नई दिल्ली (सं.सू.)। रेलवे मंत्रालय ने कहा है कि 1 जुलाई से कोई परिवर्तन नहीं होने जा रहा है। रेलवे ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि कई मीडिया प्लैैटफॉर्म पर यह खबर चल रही है कि 1 जुलाई से रेलवे कई परिवर्तन करने जा रहा है। रेल मंत्रालय ने 10 प्वाइंट्स में सफाई देते हुए कहा है कि किसी मामले में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
रेलवे ने कहा है कि वह ऑनलाइन और काउंटर्स के जरिए वेटिंग टिकट बेचना जारी रखेगा। इसके अलावा सुविधा ट्रेन्स की फैसिलिटी भी जारी रहेगी। रेलवे ने कहा है कि उसने नवंबर 2015 में नए नियम जारी किए थे, उन नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेलवे ने यह भी कहा है कि शताब्दी व राजधानी जैसी ट्रेनों में पेपर टिकट्स को खत्म करने की उसकी कोई योजना नहीं है। तत्काल टिकट की बुकिंग संबंधी समय में भी कोई बदलाव नहीं है।
रेलवे ने यह भी कहा है कि कोच या ट्रेन बुक करने से जुड़ी कोई नई योजना या शुल्क नहीं शुरू किया गया है। पुरानी योजना कई साल से चल रही है और वही लागू रहेगी। तत्काल टिकट के रिफंड से जुड़े नियमों में भी कोई बदलाव नहीं है । रेलवे ने कहा है कि वह पहले से ही अपने हेल्प लाइन नंबर 139 पर डेस्टिनेशनल एलर्ट सुविधा चला रही है। रेलवे ने कहा है कि वह अक्टूबर, 2016 में नई समय सारिणी जारी करेगा।
पिछले दिनों खबर आई थी कि रेलवे जहां रिजर्वेशन प्रोसेस में बदलाव कर रही है, वहीं रीजनल भाषा में भी टिकट उपलब्ध कराए जाएंगे। यह कहा गया था कि भारतीय रेलवे अब ऑनलाइन वेटिंग टिकट जारी नहीं करेगा। ऑनलाइन अब केवल कंफर्म और आरएसी टिकट ही मिलेंगे। टिकट कैंसिल कराने पर उसकी आधी कीमत यात्रियों को मिलेगी।एक जुलाई से कोई भी व्यक्ति 50 हजार रुपए में सात दिनों के लिए कोच बुक करा सकते हैं। इसके साथ ही 9 लाख रुपए में 18 डिब्बों की पूरी रेलगाड़ी बुक करा सकते हैं। 18 डिब्बों से ज्यादा कोच की जरूरत होने पर प्रति कोच 50 हजार रुपए का भुगतान करना होगा। ऐसी खबरें आने के बाद रेलवे ने प्रेस नोट के जरिए इन्हें गलत बताया है।
रेलवे ने कहा है कि वह ऑनलाइन और काउंटर्स के जरिए वेटिंग टिकट बेचना जारी रखेगा। इसके अलावा सुविधा ट्रेन्स की फैसिलिटी भी जारी रहेगी। रेलवे ने कहा है कि उसने नवंबर 2015 में नए नियम जारी किए थे, उन नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेलवे ने यह भी कहा है कि शताब्दी व राजधानी जैसी ट्रेनों में पेपर टिकट्स को खत्म करने की उसकी कोई योजना नहीं है। तत्काल टिकट की बुकिंग संबंधी समय में भी कोई बदलाव नहीं है।
रेलवे ने यह भी कहा है कि कोच या ट्रेन बुक करने से जुड़ी कोई नई योजना या शुल्क नहीं शुरू किया गया है। पुरानी योजना कई साल से चल रही है और वही लागू रहेगी। तत्काल टिकट के रिफंड से जुड़े नियमों में भी कोई बदलाव नहीं है । रेलवे ने कहा है कि वह पहले से ही अपने हेल्प लाइन नंबर 139 पर डेस्टिनेशनल एलर्ट सुविधा चला रही है। रेलवे ने कहा है कि वह अक्टूबर, 2016 में नई समय सारिणी जारी करेगा।
पिछले दिनों खबर आई थी कि रेलवे जहां रिजर्वेशन प्रोसेस में बदलाव कर रही है, वहीं रीजनल भाषा में भी टिकट उपलब्ध कराए जाएंगे। यह कहा गया था कि भारतीय रेलवे अब ऑनलाइन वेटिंग टिकट जारी नहीं करेगा। ऑनलाइन अब केवल कंफर्म और आरएसी टिकट ही मिलेंगे। टिकट कैंसिल कराने पर उसकी आधी कीमत यात्रियों को मिलेगी।एक जुलाई से कोई भी व्यक्ति 50 हजार रुपए में सात दिनों के लिए कोच बुक करा सकते हैं। इसके साथ ही 9 लाख रुपए में 18 डिब्बों की पूरी रेलगाड़ी बुक करा सकते हैं। 18 डिब्बों से ज्यादा कोच की जरूरत होने पर प्रति कोच 50 हजार रुपए का भुगतान करना होगा। ऐसी खबरें आने के बाद रेलवे ने प्रेस नोट के जरिए इन्हें गलत बताया है।
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