लखनऊ (सं.सू.)। बिहार में सत्तासीन जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव रविवार को राजधानी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे बिहार की तर्ज पर यूपी में भी महागठबंधन बनाएंगे, लेकिन उसमें समाजवादी पार्टी (सपा) को शामिल नहीं करेंगे। उन्होंने खुद ही बातचीत का दरवाजा बंद कर दिया है।
शरद यादव ने कहा कि यूपी में बिहार के मुकाबले महागठबंधन बनाना मुश्किल काम है। कोशिश की जाएगी कि विधानसभा चुनाव के पहले ये महागंठबधन बन जाए। महागठबंधन में बसपा की भूमिका पर कहा कि ये समय से पहले पूछा गया सवाल है।
यूपी में महागंठबधन बनाने की जो सुगबुगाहट चल रही है उसमें रालोद, कांग्रेस, जदयू जैसी पार्टियां शामिल हो सकती हैं। इसके लिए पिछले दिनों बिहार के सीएम नीतीश कुमार और रालोद के नेता अजीत सिंह की मुलाकात भी हुई थी। वहीं, राहुल गांधी ने भी अपने पिछले अमेठी दौरे के दौरान एक सभा में नीतीश और कांग्रेस के बीच दोस्ती का गुणगान गया था।
बिहार विधानसभा चुनाव-2015 के रिजल्ट आने के बाद सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा था 'महागठबंधन से अलग होने की वजह कांग्रेस थी। कांग्रेस को मुझे बिना बताए ही महागठबंधन में शामिल कर लिया गया था। इस मामले में मुझे धोखे में रखा गया। इस वजह से सपा अलग हो गई। सपा सुप्रीमो ने कहा, कांग्रेस से कैसा गठजोड़? इसकी नीतियों के खिलाफ ही तो हमारी पार्टी हमेशा से लड़ती रही है।'
इधर पटना में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि यूपी में जदयू राजद को साथ लेकर चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि स्वतंत्र रूप से लड़ेगी।
शरद यादव ने कहा कि यूपी में बिहार के मुकाबले महागठबंधन बनाना मुश्किल काम है। कोशिश की जाएगी कि विधानसभा चुनाव के पहले ये महागंठबधन बन जाए। महागठबंधन में बसपा की भूमिका पर कहा कि ये समय से पहले पूछा गया सवाल है।
यूपी में महागंठबधन बनाने की जो सुगबुगाहट चल रही है उसमें रालोद, कांग्रेस, जदयू जैसी पार्टियां शामिल हो सकती हैं। इसके लिए पिछले दिनों बिहार के सीएम नीतीश कुमार और रालोद के नेता अजीत सिंह की मुलाकात भी हुई थी। वहीं, राहुल गांधी ने भी अपने पिछले अमेठी दौरे के दौरान एक सभा में नीतीश और कांग्रेस के बीच दोस्ती का गुणगान गया था।
बिहार विधानसभा चुनाव-2015 के रिजल्ट आने के बाद सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा था 'महागठबंधन से अलग होने की वजह कांग्रेस थी। कांग्रेस को मुझे बिना बताए ही महागठबंधन में शामिल कर लिया गया था। इस मामले में मुझे धोखे में रखा गया। इस वजह से सपा अलग हो गई। सपा सुप्रीमो ने कहा, कांग्रेस से कैसा गठजोड़? इसकी नीतियों के खिलाफ ही तो हमारी पार्टी हमेशा से लड़ती रही है।'
इधर पटना में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि यूपी में जदयू राजद को साथ लेकर चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि स्वतंत्र रूप से लड़ेगी।
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