एटा (सं.सू.)। उत्तर प्रदेश मे एटा के रजपुरा गांव में खाकी का कहर इस कदर टूट रहा है कि पूरा का पूरा गांव पुलिस के भय से पलायन कर गया है। पुलिस ने घरों में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की है और कई महिलाओं ने पुलिस और उसके साथ आए गुंडों पर छेड़खानी और बलात्कार करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पूरे गांव में पसरा भययुक्त सन्नाटा पुलिसिया जुल्म की दास्तान खुद ब खुद बयां कर रहा है।
एटा के थाना नयागांव क्षेत्र रजपुरा गांव में पलायन से बचे रह गए कुछ उम्रदराज महिलाओं और पुरुषों के चेहरों पर खौफ की इबारत पुलिसिया जुल्म की दास्तान अपने आप बयां कर रही है। 15 अगस्त को जब सारा देश स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा हुआ था, उसी दिन शाम को गांव में पुलिस का कहर टूटा। चोरी के एक आरोपी अजब सिंह को पकड़ने पहुंची थाना नयागांव पुलिस ने गांव में जो तांडव किया उससे गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। गांव वालों ने न केवल पुलिस टीम को बंधक बना लिया वरन पुलिस पार्टी पर पथराव कर पुलिस जीप तोड़ डाली और पुलिसकर्मियों की रायफलें छीन ली।
उत्तर प्रदेश मे एटा के रजपुरा गांव में खाकी का कहर इस कदर टूट रहा है कि पूरा का पूरा गांव पुलिस के भय से पलायन कर गया है।
तीन पुलिसकर्मियों श्रीचन्द्र, मनोज और संजीव को हल्की चोटें भी आई। पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा 147, 148, 149, 307, 336, 332, 353, 186, 504, 506 लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत 16 नामजद और 40-50 अज्ञात ग्रामीण महिला-पुरुषों के खिलाफ नया गांव थाना में रिपोर्ट दर्ज कर ली। गांव वालों का गुस्सा इस बात पर था कि पुलिस एक चोर को पकड़ने के लिए पूरे गांव को परेशान क्यों कर रही है। 16 अगस्त को एक दर्जन थानों की पुलिस और एक ट्रक पीएसी के साथ पुलिस ने रजपुरा गांव में धावा बोल दिया।
गांव के 150 से अधिक लोग पुलिस के भय से पलायन कर गए। घरों में महिलाएं, जवान लडकियां, बच्चे और बुजुर्ग ही बचे। पुलिस ने गांव में पहुंच कर जबरन घरों में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। चारपाई, कुर्सी, मेज, चारा काटने की मशीन, चूल्हे, बक्से, अलमारी, किवाड़ जो दिखा सब तोड़ डाले। कई जगह तो दीवार और छप्पर तक गिरा दिया। जिसने भी विरोध किया उसकी जमकर पिटाई की।
गांव की कई महिलाओं का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने गांव की बहन बेटियों के साथ जमकर छेड़खानी की। कई महिलाओं ने बलात्कार करने के संगीन आरोप लगाए हैं। एक महिला के गाल पर काटने का निशान साफ दिखाई दे रहा है। महिलाओं का कहना है कि पुलिस रोज ही गांव में आती है और तलाशी के नाम पर छेड़छाड़ करती है।
एटा के थाना नयागांव क्षेत्र रजपुरा गांव में पलायन से बचे रह गए कुछ उम्रदराज महिलाओं और पुरुषों के चेहरों पर खौफ की इबारत पुलिसिया जुल्म की दास्तान अपने आप बयां कर रही है। 15 अगस्त को जब सारा देश स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा हुआ था, उसी दिन शाम को गांव में पुलिस का कहर टूटा। चोरी के एक आरोपी अजब सिंह को पकड़ने पहुंची थाना नयागांव पुलिस ने गांव में जो तांडव किया उससे गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। गांव वालों ने न केवल पुलिस टीम को बंधक बना लिया वरन पुलिस पार्टी पर पथराव कर पुलिस जीप तोड़ डाली और पुलिसकर्मियों की रायफलें छीन ली।
उत्तर प्रदेश मे एटा के रजपुरा गांव में खाकी का कहर इस कदर टूट रहा है कि पूरा का पूरा गांव पुलिस के भय से पलायन कर गया है।
तीन पुलिसकर्मियों श्रीचन्द्र, मनोज और संजीव को हल्की चोटें भी आई। पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा 147, 148, 149, 307, 336, 332, 353, 186, 504, 506 लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत 16 नामजद और 40-50 अज्ञात ग्रामीण महिला-पुरुषों के खिलाफ नया गांव थाना में रिपोर्ट दर्ज कर ली। गांव वालों का गुस्सा इस बात पर था कि पुलिस एक चोर को पकड़ने के लिए पूरे गांव को परेशान क्यों कर रही है। 16 अगस्त को एक दर्जन थानों की पुलिस और एक ट्रक पीएसी के साथ पुलिस ने रजपुरा गांव में धावा बोल दिया।
गांव के 150 से अधिक लोग पुलिस के भय से पलायन कर गए। घरों में महिलाएं, जवान लडकियां, बच्चे और बुजुर्ग ही बचे। पुलिस ने गांव में पहुंच कर जबरन घरों में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। चारपाई, कुर्सी, मेज, चारा काटने की मशीन, चूल्हे, बक्से, अलमारी, किवाड़ जो दिखा सब तोड़ डाले। कई जगह तो दीवार और छप्पर तक गिरा दिया। जिसने भी विरोध किया उसकी जमकर पिटाई की।
गांव की कई महिलाओं का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने गांव की बहन बेटियों के साथ जमकर छेड़खानी की। कई महिलाओं ने बलात्कार करने के संगीन आरोप लगाए हैं। एक महिला के गाल पर काटने का निशान साफ दिखाई दे रहा है। महिलाओं का कहना है कि पुलिस रोज ही गांव में आती है और तलाशी के नाम पर छेड़छाड़ करती है।
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