इस्लामाबाद (सं.सू.)। पाकिस्तान में होने वाली आतंकी घटनाओं में भारत की कथित भूमिका के दावे और उसको लेकर संयुक्त राष्ट्र तक डोजियर देने वाले पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने खुद अपनी पोल खोल दी है।
सरताज अजीज ने कहा है कि पाकिस्तान में अशांति फैलाने में भारत की कथित भूमिका से जुड़े डोजियर में कोई ठोस सबूत नहीं है, बल्कि गवाहों की सुरक्षा के लिहाज से केवल उनका जिक्र किया गया है।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार विदेश मामलों के सलाहकार अजीज ने गुरुवार को इस्लामाबाद में विदेश मामलों पर सीनेट की स्थाई समिति के समक्ष गवाही में कहा कि इसके बजाय डोजियर में केवल ‘भारत की संलिप्तता’ का ‘तरीका और वृतांत’ है।
उन्होंने कहा कि दस्तावेज ध्यान से तैयार किये गये हैं लेकिन सूत्रों के संरक्षण के लिए ठोस सबूत साझा नहीं किये जा सकते। अजीज ने कहा कि केवल विवरण के रूप में ही दूसरे लोगों को सबूत मुहैया कराये जा सकते हैं।
सलाहकार ने अगस्त में एक बैठक में भारतीय अधिकारियों को तीन दस्तावेज सौंपने की योजना बनाई थी जिसे निरस्त कर दिया गया था। बाद में संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका के अधिकारियों के साथ उन्हें साझा किया गया।
पिछले आधिकारिक बयान के अनुसार डोजियर में बलूचिस्तान, संघीय प्रशासित कबायली इलाकों (फाटा) और कराची में भारत की संलिप्तता के सबूत हैं। विदेश सचिव ऐजाज अहमद चौधरी ने समिति में कहा कि डोजियर की विषयवस्तु मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बंद कमरे में पैनल के सदस्यों के साथ साझा की जा सकती है।
सरताज अजीज ने कहा है कि पाकिस्तान में अशांति फैलाने में भारत की कथित भूमिका से जुड़े डोजियर में कोई ठोस सबूत नहीं है, बल्कि गवाहों की सुरक्षा के लिहाज से केवल उनका जिक्र किया गया है।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार विदेश मामलों के सलाहकार अजीज ने गुरुवार को इस्लामाबाद में विदेश मामलों पर सीनेट की स्थाई समिति के समक्ष गवाही में कहा कि इसके बजाय डोजियर में केवल ‘भारत की संलिप्तता’ का ‘तरीका और वृतांत’ है।
उन्होंने कहा कि दस्तावेज ध्यान से तैयार किये गये हैं लेकिन सूत्रों के संरक्षण के लिए ठोस सबूत साझा नहीं किये जा सकते। अजीज ने कहा कि केवल विवरण के रूप में ही दूसरे लोगों को सबूत मुहैया कराये जा सकते हैं।
सलाहकार ने अगस्त में एक बैठक में भारतीय अधिकारियों को तीन दस्तावेज सौंपने की योजना बनाई थी जिसे निरस्त कर दिया गया था। बाद में संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका के अधिकारियों के साथ उन्हें साझा किया गया।
पिछले आधिकारिक बयान के अनुसार डोजियर में बलूचिस्तान, संघीय प्रशासित कबायली इलाकों (फाटा) और कराची में भारत की संलिप्तता के सबूत हैं। विदेश सचिव ऐजाज अहमद चौधरी ने समिति में कहा कि डोजियर की विषयवस्तु मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बंद कमरे में पैनल के सदस्यों के साथ साझा की जा सकती है।
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