Thursday, December 24, 2015

रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मिले PM मोदी, द्विपक्षीय वार्षिक सम्मेलन का आगाज


मॉस्को (सं.सू.)। रूस की राजधानी मॉस्को में 16वें भारत रूस द्विपक्षीय सम्मेलन की शुरुआत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से क्रेमलिन में मुलाकात की, जिसके बाद सम्मेलन की शुरुआत हुई।

प्रधानमंत्री मोदी इस वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दो दिवसीय रूस दौरे पर गए हैं। उन्होंने रूस के साथ आर्थिक, सुरक्षा, व्यापार और निवेश को लेकर सकारात्मक सहयोग की उम्मीद जताई है। वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में अहम समझौते होने की भी उम्मीद है। जिनमें व्यापार और टूरिज्म भी शामिल हैं।

    From inside the Kremlin! PM @narendramodi & President Putin begin the 16th Annual Summit with a restricted meeting pic।twitter।com/cw5s4tlQrb
    — Vikas Swarup (@MEAIndia) December 24, 2015

रुस के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मोदी को महात्मा गांधी की डायरी का एक पृष्ठ और 18वीं सदी की भारतीय तलवार भेंट स्वरूप दी है। गुरुवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक पुतिन ने ये वस्तुएं बुधवार शाम मोदी के लिए आयोजित भोज की मेजबानी के दौरान भेंट स्वरूप दीं।

प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है, 'रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को महात्मा गांधी की डायरी का एक पृष्ठ भेंट किया है। इस पृष्ठ में गांधीजी ने स्वयं कुछ लिखा है।'

पुतिन ने मोदी को बंगाल प्रांत की 18वीं सदी की भारतीय तलवार भी भेंट की। इस पर चांदी की कलाकृति है। इससे पहले मोदी बुधवार को दो दिवसीय रूस यात्रा पर मास्को पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया इस दौरान वह 16वीं भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन बैठक में हिस्सा लेंगे।

    PM Narendra Modi & President Vladimir Putin begin the 16th Annual Summit in Kremlin #ModiInRussia pic।twitter।com/I0Ad1QQmmg
    — ANI (@ANI_news) December 24, 2015

रूस और भारत संयुक्त रूप से 200 कामोव-226टी हेलीकॉप्टर का निर्माण करेंगे। इसे रक्षा के क्षेत्र में पीएम मोदी के मेक इन इंडिया के तहत बड़ा कदम माना जा रहा है। भारत और रूस के बीच रणनीतिक संबंधों में विस्तार होने वाला है, विशेष रूप से परमाणु ऊर्जा, हाइड्रोकार्बन, रक्षा और व्यापार के क्षेत्र में।

इससे पहले रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा था कि भारत रूस की ओर से उसे दूसरा परमाणु पनडुब्बी लीज पर दिए जाने की संभावनाएं तलाश रहा है।

इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए सोवियत सैनिकों की याद में यहां बनाए गए स्मारक पर जाकर पुष्पचक्र अर्पित किया। प्रधानमंत्री कड़ाके की ठंड के बीच अज्ञात सैनिकों के युद्ध स्मारक पर जलती ज्योति के करीब कुछ मिनट तक खड़े रहे जिसकी रोशनी में स्मारक की कांस्य पट्टिका पर लिखे ये शब्द चमक रहे थे ‘आप नाम अज्ञात है, आपका काम अमर है।’ रूसी सैन्य बैंड के बीच मोदी ने स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किया।

वर्ष 1941 में ‘मास्को की लड़ाई’ में शहीद हुए रूसी सैनिकों के अवशेषों को शुरूआत में जेलेनोग्राद शहर में लेनिनग्राद राजमार्ग से 40 किलोमीटर दूर शित्यकी स्मारक में सामूहिक कब्र में दफनाया गया था। दिसंबर 1966 में इस युद्ध की 25वीं वषर्गांठ के मौके पर इन अवशेषों को क्रेमलिन वॉल पर लाकर दफनाया गया।

पीएम मोदी ने राजधानी मॉस्को स्थित रूस के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन केंद्र एनसीएमसी का दौरा किया। केंद्र को एएमईआरसीओएम के रूप में भी जाना जाता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्विटर पर वहां मौजूद मोदी की तस्वीरें पोस्ट की और लिखा, 'जानकारी प्राप्त करने वाली एक सुबह। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईएमईआरसीओएम के दौरे पर हैं।'

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