नई दिल्ली (सं.सू.)। संविधान दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने संविधान की निर्मात्री समिति के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव अंबेदकर को नमन करते हुए ट्वीट किया है कि उन्हें याद किए बिना संविधान की बात नहीं की जा सकती है। उन्होंने लिखा कि भारतीय संविधान अंबेदकर को याद किए बिना अधूरा है। उन्होंने अपने ट्विट में लिखा है कि आज का दिन उन सभी को समर्पित है जिन्होंने इसके दिन और रात एक कर संविधान बनाने के लिए काम किया। उन्हें इस पर गर्व है।
संविधान दिवस पर उन्होंने सभी देशवासियों को मुबारकबाद दी है। अपने ट्विट में उन्होंने लिखा है कि इस मौके पर हम सभी को अपने संविधान की मर्यादा और उसके विचारों का सम्मान करना चाहिए। इसके अलावा हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि हम अपने देश को इस तरह का बनाएँ कि इसको बनानेवालों को इस पर गर्व हो सके। संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर संसद भवन समेत अन्य सरकारी इमारतों को रोशन किया गया।
गौरतलब है कि 26 नवंबर 1949 को देश में पहली बार संविधान को लागू किया गया था। लेकिन आधिकारिक तौर पर पूरी तरह से इसको 26 जनवरी 1950 में इसको लागू किया गया। पीएम मोदी ने अब हर वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने की घोषणी भी की है।
संविधान दिवस पर उन्होंने सभी देशवासियों को मुबारकबाद दी है। अपने ट्विट में उन्होंने लिखा है कि इस मौके पर हम सभी को अपने संविधान की मर्यादा और उसके विचारों का सम्मान करना चाहिए। इसके अलावा हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि हम अपने देश को इस तरह का बनाएँ कि इसको बनानेवालों को इस पर गर्व हो सके। संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर संसद भवन समेत अन्य सरकारी इमारतों को रोशन किया गया।
गौरतलब है कि 26 नवंबर 1949 को देश में पहली बार संविधान को लागू किया गया था। लेकिन आधिकारिक तौर पर पूरी तरह से इसको 26 जनवरी 1950 में इसको लागू किया गया। पीएम मोदी ने अब हर वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने की घोषणी भी की है।
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