नई दिल्ली (सं.सू.)। वर्ष 2016-17 के लिए गुरुवार को पेश रेल बजट में यात्री किराए और माल भाड़े में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। रेलवे ने तीन नयी सुपरफास्ट ट्रेनें शुरू करने और वर्ष 2019 तक समर्पित उत्तर-दक्षिण, पूरब-पश्चिम और पूर्वी तटीय माल ढुलाई गलियारा बनाने की घोषणा की। लोकसभा में अपना दूसरा बजट पेश करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे के किराए भाड़े की दरों को तर्कसंगत बनाने का वादा किया ताकि रेलवे एक आधुनिक परिवहन प्रणाली के रूप में परिवहन के अन्य साधनों से प्रतिस्पर्धा कर सके।उन्होंने कहा कि रेलवे माल ढुलाई के क्षेत्र में और अधिक प्रकार के माल ढोने के उपाय करेगी जिससे अतिरिक्त संसाधन अर्जित किये जा सकें। पिछले साल से हटकर रेल मंत्री ने इस बार न तो यात्री किराए में और न ही माल भाड़े की दरों में कोई छेड़छाड़ की। पिछली बार उन्होंने माल भाड़े की दरों में संशोधन किया था।रेल बजट 2016-17 में तीन नयी सुपरफास्ट रेल गाड़ियां चलाने की घोषणा की गई है। इनमें हमसफर नाम की गाड़ियां पूरी तरह से वातानुकूलित 3एसी के डिब्बों वाली होंगी जिनमें भोजन का भी विकल्प होगा। वहीं तेजस नाम से चलाई जाने वाली नयी गाड़ियां 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और इनमें मनोरंजन, वाईफाई तथा स्थानीय व्यंजनों जैसी सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
इन दोनों ट्रेनों के परिचालन की लागत उनके किराए के साथ साथ दूसरे तरीकों से वसूली जाएगी। तीसरी प्रकार की ट्रेन उदय नाम से चलाई जाएगी जो दो तला होगी और इसके साथ उत्कृष्ट नाम से वातानुकूलित दो तला गाड़ियां चलाने की घोषणा की गई है। ये दो तला गाड़ियां व्यस्त मार्गों पर चलाने की योजना है।
करीब घंटे भर के रेल बजट भाषण के बाद विपक्षी सदस्य सदन में जहां निराश से दिखे वहीं भाषण की समाप्ति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी सीट से उठकर सुरेश प्रभु की सीट के पास गए और हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव सहित कई विपक्षी सदस्य भी रेल मंत्री को बधाई देने आए लेकिन अधिकतर सदस्य मायूस ही दिखे। कई विपक्षी सदस्य तो इसे रेल बजट भाषण नहीं बल्कि ‘विजन डाक्यूमेंट’ कहते नजर आए।
रेल बजट भाषण के दौरान सदन में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सत्ता पक्ष की ओर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली और विधि मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा प्रमुख तौर पर उपस्थित थे वहीं विपक्ष की ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ध्यान से बजट भाषण सुनते नजर आए।
रेल बजट 2016-17 के अहम बिंदु:-
-यात्री किराये, माल भाड़े में कोई वृद्धि नहीं।
-रेल ढांचागत सुविधाओं को उन्नत बनाने के लिये पांच साल में 8.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे।
-वित्त वर्ष 2016-17 में 1.21 लाख करोड़ रुपये निवेश किये जाएंगे।
-तीन तरह की नई सुपर-फास्ट ट्रेनें हमसफर एक्सप्रेस, तेजस, उदय।
-महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के लिये आस्था सर्किट ट्रेनें शुरू होंगी।
-सुपर-फास्ट अनारक्षित ट्रेन अंत्योदय एक्सप्रेस।
-पानी, मोबाइल चार्ज करने की सुविधा के साथ अनारक्षित दीन दयालु डिब्बे।
-वरिष्ठ नागरिकों के लिये नीचे की सीटों पर 50 प्रतिशत और अरक्षण।
-वर्ष 2020 तक रेलगाड़ियों में मांग पर आरक्षित सीट उपलब्ध। इसके लिए डबल डेकर ट्रेनें चलाई जाएंगी जिनमें 72 की जगह 100 स्लीपर सीटें होंगी।
-400 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा होगी, इसमें अगले वित्त वर्ष में 100 पर यह सुविधा उपलब्ध होगी।
-ऑनलाइट टिकट बुकिंग क्षमता 2,000 से बढ़ाकर 7,200 प्रति मिनट की गयी।
-सभी बड़े स्टेशनों पर सीसीटीवी निगरानी।
-अगले साल तक ट्रेनों में 30,000 बायो टॉयलेट।
-मांग पर डिब्बों की सफाई जल्द।
-पत्रकारों के लिये रियायती पासों पर आनलाइन टिकट बुकिंग सुविधा।
-पायलट आधार पर बार-कोडेड टिकट, स्कैनर।
-विदेशी डेबिट,क्रेडिट कार्डों पर ई-टिकट की सुविधा।
-टिकटों की बिक्री ‘हैंड हेल्ड टर्मिनल’ के जरिये जल्द।
-अजमेर, पुरी, वाराणसी, नागापत्तनम समेत तीर्थस्थल से जुड़े स्टेशनों का सौंर्दयीकरण।
-रेलगाड़ियों में मनोरंजन के लिये एफम रेडियो स्टेशन।
-बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों के लिये रेल मित्र सेवा।
-रेल यात्रियों के लिये वैकल्पिक यात्रा बीमा।
-बच्चों को खाने-पीने की चीजें उपलब्ध कराने के लिये जननी सेवा।
-स्वत: चालित दरवाजों, बायो-वैक्यूम टायलट, सुंदर दिखने वाले स्मार्ट डिब्बे।
-टिकट संबंधी मुद्दों, शिकायतों के लिये मोबाइल एप्प।
-ट्रेनों में सूचना बोर्ड, डिब्बों के भीतर जीपीएस आधारित डिजिटल डिस्प्ले।
-अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के लिये जापान के साथ विशेष उद्देश्यीय कंपनी।
-यात्री किराये पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च।
-तीन सीधी और पूर्णत: वातानुकूलित ‘हमसफर’ रेल गाड़िया 130 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से चलेंगी ।
-पत्रकारों के लिए रियायती दर पर टिकटों की ई-बुकिंग पेश की गई।
-महिलाओं के लिए 24 घंटे की हेल्पलाईन नंबर 182 होगी ।
-रेलवे के 2 एप्प के जरिए टिकट बुक या कैंसिल होंगे।
-अहमदाबाद से मुंबई तक हाईस्पीड ट्रेन चलेगी।
-अब कुलियों को सहायक कहकर बुलाया जाएगा।
-रेलवे स्टेशनों पर मिल्क फूड की व्यवस्था होगी।
-जीपीएस सिस्टम से ट्रेनों की सही और सटीक जानकारी मिलेगी।
-ट्रेन की हर कोच में जीपीएस सिस्टम लगाए जाएंगे।
-हर कैटेगरी के कोच में 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।
-2020 तक 95 फीसदी ट्रेनें सही समय से चलेंगी।
- सभी बड़े स्टेशनों पर सीसीटीवी और महिलाओं के लिए हेल्पलाईन होंगे।
-अगले साल 400 रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई होगा।
-रेलवे में सभी पदों के लिए ऑनलाइन भर्ती होगी।
-पैसेंजर ट्रेन में बायो टॉयलेट बनाने की कोशिश की जाएगी।
इन दोनों ट्रेनों के परिचालन की लागत उनके किराए के साथ साथ दूसरे तरीकों से वसूली जाएगी। तीसरी प्रकार की ट्रेन उदय नाम से चलाई जाएगी जो दो तला होगी और इसके साथ उत्कृष्ट नाम से वातानुकूलित दो तला गाड़ियां चलाने की घोषणा की गई है। ये दो तला गाड़ियां व्यस्त मार्गों पर चलाने की योजना है।
करीब घंटे भर के रेल बजट भाषण के बाद विपक्षी सदस्य सदन में जहां निराश से दिखे वहीं भाषण की समाप्ति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी सीट से उठकर सुरेश प्रभु की सीट के पास गए और हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव सहित कई विपक्षी सदस्य भी रेल मंत्री को बधाई देने आए लेकिन अधिकतर सदस्य मायूस ही दिखे। कई विपक्षी सदस्य तो इसे रेल बजट भाषण नहीं बल्कि ‘विजन डाक्यूमेंट’ कहते नजर आए।
रेल बजट भाषण के दौरान सदन में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सत्ता पक्ष की ओर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली और विधि मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा प्रमुख तौर पर उपस्थित थे वहीं विपक्ष की ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ध्यान से बजट भाषण सुनते नजर आए।
रेल बजट 2016-17 के अहम बिंदु:-
-यात्री किराये, माल भाड़े में कोई वृद्धि नहीं।
-रेल ढांचागत सुविधाओं को उन्नत बनाने के लिये पांच साल में 8.5 लाख करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे।
-वित्त वर्ष 2016-17 में 1.21 लाख करोड़ रुपये निवेश किये जाएंगे।
-तीन तरह की नई सुपर-फास्ट ट्रेनें हमसफर एक्सप्रेस, तेजस, उदय।
-महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के लिये आस्था सर्किट ट्रेनें शुरू होंगी।
-सुपर-फास्ट अनारक्षित ट्रेन अंत्योदय एक्सप्रेस।
-पानी, मोबाइल चार्ज करने की सुविधा के साथ अनारक्षित दीन दयालु डिब्बे।
-वरिष्ठ नागरिकों के लिये नीचे की सीटों पर 50 प्रतिशत और अरक्षण।
-वर्ष 2020 तक रेलगाड़ियों में मांग पर आरक्षित सीट उपलब्ध। इसके लिए डबल डेकर ट्रेनें चलाई जाएंगी जिनमें 72 की जगह 100 स्लीपर सीटें होंगी।
-400 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा होगी, इसमें अगले वित्त वर्ष में 100 पर यह सुविधा उपलब्ध होगी।
-ऑनलाइट टिकट बुकिंग क्षमता 2,000 से बढ़ाकर 7,200 प्रति मिनट की गयी।
-सभी बड़े स्टेशनों पर सीसीटीवी निगरानी।
-अगले साल तक ट्रेनों में 30,000 बायो टॉयलेट।
-मांग पर डिब्बों की सफाई जल्द।
-पत्रकारों के लिये रियायती पासों पर आनलाइन टिकट बुकिंग सुविधा।
-पायलट आधार पर बार-कोडेड टिकट, स्कैनर।
-विदेशी डेबिट,क्रेडिट कार्डों पर ई-टिकट की सुविधा।
-टिकटों की बिक्री ‘हैंड हेल्ड टर्मिनल’ के जरिये जल्द।
-अजमेर, पुरी, वाराणसी, नागापत्तनम समेत तीर्थस्थल से जुड़े स्टेशनों का सौंर्दयीकरण।
-रेलगाड़ियों में मनोरंजन के लिये एफम रेडियो स्टेशन।
-बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों के लिये रेल मित्र सेवा।
-रेल यात्रियों के लिये वैकल्पिक यात्रा बीमा।
-बच्चों को खाने-पीने की चीजें उपलब्ध कराने के लिये जननी सेवा।
-स्वत: चालित दरवाजों, बायो-वैक्यूम टायलट, सुंदर दिखने वाले स्मार्ट डिब्बे।
-टिकट संबंधी मुद्दों, शिकायतों के लिये मोबाइल एप्प।
-ट्रेनों में सूचना बोर्ड, डिब्बों के भीतर जीपीएस आधारित डिजिटल डिस्प्ले।
-अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के लिये जापान के साथ विशेष उद्देश्यीय कंपनी।
-यात्री किराये पर 30,000 करोड़ रुपये खर्च।
-तीन सीधी और पूर्णत: वातानुकूलित ‘हमसफर’ रेल गाड़िया 130 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से चलेंगी ।
-पत्रकारों के लिए रियायती दर पर टिकटों की ई-बुकिंग पेश की गई।
-महिलाओं के लिए 24 घंटे की हेल्पलाईन नंबर 182 होगी ।
-रेलवे के 2 एप्प के जरिए टिकट बुक या कैंसिल होंगे।
-अहमदाबाद से मुंबई तक हाईस्पीड ट्रेन चलेगी।
-अब कुलियों को सहायक कहकर बुलाया जाएगा।
-रेलवे स्टेशनों पर मिल्क फूड की व्यवस्था होगी।
-जीपीएस सिस्टम से ट्रेनों की सही और सटीक जानकारी मिलेगी।
-ट्रेन की हर कोच में जीपीएस सिस्टम लगाए जाएंगे।
-हर कैटेगरी के कोच में 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।
-2020 तक 95 फीसदी ट्रेनें सही समय से चलेंगी।
- सभी बड़े स्टेशनों पर सीसीटीवी और महिलाओं के लिए हेल्पलाईन होंगे।
-अगले साल 400 रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई होगा।
-रेलवे में सभी पदों के लिए ऑनलाइन भर्ती होगी।
-पैसेंजर ट्रेन में बायो टॉयलेट बनाने की कोशिश की जाएगी।
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