पटना (सं.सू.)। मनोज की तबियत ठीक नहीं थी, इसलिए उसने लकड़ी व्यवसाई कमलेश कुमार उर्फ बबलू की गाड़ी साफ करने से मना कर दिया। इस मामूली सी बात पर बबलू आग-बबूला हो गया और उसने मनोज की बर्बरता से पिटाई कर दी। मरणासन्न हालत में मनोज को पीएमसीएच में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां शनिवार सुबह उसकी मौत हो गई। घटना कदमकुआं थाना क्षेत्र के राजेंद्रनगर ओवरब्रिज के नीचे पूर्वी लोहानीपुर इलाके में हुई थी। मनोज की मौत से आक्रोशित लोगों ने बबलू को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
लकड़ी व्यवसायी कमलेश कुमार उर्फ बबलू का घर राजेंद्र नगर ओवरब्रिज के नीचे पूर्वी लोहानीपुर मोहल्ले में है। घर के पास रैन बसेरा में रिक्शा चालक मनोज कुमार (45 रहता था। बबलू बिल्डर अशोक गुप्ता हत्याकांड का आरोपी है और जेल की सैर कर चुका है। इलाके में उसका दबदबा है। वह रोज मनोज से अपनी कार साफ करवाता था। शुक्रवार शाम भी उसने मनोज को गाड़ी की सफाई करने को कहा, पर तबियत ठीक नहीं रहने के कारण मनोज ने इंकार कर दिया। इससे नाराज बबलू ने लाठी-डंडे से मनोज की पिटाई कर दी। इसके बाद लहूलुहान हालत में उसे सड़क पर छोड़ दिया। दूसरे रिक्शा चालकों की मदद से मनोज को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मनोज मूलरूप से बाढ़ का रहने वाला था। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
लकड़ी व्यवसायी कमलेश कुमार उर्फ बबलू का घर राजेंद्र नगर ओवरब्रिज के नीचे पूर्वी लोहानीपुर मोहल्ले में है। घर के पास रैन बसेरा में रिक्शा चालक मनोज कुमार (45 रहता था। बबलू बिल्डर अशोक गुप्ता हत्याकांड का आरोपी है और जेल की सैर कर चुका है। इलाके में उसका दबदबा है। वह रोज मनोज से अपनी कार साफ करवाता था। शुक्रवार शाम भी उसने मनोज को गाड़ी की सफाई करने को कहा, पर तबियत ठीक नहीं रहने के कारण मनोज ने इंकार कर दिया। इससे नाराज बबलू ने लाठी-डंडे से मनोज की पिटाई कर दी। इसके बाद लहूलुहान हालत में उसे सड़क पर छोड़ दिया। दूसरे रिक्शा चालकों की मदद से मनोज को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मनोज मूलरूप से बाढ़ का रहने वाला था। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
No comments:
Post a Comment