर्थव्यवस्था तैयार की जा सके। जेटली ने कहा कि सरकार बुनियादी ढांचा निवेश, वित्तीय क्षेत्र सुधार, राजकोषीय अनुशासन और कर सुधार पर भी ध्यान देगी ताकि अनुपालन का बोझ कम हो।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के दीर्घ कालिक लक्ष्य के साथ आज इस कृषि क्षेत्र के लिए करीब 36,000 करोड़ रुपए के आवंटन की घोषणा की। साथ ही उन्होंने अगले वित्त वर्ष के लिए कृषि रिण का लक्ष्य बढ़ाकर नौ लाख करोड़ रुपए करने का प्रस्ताव किया। उन्होंने कृषि रिण पर ब्याज छूट के लिए 15,000 करोड़ रुपए का आवंटन किया जबकि नयी फस्ल बीमा योजना के लिए 5,500 करोड़ रुपए और दलहन उत्पादन को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए 500 करोड़ रुपए का आवंटन किया। जेटली ने यह भी कहा कि एकीकृत कृषि बाजार 14 अप्रैल को पेश किया जाएगा और मार्च 2017 तक सभी 14 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जाएगा

वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बीमा, पेंशन तथा संपत्ति पुनर्निर्माण कंपनियों समेत कई क्षेत्रों के लिये एफडीआई नीति को उदार बनाने का आज प्रस्ताव किया। इसका मकसद और विदेशी निवेश आकर्षित करना है। जेटली ने 2016-17 के अपने बजट भाषण में कहा, ‘मैं एफडीआई नीति में और सुधार की घोषणा करना चाहूंगा। बीमा और पेंशन, संपत्ति पुनर्निर्माण कंपनियों, शेयर बाजार आदि क्षेत्रों में बदलाव का प्रस्ताव है।’ उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति को किसानों तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की जरूरतों को पूरा करना है क्योंकि किसानों द्वारा उत्पादित काफी मात्रा में फलों एवं सब्जियों को या तो उचित मूल्य नहीं मिल पाता है या फिर वे बाजार में नहीं पहुंचते।

कभी मनरेगा के प्रभाव पर सवाल उठाने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने वित्त वर्ष 2016-17 में इस योजना के लिए आवंटन 3,800 करोड़ रुपये बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। वित्त मंत्री अरण जेटली ने आज संसद में पेश केंद्रीय बजट में ग्रामीण विकास की रूपरेखा पेश की।

जेटली ने लोकसभा में अपने बजट भाषण में कहा, ‘2016-17 में मनरेगा के लिए 38,500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। यदि पूरी राशि खर्च हो जाती है, तो यह मनरेगा में अब तक सबसे बड़ा बजट खर्च होगा।’ सरकार ने इससे पिछले वित्त वर्ष के बजट में मनरेगा के लिए 34,699 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया था। इसके अलावा सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा इस कोष के वास्तविक इस्तेमाल के आधार पर 5,000 करोड़ रुपये अतिरिक्त उपलब्ध कराने का वादा किया था। मनरेगा के लिए 2014-15 में आरंभिक बजटीय आवंटन 34,000 करोड़ रुपये था। संशोधित बजट में इसे घटाकर 31,000 करोड़ रुपये कर दिया गया।

आम बजट 2016 की खास बातें:-

-इनकम टैक्स के स्लैब में कोई बदलाव नहीं।
-पांच लाख की आमदनी में 3 हजार टैक्स का फायदा।
-पांच लाख की आमदनी पर एचआरए 24 हजार से बढ़कर 60 हजार हुआ।
-मकान किराए में 60 हजार रुपए तक की छूट।
-किराए के मकानों में रहनेवालों को बड़ी राहत।
-व्यक्तिगत आयकर की दरों में कोई बदलाव नहीं।
-एक करोड़ रुपए से ज्यादा की आय पर 15 फीसदी सरचार्ज लगेगा। पहले यह 12 फीसदी था।

-पहली बार घर खरीदने पर ब्याज पर छूट मिलेगी।
-35 लाख रुपए के घर पर 50 हजार रूपए की अतिरिक्त छूट। मकान की कीमत 50 हजार रुपए से ज्यादा नहीं होना चाहिए।

-देश में कालाधन रखने वालों के लिए कर-कानून अनुपालन के लिए चार माह का अवसर। उन पर लगेगा 45 प्रतिशत का कर और ब्याज।

-पुराने कर मामलों पर एकबारगी विवाद निपटान योजना। जुर्माना, ब्याज नहीं लगेगा।

-राजस्व सचिव की अगुवाई वाली उच्चस्तरीय समिति पिछली तारीख से कर कानून का इस्तेमाल कर सामने आने वाली नई देनदारियों को देखेगी।

-नई विनिर्माण इकाइयों के लिए कारपोरेट कर की दर 25 प्रतिशत तय की गई।

-कोयला, लिग्नाइट और पीट पर स्वच्छ उर्जा उपकर 200 रपये से बढ़ाकर 400 रपये प्रति टन किया गया।

-2017-18 तक राजकोषीय घाटा सकल घरेल उत्पाद के 3 प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य।

-2015-16 में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 3.9 प्रतिशत। 2016-17 में यह 3.5 प्रतिशत होगा।

-2015-16 में राजस्व घाटा 2.8 प्रतिशत।

-2015-16 में चालू खाते का घाटा 14.4 अरब डालर या जीडीपी के 1.4 प्रतिशत पर।

-विदेशी मुद्रा भंडार 350 अरब डालर के अपने उच्चस्तर पर।

-बजट में नौ बदलाव वाले स्तंभों को रेखांकित किया गया। इनमें 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करना, बुनियादी ढांचा, निवेश और सुधार शामिल।

-मनरेगा के लिए अभी तक का सर्वाधिक 38,500 करोड़ रुपये का आवंटन।

-डायलिसिस के कुछ उपकरणों पर मूल सीमा शुल्क, उत्पाद सीवीडी की छूट।

-सरकार एक माडल शाप्स और एस्टाब्लिशमेंट विधेयक जारी करेगी। छोटी खुदरा दुकानें सातों दिन खुलेंगी।

-1 मई, 2018 तक 100 प्रतिशत ग्रामीण विद्युतीकरण।

-पोस्ट ऑफिस में एटीएम सेवा शुरू होगी।

-सरकार नई कर्मचारियों के लिए पहले तीन साल का 8.33 प्रतिशत का ईपीएफ योगदान देगी।

-स्टार्ट अप्स को तीन सल तक 100 प्रतिशत कर छूट। लेकिन मैट की छूट नहीं। मैट अप्रैल 2016-2019 तक लेगा।

-आधार कार्यक्रम को सांविधिक दर्जा।

-बुनियादी ढांचा परिव्यय 2.21 लाख करोड़ रपये।

-किसान कल्याण के लिए 35,984 करोड़ रुपये। पांच साल में सिंचाई पर 86,500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

-नाबार्ड के तहत 20,000 करोड़ रुपये का सिंचाई कोष बनाया जाएगा।

-गरीबों को एलपीजी कनेक्शन के लिए 2,000 करोड़ रपये। महिलाओं के लिए एमपीजी कनेक्शन की योजना।

-स्टैंड अप इंडिया के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन।

-सड़कों और राजमार्गों के लिए 55,000 करोड़ रुपये का आवंटन। कर मुक्त बांड जारी कर सकता है एनएचएआई। 

किसानों पर मेहरबान हुए जेटली, कृषि क्षेत्र को 36,000 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव

नई दिल्ली (सं.सू.)। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के दीर्घ कालिक लक्ष्य के साथ सोमवार को इस कृषि क्षेत्र के लिए करीब 36,000 करोड़ रपए के आवंटन की घोषणा की। साथ ही उन्होंने अगले वित्त वर्ष के लिए कृषि रिण का लक्ष्य बढ़ाकर नौ लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया।

उन्होंने कृषि ऋण पर ब्याज छूट के लिए 15,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया जबकि नयी फस्ल बीमा योजना के लिए 5,500 करोड़ रपए और दलहन उत्पादन को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया। जेटली ने यह भी कहा कि एकीकृत कृषि बाजार 14 अप्रैल को पेश किया जाएगा और मार्च 2017 तक सभी 14 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जाएगा।

जेटली ने आज लोकसभा में 2016-17 का बजट पेश करते हुए कहा कि हमें अपने किसानों का आभारी होना चाहिए जो देश की खाद्य सुरक्षा की रीढ़ हैं। हमें खाद्य सुरक्षा से परे सोचने और किसानों को आय सुरक्षा के लिहाज से वापस करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार कृषि और गैर कृषि क्षेत्र में अपने हस्तक्षेप पर नए सिरे से ध्यान दिया जाएगा ताकि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो सके।

Sunday, February 28, 2016

मुरथल कथित गैंगरेप में देवर सहित 7 लोगों पर केस

गुड़गांव (सं.सू.)। हरियाणा के मुरथल में कथित गैंगरेप की घटना के मामले में रविवार को नया मोड़ आ गया। दिल्ली की एक महिला ने अपने खिलाफ सामूहिक बलात्कार का केस दर्ज कराया। महिला दिल्ली के नरेला की रहने वाली है। महिला ने जाट आंदोलन के दौरान अपने देवर सहित सात लोगों पर गैंगरेप का मामला दर्ज कराया है।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मुरथल में गैंगरेप की घटना की जांच कर रहे एसआईटी ने इस बात की पुष्टि की है कि महिला ने सात लोगों के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज कराया है। 

गौरतलब है कि यह पहली बार है जब कोई महिला सामने आई है और मुरथल में कथित गैंगरेप की घटना के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसके पहले चश्मदीदों ने दावा किया कि मुरथल में महिलाओं के साथ ज्यादती हुई। हालांकि, जांचकर्ता इस बात की पुष्टि नहीं कर सके कि महिला के साथ गैंगरेप की घटना जाट आंदोलन के दौरान हुई। 

सोनीपत की डीआईजी राजश्री सिंह ने कहा, 'महिला कल हमसे मिली थी। महिला ने दावा किया कि दुष्कर्म करने वालों में एक उसका देवर भी शामिल था। महिला ने सभी आरोपियों की पहचान की है। हमें लगता है कि यह घरेलू विवाद का भी मामला हो सकता है। हमारी जांच जारी है।'

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक महिला ने दावा किया कि घटना के वक्त उसकी 15 साल की बेटी भी उसके साथ थी। महिला का कहना है कि हालांकि उसकी बेटी के साथ रेप नहीं हुआ लेकिन उसके कपड़े फाड़े गए। महिला का दावा है कि हाईवे पर अन्य महिलाओं के साथ भी रेप हुआ।

एक ही परिवार के 14 लोगों की बेरहमी से हत्या, मृतकों में सात बच्चे भी शामिल


ठाणे (सं.सू.)। महाराष्ट्र में मुंबई से सटे ठाणे के कासारवडवाली इलाके में रविवार सुबह एक दिल दहला देनी वाली खबर सामने आई। यहां देर रात 7 बच्चों सहित 14 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद उस शख्स ने खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

हत्या का आरोप 32 साल के हसनैन वरेकर पर लगा, जिसने अपनी बीवी और दो बेटियों सहित अपने परिवार के 14 लोगों का गला रेत दिया। इसके बाद वह खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया। इलाके के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष डुमरे ने कहा मौके पर मिले सबूतों को फौरी तौर पर देखने से लगता है कि आरोपी ने घर के दरवाजे बंद कर दिए और सोते वक्त उस चाकू से सबका गला रेत दिया। चाकू आरोपी के शव के करीब मिला। घर में तीन कमरे हैं। वह पहले माले पर अपने बीवी-बच्चों के साथ था। उसके मां-बाप और बहनें निचली मंजिल के कमरों में सो रहे थे।

पुलिस को आशंका है कि हसनैन ने खाने में कोई नशीला पदार्थ मिलाकर सब को बेहोश किया और फिर एक बड़े चाक़ू से गला रेत कर सबकी हत्या कर दी। हादसे में हसनैन की 22 साल की बहन सुबिया किसी तरह बच गई। उसकी गर्दन पर गहरी चोट आई, लेकिन किसी तरह उसने दरवाजा बंद कर शोर मचाया और पड़ोसियों को बुलाया। अस्पताल में भर्ती होने के बाद सुबिया ने पुलिस को बताया कि किस तरह उसके भाई ने सारी बहनों को दावत पर बुलाया और फिर वारदात को अंजाम दिया। सुबिया का बयान दर्ज करने वाले कॉन्स्टेबल मीरा मधुकर ने एनडीटीवी को बताया कि उसको 25 टांके आए हैं। सुबिया ने बताया कि 3 बजे के करीब हसनैन ने उन लोगों पर हमला किया। वह किसी तरह भागी और दरवाजा बंद कर चिल्लाने लगी, तब जाकर सारे लोग वहां भागकर आए।

पहले सवाल प्रॉपर्टी विवाद के उठे, लेकिन उसकी खुदकुशी से इस सवाल पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। पड़ोसियों का कहना है कि हसनैन की ना तो किसी से कोई दुश्मनी थी और ना ही परिवार की माली हालत खराब थी। उसके पड़ोसी शौक़त ने कहा वो तुर्भे में नौकरी करता था, बहुत मिलनसार था। ऐसी किसी दिक्कत की बात उसने हमसे कभी नहीं की। रात को सुबिया के चिल्लाने की आवाज़ सुनकर हमलोग यहां आए और पुलिस को ख़बर दी। इस दिल दहला देने वाले हत्याकांड में कई सवालों के जवाब शायद हसनैन की बहन सुबिया दे सके, जो फिलहाल खतरे से बाहर है।

CM मनोहर लाल खट्टर बोले- मुरथल के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

चंडीगढ़ (सं.सू.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने साफ कहा है कि जाट आंदोलन के दौरान हिंसा और कथित तौर पर महिलाओं के साथ दुर्व्‍यवहार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने लोगों से इस घटना की सूचना साझा करने के लिए भी कहा। रविवार को जारी अपने बयान में उन्होंने कहा कि कुछ ‘उपद्रवी तत्वों’ ने कानून अपने हाथ में लेकर लूटपाट और आगजनी का अपराध किया है। उन्होंने राज्य की शांति भंग की है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की घटना में शामिल हरेक शख्स की पहचान करके उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’ खट्टर ने कहा कि गवाहों और ऑडियो-वीडियो फुटेज के जरिए इस घटना में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। लोगों के पास अगर इससे संबंधित कोई सूचना है, तो उन्हें आगे आकर यह सूचना सरकार को देनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि घटना के दौरान क्षतिग्रस्त रिहाइशी या व्यावसायिक संपत्तियों के नुकसान का राज्य सरकार मुआवजा देगी। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार सोनीपत के मुरथल में विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं के साथ अभद्रता की खबरों पर कड़े कदम उठा रही है।’’

खट्टर ने कहा, ‘‘तीन वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारियों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है। कोई भी व्यक्ति इस घटना से संबंधित सूचना या सबूत को टेलीफोन, चिट्ठी या ऑनलाइन माध्यम से पुलिस के साथ साझा कर सकता है। अगर इस प्रकार की कोई दुखद घटना हुई है, तो अपराधियों को दंडित किया जाएगा।’’

मधुबनी पुलिस लाइन में सिपाही ने किया नाबालिग लड़की के साथ रेप

पटना (सं.सू.)। बिहार के मधुबनी जिले के पुलिस लाइन में तैनात एक सिपाही के कारण एक बार फिर बिहार पुलिस की वर्दी एक बार फिर शर्मसार हुई है। सिपाही ने एक नाबालिग लड़की के साथ रेप किया है। रेप के बाद आरोपी सिपाही अनिल कुमार सिंह पुलिस लाइन से फरार हो गया है। सिपाही नालंदा जिले का रहने वाला है।
घटना के बारे में बताया जाता है कि पुलिस लाइन के पास ही एक बस्ती है। वही से आरोपी सिपाही नाबालिग लड़की को उसके घर से जबरन उठाकर ले गया और उसके साथ रेप किया। स्थानीय लोगों को लड़की बेहोशी की हालत में मिली। परिजनों ने लड़की को सदर अस्पताल में भर्ती कराया है। लड़की की स्थिति अभी गंभीर है।
मधुबनी एसपी ने आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया है। दो अन्य सिपाहियों की पहचान के लिए सदर डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है। आरोपी सिपाही की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर छापेमारी हो रही है।

की गई दुष्कर्मी विधायक की कुर्की की खानापुरी, लालू की लालटेन भी जब्त


पटना (सं.सू.)। नाबालिग लड़की से दुष्कर्म मामले में फरार चल रहे नवादा के राजद से निलंबित विधायक राजबल्लभ यादव की संपत्ति की कुर्की जब्ती की कार्रवाई भारी तनाव के बीच जारी है। पुलिस किसी भी अनहोनी से निबटने के लिए तैयार है। कुर्की जब्ती की कार्रवाई को लेकर नालंदा व नवादा पुलिस आरोपी विधायक के नवादा स्थित इंगलिश पथरा गांव में तैनात है। गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। पुलिस एक-एक कर विधायक के सामनों को ट्रकों पर लोड कर रही है। पुलिस ने उनके आवास से राजद के चुनाव चिह्न लालटेन को भी जब्त कर लिया है।

पुलिस दो ट्रकों और जेसीबी को भी साथ पहुंची है। वहां नालंदा और नवादा के पांच डीएसपी के साथ नवादा के एएसपी (अभियान) रवि भूषण भी मौजूद हैं। मौके पर सीआरपीएफ व रैफ की भी तैनाती की गई है। पूरा गांव छावनी में तब्दील है।

कुर्की जब्ती के पूर्व विधायक की मां के साथ कुछ महिलाएं वहां पहुंची। उन्होंने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। लेकिन, पुलिस ने उन्हें हटा दिया। विधायक के कुछ वकील भी वहां मौजूद हैं। ग्रामीण देर से नजारा देख रहे हैं। पुलिस ट्रक पर चौकी, खटिया समेत अन्य सामान लोड कर रही है।

पुलिस ने कार्रवाई संपन्न होने तक आरोपी विधायक के गांव में बाहरी लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी है। गाड़ियों के आने-जाने पर प्रतिबंध है। रविवार सुबह आठ बजे से कुर्की-जब्ती की कार्रवाई अभी जारी है।

गौरतलब है कि शनिवार को बिहारशरीफ कोर्ट ने राजबल्लभ यादव के घर की कुर्की-जब्ती का आदेश पारित किया था। कुर्की-जब्ती की अर्जी महिला थानाध्यक्ष ने दी थी। कोर्ट का आदेश मिलते ही यह अंदेशा लगाया जा रहा था कि पुलिस एक-दो दिन के भीतर विधायक की संपत्ति की कुर्की-जब्ती का काम प्रारंभ करेगी। लेकिन, अदालत का आदेश मिलते ही पुलिस तुरंत एक्टिव हो गयी।

रैली में मोदी ने कहा, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेंगे


नई दिल्ली (सं.सू.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बरेली में आयोजित एक किसान रैली को संबोधित करने पहुंचे। जहां पर उन्होंने देश में किसानों की समस्याओं पर जिक्र किया। उन्होंने कहा कि किसान हमारे देश की शान हैं और सभी सरकारों को इनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।।

मोदी ने कहा कि किसानों के पास बहुत सारी समस्याएं हैं लेकिन इन समस्याओं को मौके में बदलने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार से किसानों की समस्याओं का निवारण करने की भी अपील की।

उन्होंने कहा कि देश की सभी राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे किसानों की समस्याओं का त्वरित निवारण करें। किसान श्रम के देवता हैं लेकिन बावजूद इसके इनकी मदद के लिए कोई हाथ नहीं बढ़ाता। मोदी ने कहा, 'मैं चाहता हू्ं कि देश के किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुनी हो जाए, जब देश अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाए।'

उन्होंने कहा कि अपनी आजीविका चलाने के लिए गांव का हर किसान चाहता है कि उसे परिवार का कम से कम एक सदस्य नौकरी करे। क्योंकि उसे पता है कि केवल कृषि से उसके परिवार का गुजारा नहीं चल सकता।

मोदी ने किसानों को बताया कि केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए कई वैज्ञानिक तरीकों को प्रोत्साहित किया है और आगे भी करते रहेंगे। हमें अपने किसानों को ताकतवर बनाना है और इसमें विज्ञान हमारी मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पानी मिल जाए तो वे सोना उगा सकते हैं।

भ्रष्टाचार पर रोक लगाई, इसलिए आंखों की किरकिरी बन गया हूं-PM मोदी

बेलगावी (कर्नाटक) (सं.सू.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सप्ताह में दूसरी बार कहा कि वह कालाबाजारी और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के अपने अभियान से प्रभावित लोगों के आंखों की किरकिरी बन गए हैं।

विभिन्न मुद्दों पर अपनी सरकार के निशाने पर आने के बाद मोदी ने शनिवार को यह भी कहा कि विपक्ष ने कई मुद्दों पर बात की लेकिन उनकी सरकार के खिलाफ तब से भ्रष्टाचार के एक भी आरोप नहीं लगे हैं जब से वह प्रधान सेवक के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने खाद के क्षेत्र में कालाबाजारी और भ्रष्टाचार को खत्म कर दिया है। उन्होंने किसानों से सिर्फ नीम कोटेड यूरिया का इस्तेमाल करने को कहा है और अपनी आय बढ़ाने के लिए नयी फसल बीमा लेने को कहा है।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि सभी किसानों को 2017 तक मृदा स्वास्थ्य कार्ड मिल जाएगा।

किसानों तक पहुंचने के भाजपा के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत एक किसान रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पहले यूरिया की कालाबाजारी हुआ करती थी और किसानों को यूरिया हासिल करने के लिए लाठी चार्ज का सामना करना पड़ता था लेकिन अब स्थिति बदल गई है क्योंकि सरकार ने उत्पादन बढ़ाने और यूरिया के डाइवर्जन पर अंकुश लगाने पर ध्यान केंद्रित किया है।

मोदी ने कहा कि उन्हें इस साल राज्यों से खाद की मांग को लेकर कोई पत्र नहीं मिला है।

उन्होंने कहा, ‘हमने भ्रष्टाचार और यूरिया की कालाबाजारी को खत्म करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। यही कारण है कि इनमें से कुछ लोग मेरे खिलाफ चिल्लाते रहते हैं। वे निश्चित तौर पर मोदी से नाराज होंगे क्योंकि कालाबाजारी पर अंकुश लगा दिया गया है।’ उन्होंने कहा, ‘मोदी उनके आंख की किरकिरी है क्योंकि जिस भ्रष्टाचार में पिछले 60 साल से वे संलिप्त थे उसपर रोक लग गई है।’

उन्होंने कहा, ‘उन्होंने मुफ्त की मलाई खाई हुई है और वह अब बंद हो गयी है। यह कारण है।’ आलोचक एनजीओ और कालाबाजारी करने वालों पर हमला करते हुए मोदी ने रविवार को उनपर उनकी सरकार को अस्थिर करने और उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया था और उन्होंने कहा था कि वह अपना काम इन साजिशों के आगे झुके बिना करते रहेंगे।’

मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले किसानों से किए गए अपने वादे की याद दिलाई कि जब तक वह यहां हैं कोई भी दिल्ली के खजाने पर अपना हाथ नहीं डाल पाएगा। उन्होंने कहा, ‘आज हम खाद के क्षेत्र में गड़बड़ियों को रोकने में सक्षम हुए हैं और नीम कोटेड यूरिया लाए हैं।’ मोदी ने यह भी कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था में अगर उम्मीद की किरण है तो वह भारत है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गरीबों के जीवन और गांवों का कायाकल्प करने को लेकर प्रतिबद्ध है।

उन्होंने भारत के उम्मीद की किरण होने की अपनी बात के समर्थन में विश्व बैंक और आईएमएफ जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और विभिन्न एजेंसियों की रेटिंग का हवाला दिया।

मोदी ने कहा कि चाहे यह विश्व बैंक हो या आईएमएफ या विश्व की रेटिंग एजेंसियां सभी एक सुर में कह रही हैं कि अगर कोई देश जहां उम्मीद की किरण है तो वह उम्मीद की किरण भारत है।

उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया में अर्थव्यवस्था खराब हालत में है। यहां तक कि वे देश जो खुद को विशेषज्ञ बताते हैं वे भी आर्थिक समस्या से गुजर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि सुस्ती के वातावरण को बाधित करने की बजाय भारत संवृद्धि में तेजी से उन्नति कर रहा है।

मन की बात में बोले मोदी, कल देश के सामने मेरी भी परीक्षा है

नई दिल्ली (सं.सू.)। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 17वें संस्करण में आगामी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर छात्रों को सुझाव दिया। उन्होंने बच्चों से कहा कि आप खुद लक्ष्य तय करें और उसे हासिल करें। आप अपना नजरिया बदलें और बड़ा उद्देश्य लेकर आगे बढे़ं। शांत रहें और आत्मविश्वास रखें। योग करना जारी रखें।

पीएम मोदी ने बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को सकारात्मक रहने का संदेश देते हुए कहा, आपकी परीक्षा शुरू हो रही है। मुझे भी कल परीक्षा देनी है। सवा-सौ करोड़ देशवासी मेरी कल परीक्षा लेने वाले हैं। पता है न, अरे भई, कल बजट है 29 फरवरी, ये लीप वर्ष होता है। लेकिन आपने देखा होगा, मुझे सुनते ही लगा होगा, मैं कितना स्वस्थ हूं, कितना आत्मविश्वास से भरा हुआ हूं। बस, कल मेरी परीक्षा हो जाये, परसों आपकी शुरू हो जाये। और हम सब सफल हों, तो देश भी सफल होगा।

अपने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने बोर्ड परीक्षा दे रहे छात्रों तक क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का संदेश पहुंचाया, जिसमें सचिन ने छात्रों से अपने लिए ऐसे लक्ष्य (रियल अचीवेबल टार्गेट) तय करने का आह्वान किया, जिन्हें वास्तव में हासिल किया जा सके।

शतरंज के ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद ने छात्रों को परीक्षा के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्हें परीक्षा से पहले अच्छी तरह आराम करने, अच्छी नींद लेने और शांत चित्त से सवालों के जवाब देने का सुझाव दिया।

पीएम मोदी ने परीक्षार्थी छात्रों के लिए आध्यात्मिक गुरू मोरारी बापू का संदेश भी सुनाया। मोरारी बापू ने छात्रों से कहा कि वे परीक्षा के समय कोई बोझ न रखें, चित्त शांत रखें, खुश रहें, सफलता मिलेगी।

मोदी ने कहा कि अनुशासन सफलता को मजबूत बनाने की आधार शिला है इसलिए छात्रों को दूसरों से स्पर्धा करने की बजाय खुद से स्पर्धा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आशाओं के बोझ के नीचे मत दबिये, अपना लक्ष्य खुद निर्धारित कीजिए।

प्रधानमंत्री ने आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर महान वैज्ञानिक सी वी रमन को श्रद्धांजली दी और कहा कि सरकार का प्रयास होगा कि देश में नवोन्मेष पर बल हो तथा ज्ञान विज्ञान और प्रौद्योगिकी के आधार पर देश आगे बढ़े।

ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर सुबह 11 बजे यह कार्यक्रम प्रसारित किया गया। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं एक मार्च से शुरू होने वाली हैं। यह कार्यक्रम यूट्यूब पर पीएमओ, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और डीडी न्यूज के चैनल पर उपलब्ध रहेगा। कार्यक्रम का क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारण रविवार शाम को आठ बजे किया जाएगा।

इससे पहले के कार्यक्रमों में पीएम नशे की लत, किसानों की समस्याएं, भ्रष्टाचार, लड़कियों की संख्या, खादी को बढ़ावा देने और सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को लेकर अपने विचार जनता के सामने रख चुके हैं।

Saturday, February 27, 2016

ICU में भर्ती मोदी की माँ ने कहा बेटा तू देश की चिंता कर


नई दिल्ली (सं.सू.)। प्रधानमंत्री मोदी की माँ हीराबेन इस वक्त बीमार चल रही हैं। उन्हें परसों गंभीर हालत में गांधीनगर के सरकारी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती किया गया था। हालाँकि इस वक्त वह घर पर वापस आ चुकी हैं और उनकी हालत भी पहले से बेहतर है लेकिन नरेन्द्र मोदी ने जैसे ही अपनी माँ को आईसीयू की खबर सुनी वे परेशान हो गए। उन्होंने तुरंत ही अपनी माँ को फोन मिलाया और उनकी खैरियत पूछी। हीराबेन ने भी अपने बेटे को परेशान देखकर कहा कि ‘बेटा मैं ठीक हूँ, तू मेरी चिंता मत कर, तू सिर्फ देश की चिंता कर, अभी तुझे बहुत काम करना है’। अपनी माँ से ऐसी बात सुनकर मोदी की आँखों में आँसू आ गए।

रेल बजट के दौरान भी मोदी अपनी माँ की स्थिति पर नजर लगाए हुए थे, मोदी जब रेल बजट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे तो उनके चेहरे पर दुःख साफ़-साफ़ देखा जा सकता था। उन्होंने उस दिन सदन में जाने के बजाय पीएम हाउस में ही रहकर अपनी माँ की हालत पर नजर बनाए रखा और शाम को वीडियो के माध्यम से रेल बजट पर प्रतिक्रिया दी और रेल मंत्री सुरेश प्रभु को धन्यवाद दिया।

माँ के बीमार होने पर मोदी जी के भाई पंकज मोदी ने 108 पर फोन करके घर पर एम्बुलेंस बुलाई और उन्हें गाँधीनगर के सिविल अस्पताल ले गए, उन्हें जाते ही आईसीयू में रखा गया, उनका ECG, ब्लड प्रेशर और सीने का एक्सरे किया गया। उन्हें बलगम और सीने में समस्यी थी। आराम होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।

भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई, कोहली बने 'मैन ऑफ द मैच'

मीरपुर (सं.सू.)। भारतीय क्रिकेट टीम ने शनिवार को शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेले गए एशिया कप के चौथे और अपने दूसरे मैच में पाकिस्तान को पांच विकेट से हरा दिया। पाकिस्तान ने भारत को 84 रनों का लक्ष्य दिया था जिसे भारत ने 15.3 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया।

भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 49 रन विराट कोहली ने बनाए। उनके अलावा युवराज सिंह ने नाबाद 14 रनों का योगदान दिया।

छोटे से लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम शुरुआत बेहद खराब रही। पिछले मैच के हीरो रहे रोहित शर्मा (0) पारी की दूसरी गेंद पर ही पवेलियन लौट गए। भारतीय टीम आठ के कुल स्कोर पर तीन विकेट गंवा चुकी थी। यह तीनों विकेट मोहम्मद आमिर ने लिए।

इसके बाद कोहली और युवराज ने चौथे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया।

कोहली अपने अर्धशतक से एक रन से चूक गए। उन्होंने अपनी पारी में 51 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके लगाए। उन्हें मोहम्मद समी ने आउट किया। कोहली के बाद आए हार्दिक पांड्या (0) दूसरी गेंद पर ही पवेलियन लौट गए।

कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी (नाबाद 7) ने युवराज के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाई। धौनी ने चौके के साथ भारत को जीत दिलाई।

इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान के बल्लेबाजी क्रम को नेस्तनाबूद करते हुए एशिया कप टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट में उसे 83 रन पर आउट कर दिया। गेंदबाजों के सामूहिक प्रयास को फील्डरों से पूरी मदद मिली। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया।

पाकिस्तान को आशीष नेहरा और जसप्रीत बुमरा ने शुरूआती झटके दिये। इसके बाद हार्दिक पंडया ने आठ रन देकर तीन विकेट चटकाये। रविंद्र जडेजा ने दो विकेट लिये।

पाकिस्तान के लिये दोहरे अंक तक पहुंचे एकमात्र बल्लेबाज सरफराज अहमद रहे जिन्होंने 25 रन बनाये। यह टी20 मैच में भारत के खिलाफ पाकिस्तान का न्यूनतम स्कोर है और पूरी पारी में सिर्फ आठ चौके लग सके।

नेहरा ने तीसरी गेंद पर ही विकेट लिया जब अतिरिक्त उछाल को भांपने में नाकाम रहे मोहम्मद हफीज (4) विकेट के पीछे धौनी को आसान कैच दे बैठे।

बायें हाथ के बल्लेबाज शरजील खान (7) ने चौथे ओवर में जसप्रीत बुमरा को पूल शाट खेला लेकिन पहली स्लिप में अजिंक्य रहाणे को कैच दे बैठे। पारी के पांचवें और नेहरा के तीसरे ओवर में भारत को तीसरा विकेट मिल जाता लेकिन खुर्रम मंजूर के विकेट के पीछे लपके जाने की अपील को बांग्लादेशी अंपायर एस सैकत ने खारिज कर दिया।

मंजूर (10) अगले ओवर में रन आउट हो गए। स्ट्राइक पर खड़े शोएब मलिक ने शार्ट कवर की तरफ शाट खेला और दूसरे छोर से मंजूर रन लेने दौड़ पड़े लेकिन विराट कोहली ने जबर्दस्त चुस्ती दिखाते हुए गिल्लियां बिखेर दी।

पंड्या ने मलिक को धोनी के हाथों लपकवाया। इसके बाद युवराज ने पाकिस्तान का स्कोर पांच विकेट पर 35 रन कर दिया जब उनकी पहली ही गेंद पर उमर अकमल (3) पगबाधा आउट हो गए। कप्तान शाहिद अफरीदी (2) भी रन आउट हो गए। पाकिस्तान का स्कोर आठवें ओवर में छह विकेट पर 42 रन था । दस ओवर के बाद उसका स्कोर छह विकेट पर 47 रन था।
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जेएनयू में फिर लगे देशविरोधी पोस्टर

नई दिल्ली (सं.सू.)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में देशविरोधी गतिविधियों का सिलसिला थम नहीं रहा है। शनिवार को फिर कई हास्टलों और बस स्टैंड पर देशविरोधी पोस्टर लगाए गए। इसमें संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को शहीद बताया गया है। पोस्टर को 12 मार्च तक नहीं हटाने की अपील भी की गई है।

दो पन्ने के ये पोस्टर पेरियार, गोदावरी सहित कई हास्टलों के बाहर चिपकाए गए हैं। इनमें कश्मीर की आजादी का जिक्र करने के साथ भारत को जेल बताया गया है। भारत सरकार की भी जमकर आलोचना की गई है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को फासीवादी ताकत बताया गया है। छात्रसंघ उपाध्यक्ष शेहला राशिद ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी बताया तो एबीवीपी ने यहां होने वाली देशविरोधी गतिविधियों की तरफ ध्यान देने की जरूरत बताई। अन्य छात्र संगठनों ने कहा कि कुछ लोग कैंपस का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। एबीवीपी के सदस्य और जेएनयू छात्रसंघ के संयुक्त सचिव सौरभ कुमार शर्मा ने कहा कि आखिर कैंपस में कैसे कोई पोस्टर लगा कर जा सकता है और किसी को पता भी नहीं चलता। यदि कोई बाहरी इसमें शामिल है तो यहां के छात्रों के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है। प्रशासन मामले की जांच कर दोषियों को सजा दे।

हाजीपुर में रईसजादे की कार ने डेढ़ दर्जन लोगों को कुचला,पुलिस लीपापोती में जुटी


हाजीपुर (सं.सू.)। शुक्रवार की रात किसी शराब के नशे में धुत्त रईसजादे की बेलगाम कार ने सुभाष चौक से लेकर यादव चौक तक तांडव मचाते हुए डेढ़ दर्जन लोगों को कुचल दिया। घायल लोगों के परिजनों एवं इस घटना में क्षतिग्रस्त हुए दुकान के संचालकों ने शनिवार की सुबह की संस्कृत कालेज के निकट मुख्य मार्ग पर टायर जलाकर यातायात को बाधित कर दिया। सड़क जाम कर रहे लोगों का कहना था कि मौके पर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को बुलाया जाये तथा क्षतिग्रस्त दुकान के संचालकों को उचित मुआवजा एवं घायलों का इलाज सरकारी खर्चे पर कराने की व्यवस्था की जाये। सड़क जाम के दौरान उग्र परिजनों ने बताया कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी घायलों का हालचाल लेने किसी वरीय पदाधिकारी का नहीं पहुंचना चिंता की बात है। घायलों के परिजनों का आरोप था कि सदर अस्पताल में भी उन सबों को बाहर से दवा खरीदनी पड़ी वहीं एक ही समय घायल काफी संख्या में अस्पताल पहुंचे लेकिन आपातकालीन वार्ड में सिर्फ एक ही चिकित्सक के रहने से घायलों को काफी विलंब से प्राथमिक उपचार मिला। इन सबके लिए वरीय पदाधिकारियों को दोषी मानते हुए उन्हें घटनास्थल पर बुलाये जाने की मांग कर रहे थे। सड़क जाम के दौरान उस मार्ग से गुजरने वाले लोगों के साथ भी जाम कर रहे लोगों ने तीखी झड़प की। कई राहगीरों के साइकिल का हवा खोल दिया गया। घटना की सूचना पर पहुंची नगर थाना की पुलिस मूकदर्शक ही बनी रही। इस दौरान इंटर के परीक्षार्थियों को भी काफी फजीहत ङोलनी पड़ी। सड़क जाम होने के लगभग दो घंटे बाद नगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इंटर की परीक्षा को ध्यान रखते हुए इसके लिए दलित सेना के नेता सड्डू भगत के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर रहे लोगों से बात की।

दूसरी तरफ तांडव मचाने वाली कार को नगर थाना की पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद शनिवार को अहले सुबह बरामद कर लिया। हालांकि इस मामले का आरोपी कार चालक को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ताबडतोड़ छापामारी कर रही है। इस मामले में नगर थाना की पुलिस काफी गोपनीयता बरत रही है। जब्त कार को पुलिस ने छुपाकर रखा है ताकि उग्र लोगों की नजर इस पर नहीं पड़ सके तथा कार चालक की पहचान सार्वजनिक न हो सके। नगर थानाध्यक्ष ने बताया कि कार चालक को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा लेकिन पुलिस के रवैये से लग यही रहा है कि चालक रईसजादा है और पुलिस उसको बचाने की कोशिश कर रही है।

विदित हो कि शुक्रवार की देर शाम हाजीपुर शहर में जो कुछ भी हुआ, उससे लोगों के जेहन 14 वर्ष पूर्व वर्ष 2002 में मुंबई के चर्चित व खौफनाक हिट एंड रन केस की याद ताजा हो गयी। उस वक्त अभिनेता सलमान खान की तेज रफ्तार लैंड क्रूजर कार ने फुटपाथ पर सोये लोगों को कुचल दिया था। ठीक उसी तरह शुक्रवार की देर शाम लगभग साढ़े आठ बजे एक बिगड़ैल रईस ने नशे की हालत में अपनी कार से डेढ़ दर्जन लोगों को धक्का मार कर जख्मी कर दिया। इस घटना में जख्मी एक गरीब रिक्शा चालक अभी भी जीवन और मौत से जूझ रहा है। वहीं पुलिस सिर्फ इतना दावा कर रही है कि कार की पहचान कर ली गयी है और कार भी बरामद कर ली गई है। अगर ऐसा है तो पुलिस ने कार को कहाँ छिपा दिया है और कार चालक की पहचान जगजाहिर क्यों नहीं कर रही? नगर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में एक तेज रफ्तार कार डेढ़ दर्जन लोगों को धक्का मारते हुए भाग निकलती है और पुलिस 24 घंटे तक पुलिस उस कार को बरामद नहीं कर सकी। यह घटना पुलिस की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था, सघन गश्ती, हर चौक-चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती व मोबाइल पेट्रोलिंग के दावों की माखौल उड़ा रही है। यह घटना नगर के सुभाष चौक, राजेंद्र चौक, सिनेमा रोड व यादव चौक के जिस इलाके में घटी, वह शहर की न सबसे ज्यादा भीड़-भार वाली जगह है बल्कि व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण है। सवाल यह उठता है कि आधे घंटे तक एक तेज रफ्तार कार शहर की सड़कों पर मौत का नंगा नाच कर गायब हो जाती है और पुलिस काफी देर बाद घटनास्थल पर पहुंचती है, अगर काई बड़ी घटना या आपात स्थिति उत्पन्न हो जाती है तो पुलिस क्या करेगी। यह सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण कि केंद्र सरकार व गृह मंत्रालय अक्सर देश में आतंकी हमले का अलर्ट जारी करती है। अगर ऐसे में कभी कोई अप्रिय हादसा शहर में हो जाता है तो क्या पुलिस की यह कार्यशैली समय पर कारगर साबित होगी?

Friday, February 26, 2016

सुलेखा ने कबूला जुर्म,कहा विधायक के हवाले की थी लड़की

बिहारशरीफ (सं.सू.)। दुष्कर्म मामले के आरोपी नवादा विधायक राजबल्लभ यादव को लेकर बिहार सरकार का नाटक अभी भी जारी है। फरार विधायक की तलाश में जुटी नालंदा पुलिस ने आज एक बार फिर राजबल्लभ के इंग्लिश पथरा आवास पर पहुंची और कथित छानबीन की। इस दौरान पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम भी साथ थी। जानकारी के मुताबिक जांच टीम ने राजद विधायक के आवास से कई कथित सबूत इकट्ठे किये।

इससे पहले इस मामले की मुख्य अारोपी सुलेखा देवी ने अपना जुर्म कबूल लिया है। उसने विधायक के घर पीड़ित नाबालिग लड़की को बहला फुसला कर ले जाने की बात स्वीकार ली है। यह जानकारी एडीजी मुख्यालय सुनील कुमार ने गुरुवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि खड्डीह में वह अपने दूर के रिश्तेदार मोती राम के घर पर छिपी हुई थी।

पुलिस ने इस मामले में सुलेखा सहित उसकी मां राधा  देवी, बेटी छोटी व बहन दुखी देवी को एक छापेमारी के दौरान गिरफ्तार कर लिया था। सबों की गिरफ्तारी नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के खड्डी गांव से गुरुवार की सुबह की गयी। नालंदा के एसपी कुमार आशिष ने बताया कि सुलेखा से पूछताछ की जा रही है। एसपी ने बताया कि यह गिरफ्तारी खड्डी गांव निवासी मोती राम के घर से की गयी है।

प्रेम विवाह करनेवाली सुलेखा की बेटी छोटी पति के सहयोग से जिस्मफरोशी का धंधा करती थी। बेटी अपनी उम्र का गलत फायदा उठा कर लड़कियों को जाल में फंसाती थी। इधर उसका पति नकली बर्थ डे पार्टी व दूसरे रंगारंग कार्यक्रमों में सब्जबाग दिखा कर ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों को जाल में फंसाता था।

गुरुवार की देर रात सुलेखा सहित उसकी मां, बेटी व बहन के पास से पुलिस ने चार मोबाइल फोन जब्त किये हैं। पुलिस मोबाइल को खंगालने में जुटी है। कयास लगाया जा रहा है कि मोबाइल का आउटपुट कई राज को खालेगा। हालांकि मोबाइल फोन के संबंध में नालंदा के एसपी ने बताया कि जांच में इस बात का पता चला है कि घटना के बाद किसी के द्वारा भी मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं किया गया है। आखिर घटना के बाद मोबाइल का प्रयोग क्यों नहीं हुआ़?

इस बीच,दुष्कर्म पीड़िता को प्रशासन ने विक्टिम कंप्नसेशन स्कीम के तहत एक लाख रुपये की सहायता (?) प्रदान की है। पटना के कमिश्नर आनंद किशोर ने रहुई जाकर पीड़िता को एक लाख का चेक दिया। इस मौके पर डीआइजी शालीन भी मौजूद थे। कमिश्नर ने कहा कि  इस मामले में विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति कर स्पीडी ट्रायल चलाया जायेगा तथा अपराधियों को सजा दिलायी जायेगी।

सूत्रों के अनुसार सुलेखा ब्रांडेड शराब की शौकीन है। अपने अड्डे पर खास लोगों के साथ महंगी शराब का लुत्फ उठाया करती थी। सूत्रों के अनुसार, खुद के मेकअप पर ही वह हर माह लाखों रुपये खर्च करती है। इसके लिए वह पटना व रांची के महंगी ब्यूटी पार्लर जाया करती थी। जानकार बताते हैं कि सुलेखा के तार बिहार से लेकर झारखंड तक जुड़े हैं। इसकी जांच पुलिस कर रही है। अपराध जगत से जुड़े कई सुरमा आज भी सुलेखा को झुक कर सलाम करते हैं। हम उम्रों में सुलेखा भाभी के नाम से प्रसिद्ध इस महिला के तार बिहार के कई रेड लाइट एरिया से जुड़े हैं। जानकार बताते हैं कि इसके तार कोलकाता से लेकर मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया से जुड़े हैं। हालांकि ऐसे संबंधों के बारे में पुलिस कुछ भी बताने से बच रही है।

आर्थिक सर्वेक्षण पेश, विकास दर 8 फीसदी रहने का अनुमान

नई दिल्ली (सं.सू.)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज लोकसभा में 2015-16 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश कर दिया है। व्यापार घाटा पिछले साल के मुकाबले कम हुआ है और महंगाई दर 4 से 4.5 फीसदी रहने का अनुमान है।

वित्‍त मंत्री ने कहा कि अब वृहत-आर्थिक स्थिरता का माहौल है, जिससे अगले दो वर्षों में विकास दर 8 प्रतिशत या उससे भी ज्‍यादा रहने की आशा है। महत्‍वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार की बदौलत अब वृहत-संवेदनशीलता कम हो गई है

सर्वे में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था विकास के पथ पर तेजी से कदम बढ़ा रही है, क्‍योंकि महत्‍वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार, राजकोषीय मोर्चे पर विवेकपूर्ण कदमों और मूल्‍य स्थिरता पर ध्‍यान केन्द्रित करने की बदौलत वृहत-संवेदनशीलता कम हो गई है। वित्‍त मंत्री श्री अरुण जेटली द्वारा आज संसद में पेश की गई आर्थिक समीक्षा 2015-16 में कहा गया है कि कीमतों के मोर्चे पर नरमी की स्थिति और देश में बाह्य चालू खाते के संतोषजनक स्‍तर को देखते हुए अगले दो वर्षों में 8 प्रतिशत या उससे भी ज्‍यादा की विकास दर हासिल करना अब संभव नजर आ रहा है।

आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि सरकार सुधार प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस तरह के तीव्र विकास के लिए जो मौजूदा स्थितियां हैं, उनमें वृहत-आर्थिक स्थिरता सहायक साबित हो रही है।

 आर्थिक समीक्षा में वर्ष 2016-17 के दौरान आर्थिक विकास दर 7 से लेकर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। वर्ष 2014-15 में 7.2 प्रतिशत और वर्ष 2015-16 में 7.6 प्रतिशत की आर्थिक विकास दर हासिल करने के बाद 7 प्रतिशत से ज्‍यादा की विकास दर ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से विकास करने वाली प्रमुख अर्थव्‍यवस्‍था में तब्‍दील कर दिया है। आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था में भारत का योगदान अब और अधिक मूल्‍यवान हो गया है, क्‍योंकि चीन फिलहाल अपने को फिर से संतुलित करने में जुटा हुआ है। आर्थिक समीक्षा में यह भी उल्‍लेख किया गया है कि भारत में विकास के मोर्चे पर जो तेजी देखी जा रही है, वह मुख्‍यत: खपत की बदौलत ही संभव हो रही है। आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि जहां एक ओर सेवा क्षेत्र के विकास की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ गई, वहीं विनिर्माण क्षेत्र में आई तेजी ने लगातार दो वर्षों से मानसून के कमजोर रहने के चलते कृषि क्षेत्र में दर्ज की गई निम्‍न विकास दर की भरपाई कर दी है।

आर्थिक समीक्षा 2015-16 में कहा गया है कि 14वें वित्‍त आयोग (एफएफसी) की सिफारिशों के बाद ज्‍यादा पूंजीगत खर्च, राज्‍यों को ज्‍यादा शुद्ध संसाधन हस्‍तांतरण और ज्‍यादा सकल कर राजस्‍व के बीच संतुलन कायम करने की कोशिश की जा रही है।

आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि चुनौतियों और वर्ष 2015-16 के दौरान जीडीपी के अनुमान से कम रहने के बावजूद राजकोषीय घाटे के लक्ष्‍य को जीडीपी के 3.9 प्रतिशत के स्‍तर पर सीमित रखना संभव नजर आ रहा है। ऐसी उम्‍मीद इसलिए जग रही है, क्‍योंकि बेहतर कर संग्रह, विवेकपूर्ण खर्च प्रबंधन और तेल के घटते मूल्‍यों की बदौलत सकल कर राजस्‍व (जीटीआर) के लक्ष्‍य हासिल कर लिए गए हैं।

आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि बेहतर राजकोषीय प्रबंधन का एक संकेतक यह है कि वर्ष 2015-16 में कुल खर्च 17.77 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो वर्ष 2014-15 के संशोधित अनुमानों से 5.7 प्रतिशत ज्‍यादा है। व्‍यय की गुणवत्‍ता पर फोकस को दोहराते हुए पूंजीगत खर्च में 25.5 प्रतिशत की वृद्धि की परिकल्‍पना की गई थी। चालू वित्‍त वर्ष के दौरान दिसंबर 2015 तक संतोषजनक राजकोषीय स्थिति से जुड़े अनेक तथ्‍य उल्‍लेखनीय रहे। अप्रत्‍यक्ष करों के संग्रह में दमदार वृद्धि, एफएफसी की सिफारिशों के अनुरूप राज्‍यों को करों में ज्‍यादा हिस्‍सा दिया जाना, पिछले 6 वर्षों के दौरान पूंजीगत खर्च में सर्वाधिक बढ़ोतरी और प्रमुख सब्सिडियों में कमी इन तथ्‍यों में शामिल हैं।

आर्थिक समीक्षा 2015-16 में इस ओर भी ध्‍यान दिलाया गया है कि थोक मूल्‍य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर पिछले एक साल से भी ज्‍यादा समय से ऋणात्‍मक स्‍तर को दर्शा रही है। यही नहीं, उपभोक्‍ता मूल्‍य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर भी घटकर विगत वर्षों के मुकाबले लगभग आधी रह गई है। आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि विवेकपूर्ण नीतियों और बफर स्‍टॉक, समय पर अनाजों के वितरण एवं दाल आयात के जरिए सरकार द्वारा किये जा रहे महंगाई प्रबंधन से आवश्‍यक वस्‍तुओं की कीमतों को वर्ष 2015-16 के दौरान नियंत्रण में रखने में मदद मिली है।

आर्थिक समीक्षा में, हालांकि, इस ओर संकेत किया गया है कि वर्ष की दूसरी छमाही में कुछ आवश्‍यक खाद्य पदार्थों की कीमतों में दर्ज की गई वृद्धि से ऐसा आभास होता है कि हमें निकट भविष्‍य में भी आपूर्ति प्रबंधन को बेहद समझदारी के साथ जारी रखना होगा।        

आर्थिक समीक्षा में यह भी बताया गया है कि कृषि क्षेत्र की उत्पादकता में सुधार लाने के लिए “इनपुट- क्रोप एंड रीजन न्यूट्रल” बनाकर सब्सिडी सहित कृषिगत नीतियों को विवेकपूर्ण बनाए जाने की तुरंत जरूरत है। इसमें बताया गया है कि गुणवत्ता/जीएम/कीटरोधी बीजों का अपनाया जाना कृषि उत्पादकता में सुधार लाने का एक अन्य तरीका होगा। जीएम बीजों के बारे में जो शंकाएं हैं, उन्हें वार्ताओं और परीक्षणों द्वारा दूर किया जाना चाहिए। बीजों और उर्वरकों जैसे निवेशों के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) से लीकेज और प्रणाली में परिवर्तन रोकने में मदद मिलने से लक्षित लाभार्थियों को लाभ पहुंचेगा।

समीक्षा में बताया गया है कि प्रधानमंत्री योजना (पीएमजेडीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), अटल पेंशन योजना (एपीवाई) तथा बैंकिंग और बीमा क्षेत्रों में माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट्स रिफाइनेंस एजेंसी (मुद्रा) वित्तीय समावेशी समग्र लक्ष्य को अर्जित करने के लिए सरकार की पहल अच्छा कार्य निष्पादन कर रही हैं। समीक्षा में यह भी दर्शाया गया है कि सॉवरिन गोल्ड बांड स्कीम और स्वर्ण मुद्रीकरण योजना के माध्यम से उत्पादक उद्देश्यों के लिए सोने को जुटाने क लिए किस प्रकार प्रयास किए गए हैं। अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का कार्य निष्पादन वर्ष 2015 के दौरान कमजोर रहा और बैंक क्रेडिट की बढ़ोत्तरी भी मंद रही। समीक्षा में यह अनुमान व्यक्त किया गया है कि सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न मौजूदा प्रयासों को देखते हुए औद्योगिक और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों द्वारा अच्छा कार्य निष्पादन जारी रहेगा। यह भी बताया गया है कि            

बुनियादी ढांचा क्षेत्र का विकास सरकार का एक प्राथमिकता वाला क्षेत्र है और इसमें सार्वजनिक निवेश में वृद्धि देखी गई है। बंदरगाहों पर भारतीय रेलवे द्वारा फ्रेट कैरेज में बढ़ोत्तरी, नागर विमानन क्षेत्र, दूरसंचार क्षेत्र और राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में विकास बहुत प्रभावी रहा है। कोयला और खानों के ब्लॉक के आवंटन के लिए सफलतापूर्वक नीलामियां आयोजित की गईं।

पेट्रोलियम क्षेत्र में एनईएलपी के तहत उत्पादन भागीदारी संविदाओं के लिए नीति में सुधार, एक समान लाइसेंसिंग और ओपन एक्रेज नीति आदि के साथ परीक्षण जरूरतों में सुधार किया गया है। रेल, सड़क और सिंचाई कार्यक्रमों के लिए कर मुक्त बुनियादी ढांचा बांड्स की अनुमति दी गई है। नॉन बैंक फाइनेंशियल कंपनी के बुनियादी ढांचे में इक्विटी सहायता प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय निवेश एवं बुनियादी ढांचा निधि (एनबीएफसी) की स्थापना।

रक्षा क्षेत्र में 49 प्रतिशत तक, रेलवे में 100 प्रतिशत, बीमा और पेंशन में 49 प्रतिशत तक, एफडीआई की अनुमति के साथ अधिक सार्वजनिक एफडीआई नीति अपनाई गई है। इसके अलावा विनिर्माण, प्रसारण, नागर विमानन, प्लांटेशन, व्यापार, निजी क्षेत्र बैंकिंग, उपग्रह स्थापना एवं परिचालन तथा क्रेडिट सूचना कंपनियों आदि जैसे अनेक क्षेत्रों को उदार बनाया गया है। समीक्षा में यह भी बताया गया है कि सेवा क्षेत्र भारत की आर्थिक प्रगति का मुख्य वाहक बना रहा और इसमें 2014-15 में 10.3 प्रतिशत प्रगति की है, जबकि पिछले साल यह 7.8 प्रतिशत रही थी। अग्रिम अनुमानों के अनुसार 2015-16 में यह 9.2 प्रतिशत (स्थिर मूल्यों पर) होने की उम्मीद है। ऐसा जन प्रबंधन, रक्षा और अन्य सेवाओं में कम विकास के कारण हुआ। वर्ष 2015-16 के पहले सात महीनों में सेवा क्षेत्र में एफडीआई इक्विटी आवकों में बढ़ोत्तरी का रूख रहा  और एफडीआई आवक में 74.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वैश्विक मंदी के कारण अगले कुछ महीनों में भारत के सेवा निर्यात में गिरावट रहने का जिक्र किया गया है।

आर्थिक सर्वे की अहम बातें -

-वित्त वर्ष 2016-17 में जीडीपी वृद्धि दर 7.0 से 7.75 प्रतिशत के दायरे में रहेगी।

-सातवें वेतन आयोग की सिफारिश लागू करने से मंहगाई बढने का खतरा नहीं।

-वित्त वर्ष 2015-16 में आर्थिक वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान।

चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा 3.9 प्रतिशत तक सीमित रखने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा।

-व्यापार घाटा पिछले साल के मुकाबले कम हुआ।

-महंगाई दर 4 से 4.5 फीसदी रहने का अनुमान।

-अगले 2-3 साल में 8 से 10 फीसदी ग्रोथ संभव।

-टैक्स छूट को धीरे-धीरे खत्म करना होगा।

-टैक्स बेस 5.5 से बढ़ाकर 20 फीसदी होना चाहिए।

हाईकोर्ट में तेलंगाना पुलिस ने कहा, दलित नहीं था रोहित वेमुला

तेलंगाना (सं.सू.)। संसद के दोनों सदनों में जेएनयू और रोहित वेमुला मामले को लेकर हंगामा जारी है। बजट सत्र के पहले दिन बसपा प्रमुख मायावती ने रोहित आत्‍महत्‍या की जांच कमेटी में एक दलित को शामिल करने की मांग की थी।

इस बीच तेलंगाना पुलिस ने हाईकोर्ट में कहा है कि रोहित वेमुला दलित नहीं था। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने कोर्ट में जो रिपोर्ट दाखिल की है उसमें कहा गया है कि रोहित वेमुला दलित छात्र नहीं था इसलिए उसका मामला एससी/एसटी एक्‍ट के तहत नहीं आता है।

मालूम हो कि रोहित की आत्‍महत्‍या के बाद इस मुद्दे पर जमकर राजनीति हुई थी कि वो एक दलित छात्र था। हालांकि, सरकार और मंत्री लागातार यह कहते रहे कि वो दलित छात्र नहीं था। अब पुलिस की रिपोर्ट में भी इस बात का खुलासा हो गया है।

मैं भी देवी दुर्गा की पूजा करती हूँ,उनका अपमान कैसे कर सकती हूँ-स्मृति ईरानी

नई दिल्ली (सं.सू.)। जेएनयू में महिषासुर शहादत दिवस पर मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के बयान पर फिर संसद में शुक्रवार को हंगामा हुआ है। राज्यसभा में देवी अपमान का मुद्दा फिर उठा और कांग्रेस के सदस्य आनंद शर्मा ने कहा कि सदन में दुर्गा का अपमान किया गया और हम देवी दुर्गा का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने स्मृति से इस बयान को लेकर माफी मांगने को कहा। 

दूसरी तरफ राज्यसभा में स्मृति ईरानी ने इसपर जवाब देते हुए कहा कि मैं भी हिंदू और देवी दुर्गा की उपासक हूं। मैंने सिर्फ विश्वविद्याल का छपा हुआ दस्तावेज पढ़ा था। लेकिन उनके बयान के बावजूद कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष उनके माफी मांगने पर अड़ा है। जबकि स्मृति ने माफी मांगने से इंकार कर दिया है।

गौर हो कि गुरुवार को भी कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाते हुए स्मृति से इस्तीफे की मांग की थी। कांग्रेस ने स्मृति ईरानी के इस कदम को आपत्तिजनक बताया और कहा कि उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि ये गलत परंपरा है और ईरानी अगर माफी नहीं मांगतीं हैं तो इसका असर सदन की कार्रवाई पर पड़ेगा। स्मृति ईरानी ने कहा था कि ये छात्र महिषासुर को पूर्वज मानते हैं लेकिन मां दुर्गा का अपमान करते हैं।

स्मृति ईरानी ने संसद में बहस के दौरान महिषासुर दिवस के आयोजन का एक पर्चा पढ़कर सुनाया था। उन्होंने कहा कि ' मुझे ईश्वर माफ करें इस बात को पढ़ने के लिए। इसमें लिखा है कि दुर्गा पूजा सबसे ज्यादा विवादास्पद और नस्लवादी त्योहार है। जहां प्रतिमा में खूबसूरत दुर्गा मां को काले रंग के स्थानीय निवासी महिषासुर को मारते दिखाया जाता है। महिषासुर एक बहादुर, स्वाभिमानी नेता था, जिसे आर्यों द्वारा शादी के झांसे में फंसाया गया। उन्होंने एक सेक्स वर्कर का सहारा लिया, जिसका नाम दुर्गा था, जिसने महिषासुर को शादी के लिए आकर्षित किया और 9 दिनों तक सुहागरात मनाने के बाद उसकी हत्या कर दी। स्मृति ने गुस्से से तमतमाते हुए सवाल किया कि क्या ये अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है? कौन मुझसे इस मुद्दे पर कोलकाता की सड़कों पर बहस करना चाहता है?

जदयू प्रवक्ता ने मृतक भाजपा नेता को बताया धरती का बोझ

पटना (सं.सू.)। जदयू के विधान पार्षद और प्रवक्ता संजय सिंह ने सदन में कहा कि जिन भाजपा नेता की हत्या हुई है वह धरती पर बोझ थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय ने इसके बाद कहा कि सरकार राजनीतिक हत्याएं करा रही है। जदयू नेता के द्वारा विवादित बयान देने के बाद विपक्ष ने सदन में नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया।

विदित हो कि भाजपा ने बलात्कार के आरोपी विधायक की गिरफ्तारी की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव लाया था और प्रस्ताव पर चर्चा नहीं होने की स्थिति में सदन नहीं चलने देने की बात कही थी। विपक्ष के विधायक लगातार आरोपी विधायक की गिरफ्तारी का मांग कर रहे थे। साथ ही विशेश्वर ओझा के हत्यारों की गिरफ्तारी की भी मांग कर रहे थे। इसी दौरान जदयू नेता ने यह विवादित बयान दिया। जदयू नेता इतने पर ही नहीं रूके और मंगल पाण्डेय को जुवेनाइल अध्यक्ष कह डाला।

बाद में बिहार विधानसभा 12 बजे तक के लिए स्थगित हो गयी। वहीं विधान परिषद को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

ताजा समाचार मिलने तक सदन के पटल से संजय सिंह के उस बयान को हटा दिया गया है जिसमें उन्होंने दिवंगत नेता को धरती का बोझ कहा था।

Thursday, February 25, 2016

पांच साल में बिहार को विकसित बना देगी नीतीश सरकार-राज्यपाल

पटना (सं.सू.)। राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को बिहार विधानमंडल के संयुक्त सदन को संबोधित किया। उनके अभिभाषण के साथ ही बिहार विधानमंडल का बजट सत्र शुरू हुआ। विधानसभा के संयुक्त सदन में राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने राज्य सरकार की उपलब्धियों और उसके आगामी कार्यक्रमों पर प्रकाशा डाला। सभी को शुभकामना देते हुए कहा कि बिहार में न्याय के साथ विकास की नीति जारी रहेगी। भरोसा दिलाया कि बिहार में कानून का राज रहेगा। उन्होंने राज्य सरकार के 7 निश्चय का प्रमुखता से जिक्र किया।

अपने सवा घंटे के अभिभाषण में राज्यपाल ने कहा कि आगामी पांच वर्षों में बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के सरकार के संकल्प के तहत सुशासन के कार्यक्रम 2015-20 और विकसित बिहार के 7 निश्चय तय समय सीमा के अंदर लागू करना है। इसके लिए बिहार विकास मिशन का गठन किया गया है। मुख्य आसन पर राज्यपाल बैठे थे। उनकी दाईं ओर लगे आसन पर विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी जबकि बाईं ओर विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह मौजूद थे। सत्ता पक्ष की पहली कतार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव, वित्त मंत्री अब्दुलबारी सिद्दिकी, ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार मौजूद थे। ठीक पीछे दूसरी कतार की पहली सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री सह विधान पार्षद राबड़ी देवी आकर बैठीं।

विपक्ष की पहली कतार में प्रथम सीट पर नेता प्रतिपक्ष डां. प्रेम कुमार, उनके बाद क्रमश: भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी, नंदकिशोर यादव, विधान पार्षद मंगल पांडेय और अरुण कुमार सिन्हा मौजूद थे। अपने प्रारम्भिक उद्बोधन के साथ कार्यवाही शुरू करने के बाद अध्यक्ष श्री चौधरी राज्यपाल को सदन में लाने के लिए बाहर गए। प्रोटोकाल की नई गाइडलाइन के तहत उनके साथ मुख्यमंत्री और संसदीय कार्यमंत्री भी गए। राज्यपाल 11:30 बजे सदन में आए। राज्यपाल के आने और रवानगी के समय राष्ट्रधुन बजा। संयुक्त सदन में मौजूद सभी सदस्य सम्मान में खड़े हो गए। राज्यपाल का अभिभाषण 11:34 से 12:49 तक चला। इस दौरान भाजपा सदस्यों ने सीट पर बैठे-बैठे बालू उत्खनन, कानून-व्यवस्था, चापाकल, अपराध और राजनीतिक हत्याओं के मुद्दे पर राज्य सरकार के विरोध में प्लेकार्ड दिखाए।

राज्यपाल का अभिभाषण सरकार के 7 निश्चयों पर केंद्रित रहा। उन्होंने कहा कि 24 घंटे हर घर बिजली, सभी घर में शौचालय, हर घर तक पक्की गली एवं नालियां और घर-घर पीने का शुद्ध पानी मुहैया कराया जाएगा। सरकार की प्राथमिकता कानून का राज्य स्थापित करने की है। अपराध पर अंकुश के लिए पुलिस तंत्र को सुदृढ़ किया जा रहा है। 
भ्रष्टाचार पर अंकुश को लेकर सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस की है। अब तक 6 भष्ट्र लोकसेवकों की संपत्ति जब्त की गई है।
नई उत्पाद नीति के तहत 1 अप्रैल से पूरे बिहार में देसी और मसालेदार शराब और ग्रामीण क्षेत्रों में विदेशी शराब की बिक्री बंद कर दी जाएगी।

एक्सिस बैंक लूटकांड में 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली

हाजीपुर (सं.सू.)। बुधवार की दोपहर सदर थाने के दौलतपुर में एक्सिस बैंक की शाखा से 8 लाख 26 हजार 927 रुपये की हुई लूट के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली है। लूट की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे वैशाली एसपी राकेश कुमार समेत तमाम वरीय पदाधिकारियों ने घंटों पूरे मामले की जांच की थी। पुलिस ने जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार करने का दावा भी किया था। लेकिन घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। इस मामले में बैंक के डिप्टी मैनेजर सूरज कुमार ने छह अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है। इस संबंध पुलिस पदाधिकारी इतना जरूर बता रहे हैं कि अपराधियों की पहचान कर ली गयी है और जल्द ही सभी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। जिले में एक के बाद एक बैंक की लूट की घटना हो रही है। इन घटनाओं के बावजूद न तो पुलिस प्रशासन चेत रही है और न ही बैंक प्रबंधन। हर लूट की घटना के बाद एक बात जो सामने आती है, वह है या तो रुपये ले जाते वक्त बैंक प्रबंधन पुलिस को सूचना नहीं देती है या फिर बैंक के अंदर सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा होता। अगर लगा भी होता है तो उसकी क्वालिटी घटिया होती है। कई बैंकों में तो मानक के अनुरूप सुरक्षा गार्ड की भी तैनाती नहीं है। बुधवार को सदर थाने के दौलतपुर में जिस एक्सिस बैंक में लूट की घटना घटी वहां भी कुछ इसी तरह की चूक की बात सामने आ रही है। पुलिस की मानें तो बैंक में जो सीसीटीवी कैमरा लगा था वह कारगर नहीं था।

RJD विधायक को लड़की परोसनेवाली सुलेखा गिरफ्तार

नालंदा (सं.सू.)। चर्चित नाबालिग दुष्कर्म मामले की आरोपी और विधायक तक नाबालिग को पहुंचाने वाली सुलेखा देवी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने सुलेखा देवी को आज सुबह नालंदा के हिलसा के खड्डी गांव से अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने सुलेखा के साथ-साथ उसकी बेटी और मां को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मीडिया को बताया है कि उसकी बेटियों और मां को इसलिये गिरफ्तार किया गया है कि वे लोग भी सुलेखा के लिये काम करते थे।

सुलेखा देवी पूरी तरह से सुनियोजित ढंग से सेक्स रैकेट चलाती है और उसमें उससे जुड़े लोगों की भूमिका है। सुलेखा देवी नाबालिग लड़कियों को लालच और अच्छी लाइफ का वादा करके फंसाती है और रसूखदारों से अच्छी कीमत वसूलकर उन लड़कियों को फ्लेशट्रेड के धंधे में डालती है। पुलिस की माने तो सुलेखा देवी ने इस धंधे को पूरी तरह पेशेवर तरीके से अपना रखा है। इतना ही नहीं यह भी खुलासा हुआ है कि सुलेखा देवी का यह धंधा खानदानी है और पहले सुलेखा की मां इस रैकेट को संभालती थी। मां से सारी ट्रेनिंग लेने के बाद सुलेखा इस धंधे में बकायदा आई और कम समय में उसने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की।

गौरतलब हो कि 6 फरवरी को सुलेखा देवी ने नवादा के विधायक राजबल्लभ यादव के साथ एक नाबालिग छात्रा को भेजा था। इसके एवज में सुलेखा ने विधायक से तीस हजार रुपये भी लिये थे। विधायक ने नाबालिग के साथ रातभर पोर्न फिल्म देखकर और दिखाकर दुष्कर्म करता रहा और विरोध करने पर अंगरक्षक से भी दुष्कर्म करवाने की धमकी देता रहा। इस मामले में विधायक अभी फरार हैं जबकि सुलेखा देवी अंडरग्राउंड हो गई थी। सुलेखा देवी पर दर्जनों भोली-भाली नाबालिग लड़कियों को बहला फुसलाकर बेचने का आरोप है।

इंटर परीक्षा के दूसरे दिन भी दिखी कड़ाई

हाजीपुर (सं.सू.)। इंटर परीक्षा 2015 और 2016, दोनों में ही वही प्रशासनिक व्यवस्था व वही परीक्षा केंद्र लेकिन 2015 में संपन्न हुई परीक्षा से 2016 की परीक्षा की तस्वीर काफी अलग। प्रशासन ने इस बार कदाचारमुक्त परीक्षा को थोड़ी सी इच्छा शक्ति दिखायी और उसके सार्थक परिणाम दिखने लगे। जिन परीक्षा केंद्रों पर कभी छड़पार्थियों की भीड़ लगी रहती थी, परीक्षार्थियों तक नकल सामग्री पहुंचाने की तरह-तरह की जुगाड़ लगायी जाती थी। आज उस परीक्षा केंद्र की तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही है। परीक्षा केंद्रों के बाहर की शांति देख यह अनुमान लगाना मुश्किल जान पड़ता है कि क्या यह वही परीक्षा केंद्र है, जहां पिछले वर्ष कदाचार कराने वालों की भीड़ लगी रहती थी।

कदाचारमुक्त व शांतिपूर्ण वातावरण में इंटर परीक्षा संपन्न कराने को ले प्रतिबद्ध जिला प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था व हनक की वजह से परीक्षा के दूसरे दिन भी कदाचारियों के हौसले पूरी तरह पस्त दिखे। इंटर परीक्षा के दूसरे दिन गुरुवार को जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों से 6 परीक्षार्थियों को कदाचार के आरोप में परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया। कदाचार के आरोप में हाजीपुर अनुमंडल में 4 तथा महनार व महुआ अनुमंडल में 1-1 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया। प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के कारण जिले के सभी परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण माहौल में दूसरे दिन की परीक्षा संपन्न हुई।

इस दौरान डीएम रचना पाटिल एवं एसपी राकेश कुमार समेत तमाम वरीय पदाधिकारियों ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर चल रही परीक्षा का निरीक्षण किया। इस दौरान विशेष निगरानी दल, गश्ती दल व उड़न दस्त टीम विभिन्न परीक्षा केंद्रों का लगातार भ्रमण करती रही। जिला प्रशासन की चौकसी और चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था को देख कदाचार कराने वाले या फिर परीक्षार्थियों के अभिभावक परीक्षा केंद्र से दूर ही खड़े दिखे। परीक्षा केंद्र के अंदर भी परीक्षार्थियों की सघन तलाशी ली गयी तथा उनके पास से बरामद नकल सामग्री को आग के हवाले कर दिया गया। इस बार नकल की गुजाइश नहीं दिख रही है।

रेल मंत्री ने दी बिहार को 3171 करोड़ की सौगातें

पटना (सं.सू.)। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने अपने रेल बजट में बिहार पर विशेष मेहरबानी दिखाई है। इस रेल बजट में 1601 करोड़ की लागत से विक्रमशिला से कटरिया तक नई रेल लाइन का निर्माण करने के एलान के साथ 227 करोड़ से मानसी-सहरसा-दौरम मधेपुरा-पूर्णिया-कटिहार के बीच 172 किलोमीटर की नई रेल लाइन का निर्माण करने की घोषणा की गई है। 131 करोड़ की लागत से करौटा पतनेर मनकट्ठा सर्फेस ट्राइंगिल लाइन के निर्माण का निर्णय लिया गया है। बिहार में यात्री सुविधाओं के लिए 51 करोड़ व यातायात सुविधा के लिए 39 करोड़ की राशि का बजट में है।

रेल बजट में सुगौली से बाल्मिकीनगर तक 744 करोड़ की लागत से 110 किमी रेललाइन के दोहरीकरण के लिए भी राशि का प्रावधान किया गया है। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक एके मित्तल ने बताया कि बजट में बिहार के लिए खास ध्यान रखा गया है। विक्रमशिला से कटरिया तक बनने वाली 16 किमी नई रेल लाइन पर 1601 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह रेल लाइन गंगा पुल से होकर गुजरेगी। इसके साथ ही करौटा पतनेर होकर मनकट्ठा तक नई रेल लाइन के निर्माण से दूरी काफी कम हो जाएगी। हाजीपुर से सुगौली तक बनने वाली 106 किमी रेललाइन के निर्माण के लिए 732 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। मधेपुरा में बन रहे इंजन कारखाने को इस क्षेत्र से जोड़ने के लिए मानसी-सहरसा-दौरम मधेपुरा-पूर्णिया-कटिहार तक 172 किमी रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा। मुंगेर रेल पुल के लिए बजट में 375 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। 31 मार्च तक पुल से ट्रेन का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। 39 किमी डेहरी आनसोन से भूतनाथपुर नई रेल लाइन, 45 किमी मधुबनी बेनीपट्टी पुपरी नई रेल लाइन, 45 किमी सीतामढ़ी-जनकपुर वाया बथनाहा नई रेल लाइन के लिए सर्वेक्षण कार्य के लिए राशि स्वीकृत की गई है। राधिकापुर बारसोई रेल लाइन के दोहरीकरण करने का भी प्रस्ताव पारित किया गया है।

चालू रेल परियोजनाओं के लिए 1250 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसके तहत सकरी हसनपुर रेललाइन के लिए 30 करोड़, खगड़िया-कुशेश्वरस्थान के लिए 30 करोड़, कोसी रेल पुल के लिए अलग से 60 करोड़, कोडरमा-तिलैयारेल लाइन के लिए 100 करोड़, मोतीहारी-सीतामढ़ी के लिए 20 करोड़ की राशि दी गई है। इसके साथ ही बनमनखी पूर्णिया बिहारीगंज के लिए 40 करोड़, लौकहा-निर्मली एवं सहरसा-फारबिसगंज रेल लाइन के आमान परिवर्तन के लिए 250 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। कटरिया-कुरसेला, हाजीपुर-रामदयालु नगर दोहरीकरण के लिए 160 करोड़, हाजीपुर बछवाड़ा के लिए 70 करोड़ की राशि दी गई है। समस्तीपुर-दरभंगा के लिए 45 करोड़ राशि का बजट में प्रावधान किया गया है।

देशविरोधी नारे लगाने पर इलाहाबाद में हंगामा

इलाहाबाद (सं.सू.)। राष्ट्र विरोधी नारे लगाने को लेकर कलेक्ट्रेट में गुरुवार दोपहर बवाल हो गया। सीपीआइएम कार्यकर्ताओं और वकीलों के बीच जमकर मारपीट हुई जिसमें वामपंथी कार्यकर्ताओं समेत कई वकील घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को काबू में किया। अधिवक्ता और सीपीआइएम की ओर से कर्नलगंज थाने में तहरीर दी गई है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्‍सवादी, कम्युनिस्ट पार्टी लिबरेशन समेत अन्य संगठनों की ओर से गुरुवार को कई मुद्दों को लेकर कलेक्ट्रेट में धरना दिया जा रहा था। इस दौरान वामपंथी कार्यकर्ता जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार समेत अन्य आरोपियों को तत्काल रिहा करने और भारत के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इस बीच वहां कुछ वकील पहुंच गए। आरोप है कि अधिवक्ताओं ने धरना दे रहे लोगों से मारपीट शुरू कर दी जबकि वकीलों का आरोप है कि वहां पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे। धरने पर बैठे लोग भी वकीलों से मारपीट करने लगे। इससे नाराज कुछ वकीलों ने ईंट-पत्थर चलाते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी। मारपीट और हंगामे से कलेक्ट्रेट का माहौल बिगड़ गया। पुलिस ने किसी तरह हालात को संभाला और घायल लोगों को अस्पताल भिजवाया। कुछ देर बाद कर्नलगंज थाने पर कम्युनिस्ट पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया।

प्रभु की कृपा से नहीं बढ़ा किराया,2020 तक समाप्त होगी वेटिंग लिस्ट

नई दिल्ली (सं.सू.)।  वर्ष 2016-17 के लिए गुरुवार को पेश रेल बजट में यात्री किराए और माल भाड़े में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। रेलवे ने तीन नयी सुपरफास्ट ट्रेनें शुरू करने और वर्ष 2019 तक समर्पित उत्तर-दक्षिण, पूरब-पश्चिम और पूर्वी तटीय माल ढुलाई गलियारा बनाने की घोषणा की। लोकसभा में अपना दूसरा बजट पेश करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे के किराए भाड़े की दरों को तर्कसंगत बनाने का वादा किया ताकि रेलवे एक आधुनिक परिवहन प्रणाली के रूप में परिवहन के अन्य साधनों से प्रतिस्पर्धा कर सके।उन्होंने कहा कि रेलवे माल ढुलाई के क्षेत्र में और अधिक प्रकार के माल ढोने के उपाय करेगी जिससे अतिरिक्त संसाधन अर्जित किये जा सकें। पिछले साल से हटकर रेल मंत्री ने इस बार न तो यात्री किराए में और न ही माल भाड़े की दरों में कोई छेड़छाड़ की। पिछली बार उन्होंने माल भाड़े की दरों में संशोधन किया था।रेल बजट 2016-17 में तीन नयी सुपरफास्ट रेल गाड़ियां चलाने की घोषणा की गई है। इनमें हमसफर नाम की गाड़ियां पूरी तरह से वातानुकूलित 3एसी के डिब्बों वाली होंगी जिनमें भोजन का भी विकल्प होगा। वहीं तेजस नाम से चलाई जाने वाली नयी गाड़ियां 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और इनमें मनोरंजन, वाईफाई तथा स्थानीय व्यंजनों जैसी सेवाएं प्रदान की जाएंगी।



इन दोनों ट्रेनों के परिचालन की लागत उनके किराए के साथ साथ दूसरे तरीकों से वसूली जाएगी। तीसरी प्रकार की ट्रेन उदय नाम से चलाई जाएगी जो दो तला होगी और इसके साथ उत्कृष्ट नाम से वातानुकूलित दो तला गाड़ियां चलाने की घोषणा की गई है। ये दो तला गाड़ियां व्यस्त मार्गों पर चलाने की योजना है।

करीब घंटे भर के रेल बजट भाषण के बाद विपक्षी सदस्य सदन में जहां निराश से दिखे वहीं भाषण की समाप्ति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी सीट से उठकर सुरेश प्रभु की सीट के पास गए और हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव सहित कई विपक्षी सदस्य भी रेल मंत्री को बधाई देने आए लेकिन अधिकतर सदस्य मायूस ही दिखे। कई विपक्षी सदस्य तो इसे रेल बजट भाषण नहीं बल्कि ‘विजन डाक्यूमेंट’ कहते नजर आए।

रेल बजट भाषण के दौरान सदन में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सत्ता पक्ष की ओर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली और विधि मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा प्रमुख तौर पर उपस्थित थे वहीं विपक्ष की ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ध्यान से बजट भाषण सुनते नजर आए।

रेल बजट 2016-17 के अहम बिंदु:-

-यात्री किराये, माल भाड़े में कोई वृद्धि नहीं।

-रेल ढांचागत सुविधाओं को उन्नत बनाने के लिये पांच साल में 8.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे।

-वित्त वर्ष 2016-17 में 1.21 लाख करोड़ रुपये निवेश किये जाएंगे।

-तीन तरह की नई सुपर-फास्ट ट्रेनें हमसफर एक्सप्रेस, तेजस, उदय।

-महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के लिये आस्था सर्किट ट्रेनें शुरू होंगी।

-सुपर-फास्ट अनारक्षित ट्रेन अंत्योदय एक्सप्रेस।

-पानी, मोबाइल चार्ज करने की सुविधा के साथ अनारक्षित दीन दयालु डिब्बे।

-वरिष्ठ नागरिकों के लिये नीचे की सीटों पर 50 प्रतिशत और अरक्षण।

-वर्ष 2020 तक रेलगाड़ियों में मांग पर आरक्षित सीट उपलब्ध। इसके लिए डबल डेकर ट्रेनें चलाई जाएंगी जिनमें 72 की जगह 100 स्लीपर सीटें होंगी।

-400 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा होगी, इसमें अगले वित्त वर्ष में 100 पर यह सुविधा उपलब्ध होगी।

-ऑनलाइट टिकट बुकिंग क्षमता 2,000 से बढ़ाकर 7,200 प्रति मिनट की गयी।

-सभी बड़े स्टेशनों पर सीसीटीवी निगरानी।

-अगले साल तक ट्रेनों में 30,000 बायो टॉयलेट।

-मांग पर डिब्बों की सफाई जल्द।

-पत्रकारों के लिये रियायती पासों पर आनलाइन टिकट बुकिंग सुविधा।

-पायलट आधार पर बार-कोडेड टिकट, स्कैनर।

-विदेशी डेबिट,क्रेडिट कार्डों पर ई-टिकट की सुविधा।

-टिकटों की बिक्री ‘हैंड हेल्ड टर्मिनल’ के जरिये जल्द।

-अजमेर, पुरी, वाराणसी, नागापत्तनम समेत तीर्थस्थल से जुड़े स्टेशनों का सौंर्दयीकरण।

-रेलगाड़ियों में मनोरंजन के लिये एफम रेडियो स्टेशन।

-बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों के लिये रेल मित्र सेवा।

-रेल यात्रियों के लिये वैकल्पिक यात्रा बीमा।

-बच्चों को खाने-पीने की चीजें उपलब्ध कराने के लिये जननी सेवा।

-स्वत: चालित दरवाजों, बायो-वैक्यूम टायलट, सुंदर दिखने वाले स्मार्ट डिब्बे।

-टिकट संबंधी मुद्दों, शिकायतों के लिये मोबाइल एप्प।

-ट्रेनों में सूचना बोर्ड, डिब्बों के भीतर जीपीएस आधारित डिजिटल डिस्प्ले।

-अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के लिये जापान के साथ विशेष उद्देश्यीय कंपनी।

-यात्री किराये पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च।

-तीन सीधी और पूर्णत: वातानुकूलित ‘हमसफर’ रेल गाड़िया 130 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से चलेंगी ।

-पत्रकारों के लिए रियायती दर पर टिकटों की ई-बुकिंग पेश की गई।

-महिलाओं के लिए 24 घंटे की हेल्पलाईन नंबर 182 होगी ।

-रेलवे के 2 एप्प के जरिए टिकट बुक या कैंसिल होंगे।

-अहमदाबाद से मुंबई तक हाईस्पीड ट्रेन चलेगी।

-अब कुलियों को सहायक कहकर बुलाया जाएगा।

-रेलवे स्टेशनों पर मिल्क फूड की व्यवस्था होगी।

-जीपीएस सिस्टम से ट्रेनों की सही और सटीक जानकारी मिलेगी। 

-ट्रेन की हर कोच में जीपीएस सिस्टम लगाए जाएंगे।

-हर कैटेगरी के कोच में 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।

-2020 तक 95 फीसदी ट्रेनें सही समय से चलेंगी।

- सभी बड़े स्टेशनों पर सीसीटीवी और महिलाओं के लिए हेल्पलाईन होंगे।

-अगले साल 400 रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई होगा।

-रेलवे में सभी पदों के लिए ऑनलाइन भर्ती होगी।

-पैसेंजर ट्रेन में बायो टॉयलेट बनाने की कोशिश की जाएगी।

Wednesday, February 24, 2016

BJP सांसद ने गंदी नाली को देख उठाई कुदाल, खुद कर दी सफाई


बक्सर (सं.सू.)। भाजपा सांसद अश्विनी चौबे चर्चा में हैं। सोमवार को गांव के नाली से बहते गंदे पानी देख सांसद न नाराज हुए और न किसी को कोई सीख दी, बल्कि वे स्वयं कुदाल लेकर नाली की सफाई करने लगे। सांसद को ऐसा करते देख गांव के लोग भी सफाई अभियान में लग गए हैं।

गौरतलब है कि भाजपा सांसद अश्विनी चौबे अपने क्षेत्र में 'सांसद आपके द्वार' नामक कार्यक्रम चलाते हैं। कार्यक्रम के तहत बक्सर के बलिया पंचायत के कोरी गांव पहुंचे थे। वे यहां लोगों से मिलकर उनकी समस्या सुन रहे थे। इसी बीच उनकी नजर गांव की नली से बहते गंदे पानी पर पड़ी। उन्होंने ग्रामीणों से कुदाल लेकर स्वयं सफाई करना प्रारंभ कर दी। सांसद को नाली साफ करते देख ग्रामीण भी सफाई अभियान में लग गए। अश्विनी चौबे को फायर ब्रांड नेता के रुप में जाना जाता है। वे बिहार में एनडीए सरकार के दौरान मंत्री भी रह चुके हैं।

सरकार नहीं मानती जेएनयू राष्ट्रविरोधियों का अड्डा है-राजनाथ सिंह


नयी दिल्ली (सं.सू.)। लोकसभा में जेएनयू विवाद पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, स्मृति ईऱानी ने वो सारी बातें कह दी जो कहनी चाहिए। न सिर्फ इस सदन के लिए बल्कि पूरे देश के लिए उनका भाषण आंख खोलने वाला है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा,  हमारी सरकार कभी नहीं मानती की जेएनयू राष्ट्रद्रोहियों का अड्डा है।

यहां अलग- अलग क्षेत्रों से लोग आते हैं। प्रतिभावान छात्रों को मौका मिलता है। छात्र किसी भी विश्वविद्यालय की पूंजी होती है। छात्र का जीवन आंदोलनकारी होता है। उन्हें किसी भी मामले पर अपनी बात रखने और विरोध दर्ज कराने की आजादी है लेकिन इसकी सीमा है।

अगर वो सीमा पार होगी तो कोई भी इसे माफ नहीं करेगा। सरकार की जेएनयू मामले में कोई भूमिका नहीं है। पुलिस अगर इस मामले की जांच सही करती है तो अदालत इस पर कार्रवाई करेगी। सदन को इतना मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसी भी निर्दोष छात्र को तकलीफ नहीं होने देगी। जेएनयू में भारत विरोधी जो नारे लगाये गये उसके खिलाफ पूरा देश है। इससे ज्यादा मुझे कहने की आवश्यकता नहीं है। जब भी मैं कहता हूं तो मैं सबूतों के आधार पर कहता है।

जेएनयू और हैदराबाद विश्वविद्यालय विवाद में सरकार ने जहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर राजनीतिक अवसरवादिता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जेएनयू के कुछ छात्रों पर लगे देशद्रोह के आरोपों पर बहस हो सकती है, लेकिन ये आरोप सही हैं या गलत, इसका फैसला अदालत ही करेगी।

गृह मंत्री ने कहा, मैं आश्वासन देता हूं कि किसी भी छात्र को परेशान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और पटियाला हाउस कोर्ट में जो कुछ हुआ (कन्हैया और पत्रकारों पर हमला) उसके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

राजनाथ सिंह ने कहा कि 9 फरवरी को जेएनयू में जो नारे लगाए गए, सारा देश उससे असहमत है और सदन ने भी उसकी निंदा की है। मामला अदालत में है और हमें अदालत के फैसले की प्रतीक्षा करनी चाहिए।

राजनाथ ने कहा, देशद्रोह के आरोप पर बहस हो सकती है, लेकिन हमें बहस करने की जरूरत नहीं है। ये आरोप सही हैं या गलत, इसका फैसला अदालत ही कर सकती है और गलत पाए जाने वह उसे बरी करेगी।

लोकसभा में स्मृति ने विपक्ष को दिया करारा जवाब, बोलीं- कर्तव्य का पालन किया तो माफी किस बात की


नई दिल्ली (सं.सू.)। रोहित वेमुला खुदकुशी मामले में लोकसभा में चल रही बहस का जवाब देते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि हैदराबाद विश्वविद्यालय में जो कुछ हुआ, मैंने कर्तव्य का पालन किया है। मैं माफी नहीं मांगूंगी। इस दौरान कांग्रेस, वामपंथी और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सदन से वॉकआउट कर बाहर चले गए। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कहा, मेरा नाम स्मृति ईरानी है, मैं चुनौती देती हूं, मेरी जाति बताकर देखिए।

विपक्ष को जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेरा नाम स्मृति है, मैं आपको चुनौती देती हूं कि मेरी जाति बताकर दिखाइए। मुझे सूली पर चढ़ाया जा रहा है, अमेठी से चुनाव लड़ने की आप लोग (कांग्रेस) सजा देना चाहते हैं मुझे। मुझसे जवाब मांगने वाले मुझसे दाखिला कराने को कहते हैं, मैंने कई बार सिफारिश पर दाखिले करवाए हैं।

जेएनयू मामले में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा कि सत्ता तो इंदिरा गांधी ने भी खोई थी लेकिन उनके बेटे ने भारत की बर्बादी के नारों का समर्थन नहीं किया था।

लोकसभा में जेएनयू, हैदराबाद विश्वविद्यालय एवं अन्य उच्च शिक्षण संस्थाओं की स्थिति पर आज हुई विशेष चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए स्मृति ने कहा, ‘‘ किसी घटना स्थल पर राहुल गांधी दोबारा नहीं जाते लेकिन इस मामले में (हैदराबाद विश्वविद्यालय में दलित छात्र की आत्महत्या) राजनीतिक अवसरवादिता के चलते दो बार गए। कांग्रेस सदस्यों के टोकाटाकी पर स्मृति ने कहा, ‘क्या अमेठी से चुनाव लड़ने की मुझे सजा दी जा रही है।'  उल्लेखनीय है कि अमेठी से राहुल गांधी सांसद हैं जिनके खिलाफ पिछले लोकसभा चुनाव में वह भाजपा की उम्मीदवार थी।

उन्होंने कहा कि अगर राहुल उनसे कहते कि हम दोनों जेएनयू चलते हैं क्योंकि वह जेएनयू जहां के बच्चों ने सीमा पर कुर्बानी दी वहां कुछ लोग आज भारत की बर्बादी के नारे लगा रहे हैं, तो वह खुशी खुशी जातीं। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं कहा।

विपक्ष की टोकाटोकी पर उन्होंने व्यंग्य किया कि आप लोग अल्पसंख्यकों की बात करते हैं तो मैं भी यह कह सकती हूं कि मैं एक महिला हूं और अत्यंत सूक्ष्म अल्पसंख्यक वर्ग (पारसी) से आती हूं, इसलिए मुझे नहीं बोलने दे रहे हैं।

स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्हे हजारों की संख्या में लोगों से अर्जियां मिली हैं और उन्होंने इसका निपटारा किया और किसी से यह नहीं पूछा कि उनकी जाति या धर्म क्या है। विपक्ष खासकर कांग्रेस के आरोपों पर तीखे तेवर अपनाते हुए स्मृति ने कहा कि मुझ पर आरोप लगाये जा रहे हैं कि हैदराबाद विश्वविद्यालय को पत्र क्यों लिखा। कांग्रेस सांसद हनुमंथ राव के कई पत्र मुझे मिले और इसमें कहा गया कि हैदराबाद विश्वविद्यालय में न्याय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी नीयत में कोई खोट नहीं थी और इस कारण पत्र लिखा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक बच्चे की मृत्यु पर राजनीति की जा रही है। जिस समिति ने दलित बच्चे को बर्खास्त करने की सिफारिश की, उसका गठन कांग्रेस की सरकार के समय हुआ था। अपनी बात रखते हुए कई बार स्मृति बेहद भावुक हो गई और अपने भावनाओं पर काबू करती दिखीं। उन्होंने कहा कि रोहित के शव का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार की तरह किया गया। उस बच्चे के पास काफी समय तक कोई नहीं गया।

उन्होंने सवाल किया कि वहां डाक्टर नहीं पहुंचने पर कौन चिकित्सकीय रूप से इतना कुशल था जिसे वेमुला को मृत घोषित किया। कांग्रेस विशेष तौर पर राहुल गांधी द्वारा विश्वविद्यालय के कुलपतियों को बदलने जाने के आरोप पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि संप्रग के समय नियुक्त किये गए किसी कुलपति को हटाया नहीं गया है।

जेएनयू प्रकरण पर विपक्ष खासकर कांग्रेस के आरोपों के जवाब में स्मृति सदन में काफी दस्तावेज और कागजात लेकर आई थी। उन्होंने कहा कि इनमें ऐसे कागजात है जो गृह मंत्रालय के नहीं बल्कि जेएनयू के सुरक्षा विभाग एवं उस संस्थान के हैं। और इनसे यह बात साबित होती है कि वहां भारत विरोधी और पाकिस्तान समर्थक नारे लगाये गए।

भाजपा ने लोकसभा में लगाया आरोप,कांग्रेस के लिए फैमिली फर्स्ट नेशन लास्ट

नयी दिल्ली (सं.सू.)। लोकसभा में कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जेएनयू मामले पर सरकार को घेरते हुए कहा, जेएनयू छात्र संघ के नेता कन्हैया की गिरफ्तारी गलत है। उन्होंने कहा, कन्हैया के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं हैं फिर भी उसे गिरफ्तार किया गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि कन्हैया ने कहीं भी देश विरोधी नारेबाजी नहीं किया है। वैसे में उसे गिरफ्तार करना दुख की बात है।


ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, महज कुछ छात्रों के नारे लगाने के आधार पर एक यूनिवर्सिटी (जेएनयू) को बर्बाद नहीं करना चाहिए। हमारे गृह मंत्री एक ट्वीट के आधार पर कहते हैं कि जेएनयू नारेबाजी को हाफिज सईद का समर्थन प्राप्त है। वह भी फर्जी ट्वीट के आधार पर, यह शर्मानाक है। सरकार काफी पहले से जेएनयू से रंज रखती आई है क्योंकि यहां के छात्रों ने दादरी, यूजीसी फेलोशिप और रोहित वेमुला जैसे मुद्दों को उठाया। उन्होंने कहा, जेएनयू की आवाज को दबाना चाहती है सरकार, सिर्फ नारे लगाना राष्ट्रदोह नहीं है।


इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं के बयानबाजी को गलत बताया। उन्होंने सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा, सरकार अपने नेताओं को बचा रही है। सरकार देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांट रही है। सबका साथ सबका विकास आपका नारा है। लेकिन आज देश की जनता निराश है और कह रही है। किसका साथ और किसका विकास।

जेएनयू विवाद पर लोकसभा में चर्चा में भाजपा के सांसद अनुराग ठाकुर ने भाग लिया। अनुराग ठाकुर ने कहा कि कैप्टन पवन कुमार ठाकुर ने मात्र 22 साल में देश के लिए शहादत दे दी, उन्होंने आखिरी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि मुझे आरक्षण नहीं चाहिए, हनुमन थप्पा ने देश के लिए कुर्बानी दी। इन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी, देश के लिए जान दी। पवन इकलौता बेटा था 22 साल का। जिसके पिता ने टीवी के सामने पूरी दुनिया को कहा कि मेरा इकलौता बेटा था वह, वह देश के लिए जीना चाहता था, मुझे उस पर गर्व है। पूरे देश को उस पर गर्व है, लेकिन हमें इन पर शर्म है।


इन्होंने जेएनयू का नाम लिया। जेएनयू को बदनाम करने की कोशिश की। माओवादी  व अलगाववादी को समर्थन करने वाले होंगे वहां। ये कांग्रेस के नेता कैप्टन पवन ठाकुर के घर तक नहीं पहुंच सके, लेकिन देश को तोड़ने की बात करने वाले के पास चले गये। जहां श्रीनगर में हमारे फौजी 48 घंटे देश के लिए लड़ते हैं, वहीं ये कांग्रेस नेता अलगाव की बात करने वाले के समर्थन में आते हैं।


अनुराग ठाकुर ने दस्तावेज दिखाते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी चुनाव जीत कर आते हैं, तो लोकतंत्र के मंदिर संसद में मत्था ठेकते हैं। आैर इसी संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरु के पक्ष मेें नौ फरवरी को नारे लगाने वाले के समर्थन में ये कांग्रेस के नेता आते हैं। मैं भावुक इसलिए हूं क्योंकि मेरे दादा फौजी थे, मेरे पिता ने इस हाउस में वन रैंक, वन पेंशन का मुद्दा सबसे पहले उठाया।


उन्होंने सवाल उठाया कि अफजल है कौन? आखिर डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन कौन सी संस्था है? जिनके साथ राहुल गांधी जाकर बैठ गये। उन्होंने यूपीए सरकार के शासन में गृहराज्य मंत्री से पूछ गये प्रश्न के उत्तर के हवाले से डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन की भूमिका पर सवाल उठाया।


अनुराग ठाकुर ने कहा कि नौ फरवरी को नारा लगाया कि चैन से नहीं बैठेंगे भारत की बर्बादी तक, भारत के टुकड़े होंगे इंशाअल्ला इंशाअल्लाह, अफजल गुरु मकबूल भट्ट जिंदाबाद, कितने अफजल गुरु मारोगो। अनुराग ठाकरे ने कहा कि उन्होंने भारत के टुकड़े की बात कही, हम अपने टुकड़े करवा देंगे लेकिन भारत के टुकड़े नहीं होने देंगे।


अनुराग ठाकुर ने कहा कि 2014 में कांग्रेस की सरकार ने तिरंगा झंडा फहराने के लिए मुझे, सुषमा जी व जेटली जी को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि जेएनयू जवाहर लाल नेहरू जी के नाम पर है और उन्हीं के परिवार का सदस्य जेएनयू में राष्ट्रविरोधियों के पक्ष में जाकर खड़ा होता है। इनके लिए फैमिली फर्स्ट, पार्टी नेक्स्ट, नेशन लास्ट है और हमारे लिए कंट्री फर्स्ट, पार्टी नेकस्ट, फैमिली लास्ट है। मैं भारत की आलोचना नहीं सहूंगा। दंतेवाड़ा में 2010 में 76 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए, इनमें मेरे क्षेत्र के दो थे। उनके छोटे बच्चे को मैंने रोते देखा। लेकिन यह स्टूडेंट यूनिनय दंतेवाड़ा के शहीदों पर जश्न मना रहा था। ये अफजल गुरु, याकूब मेनन को शहीद दिखाते हैं।

उन्होंने कहा कि देश यह पूछा रहा है कि आप अफजल गुरु के साथ हाे या शहीदों के साथ, उन्होंने कहा कि राहुल गांधी माओवादियों के साथ जाकर खड़े हो जाते हैं। उन्होंने कहा हमें तय करना है कि माओवाद अलगाववाद को बढ़ावा देने वाले के खिलाफ खड़ा होना है या नहीं।


उन्होंने कहा कि अन्याय करने वाले से ज्यादा अन्याय सहने वाला दोषी होता है। एबीवीपी ने वहीं काम किया वीसी को हुई घटना के बारे में बताया। उन्होंने कहा देश के सामने प्रश्न यह है कि जिस व्यक्ति के नाम पर वहां प्रदर्शन हो रहा था, उसका नाम अफजल गुरु है। कश्मीर की समस्या की बात उठाई जाती है। कांग्रेस के प्रवक्ता अफजल गुरु को अफजल गुरु जी कहते हैं। आतंकियों को शहीद का दर्जा दिया जाता है, कश्मीर की समस्या नेहरू दी की दी हुई है जिसे आज देश भुगत रहे हैं। ये कहते हैं कि देश के टुकड़े टुकड़े कर देंगे, राहुल जी आप बता दो को अाप कौन से टुकड़े पर शासन करना चाहोगे। उन्होंने कहा कि देश के 16 टुकड़े नहीं होने देना गलत है, तो हम गलत हैं।

शीर्ष आतंकी अब्दुल अजीज ने भी माना-भारत में अच्‍छी है मुसलमानों की स्थिति


नई दिल्ली (सं.सू.)। सऊदी अरब की जेल से 10 साल की सजा काटकर लौटे जेहादी अब्दुल अजीज ऊर्फ गिद्दाह ने माना है कि भारत के मुसलमान अच्‍छी हालत में हैं। उसने कहा कि भारत में हमलों की जरुरत नहीं है क्योंकि यहां के मुसलमानों की हालत काफी अच्छी है।

गौर हो कि अब्दुल अजीज उर्फ गिद्दाह एक दशक पहले आंध्र प्रदेश में ब्लास्ट की साजिश रचने का आरोपी है। सऊदी अरब ने 10 साल की जेल काटने के बाद इस महीने की शुरुआत में उसे भारत भेज दिया गया। वहां वह देश की पूर्वी हिस्से में तेल प्रतिष्ठानों को उड़ाने की योजना सहित अन्‍य आतंकी गतिविधियों में शामिल था।

अब्‍दुल को 2005 में सऊदी अरब में गिरफ्तार किया गया था। उस दौरान वह इराक से जेद्दाह जाकर अमेरिकी बलों से लड़ने की योजना बना रहा था। वह जुलाई 2005 में गल्फ एयरवेज फ्लाइट से ढाका से जेद्दा गया था। वहां जाकर एक पाकिस्तानी शकील के घर में रुका था। वह बोस्निया और चेचेन्या के सीमावर्ती इलाकों में लड़ रहा था। अजीज अगली जिहादी कार्रवाई को लेकर जेद्दा निकलने की योजना पर काम कर रहा था, तभी उसे सऊदी सुरक्षा बलों ने हिरासत में ले लिया। उसे आठ साल जेल की सजा मिली लेकिन 10 सालों तक वह जेल में रहा, इसके लिए उसे सऊदी सरकार ने हर्जाना भी दिया। इसके बाद सऊदी अरब ने दो फरवरी को उसे भारत भेज दिया। अजीज को भारत के मुकाबले बोस्निया और चेचेन्या में जिहाद के लिए तैयार किया गया था। 1997 में अजीज को उसके हैंडलर मोहम्मद इस्माइल और पाकिस्तानी लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेटिव सलीम जुनैद भारत में जिहाद के लिए तैयार कर रहे थे।

तब अजीज ने इनसे कहा था कि भारत में इसकी जरुरत नहीं है। उसने कहा था भारत में मुस्लिमों की स्थिति दुनिया के दूसरे मुल्कों से खराब नहीं है। हालांकि, बाद में अजीज मोटी रकम के बदले बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर भारत के खिलाफ युद्ध करने के लिए तैयार हो गया था। शेख ने अजीज को 9.5 लाख रुपये भेजा। इस रकम को हवाला के जरिए अजीज के ससुर को भेज दिया गया। अजीज को हथियार और डेटोनेटर्स के जरिए सिटी में ब्लास्ट करने की साजिश रचने का आरोप हैदराबाद पुलिस ने 2001 में अरेस्ट किया था। वह 2001 में वह बेल पर रिहा हुआ और जमानत अवधि में ही वह 2003 में बांग्लादेश भाग गया। यहां उसने बांग्लादेशी पासपोर्ट हासिल करने के लिए एजेंट को 35,000 रुपए दिए। हालांकि, वह तब भी पासपोर्ट हासिल नहीं कर सका और उसे 2004 में इंडिया भेज दिया गया। आरोप है कि वह अपने आतंकवादी सहयोगी मौलाना नसीरुद्दीन के साथ मिल अहम बांधों और सिकंदराबाद में गणेश मंदिर पर हमला करने का काम रहा था। उसने आठ युवाओं को इसे लेकर ट्रेनिंग दी थी। इस ट्रेनिंग में आईईडी असेंबल करना भी शामिल था। हालांकि इन्हें आंध्र प्रदेश पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। अपनी गिरफ्तारी के डर से अजीज एक बार फिर बेंगलुरु और हावड़ा होते हुए बांग्लादेश भाग गया। इस बार उसे यहां पासपोर्ट मिल गया। उसे मक्का जाने के लिए वीजा भी मिल गया। जुलाई 2005 में वह जेद्दाह के लिए रवाना हो गया।

Tuesday, February 23, 2016

संसद में राष्ट्रपति ने कहा,संसद चर्चा के लिए है, हंगामे के लिए नहीं


नई दिल्ली (सं.सू.)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण के साथ संसद के बजट सत्र की शुरूआत हुई। राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास के उदेश्य से काम कर रही हैं। राष्ट्रपति परंपरा के अनुसार बग्घी से संसद भवन पहुंचे।

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि संसद चर्चा के लिए है हंगामे के लिए नहीं। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार सबका साथ और सबका विकास के उदेश्य से काम कर रही है। पीएम खनिज कल्याण योजना के तहत खनिज वाले इलाके में विकास का काम हो रहा है। स्मार्ट सिटी के लिए 20 शहरों का चुनाव हो चुका है और तेजी से काम जारी है। श्री मुखर्जी ने कहा कि 2018 तक हर घर में बिजली पहुंचेगी। 2022 तक सबको घर मिल जाएगा। जापान की मदद से मुंबई अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड ट्रेन पर काम शुरू हो रहा है। नमामि गंगे के तहत गंगा के किनारे के 118 शहरों में सफाई अभियान जारी है।

रेलवे में स्टेशन से लेकर ट्रेन तक की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, नए कोच भी लगाए जा रहे हैं। स्पेशल ग्रीन हाईवे पॉलिसी योजना की शुरूआत हो चुकी है, इस योजना को पर्यावरण को ध्यान में रख कर बनाया गया है। सौर ऊर्जा पर जोरों से काम हो रहा है यह वैकल्पिक ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत है। मेरी सरकार में पूरी पारदर्शिता से कोयला खदानों का आवंटन किया जा रहा है। चार धामों को सड़क से जोड़ने के लिए 12000 करोड़ का हो रहा खर्च। इन इलाकों में यह विकास के लिए एक अहम योजना है। गांवों में सड़कों को तेजी से बनाया जा रहा है। पिछले एक साल में देश में 7200 किमी सड़कें बनीं हैं। 1 लाख 55 हजार पोस्ट ऑफिस को ऑनलाइन किया जा चुका है। मेरी सरकार में मंहगाई और सरकार का राजकोषीय घाटा कम हुआ है। 24 घंटे किसानों को खेती की जानकारी देने के लिए किसान चैनल शुरू किया गया जिस पर 24 घंटे कृषि संबंधी जानकारियां दी जाती है, इससे देश के किसानों को लाभ मिल रहा है। पिछले 1 साल में देश में मोबाइल का उत्पादन दोगुना हुआ। सरकार ने सरकारी नौकरी के लिए ग्रुप सी और डी में इंटरव्यू खत्म कर दी है। देश में 62 लाख लोगों ने एलपीजी सब्सिडी स्वेच्छा से छोड़ी है। युवाओं को रोजगार देना सरकार का सबसे बड़ा लक्ष्य है। पठानकोट हमले को मुस्तैदी से नाकाम किया गया, हमारे जवानों ने आतंकियों को मुँहतोड़ जवाब दिया। हम देश में ही हथियार बनाने की योजना पर तेजी से काम कर रहे हैं। नवंबर में गोल्ड बॉन्ड की शुरूआत सरकार द्वारा एक अच्छा कदम है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। गरीब से गरीब तक विकास पहुंचाने का लक्ष्य है। सरकार ने वन रैंक वन पेंशन का वादा पूरा किया। मेक इन इंडिया अभियान से विदेेशी निवेश 39 प्रतिशत बढ़ा। सरकार दुनिया को परिवार की तरह देखती है, वसुधैव कुटुम्बकम को आदर्श मानती है।

बीमा और पेंशन योजना से लोगों को लाभ मिलेगा। किसानों के लिए कम ब्याज दर पर सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की। मदरसों में 20 हजार बच्चों को स्कील की ट्रेनिंग दी जा रही है। पानी बचाने के लिए जल क्रांति योजना शुरू की। बिजली बचाने के लिए 6 करोड़ एलईडी बांटे गए। गरीबों की उन्नति, किसानों की समृद्धि और युवाओं को रोजगार सरकार का लक्ष्य है। सबका साथ, सबका विकास मतलब पिछड़े वर्ग का भी विकास है। राष्ट्रपति ने कहा कि संसद चर्चा के लिए है हंगामे के लिए नहीं।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बजट पर पूरे विश्व की निगाह है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की आलोचना हो लेकिन काम भी होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि विपक्ष हमारे साथ मिलकर देश के लिए सार्थक पहल करेगा और चर्चा के दौरान सरकार का सहयोग करेगा।

Monday, February 22, 2016

ना आरक्षण, ना आजादी, मुझे तो चाहिये मेरी रजाई-शहीद कैप्टन पवन ने अंतिम FB पोस्ट में लिखा


नई दिल्ली (सं.सू.)। जम्मू-कश्मीर के पंपोर में रविवार को आतंकियों के खिलाफ मुठभेड़ के दौरान कुमार शहीद हो गए। कुमार तीन साल पहले ही पैरा कमांडो के तौर पर सेना में भर्ती हुए थे। कैप्टन पवन कुमार हरियाणा के जींद से संबद्ध थे जहां जाट आरक्षण के लिए आंदोलन चला रहे हैं।

जेएनयू से संबद्ध रहे जाट समुदाय के शहीद कैप्टन पवन कुमार का मानना था कि देश के लिए प्यार होना ज्यादा महत्वपूर्ण बात है न कि कैंपस में ‘आजादी’ की मांग करना या उनके जाट समुदाय द्वारा हरियाणा में ‘आरक्षण’ की मांग करना। विशेष बल में अधिकारी 23 वर्षीय कुमार ने शनिवार को अपने आखिरी फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘‘किसी को आरक्षण चाहिए तो किसी को आजादी भाई। हमें कुछ नहीं चाहिए भाई, बस अपनी रजाई।’’

जम्मू-कश्मीर के पंपोर में रविवार को आतंकियों के खिलाफ मुठभेड़ के दौरान कुमार शहीद हो गए। कुमार तीन साल पहले ही पैरा कमांडो के तौर पर सेना में भर्ती हुए थे। जेएनयू और एनडीए के बीच एक सहमति कार्यक्रम के तहत उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) से स्नातक किया था। उन्होंने इस विश्वविद्यालय से भी डिग्री प्राप्त की थी।

रविवार को एक सात मंजिली इमारत में मुठभेड़ के दौरान 10 पैरा स्पेशल फोर्सेज के अधिकारी कुमार ने अपने पूरे दल का नेतृत्व किया था। इस इमारत को कम से कम तीन आतंकियों ने अपने कब्जे में लिया हुआ था। सेना ने उसे एक ‘प्रेरणादायी नेतृत्वकर्ता’ बताया है। वह पहले एक आतंकरोधी अभियान में घायल होने के बाद स्वेच्छा से अन्य अभियानों में गये थे। वह हरियाणा के जींद से संबद्ध थे जहां जाट आरक्षण के लिए आंदोलन चला रहे हैं। उनका फेसबुक प्रोफाइल उनके जीवन के बारे में काफी जानकारी देता है। उनके प्रोफाइल में उनकी जीप और मोटरसाइकिल से जुड़ी कई तस्वीरें हैं और उनके कुत्ते टाइसन की भी तस्वीरें हैं।