पटना (सं.सू.)। श्रीकृष्णापुरी थाने के राजापुर पुल पर सरेआम शनिवार को दिन के करीब 10 बजे न्यू सोनाली ज्वेलर्स के मालिक रविकांत प्रसाद (42) की गोली मार कर हत्या कर दी गयी। घटना के विरोध में लोगों ने हंगामा किया और सड़क जाम कर दिया।
हालांकि एसएसपी मनु महाराज व सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में पटना पुलिस की टीम ने मात्र पांच घंटे के अंदर ताबड़तोड़ छापेमारी की। पुलिस दबिश से डर कर एक अपराधी मुनचुन राय ने कोर्ट में पाटलिपुत्र थाने के गोसाइ टोला में हुई अखिलेश प्रसाद से मारपीट के मामले में सरेंडर कर दिया। पुलिस इसके घर पहुंच चुकी थी, लेकिन इसकी पत्नी ने बीमारी का बहाना बना कर घर में प्रवेश करने नहीं दिया और इसी बीच वह वहां से निकल कर कोर्ट पहुंच गया।
पुलिस को इसकी भनक लग गयी और टीम वहां पहुंच गयी। फिर कोर्ट के आदेश के बाद दो दिनों के रिमांड पर ले लिया गया। पुलिस ने मुनचुन के घर से छापेमारी के दौरान एक पिस्टल व कारतूस बरामद किया है। पूछताछ के बाद उसने सारे मामलों का खुलासा कर दिया। दो लाख नकद व पचास हजार के सोने की चेन की रंगदारी के लिए कुख्यात अपराधी दुर्गेश शर्मा के इशारे पर मुनचुन, करमू, विक्रम उर्फ पगला व गणेश ने मिल कर घटना को अंजाम दिया था। गणेश के आवास पर सारी योजना बनी थी और फिर करमू, गणेश, विक्रम व मुनचुन हथियार से लैस हो कर पहुंचे। उन लोगों ने रंगदारी मांगी और जब देने से इनकार किया गया तो उन लोगों में से एक करमू ने गोली चला दी।
गोली हार्ट के समीप लगी और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। जबकि इन लोगों का यह इरादा था कि व्यवसायी को पैर में गोली मारी जाये। इससे दहशत का माहौल व्याप्त हो फिर आसानी से अन्य व्यवसायियों से रंगदारी की रकम वसूल की जा सके।
ये सभी पाटलिपुत्र थाने के मैनपुरा के रहने वाले हैं। पकड़ा गया मुनचुन बुद्धा कॉलोनी में लूट के एक मामले का आरोपित है और इसने वर्ष 2010 में कांग्रेस नेता की हत्या की थी। खास बात यह है कि मुनचुन ने पिछले साल फरवरी में मैनपुरा में हुए संतोष सिंह हत्याकांड का भी खुलासा किया है और बताया कि दुर्गेश व यदु उपाध्याय ने मिल कर घटना को अंजाम दिया था। दुर्गेश की हमेशा गणेश से बात होती थी।
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