Friday, November 20, 2015

कटिहार में उग्र भीड़ ने अस्पताल और दर्जनों गाड़ियों को जलाया

कटिहार (सं.सू.)। एनएच-31 पर शुक्रवार की सुबह कुरसेला के देवीपुर के समीप सड़क हादसे में चार लोगों की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। उग्र भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया। लोगों ने तोड़फोड़, आगजनी व पुलिस पर पथराव किया। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग करनी पड़ी। समेली चौक से देवीपुर तक राष्ट्रीय उच्च पथ काफी देर तक रणक्षेत्र बना रहा। बाद में प्रशासन व पुलिस के आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
शुक्रवार की सुबह सुतारा मेही मिशन स्कूल की बस बच्चों को लेकर समेली की ओर से जा रही थी। इसी दौरान देवीपुर के समीप भागलपुर की ओर से आ रहे बालू लदे ट्रक से उसकी सीधी भिड़ंत हो गयी। हादसे में स्कूल की शिक्षिका नूपुर रानी, सात वर्षीय छात्र प्रीती कुमारी, अंजली कुमारी एवं स्कूल में दाई का काम करने वाली पगली देवी की मौत हो गयी। जबकि 19 बच्चे घायल हो गए। घायल बच्चों का इलाज पूर्णिया सहित अन्य स्थानों पर चल रहा है।
हादसे के बाद घायलों की चीख-पुकार से कोहराम मच गया। इसके बाद आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। आक्रोशित लोगों ने ट्रक को आग के हवाले कर दिया और यातायात जाम कर दिया। इससे पांच घंटे तक एनएच पर यातायात बाधित रहा।
हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर बच्चों के अभिभावक भी पहुंच गए। इसके बाद बस से किसी तरह घायलों को निकालकर इलाज के लिए इधर-उधर लेकर भागने रहे। इस दौरान सरकारी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुल गई।
के बाद स्थानीय लोगों की मदद से अभिभावकों ने घायल बच्चों को समेली प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पहुंचाया। लेकिन पीएचसी में चिकित्सक नहीं होने के बाद उनका गुस्सा और भड़क गया। आक्रोशित भीड़ ने पीएचसी में तोड़-फोड़ एवं आगजनी की। इस दौरान अस्पताल की एक्स रे मशीन एवं जेनरेटर को भी लोगों ने आग के हवाले कर दिया। भीड़ ने परिसर में खड़ी एंबुलेंस और एक स्वास्थ्यकर्मी की कार को भी जला दिया।
लोगों में स्कूल प्रबंधन के प्रति भी जबर्दस्त गुस्सा था। वहीं, स्कूल की दाई का शव घटनास्थल से कुछ दूर पर खड़ी बस में पाए जाने के बाद लोग और उग्र हो गए। उन्होंने न सिर्फ स्कूल में तोड़-फोड़ की बल्कि स्कूल संचालक के एक व्यापारिक प्रतिष्ठान में भी तोड़-फोड़ की।
हादसे की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। लेकिन पुलिस को देखते ही भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव के कारण डीसीएलआर राकेश रमण सहित एक पुलिस निरीक्षक एवं पांच जवान घायल हो गए। उग्र भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। लेकिन लोगों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ। हालात बेकाबू होते देख पुलिस को आत्मरक्षार्थ हवा में दस चक्र गोलियां भी चलानी पड़ी। जिला पदाधिकारी संजय कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक एसएम जैन एवं एसडीपीओ लालबाबू यादव भी मौके पर पहुंच गए और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
घायलों की सूची -
चंद्रशेखर कुमार - शिक्षक - समेली
कुशाय रजक - स्कूल कर्मचारी - बिजली चक, चांदपुर
शिवरंजन झा - सलेमपुर
अंकित कुमार - समेली
सोनू कुमार - बिजली चक
सचिन कुमार - खैरा
गोलू कुमार - बिजली चक
संजीव कुमार - बिजली चक
मुस्कान कुमारी - बिजली चक
प्रभात कुमार - खैरा
कुसुम कुमारी - बिजली चक
नेहा कुमारी - बिजली चक
शिवम कुमार - बिजली चक
गुरुदेव कुमार - बिजली चक
संजीव कुमार - बिजली चक
राजीव रंजन - बिजली चक
पूजा कुमारी - बिजली चक
सुमित कुमार मंडल - श्रीपुर, पूर्णिया
निखिल कुमार - श्रीपुर, पूर्णिया।

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