श्रीनगर (सं.सू.)। श्रीनगर एनआईटी में हंगामे को लेकर आज पुलिस ने उल्टे उन छात्रों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है जिन्होंने भारत माता की जय के नारे लगाए थे। पुलिस ने कश्मीर के बाहर से आने वाले NIT के 20 छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस ने छात्रों पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। पुलिस की ओर से वीडियो भी जारी किया गया है जिसमें छात्रों को तोड़फोड़ करते हुए दिखाया गया है। ये वही छात्र हैं जो पुलिस की बर्बरता के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
श्रीनगर एनआईटी मामले में 20 छात्रों पर केस दर्ज कर लिया गया है। ये 20 छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। इन छात्रों की पुलिस ने पिटाई की थी। छात्रों ने सोशल मीडिया के जरिए पुलिस की बेरहमी से पिटाई का वीडियो जारी कर दिया था। ये छात्र पुलिस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे। अब पुलिस ने इन छात्रों पर ही केस दर्ज कर लिया है। छात्रों पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है।
श्रीनगर के इंजीनियरिंग कॉलेज NIT की ये वो तस्वीरें हैं जिनके सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस पर बर्रबरता के आरोप लगे। 5 मार्च की इन तस्वीरों पुलिसवाले छात्रों को बेरहमी से पीटते दिख रहे हैं। पिटने वाले गैर कश्मीरी छात्रों का आरोप है कि वो शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उनपर लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस के कथित जुल्म के खिलाफ NIT के गैर कश्मीरी छात्र आंदोलन कर रहे हैं।
लेकिन अब अपने बचाव में जम्मू कश्मीर पुलिस ने भी वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में प्रदर्शनकारी छात्र तोडफोड़ करते नजर आ रहे हैं। कुछ छात्र पुलिस पर पथराव करते भी दिख रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि लाठीचार्ज इसलिए करना पड़ा क्योंकि छात्र तोड़फोड़ पर उतर आए थे और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे। पुलिस ने NIT के 20 छात्रों के खिलाफ केस भी दर्ज किया है। इनपर गैरकानूनी ढंग से इकठ्ठा होने, तोड़फोड़ और सरकारी कर्मचारियों से मारपीट करने का आरोप है।
4pm sting 0704कल शिक्षा मंत्रालय की टीम के सामने अपना दर्द सुनाया। आरोप है कि गैर कश्मीरी छात्राओं को रेप की धमकी तक दी गई है। NIT श्रीनगर में परीक्षाएं होने वाली हैं। शिक्षा मंत्रालय की टीम परीक्षा होने तक कैंपस में मौजूद रहेगी। लेकिन गैर कश्मीरी छात्रों की मांग है कि उनकी जान को खतरा है इसलिए उन्हें घर जाने दिया जाए। छात्रों को घर जाने की इजाजत दे दी गई है। घर जाने वाले छात्र बाद में परीक्षा दे पाएंगे। दूसरी मांग ये है कि NIT कैंपस को श्रीनगर के बाहर शिफ्ट किया जाए। इसके अलावा छात्रों ने लाठीचार्ज करने वाले पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग भी रखी है।
NIT में लाठीचार्ज के विरोध में आज जम्मू बंद है। पैंथर्स पार्टी और श्रीराम सेना के इस बंद को व्यवसायिक संगठन भी समर्थन दे रहे हैं। पढ़ाई की जगह NIT में देशभक्ति के नाम पर कश्मीरी और बाहर के छात्रों के बीच जंग छिड़ी हुई है। 31 मार्च को वेस्टइंडीज के खिलाफ टी 20 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत की हार के बाद NIT कैंपस में कुछ कश्मीरी छात्रों ने जश्न मनाया था। जब गैर कश्मीरी छात्रों ने इसका विरोध किया तो दोनों गुटों में झड़प हो गई। विवाद बढ़ता देख कॉलेज को बंद कर दिया गया। पांच मार्च को कॉलेज खुला तो गैर कश्मीरी छात्र प्रदर्शन करने लगे और इसी दौरान पुलिस के लाठीचार्ज के बाद मामला बिगड़ गया।
पुलिस ने छात्रों पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। पुलिस की ओर से वीडियो भी जारी किया गया है जिसमें छात्रों को तोड़फोड़ करते हुए दिखाया गया है। ये वही छात्र हैं जो पुलिस की बर्बरता के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
श्रीनगर एनआईटी मामले में 20 छात्रों पर केस दर्ज कर लिया गया है। ये 20 छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। इन छात्रों की पुलिस ने पिटाई की थी। छात्रों ने सोशल मीडिया के जरिए पुलिस की बेरहमी से पिटाई का वीडियो जारी कर दिया था। ये छात्र पुलिस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे। अब पुलिस ने इन छात्रों पर ही केस दर्ज कर लिया है। छात्रों पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है।
श्रीनगर के इंजीनियरिंग कॉलेज NIT की ये वो तस्वीरें हैं जिनके सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस पर बर्रबरता के आरोप लगे। 5 मार्च की इन तस्वीरों पुलिसवाले छात्रों को बेरहमी से पीटते दिख रहे हैं। पिटने वाले गैर कश्मीरी छात्रों का आरोप है कि वो शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उनपर लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस के कथित जुल्म के खिलाफ NIT के गैर कश्मीरी छात्र आंदोलन कर रहे हैं।
लेकिन अब अपने बचाव में जम्मू कश्मीर पुलिस ने भी वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में प्रदर्शनकारी छात्र तोडफोड़ करते नजर आ रहे हैं। कुछ छात्र पुलिस पर पथराव करते भी दिख रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि लाठीचार्ज इसलिए करना पड़ा क्योंकि छात्र तोड़फोड़ पर उतर आए थे और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे। पुलिस ने NIT के 20 छात्रों के खिलाफ केस भी दर्ज किया है। इनपर गैरकानूनी ढंग से इकठ्ठा होने, तोड़फोड़ और सरकारी कर्मचारियों से मारपीट करने का आरोप है।
4pm sting 0704कल शिक्षा मंत्रालय की टीम के सामने अपना दर्द सुनाया। आरोप है कि गैर कश्मीरी छात्राओं को रेप की धमकी तक दी गई है। NIT श्रीनगर में परीक्षाएं होने वाली हैं। शिक्षा मंत्रालय की टीम परीक्षा होने तक कैंपस में मौजूद रहेगी। लेकिन गैर कश्मीरी छात्रों की मांग है कि उनकी जान को खतरा है इसलिए उन्हें घर जाने दिया जाए। छात्रों को घर जाने की इजाजत दे दी गई है। घर जाने वाले छात्र बाद में परीक्षा दे पाएंगे। दूसरी मांग ये है कि NIT कैंपस को श्रीनगर के बाहर शिफ्ट किया जाए। इसके अलावा छात्रों ने लाठीचार्ज करने वाले पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग भी रखी है।
NIT में लाठीचार्ज के विरोध में आज जम्मू बंद है। पैंथर्स पार्टी और श्रीराम सेना के इस बंद को व्यवसायिक संगठन भी समर्थन दे रहे हैं। पढ़ाई की जगह NIT में देशभक्ति के नाम पर कश्मीरी और बाहर के छात्रों के बीच जंग छिड़ी हुई है। 31 मार्च को वेस्टइंडीज के खिलाफ टी 20 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत की हार के बाद NIT कैंपस में कुछ कश्मीरी छात्रों ने जश्न मनाया था। जब गैर कश्मीरी छात्रों ने इसका विरोध किया तो दोनों गुटों में झड़प हो गई। विवाद बढ़ता देख कॉलेज को बंद कर दिया गया। पांच मार्च को कॉलेज खुला तो गैर कश्मीरी छात्र प्रदर्शन करने लगे और इसी दौरान पुलिस के लाठीचार्ज के बाद मामला बिगड़ गया।
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