Thursday, November 19, 2015

सरकार और समाज के बीच की खाईं भरें आईएएस अफसर-PM मोदी

नई दिल्ली (सं.सू.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज डीआरडीओ मुख्यालय में 2013 बैच के आइएएस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में हमेशा उमंग से काम करें।

पीएम मोदी ने अधिकारियों से व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए नए विचारों को साझा करने की भी बात कही।

पीएम मोदी ने कहा कि करियर के शुरुआती दौर में हमें बहुत संतुलित ढंग से काम करना चाहिए। यह समय काफी संघर्षपूर्ण होता है क्योंकि इस दौरान आप नए होते हैं और चीजें बदलना चाहते हैं। आपके वरिष्ठ आपसे ज्यादा अनुभवी होते हैं इसलिए विचारों का टकराव होना लाजमी है।

पीएम मोदी ने कहा कि आईएस अधिकारियों को किसानों और गरीबों के बीच काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी समस्याओं को अलग-अलग बांटे और उनकी समस्याओं का हल निकालें।

पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को डीआरडीओ भवन में आईएएस  ट्रेनिग ऑफिसर को संबोधित किया। इस दौरान उन्‍होंने कहा कि मैं पत्‍थर पर भविष्‍य की लकीरें बनाने की कोशिश कर रहा हूं।

प्रधानमंत्री ने बैच ऑफिसरों को अपना मंत्र देते हुए कहा कि हमें अपने काम को उत्साह, प्रेरणा और ईमानदारी से करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर काम करने से ही हमें सीखने को मिलता है।

मोदी ने इस मौके पर कहा कि पत्थर पर भविष्य की लकीरें बन जाए, ऐसी कोशिश कर रहा हूं। सपना और परंपरा से टकराव से संघर्ष पैदा होता है। हमारे काम हमारी सोच पर आधारित होना चाहिए। आप सब देश के कुछ करना चाहते हैं, लेकिन संघर्ष में अटक जाते हैं। अब आप अफसर बनकर नई जिम्मेदारियों को उठाने के लिए तैयार है। इसलिए आपकी ऐसी सोच होनी चाहिए कि आपको खुद को साबित करना है।

उन्होंने कहा कि आप ऐसा बिल्कुल मत सोचें कि देश में बदलाव लाने से आपके सामने कोई बाधा आएगी। हमें यह समझना होगा कि सरकार को तभी मजबूती मिलेगी जब समाज मजबूत हो। सरकार और समाज के बीच जो खाई है उसे पाटने की जिम्मेदारी केवल नेताओं की नहीं है। अगर आप समाज से सीधे जुड़ेंगे तो आप देखेंगे कि इससे आपको कितनी ताकत मिलती है।

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