पटना (सं.सू.)। पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने सवाल उठाते हुए कहा है कि कानून के राज की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री बताएं कि जब विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने सजायफ्ता पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन को भागलपुर जेल भेज दिया था, तो फिर किसके निर्देश पर सीवान लाया गया?
जब प्रावधान है कि पांच साल से ज्यादा की सजा पाने वालों को केंद्रीय कारा में रखा जायेगा, तो फिर शहाबुद्दीन को जिला जेल में रखने का क्या औचित्य था? जेल में दरबार लगाने के खुलासे के बाद भी मात्र छह महीने के लिए ही भागलपुर स्थानान्तरित क्यों किया गया है? क्या नीतीश कुमार में हिम्मत है कि मो शहाबुद्दीन को राजद से निकालने के लिए लालू यादव को बाध्य करें? मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि शहाबुद्दीन जैसे सजायफ्ता कैदी को एयरकंडिशन लक्जरी गाड़ी में सीवान से भागलपुर क्यों भेजा गया और वहां पहुंचने में उन्हें 12 घंटे क्यों लगे?
उन्होंने आरोप लगाया कि भागलपुर जाने के दौरान मुजफ्फरपुर में सरकार के एक मंत्री और राजद के अनेक नेताओं को शाहबुद्दीन से मिलने की छूट दी गयी।
जेल मैनुअल का उल्लंघन कर शहाबुद्दीन बेरोक टोक जेल में दरबार लगा कर सैकड़ों लोगों से कैसे मिल रहे थे? भाजपा नेता ने कहा कि श्रीकांत भारती हत्याकांड के अभियुक्त चवन्नी सिंह ने जब 164 के अपने बयान में स्वीकार किया था कि उसे दो पत्रकारों को मारने के लिए सुपारी दी जा रही थी, मगर उसने नहीं लिया, तो फिर पत्रकारों को सुरक्षा क्यों नहीं दी गय? पत्रकार की हत्या के बाद शहाबुद्दीन का शूटर लड्डन मियां व अन्य तीन लोगों को पुलिस ने भागने का मौका क्यों दिया? उपेन्द्र सिंह को हत्या के आरोप में गिरफ्तार नहीं कर शराब पीने के आरोप में क्यों पकड़ा गया?
शहाबुद्दीन के गांव प्रतापपुर से गिरफ्तार मुंशी मियां को दो दिन बाद ही क्यों छोड़ दिया गया? क्या राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और नीति निर्धारक मंडल के सदस्य शहाबुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई करने की पुलिस मेें हिम्मत है? क्या लालू यादव आज भी शाहबुद्दीन के पीछे मजबूती से नहीं खड़े हैं? आखिर राजद के नेताओं ने चुप्पी क्यों साध रखी है? क्या नीतीश कुमार इसे राजद का आंतरिक मामला बता कर अपना पल्ला झाड़ सकते हैं?
जब प्रावधान है कि पांच साल से ज्यादा की सजा पाने वालों को केंद्रीय कारा में रखा जायेगा, तो फिर शहाबुद्दीन को जिला जेल में रखने का क्या औचित्य था? जेल में दरबार लगाने के खुलासे के बाद भी मात्र छह महीने के लिए ही भागलपुर स्थानान्तरित क्यों किया गया है? क्या नीतीश कुमार में हिम्मत है कि मो शहाबुद्दीन को राजद से निकालने के लिए लालू यादव को बाध्य करें? मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि शहाबुद्दीन जैसे सजायफ्ता कैदी को एयरकंडिशन लक्जरी गाड़ी में सीवान से भागलपुर क्यों भेजा गया और वहां पहुंचने में उन्हें 12 घंटे क्यों लगे?
उन्होंने आरोप लगाया कि भागलपुर जाने के दौरान मुजफ्फरपुर में सरकार के एक मंत्री और राजद के अनेक नेताओं को शाहबुद्दीन से मिलने की छूट दी गयी।
जेल मैनुअल का उल्लंघन कर शहाबुद्दीन बेरोक टोक जेल में दरबार लगा कर सैकड़ों लोगों से कैसे मिल रहे थे? भाजपा नेता ने कहा कि श्रीकांत भारती हत्याकांड के अभियुक्त चवन्नी सिंह ने जब 164 के अपने बयान में स्वीकार किया था कि उसे दो पत्रकारों को मारने के लिए सुपारी दी जा रही थी, मगर उसने नहीं लिया, तो फिर पत्रकारों को सुरक्षा क्यों नहीं दी गय? पत्रकार की हत्या के बाद शहाबुद्दीन का शूटर लड्डन मियां व अन्य तीन लोगों को पुलिस ने भागने का मौका क्यों दिया? उपेन्द्र सिंह को हत्या के आरोप में गिरफ्तार नहीं कर शराब पीने के आरोप में क्यों पकड़ा गया?
शहाबुद्दीन के गांव प्रतापपुर से गिरफ्तार मुंशी मियां को दो दिन बाद ही क्यों छोड़ दिया गया? क्या राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और नीति निर्धारक मंडल के सदस्य शहाबुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई करने की पुलिस मेें हिम्मत है? क्या लालू यादव आज भी शाहबुद्दीन के पीछे मजबूती से नहीं खड़े हैं? आखिर राजद के नेताओं ने चुप्पी क्यों साध रखी है? क्या नीतीश कुमार इसे राजद का आंतरिक मामला बता कर अपना पल्ला झाड़ सकते हैं?
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