Friday, January 22, 2016

आइएस की साजिश नाकाम,देश भर में पांच आतंकी गिरफ्तार

नई दिल्ली (सं.सू.)। गणतंत्र दिवस से ऐन पहले देश भर में महत्वपूर्ण ठिकानों पर बम धमाकों की साजिश को नाकाम कर दिया गया। केंद्रीय जांच एजेंसी एनआइए ने देश में पैर जमाने की कोशिश में लगे आतंकी संगठन आइएस के नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जबकि नौ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

आइएस आतंकियों की धरपकड़ के लिए पांच राज्यों में छापे मारे गए। हिमाचल के पौंग बांध व कांगड़ा एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के रहने वाले 14 आतंकी ‘जुनूद अल खलीफा ए हिंदू’ नाम के नए संगठन का हिस्सा हैं। ये हमले के लिए हथियार जुटाने की कोशिश कर रहे थे और आइईडी बम बनाने का सामान जमा भी कर चुके थे। एनआइए को इनके पास से कई लैपटॉप, विस्फोटक सामग्री, डिटोनेटर, वायर, बैटरी और हाईड्रोजन पैराआक्साइड के अलावा जेहादी साहित्य मिला है। आठ महीने से ये आतंकी देश के कई स्थानों की रेकी कर रहे थे। इनके निशाने पर दिल्ली के प्रमुख स्थान समेत हिमाचल का बांध भी था। 25 से 30 साल की उम्र के इन आतंकियों में सभी उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और कई सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। ये सभी यूसुफ नाम के आतंकी के साथ ऑनलाइन संपर्क में थे।

सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यूसुफ असल में इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी सफी अरमर है, जो अब आइएस के लिए काम कर रहा है। वैसे सरकार सीधे तौर पर आइएस का नाम लेने से बच रही है।

गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (आंतरिक सुरक्षा) एमए गणपति के अनुसार उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना में फैले यह आतंकी पहले से खुफिया ब्यूरो के रडार पर थे और लगभग छह महीने से उनकी ऑनलाइन और ऑफलाइन गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। जैसे ही इन आतंकियों ने हमला करने के लिए हथियार खरीदने की तैयारी शुरू की और कुछ आइईडी बनाने के सामान जुटाने के संकेत मिले, एनआइए ने उन्हें दबोच लिया। जिन 14 आतंकियों को शुक्रवार को हिरासत में लिया गया है, उनमें तीन मुंबई, चार हैदराबाद, चार बेंगलुरु, एक मंगलुरु, एक टुनकुर और एक लखनऊ से है। पांच आतंकियों के नाम मुंब्रा थाने का मुदब्बीर मुस्ताक शेख, हैदराबाद का मोहम्मद नफीस खान व शरीफ मोउनुद्दीन खान, मंगलुरु का नजमुल हुडा और बेंगलुरु का मोहम्मद अफजल है। अन्य नौ संदिग्ध आतंकियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और ठोस सुबूत मिलने पर शनिवार को गिरफ्तार किया जा सकता है।

उधर,नोएडा में मंगलवार देर रात आइटीबीपी के आइजी दिल्ली के आइटीबीपी के आइजी आनंद स्वरूप की सफारी कार चोरी होने के बाद पठानकोट से कार ड्राइवर की हत्या कर फरार तीन संदिग्ध युवकों की खबर ने सुरक्षा एजेंसियों की सांसें अटका दी हैं। चोरी हुई कारों के दिल्ली में प्रवेश करने की आशंका को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने अलर्ट जारी किया। कार की तलाश के लिए सर्च-चेकिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बृहस्पतिवार देर रात तीन संदिग्ध युवकों ने पठानकोट में एक ऑल्टो किराए पर ली थी, जिसका ड्राइवर विजय कुमार था, जोकि गग्गल का था। उसकी लाश 20 जनवरी को कलता ब्रिज, कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश के जंगल में मिली थी। ऑल्टो कार के साथ तीनों संदिग्ध फरार हंै। पुलिस ने कार की तलाश के लिए पूरी दिल्ली में सर्च ऑपरेशन चलाया। दो कार चोरी होने के पीछे सुरक्षा एजेंसियां दहशतगर्दो की बड़ी साजिश मान रही हैं। 

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