Sunday, December 20, 2015

कीर्ति बम हुआ फुस्स, जेटली के समर्थन में सहवाग और गंभीर


नई दिल्ली (सं.सू.)। कोटला स्टेडियम की सियासी पिच पर चल रहे मैच में भारतीय टीम की सलामी जोड़ी समेत कई क्रिकेट खिलाड़ी खुलकर सामने उतर आए हैं। वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने जहां जेटली पर लगाए जा रहे आरोपों की धज्जियां उड़ाईं। साथ ही दोनों ही विस्फोटक बल्लेबाजों ने दो टूक कहा कि डीडीसीए में कोई गलती हुई तो उसे भी तुरंत जेटली ठीक कराते थे। वहीं, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को भी धता बताकर प्रेसवार्ता करने आए कीर्ति आजाद ने पुराने आरोप दोहराए। उन्होंने वीडियो दिखाया और वित्त मंत्री अरुण जेटली पर परोक्ष प्रहार किए और चुटकियां तो ली, लेकिन कुल मिलाकर बड़े धमाके का दावा फुस्स पटाखा ही निकला। 1वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस बयान कि कांग्रेस के नेताओं से भाजपा सांसद मिलकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, कीर्ति आजाद ने ज्यादा सयानेपन में खुद ही इसकी तस्दीक कर दी। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी के साथ प्रेसवार्ता में आए आज़ाद ने सोनिया गांधी से मिल जाने के सवाल पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। हालांकि, जेटली ने किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन आजाद ने ‘जिस व्यक्ति ने ऐसा कहा है वह यह जान लें कि उनके पिता तो काफ़ी समय से कांग्रेस से जुड़े हुए थे. इसके अलावा उन्होंने इशारा किया कि उन पर आरोप लगाने वालों के संबंध भी तो विरोधियों से अच्छे हैं।’ वैसे इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ भी आजाद के मिलने की बातें सामने आई थीं।

गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा भ्रष्टाचार के मामले मे आरोपी दिल्ली के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के आवास और दफ्तर पर छापे के बाद गुस्साई आम आदमी पार्टी ने जेटली पर तीखा हमला बोला था। जो आरोप आप ने लगाए थे, उन्हीं को एक वीडियो के सहारे आजाद ने धावा बोला। इसके मुताबिक, आजाद ने प्रमुख तौर से डीडीसीए ने 14 ऐसी कंपनियों को लाखों रुपए का भुगतान किया, जिनका पता और जानकारी अधूरी थी या गलत। पहले ही टी.वी. चैनलों पर चल चुके इस वीडियो के मुताबिक तहकीकात में एक प्रिंटर का किराया 3000 रुपए प्रतिदिन और लैपटॉप का किराया 16000 रुपए प्रतिदिन बताया है। पूरी प्रेसवार्ता में आजाद कुछ नया खुलासा तो नहीं कर पाए, लेकिन अपनी भड़ास निकालते जरूर दिखे। इससे पहले डीडीसीए में चल रहे भ्रष्टाचार के आरोप-प्रत्यारोप के बीच भारतीय टीम की पूर्व सलामी जोड़ी भी वित्त मंत्री अरुण जेटली के समर्थन में उतर आई है।

भारतीय टीम की पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने जेटली का समर्थन करते हुए कई ट्वीट किए। सहवाग ने जेटली के समर्थन में लगातार ट्वीट किए और अपने साथी खिलाड़ी गौतम गंभीर द्वारा जेटली के समर्थन में किए ट्वीट्स को रिट्वीट भी किया। सहवाग का कहना कि जेटली खिलाड़ियों के प्रति न्यायपूर्ण व्यवहार रखते थे। सहवाग ने अपने ट्वीट में कहा, ‘जब मैं डीडीसीए के साथ था तो किसी भी चकित करने वाले चयन के बाद मुझे सिर्फ अरुण जेटली जी को बताना होता था, फिर जेटली जी तुरंत ही उस गलती को सही कराते हुए योग्य खिलाड़ी के साथ न्याय करते थे।’ सहवाग ने इसके तुरंत बाद अगला ट्वीट करते हुए कहा कि ‘जहां डीडीसीए में कुछ लोगों से बात करना बुरे सपने के समान था, वहीं अरुण जेटली खिलाड़ियों की किसी भी समस्या के समाधान के लिए हमेशा उपलब्ध रहते थे।’

उनके जोड़ीदार रहे गौतम गंभीर ने जेटली का समर्थन करते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि कुछ पूर्व खिलाड़ियों द्वारा डीडीसीए में हुई गड़बड़ियों के लिए अरुण जेटली को दोषी बताना गलत है, जो लोग उन्हें आरोपी बता रहे हैं, वो लोग भी जेटली के कार्यकाल में शीर्ष पदों पर थे।’

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