मेरी (सं.सू.)। तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत की महत्वाकांक्षी गैस पाइपलाइन परियोजना ‘तापी’ की रविवार को आधारशिला रखी गई। यह परियोजना 2019 तक पूरी हो जाएगी।
तुर्कमेन राष्ट्रपति के मुताबिक, इसकी लंबाई 1800 किमी. है। इस पर 7.6 अरब डाॅलर (करीब 508 अरब रु.) का खर्च आने का अनुमान है। पाइपलाइन तुर्कमेनिस्तान के गलकीनाइश क्षेत्र से कंधार (अफगानिस्तान) व मुल्तान (पाकिस्तान) होते हुए फाजिल्का (भारत) पहुंचेगी। भारत में गैस की आपूर्ति बिजली संयंत्रों को की जाएगी। इस मौके पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबंगुली बेरदीमुहमदोव और अफगानिस्तान के अशरफ गनी मौजूद थे।
तुर्कमेन राष्ट्रपति के मुताबिक, इसकी लंबाई 1800 किमी. है। इस पर 7.6 अरब डाॅलर (करीब 508 अरब रु.) का खर्च आने का अनुमान है। पाइपलाइन तुर्कमेनिस्तान के गलकीनाइश क्षेत्र से कंधार (अफगानिस्तान) व मुल्तान (पाकिस्तान) होते हुए फाजिल्का (भारत) पहुंचेगी। भारत में गैस की आपूर्ति बिजली संयंत्रों को की जाएगी। इस मौके पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबंगुली बेरदीमुहमदोव और अफगानिस्तान के अशरफ गनी मौजूद थे।
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