पटना (सं.सू.)। शराब मेरे घर में है, कहते हुए टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में दिखे नरकटियागंज से कांग्रेस के विधायक विनय वर्मा घर और बाहर दोनों जगहों पर मुश्किल में फंसते जा रहे हैं। कांग्रेस ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है, दूसरी तरफ पुलिस और उत्पाद विभाग ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि वर्मा को बचाने के लिए सरकार नाटक कर रही है। पुलिस केवल दिखावे के लिए उनके आवास पर छापेमारी की है।
मंगलवार सुबह स्टिंग करने वाले चैनल पर शिकायत दर्ज कराने समर्थकों के साथ शिकारपुर थाने पहुंचे। वहां उत्पाद विभाग की टीम भी पहुंची। दोनों के बीच कहासुनी हुई। पुलिस उनकी गाड़ी को रोकती रही, लेकिन समर्थकों के सहारे विधायक भाग निकले। काफी देर तक अफरातफरी मची रही। दोपहर में विधायक के पटना (पाटलिपुत्र) स्थित आवास पर पुलिस ने छापेमारी की। पुलिस वहां विधायक को खोजने पहुंची थी, लेकिन वे नहीं मिले। उत्पाद विभाग ने पाटलिपुत्र थाने में विधायक के खिलाफ केस दर्ज करा दिया।
विधायक के खिलाफ उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्व में सोमवार देर रात से छापेमारी शुरू हो गई। मंगलवार सुबह इसमें और तेजी आई। विधायक जब थाने पहुंचे तो उनसे सात -आठ मिनट तक पूछताछ हुई। अधिकारियों ने कहा कि आपकी गिरफ्तारी का आदेश है। इस पर समर्थक भड़क गए। विधायक अपने वाहन में बैठ गए। उत्पाद अधीक्षक और पुलिस पदाधिकारी पूछताछ के लिए फिर चैंबर में लाने का प्रयास करने लगे। इस पर समर्थक आपे से बाहर हो गए और कहने लगे कि विधायक कोई अपराधी नहीं हैं। उन्हें बिना वजह फंसाया जा रहा है। समर्थकों ने चुनौती दी कि शिकारपुर चलते हैं, वहां आकर गिरफ्तार कर लीजिए। विधायक ने कहा कि मैं कोई अपराधी नही हूं। अपने काम से जा रहा हूं। निकलते वक्त विधायक के वाहन के आगे पुलिस और समर्थक आमने -सामने हो गए। सैप के जवान तथा सब इंस्पेक्टर वाहन को रोकने का प्रयास कर रहे थे। गाड़ी बढ़ी और एक सैप जवान के पैर को छू गई। फिर वाहन पीछे कर और मोड़ लेते हुए निकल पड़ा।
पटना में सहायक उत्पाद आयुक्त ने कृष्ण कुमार ने पाटलिपुत्र थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद विधायक के मकान संख्या-321 में छापा मारा, हालांकि टीम के साथ कुछ नहीं लगा। विधायक के विरुद्ध बिहार उत्पाद अधिनियम की धारा 47 (ए) और 53 (बी) सहित साक्ष्य छुपाने के लिए आइपीसी की धारा 201 के अंतर्गत कांड संख्या 148/16 दर्ज किया गया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि विधायक विनय वर्मा को बचाने के लिए सरकार नाटक कर रही है। उनहोंने कहा कि अगर नीतीश कुमार में हिम्मत है तो विधायक पर कड़ी कार्रवाई करके दिखाएं। नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने कहा कि विनय वर्मा को को अविलंब गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
सोमवार देर शाम स्टिंग सामने आया था। न्यूज चैनल की टीम नरकटियागंज के विधायक से शराबबंदी पर बातचीत करने पहुंची। विधायक ने मीडिया टीम से कहा, ‘आइ विल ऑफर यू लिकर।’ टीम द्वारा शराबबंदी की बाबत पूछने पर कहा, ‘मेरे पास है। कैसे फेंक दूं? वहां गांव में कई ब्रांड की शराब है।’
मंगलवार सुबह स्टिंग करने वाले चैनल पर शिकायत दर्ज कराने समर्थकों के साथ शिकारपुर थाने पहुंचे। वहां उत्पाद विभाग की टीम भी पहुंची। दोनों के बीच कहासुनी हुई। पुलिस उनकी गाड़ी को रोकती रही, लेकिन समर्थकों के सहारे विधायक भाग निकले। काफी देर तक अफरातफरी मची रही। दोपहर में विधायक के पटना (पाटलिपुत्र) स्थित आवास पर पुलिस ने छापेमारी की। पुलिस वहां विधायक को खोजने पहुंची थी, लेकिन वे नहीं मिले। उत्पाद विभाग ने पाटलिपुत्र थाने में विधायक के खिलाफ केस दर्ज करा दिया।
विधायक के खिलाफ उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्व में सोमवार देर रात से छापेमारी शुरू हो गई। मंगलवार सुबह इसमें और तेजी आई। विधायक जब थाने पहुंचे तो उनसे सात -आठ मिनट तक पूछताछ हुई। अधिकारियों ने कहा कि आपकी गिरफ्तारी का आदेश है। इस पर समर्थक भड़क गए। विधायक अपने वाहन में बैठ गए। उत्पाद अधीक्षक और पुलिस पदाधिकारी पूछताछ के लिए फिर चैंबर में लाने का प्रयास करने लगे। इस पर समर्थक आपे से बाहर हो गए और कहने लगे कि विधायक कोई अपराधी नहीं हैं। उन्हें बिना वजह फंसाया जा रहा है। समर्थकों ने चुनौती दी कि शिकारपुर चलते हैं, वहां आकर गिरफ्तार कर लीजिए। विधायक ने कहा कि मैं कोई अपराधी नही हूं। अपने काम से जा रहा हूं। निकलते वक्त विधायक के वाहन के आगे पुलिस और समर्थक आमने -सामने हो गए। सैप के जवान तथा सब इंस्पेक्टर वाहन को रोकने का प्रयास कर रहे थे। गाड़ी बढ़ी और एक सैप जवान के पैर को छू गई। फिर वाहन पीछे कर और मोड़ लेते हुए निकल पड़ा।
पटना में सहायक उत्पाद आयुक्त ने कृष्ण कुमार ने पाटलिपुत्र थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद विधायक के मकान संख्या-321 में छापा मारा, हालांकि टीम के साथ कुछ नहीं लगा। विधायक के विरुद्ध बिहार उत्पाद अधिनियम की धारा 47 (ए) और 53 (बी) सहित साक्ष्य छुपाने के लिए आइपीसी की धारा 201 के अंतर्गत कांड संख्या 148/16 दर्ज किया गया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि विधायक विनय वर्मा को बचाने के लिए सरकार नाटक कर रही है। उनहोंने कहा कि अगर नीतीश कुमार में हिम्मत है तो विधायक पर कड़ी कार्रवाई करके दिखाएं। नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने कहा कि विनय वर्मा को को अविलंब गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
सोमवार देर शाम स्टिंग सामने आया था। न्यूज चैनल की टीम नरकटियागंज के विधायक से शराबबंदी पर बातचीत करने पहुंची। विधायक ने मीडिया टीम से कहा, ‘आइ विल ऑफर यू लिकर।’ टीम द्वारा शराबबंदी की बाबत पूछने पर कहा, ‘मेरे पास है। कैसे फेंक दूं? वहां गांव में कई ब्रांड की शराब है।’
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