हाजीपुर (सं.सू.)। लोजपा नेता बृजनाथी सिंह के हत्यारों ने छिपने के लिए सेंट्रल बैंक की शाखा को माकूल जगह मानी थी। दर्जनभर हमलावर तीन की टुकड़ी में थे। ज्यों ही बृजनाथी सिंह की वीआइपी नंबर स्कॉर्पियो कच्ची दरगाह मजार पहुंची, अपराधियों ने उसे घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। बड़ी बात यह है कि सभी हमलावर सेंट्रल बैंक की शाखा से निकले थे। उनके हाथ में एके-47, एके-56, इंसास और सेमी ऑटोमेटिक रायफल थी। ये बातें मृत बृजनाथी सिंह के बेटे राकेश रोशन ने कहीं।
राकेश ने सभी हमलावरों को पहचानने का दावा किया है। उसके मुताबिक हत्या की साजिश राजद के शीर्ष नेताओं ने रची थी, जबकि अमलीजामा उनके गुर्गों ने पहनाया। हमलावर राघोपुर के थे। उन्हें चुनाव के वक्त भी विपक्षियों के साथ देखा गया था। वहीं सेंट्रल बैंक की शाखा राजद नेता और राघोपुर के पूर्व विधायक उदय नारायण राय उर्फ भोला राय के मकान में है। आरोप है कि उसी ने हमलावरों को संरक्षण देकर रखा था। दीदारगंज पुलिस के अनुसार भोला समेत 20 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।
राकेश ने बताया कि उसने पिस्टल और रायफल के लाइसेंस के लिए आवेदन दे रखा है, लेकिन सालों बाद भी उसे आत्मरक्षा और संपत्ति की सुरक्षा के लिए लाइसेंस नहीं दिया गया। बृजनाथी और राकेश दोनों ने ही राघोपुर व पटना पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी पर किसी ने सुध नहीं ली। यहां तक कि चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से लगातार तीन बार सुरक्षा के लिए आवेदन दिए गए पर बॉडीगार्ड तक मुहैया नहीं कराई गई।
बृजनाथी अपनी पत्नी, छोटे भाई की पत्नी और भतीजे के साथ स्कॉर्पियो से आगे जा रहे थे। पीछे दूसरी स्कॉर्पियो से उनका बेटा राकेश पत्नी और बच्चे के साथ आ रहा था। राकेश की मानें तो महज सौ 20 मीटर की दूरी पर अपराधियों उसकी गाड़ी थी। आंख के सामने ही हमलावर गोलियां बरसा कर भाग निकले, लेकिन वह निहत्थे गाड़ी में बैठा रह गया।
कच्ची दरगाह बाजार के संकीर्ण पथ में 500 से अधिक लोगों की भीड़ थी, इसलिए गाड़ी की रफ्तार बहुत कम थी। हमलावर सैकड़ों लोगों के सामने वारदात कर निकल गए। जाते वक्त उन्होंने स्थानीय दुकानदारों को चेतावनी दी कि अगर किसी ने गवाही दी तो उसे भी मौत की नींद सुला दिया जाएगा।
न्यू बाइपास रोड पर स्थित चिरायू अस्पताल में बृजनाथ की मौत की पुष्टि होने के बाद शाम पांच बजे तक लोगों का मजमा लग गया। विभिन्न दलों के नेता अस्पताल पहुंचे। एहतियात के तौर पर कई थानों की पुलिस और फतुहा व पटना डीएसपी मौके पर मौजूद थे। हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज लोगों ने न्यू बाइपास रोड जाम कर दिया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। करीब आधे घंटे बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
राकेश ने कहा कि उसने चेन्नई से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद राजनीति कदम रखा। लेकिन उसे यह नहीं पता था कि यहां रुपये खर्च किए बिना सुरक्षा तक नहीं मिलती। वह वर्तमान उप मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो के बेटे तेजस्वी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे थे। उनका कहना है कि पुलिस-प्रशासन पर अब भरोसा नहीं रहा।
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