श्रीनगर (सं.सू.)। पिछले महीने आतंकवादी हमले में घायल हुए एक अधिकारी के सुरक्षा घेरे का हिस्सा रहा एक कांस्टेबल जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा से चार राइफल के साथ फरार हो गया है। सूत्रों के मुताबिक कांस्टेबल हिज्बुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया है। उसने चारों असलहे के साथ एक फोटो भी शेयर की है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कांस्टेबल माशूक अहमद दो दिनों से एसडीपीओ बिजबेहरा के कार्यालय में ड्यूटी के लिए नहीं आया, जिससे उसकी गतिविधियों को लेकर आशंका पैदा हुई।
पिछले महीने आतंकवादी हमले में घायल हुए एक अधिकारी के सुरक्षा घेरे का हिस्सा रहा एक कांस्टेबल जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा से चार राइफल के साथ फरार हो गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस थाना परिसरों की जांच के दौरान चार राइफल लापता पाए गए और ऐसी आशंका है कि कांस्टेबल अपने साथ इन राइफलों को ले गया है। भगोड़े कांस्टेबल की तलाश के लिए दक्षिण कश्मीर इलाके में चेतावनी जारी कर दी गई है।
शोपियां जिले का रहने वाला माशूक 24 दिसंबर को बिजबेहरा इलाके में एक आतंकवादी हमले में घायल हुए डीएसपी इरशाद अहमद के सुरक्षा घेरे का हिस्सा था। बहरहाल, पुलिस ने कांस्टेबल के अधिकारी पर हुए हमले में शामिल होने से भी इनकार नहीं किया है। हमले में एक अन्य पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गया था।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कांस्टेबल माशूक अहमद दो दिनों से एसडीपीओ बिजबेहरा के कार्यालय में ड्यूटी के लिए नहीं आया, जिससे उसकी गतिविधियों को लेकर आशंका पैदा हुई।
पिछले महीने आतंकवादी हमले में घायल हुए एक अधिकारी के सुरक्षा घेरे का हिस्सा रहा एक कांस्टेबल जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा से चार राइफल के साथ फरार हो गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस थाना परिसरों की जांच के दौरान चार राइफल लापता पाए गए और ऐसी आशंका है कि कांस्टेबल अपने साथ इन राइफलों को ले गया है। भगोड़े कांस्टेबल की तलाश के लिए दक्षिण कश्मीर इलाके में चेतावनी जारी कर दी गई है।
शोपियां जिले का रहने वाला माशूक 24 दिसंबर को बिजबेहरा इलाके में एक आतंकवादी हमले में घायल हुए डीएसपी इरशाद अहमद के सुरक्षा घेरे का हिस्सा था। बहरहाल, पुलिस ने कांस्टेबल के अधिकारी पर हुए हमले में शामिल होने से भी इनकार नहीं किया है। हमले में एक अन्य पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गया था।
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