Monday, December 21, 2015

सुशासन का कमाल,न वर्षा न बाढ़ फिर भी टूटा बांध


जलालपुर (सं.सू.)। सूखी जमीन पर पांव फिसलने की कहावत तो आपने भी सुनी होगी लेकिन बिहार में इन दिनों बिना वर्षा और बाढ़ के ही नदियों के बांध टूट रहे हैं। है न अद्भुत।

जबकि पूरा बिहार इस साल अनावृष्टि के कारण भयंकर सूखे की चपेट में है सारण प्रमंडल के जीएस बंगरा गांव में गंडक नहर पर बना आरडीशा बांध रविवार की देर रात अचानक टूट गया। बांध के टूटने से आसपास के गांवों में अफरातफरी मच गई। करीब आधा दर्जन गांवों में पानी घुस गया। एक हजार एकड़ में लगी आलू, गेहूं और सब्जी की फसल पानी में डूब गई। बांध टूटने की सूचना मिलते ही बीडीओ राजीव भूषण, सीओ इंद्रवंश राय, थानाध्यक्ष अमित कुमार मौके पर पहुंचे। अधिकारी ग्रामीणों के सहयोग से बांध को ठीक करने की कोशिश करने लगे। लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण बचाव कार्य सार्थक नहीं हुआ और काफी दूरी में बांध क्षतिग्रस्त हो गया।

सोमवार की सुबह गंडक परियोजना के अधिकारियों के साथ-साथ एसडीओ सुनील कुमार, डीसीएलआर संजीव कुमार भी पहुंचे और मजदूरों के सहयोग से बांध को ठीक करने की कोशिश करने लगे। सभी पदाधिकारी बांध के समीप कैंप कर रहे हैं। पदाधिकारियों ने आनन-फानन इसकी सूचना गोपालगंज स्थित विभाग को दी। सूचना मिलने पर नहर का पानी बंद किया गया। इसके बाद बांध की मरम्मत शुरू की गई। देर शाम तक मरम्मत का कार्य जारी था। अधिकारी कैंप किए हुए हैं।

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