Friday, December 18, 2015

हाजीपुर में टेम्पो चालक की अपहरण के बाद हत्या


हाजीपुर (सं.सू.)। नगर थाना क्षेत्र के लोदीपुर चकवारा गांव में मामूली सी बात को लेकर एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी। वहीं दो युवकों को गोली मार दी गयी। दोनों युवकों को सदर अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद पटना रेफर कर दिया गया। घंटों गोलीबारी हुई। घटना के बाद गांव में काफी तनाव बना हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल को घटनास्थल पर भेजा गया है। पुलिस के तमाम वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर कैंप किये हुए हैं। इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। 1घटना शु्क्रवार दोपहर नगर थाना क्षेत्र के लोदीपुर चकवारा गांव की है। स्थानीय निवासी एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला मंत्री वीरेन्द्र राय अपनी कार से जा रहे थे। वहीं इसी गांव का टेम्पो चालक सोगारथ राय का पुत्र राकेश कुमार अपनी टेम्पो से विपरीत दिशा से आ रहा था। टेम्पो एवं कार एक दूसरे में रगड़ खा गयी जिससे कार में खरोच लग गयी। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया, लेकिन बाद में स्थानीय स्तर पर फैसला हुआ कि टेम्पो चालक कार की मरम्मत करा देगा। इसके बाद मामला शांत हो गया।

मामला शांत होने के बाद राकेश अपना टेम्पो लेकर चला गया तथा भाड़ा कमाने के बाद जब वह लौटा तो उसे अगवा कर लिया गया। टेम्पो चालक को सुनसान स्थान पर ले जाकर बांधकर उसकी जमकर पिटाई की गयी। पिटाई से जब वह बेहोश हो गया तो नगर थाना की पुलिस को बुलाकर उसे सौंप दिया गया। आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह चोर है तथा उसे चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है। पुलिस बिना जांच-पड़ताल किये उसे थाना लेकर चली आयी। गंभीर रूप से जख्मी टेम्पो चालक का इलाज सदर अस्पताल में पुलिस ने चोर कहकर कराया। उसके गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद पटना रेफर कर दिया गया। पटना में इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी।

मौत के सूचना के बाद आक्रोश भड़क उठा। टेम्पो चालक के मौत की सूचना गांव में जंगल की आग की तरह फैल गयी। सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण टेम्पो चालक की घर की ओर रवाना हो गये। ग्रामीणों में काफी आक्रोश था। किसी अनहोनी की आशंका को भांप आरोपित अपने परिजनों के साथ मिलकर फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में उक्त गांव के ही जयलाल राय के पुत्र पंकज कुमार को एवं रामईश्वर राय के पुत्र भोला राय को गोली लग गयी। इसके बाद भीड़ उग्र हो गयी तथा आरोपित के घर की ओर बढ़े ही थे कि पुन: गोलीबारी शुरू हो गयी। आरोपित की ओर से घंटों गोलीबारी होती रही। गोली लगने से घायल युवक को तत्काल ग्रामीणों ने इलाज के लिए सदर अस्प्ताल पहुंचाया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को पटना रेफर कर दिया गया है।

इतनी बड़ी घटना के पीछे पुलिस की घोर लापरवाही एक बार फिर से उजागर हुई है। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने मोटी रकम लेकर मामले को उल्टा मोड़ दे दिया। हत्यारे को संरक्षण देने के लिए पुलिस ने मृत युवक राकेश को चोर करार दे दिया। यदि पुलिस निष्पक्ष जांच करती तो संभव था इतनी बड़ी घटना नहीं घटती और आरोपी भी उसी वक्त पकड़ लिया जाता। आरोपी पकड़ लिया गया होता तो शाम में न तो गोलीबारी की घटना होती और न ही युवकों को गोली लगती। मौके पर पहुंचने में पुलिस को घंटों लग गये। गांव में आरोपी द्वारा गोली चलाने एवं युवकों को गोली मार देने की सूचना समय पर मिलने के बाद भी घटनास्थल नगर थाना की पुलिस घंटों बाद पहुंची। यदि समय रहते पुलिस सतर्क हो जाती तो यह घटना नहीं घटती। दोपहर में चोर कहकर युवक की पिटाई कर देना एवं इलाज के दौरान युवक की मौत की सूचना फिर भी पुलिस के द्वारा कोई एहतियातन कदम नहीं उठाना ही घटना की मूल कारण साबित हुआ। हालांकि सब कुछ शांत होने के बाद भारी संख्या में पुलिस गांव में पहुंची है। गांव में भारी आक्रोश है।

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