Monday, April 25, 2016

हिन्दू लड़का और मुस्लिम लड़की की शादी के लिए परिवार हुआ राजी लेकिन अफसर बोले ना जी

नोएडा (सं.सू.)। मियां-बीवी राजी लेकिन अफसर बन गए काजी। ये कहानी है दिल्ली से सटे नोएडा के एक प्रेमी जोड़े की, जिसमें लड़की ने धर्म बदलकर लड़के से शादी कर ली। दोनों के परिवार वाले भी अब इस शादी को कबूल कर चुके हैं लेकिन आरोप है कि यूपी सरकार के अफसर इस शादी को मंजूरी देने में आनाकानी कर रहे हैं।

20 साल की सपना अपने ससुराल में बहुत खुश है। उसे दिल-ओ-जान से चाहने वाला पति मिला है। अपनी अम्मा जैसी मां मिली है और खाता-पीता परिवार मिला है, लेकिन इस प्रेमी जोड़े को पिछले छह महीने से एक मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है। वो ये है कि इनके इस रिश्ते पर कानूनी मुहर नहीं लग रही है। सपना और मंजीत भाटी की इस परेशानी की कहानी शुरू होती है पिछले साल अक्टूबर महीने से, जब सपना की पहचान सपना आर्या नहीं सलमा हुआ करती थी।

दिल्ली से सटे नोएडा के दादरी में एक गांव है चिटेहड़ा। इसी गांव की गलियों में सलमा और मंजीत की पहचान हुई। पहचान दोस्ती में बदली और फिर दोस्ती प्यार में, लेकिन जब तक इस प्यार को मुकाम मिल पाता तब तक सलमा के घरवालों ने उसकी शादी उससे दस साल बड़े शख्स से तय कर दी। बिना माता-पिता की बेटी को उसके चाचा-चाची ने पाला पोसा था। आरोप है कि घरवालों के फैसले को कबूल नहीं करने पर सलमा के साथ उसके चाचा-चाची ने मारपीट शुरू कर दी।

दो दिलों की मुहब्बत ने जब मुकाम की तलाश की तो सच्चे प्यार के सामने जाति-धर्म की दीवार पल भर में पार कर ली। मुस्लिम धर्म की सलमा ने हिंदू धर्म के मंजीत से शादी का फैसला कर लिया। पहले सलमा ने आर्य समाज मंदिर में अपना धर्म बदला और फिर सलमा से सपना आर्या बनकर इलाहाबाद के आर्य समाज मंदिर में मंजीत से शादी कर ली। इधर सलमा के गायब होने के बाद मंजीत भाटी के खिलाफ मेरठ में शिकायत दर्ज करा दी गई थी, लेकिन मंजीत शादी के फौरन बाद हाईकोर्ट से आदेश लेकर मेरठ पुलिस के सामने पेश हुआ। उसने वहां सलमा के धर्म परिवर्तन के सर्टिफिकेट पेश किये। आर्यसमाज मंदिर में विवाह का सर्टिफिकेट दिखाया और सपना ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान भी दर्ज करा दिया।

इसके बाद इस जोड़े को न तो अपने गांव, घर और समाज में कोई दिक्कत आई और न ही किसी ने इन्हें हिंदू और मुस्लिम की शादी होने का अहसास दिलाया। मंजीत के घरवालों ने भी अपनी छोटी बहू को बेटी की तरह घर में रखा। सच्ची मुहब्बत और बदलती दुनिया की सोच ने तो मंजीत-सलमा के रिश्ते को मंजूरी दे दी, लेकिन मंजीत भाटी ज्योंही अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे तो वहां अधिकारियों ने इन्हें जरूर याद दिलाया कि एक हिंदू ने मुस्लिम लड़की से शादी की है। मंजीत का ये भी आरोप है कि शादी का रजिस्ट्रेशन करने वाले अधिकारी ने उनसे घूस के पैसे भी मांगे। अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट-काटकर थक चुके मंजीत ने अब सीएम अखिलेश यादव से गुहार लगाई है।

अखिलेश य़ादव को भेजे ईमेल का अभी जवाब नहीं आया है। मंजीत को सूबे के मुख्यमंत्री से उम्मीद है। वरना जिला प्रशासन के अधिकारियों की हर चौखट पर मंजीत को ये याद दिलाया जा रहा है कि उसने हिंदू होकर मुस्लिम लड़की से शादी की है और ये किसी न किसी वजह से उन अफसरों के लिए कबूल करना मुश्किल हो रहा है।

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