Monday, November 30, 2015

'हिंदू शासक' वाले बयान पर राजनाथ ने कहा आरोप साबित करें या क्षमा मांगें सलीम

नई दिल्ली (सं.सू.)। लोकसभा में सोमवार को इन्टॉलरेंस पर चर्चा शुरू हो गई। लेकिन एक घंटे के अंदर ही जोरदार हंगामा हो गया। दरअसल, सीपीएम सांसद मोहम्मद सलीम ने एक आर्टिकल का हवाला देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। सलीम ने दावा किया कि राजनाथ ने एक बार कहा था कि देश को 800 साल बाद कोई हिंदू शासक मिला है।
इस पर राजनाथ ने कहा, "आज मैं जितना आहत हुआ हूं, उतना अपने पॉलिटिकल करियर में पहले कभी नहीं हुआ। मैंने कभी ऐसा कोई बयान नहीं दिया। ऐसा बयान देने वाले को गृह मंत्री बने रहने का हक नहीं है।" इस मुद्दे पर जोरदार हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित हो गई। बाद में स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सलीम के बयान को लोकसभा की कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटाने के आदेश दिए।

सीपीएम नेता मोहम्मद सलीम ने इन्टॉलरेंस के मुद्दे पर चर्चा शुरू की।
- सलीम ने आउटलुक मैगजीन की 16 नवंबर, 2014 की एक कॉपी लोकसभा में दिखाई।
सलीम : लोकसभा चुनाव के बाद मोदी के पीएम बनने पर राजनाथ सिंह ने कहा था कि 800 साल बाद कोई हिंदू देश का शासक बना है।
सलीम के यह कहते ही बीजेपी सांसद हंगामा करने लगे। उन्होंने सलीम से बयान वापस लेने की मांग की।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह : कृपया मोहम्मद सलीम यह बताएं कि मैंने ऐसा बयान कहां दिया है? किस अवसर पर बोला है? अगर वे यह नहीं बता पाएं, तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन : आपने देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। क्या आप ये साबित कर सकते हैं?

बीजेपी सदस्यों के हंगामे के बाद भी सलीम अपने बयान पर कायम रहे।
सलीम ने कहा- मैं नियम जानता हूं। मैं इस मैगजीन के एक आर्टिकल को कोट कर रहा हूं।
तृणमूल नेता सौगत रॉय : अगर राजनाथ अपने इस बयान का खंडन कर रहे हैं तो क्या वे मैगजीन को नोटिस भेजेंगे?
केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी : जब खुद गृह मंत्री इस सदन में यह कह रहे हैं कि उन्होंने ऐसा बयान नहीं दिया तो सलीम को माफी मांगनी चाहिए। सलीम को बयान वापस लेना होगा, अन्यथा हम इस सदन में नहीं बैठ पाएंगे।
राजनाथ : "मैं आज जितना आहत हुआ हूं, उतना कभी नहीं हुआ। इस तरह का बयान अगर कोई गृह मंत्री देता है तो उसे इस पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। माइनॉरिटी कम्युनिटी को भी इस बात का अंदाजा है कि मैं कभी ऐसे बयान नहीं देता हूं। जब भी मैं बोलता हूं, सोच-समझकर बोलता हूं।"
सलीम : मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं है। मैं भी 25 साल से संसद में हूं। मैंने किसी को आहत नहीं किया। जो काम आईबी, खुफिया एजेंसियों को करना था कि देखिए गृह मंत्रीजी! आपके बारे में ऐसा लिखा है, वह काम मैंने कर दिया।
स्पीकर : सलीम का बयान रिकॉर्ड में दर्ज नहीं होगा।
रूडी : मोहम्मद सलीम जब तक अपने दावे की ऑथेंटिसिटी साबित नहीं कर सकते, तब तक उन्हें इस बयान को वापस ले लेना चाहिए।
स्पीकर : आप गृह मंत्री पर भरोसा कीजिए, अपने बयान को वापस लीजिए।
बीजेपी सदस्यों ने हंगामा तेज कर दिया। इस पर सलीम बिफर गए।
सलीम : क्या मैं मनगढ़ंत बात कर रहा हूं? मैं यहां खड़ा हूं। क्या करेंगे? फांसी पर चढ़ाएंगे?

इसके बाद स्पीकर ने लोकसभा एक घंटे के लिए स्थगित कर दी। बाद में भी सलीम ने माफी नहीं मांगी और हंगामा जारी रहा।

यहाँ हम आपको यह भी बता दें कि उक्त बयान गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने नहीं बल्कि विहिप अध्यक्ष स्व. अशोक सिंघल ने 22 नवंबर,2014 को दिया था। 

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