Monday, May 23, 2016

सिर्फ तस्लीमुद्दीन को ही नोटिस क्यों?

पटना (सं.सू.)। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यू ने पार्टी के अररिया के सांसद तस्लीमुद्दीन को कारण बताए नोटिस जारी किया है। नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार दिए गए उनके बयानों को लेकर पार्टी की ओर से जारी इस नोटिस में उनसे सात दिन में जवाब मांगा गया है। लेकिन जदयू के कुछ नेता यह सवाल उठा रहे हैं कि सिर्फ तसलीमुद्दीन के खिलाफ नोटिस क्यों जारी किया गया है? जब रघुवंश प्रसाद सिंह और प्रभुनाथ सिंह ने भी बयान दिए तो उन्हें क्यों नहीं नोटिस जारी किया गया है? रघुवंश प्रसाद और प्रभुनाथ सिंह ने तो लालू प्रसाद के पटना के सरकारी आवास के बाहर खड़े होकर बयान दिया था।

असल में राजद और जदयू के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। दोनों पार्टियों के बीच कई मसलों पर तनातनी है। कहा जा रहा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान को लालू प्रसाद का समर्थन है। जदयू के नेता दबी जुबान में यह भी कह रहे हैं की तसलीमुद्दीन को नीतीश विरोधी बयान के लिए नोटिस नहीं दिया गया है, बल्कि भाजपा और नरेंद्र मोदी की तारीफ करने के लिए नोटिस दिया गया है।

तसलीमुद्दीन को जारी किए गए नोटिस में इस बात का जिक्र किया गया है कि वे भाजपा और संघ की जुबान बोल रहे हैं। उनसे नरेंद्र मोदी की तारीफ करने के बारे में भी सफाई मांगी गई है। कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद अलग कई कारणों से उनसे नाराज हैं, इसलिए उनको नोटिस जारी किया गया है।

राजद नेता अनौपचारिक बातचीत में इस बात पर हामी भर रहे हैं कि तसलीमुद्दीन को नोटिस जारी करने का कारण अलग है। अगर गठबंधन का ख्याल होता तो रघुवंश प्रसाद सिंह और प्रभुनाथ सिंह को भी नोटिस जारी किया जाता। गौरतलब है कि रघुवंश प्रसाद सिंह चुनाव से पहले भी गठबंधन को लेकर बयान देते रहे थे और लालू प्रसाद ने उनसे कोई पूछताछ नहीं की थी। लोकसभा चुनाव से पहले भी रामविलास पासवान से गठबंधन तोड़ने में उनके बयानों की अहम भूमिका रही थी।



विदित हो कि राजद सांसद तस्लीमुद्दीन ने नीतीश कुमार के प्रति अत्यंत आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए बिहार में कानून-व्यवस्था नाम की चीज नहीं होने का आरोप लगाया था। उन्होंने नीतीश को पापी और महाघोटालेबाज बताते हुए कहा था कि उनको राज्य का सी.एम. होने की जगह जेल में होना चाहिए। वे इतने पर ही नहीं रुके थे और कहा था कि शराबबंदी को लेकर नीतीश नाटक कर रहे हैं क्योंकि घर-२ में शराब की दुकानें उन्होंने ही खुलवाई थी। उनका तो यहाँ तक मानना था कि नीतीश पी.एम. तो क्या किसी पंचायत के मुखिया बनने के लायक भी नहीं हैं।


वहीं कल वैशाली जिले के सहान गाँव में लूटपाट के दौरान कुछ दिन पहले मारे गए गैस एजेंसी कर्मी के घर से रघुवंश प्रसाद सिंह ने तस्लीमुद्दीन के खिलाफ नोटिस जारी होने की आलोचना करते हुए कहा कि सतयुग में भी राजा हरिश्चंद्र को सच बोलने के लिए दण्डित किया गया था।

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