नई दिल्ली (सं.सू.)। नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस ने दूसरे दिन भी संसद में जमकर हंगामा किया। केंद्र सरकार ने भी व्यवधान का जमकर मुकाबला करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पीएमओ पर लगाए आरोप सदन में साबित करने की चुनौती दी। सरकार ने कांग्रेस के हंगामे को अदालती कार्यवाही को प्रभावित करने की कोशिश ठहराया है। राज्यसभा का कामकाज दूसरे दिन भी पूरी तरह धुल गया। लोकसभा में भी विपक्ष की नारेबाजी से भारी व्यवधान रहा, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही जारी रखी। लोकसभा में हंगामे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे। इस बीच प्रश्नकाल, शून्यकाल और विधायी कार्य भी चलते रहे।
बुधवार को कांग्रेस ने सरकार पर बदले की कार्रवाई का आरोप लगाते हुए जोरदार हमला बोला। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह गलत तरीके से विपक्ष को दबाने और अपमानित करने में लगी है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात के अपने नेता शंकर सिंह वाघेला का हवाला देते हुए कहा कि चुन-चुनकर विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने अध्यक्ष से इस मामले पर विपक्ष से सहायता करने की अपील की और कहा कि केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह और राजस्थान व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई होने तक संसद में कोई विधेयक पास नहीं होने दें।
संसद परिसर में केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी ने सरकार और पीएमओ पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के लगाए आरोपों को साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि हेराल्ड मुद्दा उठाकर कांग्रेस सदन का वक्त बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा कि राहुल में इतना साहस नहीं है कि वह इस मुद्दे पर संसद में बात कर सकें। वह सिर्फ संसद में व्यवधान डालने का काम कर रहे हैं। अदालत ने सोनिया और राहुल गांधी के पुराने मामले में संज्ञान क्या लिया वह खुद को हीरो समझने लगते हैं। अदालत में उनके खिलाफ लगे आरोपों का जवाब देने वह संसद में आएं। सरकार और पीएमओ के खिलाफ राहुल गांधी के 100 फीसद राजनीतिक साजिश के बयान को उन्होंने संसद में साबित करने की चुनौती दी।
बुधवार को कांग्रेस ने सरकार पर बदले की कार्रवाई का आरोप लगाते हुए जोरदार हमला बोला। लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह गलत तरीके से विपक्ष को दबाने और अपमानित करने में लगी है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात के अपने नेता शंकर सिंह वाघेला का हवाला देते हुए कहा कि चुन-चुनकर विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने अध्यक्ष से इस मामले पर विपक्ष से सहायता करने की अपील की और कहा कि केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह और राजस्थान व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई होने तक संसद में कोई विधेयक पास नहीं होने दें।
संसद परिसर में केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी ने सरकार और पीएमओ पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के लगाए आरोपों को साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि हेराल्ड मुद्दा उठाकर कांग्रेस सदन का वक्त बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा कि राहुल में इतना साहस नहीं है कि वह इस मुद्दे पर संसद में बात कर सकें। वह सिर्फ संसद में व्यवधान डालने का काम कर रहे हैं। अदालत ने सोनिया और राहुल गांधी के पुराने मामले में संज्ञान क्या लिया वह खुद को हीरो समझने लगते हैं। अदालत में उनके खिलाफ लगे आरोपों का जवाब देने वह संसद में आएं। सरकार और पीएमओ के खिलाफ राहुल गांधी के 100 फीसद राजनीतिक साजिश के बयान को उन्होंने संसद में साबित करने की चुनौती दी।
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