कोझिकोड (सं.सू.)। एक मलयालम न्यूज पेपर की महिला पत्रकार को मदरसों में बच्चों के साथ होने वाले यौन शोषण के बारे में खुलासा करने के कारण ऑनलाइन धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। पत्रकार वी पी रंजीना ने मदरसों में हो रही इन घटनाओं के बारे में रविवार को फेसबुक पर खुलासा किया था और उसके बाद से उसे मुस्लिम समुदाय के लोगों के प्रचण्ड क्रोध को झेलना पड़ रहा है। रंजना ने दावे के साथ बताया कि उसने अपने बचपन में मदरसों में बच्चों के साथ होने वाले यौन शोषण को देखा है। रंजीना ने फेसबुक पर भी अपने पोस्ट में यह जानकारी लिखी है कि मदरसों के शिक्षक उन लडक़े-लड़कियों को कथित रूप से गलत तरीके से स्पर्श करते थे, जो वहां धार्मिक पढ़ाई करने आया करते थे।
इससे विवाद खड़ा हो गया है और उसे उसके फेसबुक प्रोफाइल पर अनेक अश्लील संदेश और खुली धमकियां मिलने लगी। इसके बाद फेसबुक ने उसका अकाउंट बंद कर दिया है। और संपर्क करने पर रंजीना ने कहा, ‘ मेरे फेसबुक अकाउंट को बंद कर दिया गया है। और जो मैंने बोला था, वह कोई अतिशयोक्ति नहीं, बल्कि सच्चाई और केवल सच्चाई थी।’ उन्होंने यह भी बताया कि यदि धमकियां जारी रहती हैं तो वह पुलिस के पास जाने के लिए बाध्य हो जाएंगी। रंजीना ने कहा कि उसकी मंशा पर प्रश्न उठाए जा रहे हैं और इसे धर्म पर हमले के रूप में पेश करने का प्रयास किया जा रहा है।
इससे विवाद खड़ा हो गया है और उसे उसके फेसबुक प्रोफाइल पर अनेक अश्लील संदेश और खुली धमकियां मिलने लगी। इसके बाद फेसबुक ने उसका अकाउंट बंद कर दिया है। और संपर्क करने पर रंजीना ने कहा, ‘ मेरे फेसबुक अकाउंट को बंद कर दिया गया है। और जो मैंने बोला था, वह कोई अतिशयोक्ति नहीं, बल्कि सच्चाई और केवल सच्चाई थी।’ उन्होंने यह भी बताया कि यदि धमकियां जारी रहती हैं तो वह पुलिस के पास जाने के लिए बाध्य हो जाएंगी। रंजीना ने कहा कि उसकी मंशा पर प्रश्न उठाए जा रहे हैं और इसे धर्म पर हमले के रूप में पेश करने का प्रयास किया जा रहा है।
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